बुध का तुला में गोचर: इन जातकों को व्यापार में होगा अपार लाभ – दो हाथों से भी बटोर नहीं पाएंगे लक्ष्मी!

एस्ट्रोसेज के इस ब्लॉग के माध्यम से हम एक बार फिर आपके सामने पेश हैं जल्द होने वाली एक ज्योतिषीय घटना की जानकारी लेकर। दरअसल 19 अक्टूबर को बुध का तुला राशि में गोचर होने वाला है। ऐसे में अपने इस विशेष ब्लॉग के माध्यम से हम जानेंगे तुला राशि में बुध किन राशियों के लिए अनुकूल परिणाम लेकर आ रहा है तो वहीं किन राशियों को इसके प्रतिकूल परिणाम झेलने पड़ सकते हैं। 

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इसके अलावा इस ब्लॉग के माध्यम से हम यह भी जानेंगे कि जिन राशियों के जीवन पर इस गोचर का प्रतिकूल परिणाम देखने को मिलेगा उन्हें क्या कुछ उपाय करके इससे राहत मिल सकती है। तो चलिए शुरू करते हैं यह ब्लॉग और सबसे पहले जान लेते हैं बुध के तुला राशि में गोचर की समय क्या रहने वाला है।

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बुध का तुला राशि में गोचर: जान लें समय 

बात करें समय की तो बुध का तुला राशि में गोचर 19 अक्टूबर, 2023 को 1:06 पर होने वाला है। वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को तर्क, बुद्धि, और विद्या का कारक ग्रह माना क्या है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि तुला राशि में जाकर बुध सभी 12 राशियों के जीवन को किस तरह से प्रभावित करेगा। 

वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह

वैदिक ज्योतिष के अनुसार बात करें तो बुध को एक शुभाशुभ ग्रह माना गया है। सभी 12 राशियों में मिथुन और कन्या राशि का स्वामित्व बुध ग्रह के पास है। जहां कन्या इसकी उच्च राशि होती है वहीं मीन इसकी नीच राशि मानी जाती है। इसके अलावा बुध ग्रह को बुद्धि, तर्क, संवाद, गणित, मित्रता, चतुरता, आदि का कारक भी माना जाता है। ज्योतिष की जानकार मानते हैं कि जब किसी कुंडली में बुध ग्रह मजबूत स्थिति में होता है तो ऐसे जातकों की संवाद शैली अर्थात बात करने का ढंग बेहद ही शानदार होता है। ऐसे जातक हाजिर जवाबी होते हैं और अपनी बातों से लोगों का मन मोह लेते हैं। साथ ही कुंडली में मजबूत बुध व्यक्ति की बुद्धि को कुशाग्र बनता है और ऐसे जातकों को वाणिज्य और कारोबार में अपार सफलता भी मिलती है।

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वहीं इसके विपरीत अगर बुध कुंडली में पीड़ित हो कमजोर हो या किसी पापी ग्रह से पीड़ित हो तो ऐसे जातकों को तमाम शारीरिक और मानसिक परेशानियां उठानी पड़ सकती हैं। ऐसे जातक अपने विचारों को दूसरों के सामने स्पष्ट तरीके से पेश नहीं कर पाते हैं, गणित के विषय में कमजोर होते हैं, और साथ ही इन्हें चीजों को समझने में बहुत दिक्कतें आती हैं। ऐसी स्थिति में ज्योतिष के जानकारी बुध ग्रह से संबंधित कुछ उपाय करने की सलाह देते हैं। क्या हैं वो उपाय यह जानने के लिए ये ब्लॉग अंत तक अवश्य पढ़ें।

लाल किताब के अनुसार बुध ग्रह 

अब लाल किताब के अनुसार बुध ग्रह की बात करें तो बुध ग्रह को हरियाली, बुद्धि, सट्टेबाज, हिजड़े, बहन, लड़की, साली आदि से जोड़कर देखा जाता है। 

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लाल किताब के अनुसार बुध ग्रह के सकारात्मक प्रभाव 

बुध के सकारात्मक प्रभाव व्यक्ति की संवाद शैली को शानदार बनाते हैं और ऐसे व्यक्ति बुद्धिमान होते हैं।

लाल किताब के अनुसार बुध ग्रह के नकारात्मक प्रभाव 

लाल किताब के अनुसार व्यक्ति के जीवन पर बुध ग्रह का नकारात्मक प्रभाव हो तो जातकों को बोलने में परेशानी होती है और गणित विषय काफी कमजोर होता है। साथ ही ऐसे जातकों की तार्किक क्षमता भी काफी कमजोर देखने को मिलती है।

ऐसी स्थिति में बुध ग्रह से संबंधित कुछ उपाय करके व्यक्ति को अपने जीवन में बुध ग्रह के शुभ परिणाम प्राप्त होने की संभावना बढ़ जाती है। क्या कुछ हैं वो उपाय आइये जान लेते हैं।

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बुध ग्रह से संबंधित कुछ सरल ज्योतिष उपाय 

  • शराब, मांस, अंडा, आदि का परहेज करें। 
  • मूंग दाल को रात में भिगोकर सुबह जानवरों को खिलाएं। 
  • कौवों को भोजन कराएं।
  • बुधवार के दिन उपवास रखें। 
  • अपने जीवन में ज्यादा से ज्यादा हरे रंग के कपड़े शामिल करें। 
  • बहन, बेटी, छोटी कन्याओं का सम्मान करें। 
  • किन्नरों का कभी अपमान ना करें, आदि।

तुला राशि में बुध के प्रभाव 

भूमि तत्व माने जाने वाला ग्रह बुध जब निष्पक्ष राशि तुला में होता है तो ऐसे में जातकों को ज्ञान से संपन्न बनता है। इस दौरान लोगों का ध्यान और झुकाव ज्यादातर कलात्मक और रचनात्मक गतिविधियों में देखने को मिलता है। इसके अलावा क्योंकि बुद्ध संचार नियंत्रित करता है ऐसे में तुला राशि में इसकी मौजूदगी जातकों के अंदर वाकपटुता में सुधार लाती है, जातकों को विनम्र और मृदभाषी बनती है और इनमें दूसरों को समझने की क्षमता अच्छी होती है। तुला राशि में बुध वाले जातक आमतौर पर उदार स्वभाव के संबंधों से प्रेरित और स्त्रियों में ज्यादा शौकीन होते हैं। इसके अलावा ऐसे जातक बौद्धिक मानसिकता और अच्छे व्यवहार वाले भी होते हैं। जीवन के प्रति इनका संतुलित दृष्टिकोण इन्हें सफलता दिलाता है। साथ ही उनके कार्यों में इनका व्यवहार कौशल इन्हें अपने जीवन में तमाम अवसरों का लाभ उठाने में मददगार साबित होता है।

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बुध का तुला राशि में गोचर: राशि अनुसार भविष्यवाणी और उपाय 

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए बुद्धि तीसरे और छठे भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके सातवें भाव में स्थित हो जाएगा। इसके परिणाम स्वरुप….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पांचवें घर का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके छठे घर में स्थित होगा। इस गोचर के प्रभाव स्वरूप आपको आर्थिक…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध पहले और चौथे घर का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके पांचवें घर में स्थित होगा। बुध के तुला राशि में गोचर के परिणाम स्वरूप आपको…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कर्क राशि 

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और बारहवें भाव का स्वामी है और इस बुध के तुला राशि में गोचर के दौरान आपके चौथे घर में स्थित होगा। इस गोचर के प्रभाव स्वरूप…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके तीसरे भाव में स्थित होगा। बुध का तुला राशि में गोचर…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कन्या राशि 

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध पहले और दसवें घर का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके दूसरे घर में स्थित रहेगा। इस गोचर के परिणाम स्वरुप….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए बुध नवम और बारहवें घर का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके पहले घर में स्थित होगा। बुध का तुला राशि में गोचर…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध आठवें और ग्यारहवें घर का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके बारहवें घर में स्थित होगा। बुध का तुला राशि में गोचर…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए बुध आपके सातवें और दसवें घर का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके ग्यारहवें घर में स्थित हो जाएगा। बुध का तुला राशि में गोचर…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे और नवम घर का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके दसवें घर में मौजूद रहेगा। बुध का तुला राशि में गोचर…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कुम्भ राशि 

कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पांचवें और आठवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके नवम भाव में स्थित होगा। बुध का तुला राशि में गोचर आपको…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे और सातवें भाव का स्वामी है और तुला राशि में बुध के गोचर के दौरान यह आपके आठवें घर में स्थित हो जाएगा। बुध का तुला राशि में गोचर अवधि के दौरान…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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