अस्त बुध से स्टॉक मार्केट में आएगी गिरावट? देश-दुनिया पर क्या पड़ेगा असर-जानें सब!

एस्ट्रोसेज की हमेशा से यही कोशिश रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटनाओं की जानकारी और उनसे जुड़ी सभी ज़रूरी एवं अहम बातें हम अपने रीडर्स को समय-समय पर प्रदान करते रहें ताकि, आपको इन ज्योतिषीय घटनाओं का अपने जीवन पर प्रभाव और उसके नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए समय से उपाय आदि की जानकारी मिल सके। 

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ऐसे में एक बार फिर हम बुध ग्रह से जुड़ी एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की पूरी जानकारी इस ब्लॉग के माध्यम से आपके सामने पेश कर रहे हैं। दरअसल बुध ग्रह 19 जून, 2023 को वृषभ राशि में अस्त होने जा रहा है। 

तो आइए जानते हैं कि वृषभ राशि में बुध के अस्त होने का हमारे देश और दुनिया पर क्या कुछ प्रभाव पड़ेगा।

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बुध ने हाल ही में मेष राशि में अपना गोचर पूरा किया था और अब यह शुक्र ग्रह द्वारा शासित वृषभ राशि में मौजूद हैं। जैसा कि हम जानते हैं कि बुध सूर्य के सबसे निकटतम ग्रह होता है ऐसे में बुध ग्रह समय-समय पर अस्त होने लगता है। बुध को ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण ग्रह माना है और बुध से संबंधित कोई भी ज्योतिषीय घटना सभी राशियों के साथ-साथ विश्व और देश पर गहरा असर डालती है।  

इस ब्लॉग में हम वृषभ राशि में बुध अस्त के विश्वव्यापी और देशव्यापी प्रभावों के बारे में जानेंगे।

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वृषभ राशि में बुध अस्त: समय और प्रभाव  

बुध का एक गोचर आमतौर पर एक राशि में 23 से 28 दिनों की अवधि के लिए होता है। इसके बाद वह दूसरी राशि में प्रवेश कर जाता है। इस समय रेखा के भीतर आमतौर पर बुध अपना राशि परिवर्तन करता रहता है। इस बार बुध अपने मित्र शुक्र की राशि वृषभ में 19 जून, 2023 को सुबह 7 बजकर 16 मिनट पर अस्त हो रहे हैं। आइए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि बुध अस्त का दुनिया और देश पर क्या प्रभाव पड़ेगा। 

वृषभ राशि में बुध – प्रभाव 

वृषभ राशि बेहद ही व्यवहारिक और दृढ़ निश्चय वाली राशि मानी जाती है और इसी वजह से जब बुद्धि और तर्क और हमारे सोचने समझने की तरीके पर राज करने वाला ग्रह बुध यहां होता है तो एक बेहद ही मजबूत वातावरण पाता है। ऐसे में वृषभ राशि में बुध जातकों को उनके विचारों को ठोस योजनाओं में बदलने और दृढ़ निश्चय लेने में मददगार साबित होता है। 

बुध व्यक्ति को अनुभव से सीखने का कारण बनता है और वृषभ राशि जो स्वयं एक योजनाकार राशि है ऐसे में बुध का प्रभाव यहां देखने लायक होगा। वृषभ राशि में बुध के प्रभाव से जातक तर्कसंगत, तेज दिमाग, और संगणना में निपुण होते हैं। वृषभ राशि में बुध स्पष्ट दृष्टि रखता है ऐसे में यह जातक आत्मविश्वास और अधिकार के साथ बात करते हैं और जो कुछ भी महसूस करते हैं उसे तथ्यों के साथ दूसरों के सामने रखने में एक बार भी नहीं हिचकिचाते हैं। ऐसे जातक दृढ़ निश्चय लेने वाले भी होते हैं और जब किसी काम को करने के लिए या कोई भी निर्णय लेने का यह मन बना लेते हैं तो ऐसे जातकों को अपने निर्णयों से दूर करना असंभव सा हो जाता है।

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बुध अस्त का देश-विश्वव्यापी प्रभाव 

  • बुध ग्रह को व्यवसाय का कारक माना जाता है। ऐसे में व्यापार से जुड़े लोगों को धन कमाने या अपने व्यवसाय को और ज्यादा लाभदायक बनाने के लिए इस अवधि में अधिक प्रयास करना पड़ सकता है। 
  • आईटी उद्योग मंदी और घाटे का सामना करता नजर आ सकता है। 
  • परिवहन, हस्तशिल्प, हैंड क्राफ्ट, आदि क्षेत्रों में पिछले कुछ महीनों में अच्छे प्रदर्शन के बाद एक बार फिर से गिरावट देखने को मिल सकती है। 
  • कृषि क्षेत्र, पशुपालन, आदि क्षेत्र भारत में वृद्धि का अनुभव कर सकते हैं। 
  • सरकार विभिन्न सुधारों और योजनाओं के माध्यम से देश के विभिन्न हिस्सों में उपर्युक्त क्षेत्रों का समर्थन करती देखी जा सकती है। 
  • शेयर बाजार और सट्टा बाजार में एक बार फिर से भारी गिरावट देखने को मिल सकती है। 
  • बड़े-बड़े राजनेता और महत्वपूर्ण पद पर आसीन लोग कुछ जिम्मेदाराना बयान देते हुए नजर आ सकते हैं और इससे लोगों से जुड़ने में उन्हें मदद मिलेगी। 
  • भारत में लोग आध्यात्मिक और धार्मिक प्रथाओं में ज़्यादा झुकाव रखेंगे। 
  • निजी क्षेत्र में कार्यरत लोगों को नौकरी में थोड़ा सा संघर्ष करना पड़ सकता है साथ ही बुध के अस्त होने से नौकरी में उतार-चढ़ाव की स्थिति भी नजर आने वाली है।

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वृषभ राशि में बुध अस्त-क्या रहेगा स्टॉक मार्केट पर असर? 

बुध व्यापार के साथ-साथ प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से स्टॉक मार्केट को भी प्रभावित करता है क्योंकि यह व्यापार का कारक माना गया है। ऐसे में बुध का अस्त होना साफ तौर पर स्टॉक मार्केट को भी प्रभावित करेगा। तो आइए आगे बढ़ते हैं और इसके प्रभाव के बारे में विस्तार से जान लेते हैं। बुध गोचर का शेयर बाजार के कामकाज पर बहुत प्रभाव पड़ता है और विभिन्न कंपनियों के शेयरों की लाभप्रदता प्रभावित होती है। 

  • बुध अस्त के साथ फार्मा क्षेत्र, सार्वजनिक क्षेत्र और आईटी उद्योग सभी कठिन दौर से गुजरते नज़र आएंगे। 
  • बैंकिंग क्षेत्र जो पहले से ही मंदी के दौर से गुजर रहा है वह जून 2023 तक इसी अवस्था में रहने वाला है।  
  • रबड़, तंबाकू, और खाद्य तेल उद्योगों के लिए भी बुध का अस्त होना उनकी गति मंदी ही रखेगा। हालांकि अन्य क्षेत्रों की तुलना में यहां बेहतर प्रदर्शन देखने को मिल सकता है। 

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