यूपी में धर्म के नाम पर गुंडागर्दी मानो थमने का नाम नहीं ले रही है। कभी मोब लॉन्चिंग की ख़बरें तो कभी धर्म का चोला ओढ़े कुछ कट्टरपंथियों का जनतंत्र में भीड़तंत्र का नाच, योगी सरकार की नाक के नीचे जिस प्रकार आए दिन धर्म से जुड़े मामले सामने आ रहे हैं उससे तो ऐसा ही लग रहा रहा है मानों योगी सरकार की यूपी पुलिस इन मामलों को रोक पाने में पूरी तरह से नाकामयाब रही है।
श्रीमद्भगवद्गीता पढ़ने पर मुस्लिम युवक की हुई जमकर पिटाई
ऐसा ही एक और मामला उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के शाहजमल क्षेत्र से सामने आया है, जहाँ हिंदुओं की पवित्र धार्मिक पुस्तक ‘श्रीमद्भगवद्गीता’ पढ़ने पर एक 55 वर्षीय मुस्लिम युवक की कथित तौर पर पिटाई कर दी गई है। मामले में आरोप लगा है कि जिस वक़्त पीड़ित मुस्लिम युवक अपने घर पर हिन्दू ग्रंथ गीता पढ़ रहा था, उस वक़्त उसके ही समुदाय के दो मुस्लिम युवकों ने उसके साथ जमकर मारपीट की और उससे किताब भी छीन ली। ऐसे में अब इस संबंध में पुलिस ने ज़रूरी मामला दर्ज कर लिया है।
मुस्लिम युवकों पर ही लगा मारपीट का आरोप
इस पूरे मामले की जांच अब पुलिस कर रही है। पुलिस की माने तो, एक निजी फैक्ट्री में बतौर सिक्यॉरिटी गार्ड का काम करने वाला मुस्लिम युवक दिलशेर बीते गुरुवार 4 जुलाई, सुबह 9 बजे अपने काम से लौटने के बाद अपने ही घर में बैठकर हिन्दूओं की पवित्र किताब गीता पढ़ रहा था, कि तभी उसके समुदाय के समीर, जाकिर और कुछ अन्य युवकों ने उसके घर में घुसकर इसके साथ न केवल मारपीट की बल्कि घर में मौजूद हिंदू धर्म की अन्य पुस्तकें, गीता और रामायण भी वो छीन कर अपने साथ ले गए।
पीड़ित युवक ने पुलिस में दर्ज कराई अपनी शिकायत
पीड़ित युवक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि वह करीब पिछले 38 सालों से कई धार्मिक पुस्तकें पढ़ रहा है। साथ ही उसने ये भी कहा कि ‘यूँ तो मैं मुस्लिम हूं, लेकिन मेरा मज़हब मुझे दूसरे धर्मों की कोई और पाक किताब को पढ़ने से नहीं रोकता।’ घटना की गंभीरता को देखते हुए मामले की जाँच खुद सिटी एसपी अभिषेक कर रहे हैं। जांच करते हुए अभिषेक ने बताया कि पुलिस सारे मामले की जांच कर रही है और सभी आरोपियों के खिलाफ जरूरी कार्रवाई जल्द से जल्द की जाएगी।
कई आपराधिक धाराओं के तहत पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
पूरे मामले पर चार्ज शीट दिल्ली गेट पुलिस स्टेशन में दर्ज की जा चुकी है और अब पुलिस सभी आरोपी समीर, जाकिर समेत अज्ञात युवकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 298 (धार्मिक भावनाएं आहत करना), 323 (मारपीट और चोट पहुंचाना), 452 (गलत इरादों से घर में घुसपैठ), 504 (शांतिभंग की कोशिश) और 506 (आपराधिक कृत्य) जैसी सभी धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को पेशी के लिए तैयार कर रही है।