37 साल बाद मेष राशि में बन रहा है अंगारक योग! किन राशियों को लाभ-किन्हें उठाना होगा नुकसान? जानें सब!

अगस्त के महीने में रक्षाबंधन का त्यौहार आने वाला है जिसके लिए यकीनन ही हम सभी बेहद ही उत्साहित हैं। रक्षाबंधन का यह पावन त्यौहार भाई बहन के खूबसूरत रिश्ते का प्रतीक होता है। हालांकि इस वर्ष रक्षाबंधन की बात करें तो ग्रहों की चाल और स्थिति से एक ऐसे अशुभ योग का निर्माण हो रहा है जिसके चलते 11 अगस्त यानी रक्षाबंधन तक कुछ राशियों को विशेष रूप से सावधान रहने की सलाह दी जाती है।

यहां हम जिस योग की बात कर रहे हैं वह है अंगारक योग, जिसे ज्योतिष में एक बेहद ही अशुभ योग की श्रेणी में रखा गया है। दरअसल 27 जून को मंगल का मेष राशि में गोचर हुआ था। इस राशि में राहु पहले से ही मौजूद थे। ऐसे में जब मंगल और राहु मिलते हैं तो इससे अंगारक योग का निर्माण होता है। यह योग 10 अगस्त तक रहने वाला है और इसके ठीक अगले ही दिन यानी 11 अगस्त को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाएगा।

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सबसे पहले जान लेते हैं कि आखिर अंगारक योग होता क्या है? इससे किन राशियों को सावधान रहने की जरूरत पड़ेगी? साथ ही जान लेते हैं कि यदि आप पर भी अंगारक योग का साया पड़ रहा है तो आपको क्या कुछ उपाय विशेष रूप से करने चाहिए?

मेष राशि में अंगारक योग 

आषाढ़ कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि यानी 26 जून, 2022 मंगल का राशि परिवर्तन अपनी राशि में हुआ है। जहां पर यह 10 अगस्त तक रहेंगे और अंगारक योग का निर्माण करेंगे। क्योंकि इस राशि में राहु पहले से ही विराजमान है ऐसे में इस अवधि के दौरान मंगल और राहु का संयुक्त प्रभाव देखने को मिलेगा। इसे ज्योतिष में अंगारक योग कहते हैं।

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क्या होता है अंगारक योग?

ज्योतिष में मंगल और राहु की युति से बनने वाले योग को अंगारक योग कहते हैं। यह योग ज्योतिष में अशुभ योग की श्रेणी में आता है। जहां मंगल को अग्नि तत्व का ग्रह माना गया है वहीं राहु को आमतौर पर वायु तत्व से संबंधित ग्रह माना जाता है। ऐसे में अग्नि और वायु के संयोग से आग लगने, युद्ध और विवाद होने जैसी स्थितियों का निर्माण होता है। इसके अलावा जब अंगारक योग की स्थिति बनती है तो इससे चिकित्सा संबंधी परेशानी और दुर्घटना की आशंका भी बढ़ जाती है, व्यक्ति के अंदर क्रोध बढ़ने लगता है और अहंकार में इजाफा देखने को मिलता है।

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अंगारक योग का देश-दुनिया पर प्रभाव 

बात करें अंगारक योग के देश और दुनिया पर पड़ने वाले प्रभाव की तो यहां सबसे पहले हम आपको यह बता दें कि, यह अंगारक योग इससे पहले 1985 में बना था जब मंगल राहु साथ आए थे। उस दौरान प्राकृतिक आपदाओं में इजाफा, साथ ही अधिक बारिश की समस्या से लोगों को दो-चार होना पड़ा था। ऐसे में इस वर्ष एक बार फिर जब अंगारक योग का निर्माण हो रहा है तो प्रबल आशंका बनती नजर आ रही है कि,

  • इस अवधि में कुछ प्राकृतिक आपदाएं देखने को मिल सकती है। 
  • इसके अलावा 5 विशेष ग्रहों के संयोग के चलते अधिक बारिश के भी योग बन रहे हैं। 
  • ग्रहों और गोचर की दृष्टि से देखें तो इस वर्ष आषाढ़ मास में 5 ग्रह स्वयं अपनी राशि में रहने वाले हैं जैसे मंगल वृषभ में, बुध मिथुन में, शनि कुंभ में, गुरु मीन में, ऐसे में इन ग्रहों की स्थिति अधिक बारिश के योग बना रही है। 
  • आग, सेना, सैन्य तंत्र, पुलिस बल, चक्रवात, तीव्र गति से वायु चलने एवं वायुयान दुर्घटना के योग बनेंगे। 
  • इसके अलावा भारत के पूर्वी क्षेत्र विशेष रूप से प्रभावित नजर आएंगे। 
  • महिलाओं को लेकर के कुछ अप्रिय खबरें मिल सकती हैं।

इन चार राशियों को रहना होगा सावधान!

अब बात करें अंगारक योग से सावधान रहने की किन राशियों को जरूरत पड़ेगी तो यह है मेष राशि, वृषभ राशि, कर्क राशि, और तुला राशि।

मेष राशि: इस बेहद अशुभ अंगारक योग का निर्माण स्वयं मेष राशि में हो रहा है। ऐसे में विशेष तौर पर इस राशि के जातकों को रक्षाबंधन तक बेहद ही सावधान और सतर्क रहने की सलाह जाती है। प्रबल आशंका बन रही है कि इस दौरान आपके जीवन के विभिन्न मोर्चों पर आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आप विशेष तौर पर अपने गुस्से पर काबू रखें, जितना हो सके लड़ाई झगड़े, वाद-विवाद से दूर रहें और वाहन चलाते समय विशेष सावधानी बरतें।

वृषभ राशि: इसके अलावा 10 अगस्त तक वृषभ राशि के जातकों को भी बेहद ही सावधान रहने की सलाह दी जाती है। अंगारक योग के प्रभाव से आपके जीवन में दुर्घटना के योग बढ़ने की आशंका नजर आ रही है। ऐसे में सड़क पर निकलते समय या वाहन चलाते समय विशेष रूप से सावधान रहें, दूसरों के मामले में हस्तक्षेप करने से बचें, आर्थिक पक्ष के प्रति सावधानी बरतें। यदि इस दौरान किसी से पैसा ले रहे हैं या किसी को पैसा देने जा रहे हैं तो पहले किसी विद्वान व्यक्ति से परामर्श अवश्य करें अन्यथा आप को घाटा उठाना पड़ सकता है।

कर्क राशि: इसके अलावा अंगारक योग का दुष्प्रभाव जिस तीसरी राशि के जीवन पर देखने को मिलेगा वह है कर्क राशि। इस दौरान आपको अपने क्रोध और वाणी पर विशेष रूप से नियंत्रण रखने की सलाह दी जाती है। दुर्घटना के भी आसार हैं। ऐसे में सावधानी से वाहन चलाएं। कोई भी फैसला जल्दबाजी में ना लें और जितना हो सके अपने जीवन में शांति बनाए रखें।

तुला राशि: अंगारक योग से जिस चौथी राशि को सावधान रहने की आवश्यकता है वह है तुला राशि। आपके पारिवारिक जीवन, दांपत्य जीवन में तमाम दिक्कतें आने की आशंका है। छोटी-छोटी बातों पर भी आपका अपने साथी के साथ विवाद हो सकता है, नौकरी और व्यापार में भी समस्या उठानी पड़ सकती है। साथ ही इस राशि के जो लोग सरकारी नौकरी की तैयारियां कर रहे हैं या सरकारी नौकरी के क्षेत्र से जुड़े हैं विशेष रूप से उन्हें सावधान रहना होगा। अन्यथा आप पर अंगारक योग का सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव देखने को मिल सकता है।

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इन राशियों को मिलेंगे शुभ फल

अंगारक योग 4 राशियों के लिए शुभ भी रहने वाला है। यह राशि है सिंह राशि, मिथुन राशि, वृश्चिक राशि और धनु राशि। तो आइए अब जान लेते हैं इन जातकों पर अंगारक योग का क्या प्रभाव पड़ेगा। 

सिंह राशि: इस दौरान सिंह राशि के जातकों के मान-सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि देखने को मिलेगी। यदि आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हैं तो आप को लाभ मिलने के योग बन रहे हैं। साथ ही आप इस दौरान किसी धार्मिक यात्रा पर भी जा सकते हैं।

मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों पर अंगारक योग का शुभ प्रभाव पड़ेगा जिसके चलते कार्यस्थल पर आपका मान सम्मान बढ़ेगा, नौकरी पेशा जातकों की पदोन्नति हो सकती है, साथ ही यदि आप व्यापार के क्षेत्र से जुड़े हैं तो भी आपको लाभ कमाने की ढेरों अवसर प्राप्त होंगे।

वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के जातकों के जीवन में अंगारक योग के शुभ प्रभाव से पदोन्नति के योग बन रहे हैं। इसके अलावा इस राशि के विवाहित जातकों को अपने जीवनसाथी का भरपूर सहयोग प्राप्त होगा। यदि आपका कोई काम अतीत में अटक गया था या रुक गया था तो वह भी पूरा होने वाला है।

धनु राशि: अंगारक योग से धनु राशि के जातकों को भी लाभ मिलेगा। इस राशि के जो जातक व्यापार के क्षेत्र से जुड़े हैं उन्हें भारी सफलता प्राप्त होगी, नौकरी पेशा जातकों को भी कार्यस्थल पर अपने वरिष्ठ लोगों और बॉस का सहयोग मिलेगा। इसके अलावा आपकी दैनिक आय भी बढ़ेगी। जिससे आपकी आर्थिक स्थिति काफी मजबूत रहने वाली है।

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अंगारक योग के दुष्प्रभाव दूर करने के राशि अनुसार उपाय 

  1. मंगलवार के दिन व्रत रखें। 
  2. हनुमान जी की पूजा करें और उनके समक्ष दीपक अवश्य जलाएं।
  3. इसके अलावा मेष राशि, सिंह राशि, और धनु राशि के जातक अंगारक योग के दुष्प्रभाव से बचने के लिए अपने दाहिने हाथ में तांबे का कड़ा धारण कर सकते हैं। 
  4. वृषभ राशि, कन्या राशि और मकर राशि के जातक रोजाना हनुमान चालीसा का 3 बार पाठ करें और मंगलवार के दिन मीठी चीजों का दान करें तो इससे अंगारक योग का दुष्प्रभाव आपके जीवन से कम होने लगेगा।  
  5. मिथुन राशि, तुला राशि, और कुंभ राशि के जातक रोजाना जल में लाल फूल डालकर सूर्य को अर्घ्य अर्पित करें और हनुमान चालीसा का पाठ करें।  
  6. इसके अलावा कर्क राशि, वृश्चिक राशि, और मीन राशि के जातक मंगलवार का उपवास रखें और हनुमान चालीसा का पाठ करें।

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