चल रहा है भाद्रपद का महीना-इस दौरान मोरपंख के ये उपाय सोने सा चमका सकते हैं आपका भाग्य!

हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद का महीना या भादो का महीना श्री कृष्ण का अति प्रिय समय माना गया है। कहते हैं अपने पुराने पापों का प्रायश्चित करने के लिए यह महीना सबसे उपयुक्त होता है। इसके अलावा मन को शुद्ध और पवित्र करने के लिए भी इस महीने का विशेष महत्व बताया गया है। श्री कृष्ण जन्मोत्सव से लेकर गणेश चतुर्थी जैसे बड़े त्यौहार इस महीने में मनाए जाते हैं।

इस वर्ष 2022 में भादो का महीना 12 अगस्त से प्रारंभ हो चुका है और यह 10 सितंबर तक रहने वाला है। इस महीने में दान, पुण्य, जप, तप का विशेष महत्व बताया गया है। इसके अलावा इस महीने में भगवान गणेश और कृष्ण की पूजा का भी अत्याधिक महत्व होता है। तो आइए अपने इस विशेष ब्लॉग के माध्यम से जानते हैं भादो या भाद्रपद मास से जुड़े कुछ नियम सावधानियां और इस महीने किए जाने वाले उपायों की जानकारी।

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भाद्रपद या भादो मास का धार्मिक महत्व 

सनातन धर्म में भाद्रपद मास या जिसे भादों मास भी कहते हैं उसका धार्मिक महत्व बहुत अधिक माना जाता है क्योंकि इसी महीने में भगवान विष्णु के आठवें अवतार भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव और हिंदू धर्म के प्रथम पूजनीय देवता गणेश भगवान का उत्सव मनाया जाता है। 

इसके अलावा इस महीने में जप, तप, व्रत, दान, पुण्य, का विशेष महत्व भी होता है। कहते हैं जो कोई भी व्यक्ति इन नियमों का पालन करता है उसकी समस्त मनोकामनाएं अवश्य पूरी होती हैं।

भादो माह में कृष्ण भगवान की कृपा प्राप्त कैसे करें?

यूं तो भाद्रपद मास में दही का प्रयोग वर्जित माना जाता है हालांकि यदि कोई व्यक्ति इस पूरे महीने भगवान कृष्ण को पंचामृत से स्नान कराए तो उसकी समस्त मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसके अलावा जिन लोगों की संतान नहीं हो उन्हें भाद्रपद मास में पड़ने वाली कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत अवश्य करना चाहिए। जन्माष्टमी के अलावा भी इस माह में कृष्ण भगवान की पूजा भक्ति से महिलाओं की सूनी कोख शीघ्र ही भर जाती है।

इसके साथ ही यदि इस महीने श्रीमद्भागवत गीता का पाठ किया जाए तो इससे व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है। साथ ही साथ इस महीने जो कोई भी व्यक्ति लड्डू गोपाल को माखन और उनका अति प्रिय मोर पंख अर्पित करता है उसके जीवन में धन और संपत्ति बनी रहती है।

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भादो मास में भगवान गणेश की कृपा कैसे प्राप्त करें?

इस महीने भगवान कृष्ण के साथ-साथ भगवान गणेश की भी प्रसन्नता बेहद आसानी से हासिल की जा सकती है। इसके लिए आपको रोजाना भगवान गणेश की पूजा करें। मुमकिन हो तो अपने घर में पीले रंग के भगवान गणेश की स्थापना करें। रोजाना उन्हें दूर्वा घास और मोदक या लड्डू का भोग लगाएं। इस महीने सात्विक जीवन का पालन करें। ऐसा करने से आपके जीवन की बाधाएं तो नष्ट होंगी ही साथ ही आपके जीवन में भगवान गणेश का आशीर्वाद भी बना रहेगा।

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भाद्रपद मास में इन चीजों से करें परहेज वरना गंभीर हो सकते हैं परिणाम 

भाद्रपद मास में कई चीजों को लेकर के नियम और सावधानियां बताए गए हैं। कहते हैं इनका पालन करना अनिवार्य होता है वरना व्यक्ति को इस माह से जुड़े शुभ परिणाम नहीं प्राप्त होते हैं। तो आइए जान लेते हैं इस महीने से जुड़े नियम और सावधानियां क्या कुछ हैं: 

  • इस महीने ज्यादा से ज्यादा देवी देवताओं की पूजा करें। 
  • ब्रह्माचार्य का पालन करें। 
  • तामसिक चीजों का सेवन ना करें। 
  • इसके अलावा भाद्रपद के महीने में विवाह, सगाई, गृह निर्माण जैसे शुभ कार्यों की शुरुआत ना करें। 
  • इसके अलावा इस महीने में गुड़, दही का सेवन ना करें। 
  • इस महीने भूल से भी किसी से उधारी ना मांगे। 
  • इसके साथ ही भाद्रपद मास के सभी रविवार बेहद ही खास होते हैं। ऐसे में रविवार के दिन सूर्य देव की पूजा करें। इससे आपका आत्मविश्वास और मान सम्मान बढ़ता है।

भाद्रपद मास के प्रमुख त्योहार 

  • गणेश चतुर्थी/ गणेश महोत्सव 
  • श्रीकृष्ण, बलराम और राधा का जन्मोत्सव 
  • कृष्ण जन्माष्टमी 
  • हरतालिका तीज 
  • अनंत चतुर्दशी 
  • भाद्रपद अमावस्या 

भाद्रपद मास के महा-उपाय 

संतान प्राप्ति के लिए भाद्रपद मास में भगवान कृष्ण की पूजा करें। इसके अलावा यदि आप भाद्रपद मास में अपने घर में लड्डू गोपाल को लाकर रोजाना संतान गोपाल मंत्र का पाठ करते हैं तो उसे शीघ्र ही महिलाओं की गोद भर जाती है। इसके अलावा इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए आप उनके प्रसाद में तुलसी दल अवश्य शामिल करें।

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भाद्रपद मास की अमावस्या के उपाय

भाद्रपद मास की अमावस्या 27 अगस्त को मनाई जाएगी। इस अमावस्या को बेहद ही शुभ माना जाता है और यह अमावस्या कुंडली के कई बड़े दोष जैसे पितृ दोष, कालसर्प दोष से छुटकारा पाने के लिए भी बेहद अहम होती है। ऐसे में इस दौरान कुछ उपाय करके आप भी इन जटिल दोषों से छुटकारा पा सकते हैं।

  • भाद्रपद अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में कुश मिश्रित जल से तर्पण करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति की कुंडली से पितृ दोष दूर होता है।
  • इसके अलावा यदि भाद्रपद अमावस्या के दिन कोई व्यक्ति शिव मंदिर में जाकर चांदी के नाग नागिन अर्पित करता है या फिर uसे नदी में प्रवाहित करता है तो इससे कालसर्प दोष दूर होने लगता है।

भाद्रपद मास में शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय

भादो मास में शनि ग्रह से संबंधित चीजें जैसे काला कंबल, काले तिल, सरसों के तेल का दान करने से शनिदेव की प्रसन्नता हासिल की जा सकती है। साथ ही कुंडली में मौजूद है शनि ग्रह मजबूत होने लगता है।

तमाम कामों में सफलता पाने के लिए भाद्रपद मास में करें यह उपाय

अगर आपको अपने कामों में सफलता नहीं मिल रही है या फिर आपके काम अटक जा रहे हैं तो इसके लिए भादो मास में किसी गौशाला में जाकर हरी घास का दान करें, गायों की सेवा करें, या फिर आप किसी गौशाला में धन या आर्थिक मदद भी दे सकते हैं।

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करियर में तरक्की पाने के उपाय

भाद्रपद मास में भगवान श्री कृष्ण को खीर का भोग लगाना बेहद ही शुभ होता है। आप भगवान कृष्ण को खीर का भोग लगाएं। साथ ही ज़रूरत मंद लोगों में भी खीर बांटे। ऐसा करने से नौकरी के क्षेत्र में तरक्की और सफलता मिलने लगती है। 

इसके अलावा भगवान कृष्ण पर सफेद धागा अर्पित करें और इसके बाद इस धागे को अपने गले में धारण कर लें। इस उपाय को करने से व्यापार में तरक्की के योग बनने लगते हैं।

भाग्योदय के लिए करें ये उपाय

भाद्रपद मास में भगवान कृष्ण के मंदिर में जाकर उन्हें सफेद रंग के फूल अर्पित करें। पूजा के बाद इन फूलों को अपनी जेब में रख लें। यह उपाय पूरे भाद्रपद महीने तक करते रहें। इस उपाय को करने से आपके जीवन से दुर्भाग्य दूर होगा साथ ही आपको आपकी किस्मत का साथ मिलेगा।

भाद्रपद माह में मोर पंख के उपाय

  • इस महीने में मोर पंख लेकर 21 बार ग्रह से संबंधित मंत्र बोलें और मोर पंख पर पानी के छींटे मार दें और फिर इसे किसी साफ पवित्र जगह पर स्थापित कर दें। ऐसा करने से संबन्धित ग्रह दूर होने लगता है। 
  • इसके अलावा चांदी की ताबीज में मोर पंख भरकर बच्चों को पहना दें। ऐसा करने से बुरी नजर से उन्हें बचाया जा सकता है। 
  • घर के मुख्य द्वार पर मोर पंख लगा लें। ऐसा करने से आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होगा। 
  • अगर आपका बच्चा बहुत जिद्दी हो गया है या आप की बात नहीं सुनता है तो भाद्रपद मास में मोर पंख लेकर उसे छत के पंखे में लगा दें। 
  • जीवन में शत्रु बार-बार परेशान कर रहे हैं तो भादो माह के मंगलवार या शनिवार के दिन अपने दुश्मन का नाम लेकर भगवान हनुमान को सिंदूर एक मोर पंख में लगाकर अर्पित करें। अगले दिन इस मोर पंख को बहते जल में प्रवाहित कर दें। 
  • इसके अलावा भाद्रपद मास में यदि कोई व्यक्ति राधा कृष्ण के मंदिर में जाकर उनके मुकुट में मोर पंख लगाता है और 40 दिन बाद इसे अपनी तिजोरी में रख लेता है तो इससे आर्थिक परेशानियों का निवारण होता है और व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।

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