भारत में कई मंदिर हैं जो अपने चमत्कारों की वजह से जाने जाते हैं। इन मंदिरों से जुड़े चमत्कारों का जवाब आज तक किसी के पास नहीं है। जाहीर है कि इससे सनातन धर्म के अनुयायियों की आस्था अपने ईश्वर को लेकर और भी मजबूत होती है। लोग मानते हैं कि कहीं न कहीं कोई दैवीय शक्ति मौजूद है जो पूरी दुनिया का संचालन कर रही है। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां हर रोज चमत्कार होते हैं लेकिन ये होता कैसे है इसका रहस्य किसी को भी नहीं पता।
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दरअसल हम बात कर रहे हैं अचलेश्वर महादेव के मंदिर की। अचलेश्वर महादेव का यह मंदिर राजस्थान के धौलपुर से पांच किलोमीटर दूर बीहड़ों के बीच मौजूद है। मान्यता है कि यह मंदिर लगभग हजार साल से भी ज्यादा पुराना है। जंगल के बीच में मौजूद होने की वजह से यहां कम ही भक्त महादेव के दर्शन के लिए जा पाते हैं लेकिन सावन और महाशिवरात्रि के समय यहां अच्छी ख़ासी भीड़ होती है।
दिन में तीन बार रंग बदलता है शिवलिंग
अचलेश्वर महादेव मंदिर के चमत्कारों में से सबसे बड़ा चमत्कार यहाँ मौजूद शिवलिंग का माना जाता है। दरअसल यहां मौजूद शिवलिंग दिन में तीन बार रंग बदलता है। सुबह में इस शिवलिंग का रंग लाल, दोपहर में केसरिया और शाम होते-होते इस शिवलिंग का रंग सांवला हो जाता है। खास बात ये है कि यह चमत्कार हर रोज होता है लेकिन होता कैसे है, इसकी जानकारी किसी को नहीं है। सब इसे भगवान भोले की कृपा मानते हैं।
शिवलिंग का नहीं है कोई छोड़
बताया जाता है कि शिवलिंग के इस रहस्य को जानने के लिए इस शिवलिंग के आसपास खुदाई भी की गयी लेकिन खुदाई करते व्यक्ति तब आश्चर्य में पड़ गए जब उन्हें इस शिवलिंग का कोई अंत ही नहीं मिला। अंत में उन लोगों ने हार मान ली और इस खुदाई को बंद कर दिया गया। जी हाँ! बताया जाता है कि अचलेश्वर महादेव के मंदिर में मौजूद शिवलिंग जमीन के नीचे अनंत गहराई तक धंसा हुआ है।
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पूरी होती है मनचाहे वर-वधू की मनोकामना
मान्यता है कि अचलेश्वर मंदिर में जो भी भक्त मनचाहे वर या वधू की तलाश में आता है, भगवान महादेव उसकी यह इच्छा पूरी कर देते हैं। वैसे भक्त जो अविवाहित हैं और जिनकी शादी में समस्या आ रही है उन्हें इस मंदिर के शिवलिंग पर 16 सोमवार तक जल चढ़ाने पर शुभ फल प्राप्त होता है और भगवान महादेव की कृपा से उन्हें मनचाहा वर या वधू मिलता है।
ऐसे में आप अगर इस दौरान राजस्थान के धौलपुर जाने की सोच रहे हैं या फिर इस इलाके के आसपास ही मौजूद हैं तो कोरोना के नियमों का पालन करते हुए अचलेश्वर महादेव मंदिर जरूर जाएँ और इस अद्भुत शिवलिंग के दर्शन करें।
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