बुध ग्रह होने जा रहे हैं अस्त, इन राशियों की बढ़ सकती है मुश्किलें

ज्योतिष शास्त्र में जितना महत्वपूर्ण स्थान ग्रहों के गोचर को दिया गया है उतना ही महत्वपूर्ण स्थान ग्रहों के अस्त और उदय होने को दिया गया है क्योंकि माना जाता है कोई भी ग्रह जब अस्त या उदित होता है तो इसका मानव जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में आपकी जानकारी के लिए बता दें कि संचार और बुद्धि का ग्रह बुध 13 मई, 2022 को अस्त होने जा रहा है।

इस विशेष ब्लॉग में जानेंगे एक ग्रह अस्त किस स्थिति में होता है? बुध अस्त का राशि अनुसार क्या कुछ प्रभाव पड़ेगा और साथ ही जानेंगे अस्त ग्रह के प्रभाव से बचने के कुछ सरल सटीक ज्योतिषीय उपायों की भी संपूर्ण जानकारी।

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बुध अस्त क्यों कब और कैसे

सबसे पहले यहां यह जानना जरूरी है कि एक ग्रह अस्त कब होता है। तो दरअसल हम आपको बता दें कि जब भी कोई ग्रह सूर्य के बेहद नजदीक (14 डिग्री या उससे कम डिग्री पर सूर्य के साथ हो) आ जाता है तो उसे अस्त कहा जाता है। इस स्थिति में ग्रहों की शक्ति या ग्रहों का प्रभाव काफी कम होने लगता है। वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि, तर्क, संवाद, गणित, चतुराई और व्यापार का कारक माना जाता है। ऐसे में स्वाभाविक सी बात है कि जब बुध ग्रह सूर्य के प्रभाव में आने से अस्त होगा तो उसका सभी राशियों के जीवन पर सीधा असर अवश्य पड़ेगा।

अब बात करें बुध ग्रह किस राशि में अस्त होने जा रहा है और इसका समय का रहने वाला है। तो बुध ग्रह वृषभ राशि में अस्त होगा और समय की बात करें तो बुध 13 मई, 2022 की सुबह 12:56 बजे वृषभ राशि में अस्त होगा और फिर 30 मई, 2022 को इसी राशि में अपनी सामान्य अवस्था में वापस आ जाएगा।

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बुध अस्त के प्रभाव और उपाय

वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य ग्रह और शुक्र ग्रह बुध के मित्र ग्रह माने गए हैं। वहीं इसके विपरीत चंद्रमा बुध ग्रह का शत्रु ग्रह माना जाता है। इसके अलावा बुध शनि, मंगल, और गुरु से सम-संबंध रखता है। मिथुन और कन्या राशि बुध की स्वामी राशि मान जाती है।

हालांकि यहां जाने वाली बात है कि क्योंकि सूर्य के साथ बुध ग्रहा के मित्रता वाले संबंध हैं ऐसे में सूर्य के साथ रहने पर भी बुध ग्रह पर ज्यादा अस्त का दोष नहीं लगता और अस्त होने से परिणामों में ज्यादा अंतर भी नहीं देखा गया है। हालांकि फिर भी यदि बुध अस्त होने से किसी जातक के जीवन में नकारात्मक प्रभाव पड़ने लगे तो उन्हें कुछ सरल उपाय करने की सलाह दी जाती है। क्या हैं वह पाए जाने के लिए यह लेख अंत तक अवश्य पढ़ें।

बुध अस्त उपाय

  • चांदी के छेद वाले सिक्के ले लें और इन्हें बहते जल में प्रवाहित कर दें। 
  • अपने घर में भूल से भी तोता, भेड़ या बकरी ना पालें। 
  • अपने गले में चांदी की चेन धारण करें। 
  • जुआ, सट्टेबाजी, क्रोध, और जलन से दूर रहें। 
  • गायों को हरा चारा खिलाएं। 
  • इसके अलावा बुधवार के दिन मुमकिन हो तो गरीब लड़कियों को भोजन, हरे कपड़े, और श्रृंगार की वस्तुएं दान में दें। 
  • बुधवार के दिन हरे रंग के आसन पर बैठकर उत्तर दिशा की तरफ मुंह करें और बुध के मंत्र का जाप करें। बुध मंत्र:: ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः। 

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बुध अस्त का राशि अनुसार प्रभाव और उपाय

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे तथा छठे भाव का स्वामी है और यह उनके दूसरे भाव में अस्त होगा। करियर के लिहाज से इस दौरान….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे तथा पांचवें भाव का स्वामी है और यह उनके प्रथम यानी कि लग्न भाव में अस्त होगा। बुध का आपके लग्न भाव में अस्त होना आपके करियर के ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध प्रथम/लग्न तथा चौथे भाव का स्वामी है और यह उनके बारहवें भाव में अस्त होगा। पेशेवर रूप से यह अवधि….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कर्क राशि 

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे तथा बारहवें भाव का स्वामी है और यह उनके ग्यारहवें भाव में अस्त होगा। पेशेवर रूप से देखा जाए तो….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे तथा ग्यारहवें भाव का स्वामी है और यह उनके दसवें भाव में अस्त होगा। पेशेवर रूप से इस दौरान….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कन्या राशि 

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध प्रथम/लग्न तथा दसवें भाव का स्वामी है और यह उनके नौवें भाव में अस्त होगा। पेशेवर रूप से देखा जाए तो ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए बुध नौवें तथा बारहवें भाव का स्वामी है और यह उनके आठवें भाव में अस्त होगा। पेशेवर रूप से ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध आठवें तथा ग्यारहवें भाव का स्वामी है और यह उनके सातवें भाव में अस्त होगा। पेशेवर रूप से देखें तो….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह सातवें तथा दसवें का स्वामी है और यह उनके छठे भाव में अस्त होगा। पेशेवर रूप से इस दौरान….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे तथा नौवें भाव का स्वामी है और यह उनके पांचवें भाव में अस्त होगा। करियर के लिहाज से….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कुम्भ राशि 

कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पांचवें तथा आठवें भाव का स्वामी है और यह उनके चौथे भाव में अस्त होगा। करियर के लिहाज से ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे तथा सातवें भाव का स्वामी है और यह उनके तीसरे भाव में अस्त होगा। इस दौरान आपको….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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