शारदीय नवरात्रि बन रहे हैं ये 6 विशेष योग, ऐसे करें मां की आराधना मिलेगा आशीर्वाद।

नवरात्र पर्व समस्त सनातन धर्म को मानाने वाले लोगों के लिए बेहद अधिक महत्व रखता है। नवरात्रि हर वर्ष में पाँच बार मनाई जाती है। जिसमें चैत्र और शरद के समय आने वाली नवरात्रि का महत्व सबसे अधिक होने से इसे ही व्यापक रूप से मनाया जाता है। इस अवसर पर देशभर की कई जगहों पर भव्य मेलों और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होता है। साथ ही 9 दिन तक चलने वाले इस पर्व पर माँ के भक्त भारत वर्ष में फैले माँ के अलग-अलग शक्ति पीठों के दर्शन करते हैं। इसके साथ ही शेष तीन नवरात्रियों को गुप्त नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है। इनमें माघ गुप्त नवरात्रि, आषाढ़ गुप्त नवरात्रि और पौष नवरात्रि शामिल होती हैं। जिन्हें आमतौर पर सामान्य रूप से ही मनाया जाता है।

इस नवरात्रि बना 6 योग का सुन्दर संयोग 

वर्ष 2019 में शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ 29 सितंबर, रविवार से हो रहा है। जिसमें जहाँ 7 अक्टूबर, सोमवार को महानवमी मनाई जाएंगी तो वहीं 8 अक्टूबर, मंगलवार को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा पर्व मनाया जाएगा। ऐसे में ज्योतिष विशेषज्ञों अनुसार इस वर्ष शरद नवरात्रि सभी लोगों के लिए बेहद शुभ रहने वाली हैं क्योंकि इस पर्व पर एक नहीं बल्कि पूरे 6 दिन विशेष योग का निर्माण हो रहा हैं। जिसमें से 2 अमृतसिद्धि योग, 2 सर्वार्थ सिद्धि योग और 2 रवि योग बन रहे हैं। जिसके चलते मां आदि शक्ति की आराधना करने वाले भक्तों को इस नवरात्रि इन योगों से शुभाशुभ फल प्राप्त होंगे। 

हस्ती नक्षत्र से होगी नवरात्रि पर्व की शुरुआत

वैदिक ज्योतिषियों की माने तो इस वर्ष शरद नवरात्रि की शुरुआत प्रतिपदा तिथि से होगी जो 28 सितंबर की रात 11.55 से है और ये तिथि दूसरे दिन रविवार को पूरे दिन, शाम 8.15 बजे तक रहेगी। इस दौरान हस्त नक्षत्र 28 सितंबर को रात 10.03 बजे से दूसरे दिन शाम 7.07 तक रहेगा। ऐसे में ये नवरात्रि और भी ख़ास हो जाएगी। 

अलग-अलग दिन बनेंगे अलग-अलग विशेष योग

  • इस नवरात्रि 30 सितंबर को अमृत सिद्धि योग का निर्माण होगा। 
  • 1 अक्टूबर को रवि योग का निर्माण होगा। 
  • 2 अक्टूबर को अमृत सिद्धि योग का निर्माण होगा।
  • 3 अक्टूबर को सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण होगा।
  • 4 अक्टूबर को रवि योग योग का निर्माण होगा।
  • 5 अक्टूबर को रवि योग योग का निर्माण होगा, तो वहीं 
  • 6 अक्टूबर को सर्वसिद्धि योग योग का निर्माण होगा।

शरद नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त

शरद नवरात्रि 2019 पर 29 सितंबर को घटस्थापना मुहूर्त 

घटस्थापना करने का समय

06:12:45 से 07:40:15 तक

अवधि

1 घंटा 27 मिनट

सूचना: उपरोक्त तालिका में दिया गया मुहूर्त नई दिल्ली के लिए प्रभावी है। जानें अपने शहर में घटस्थापना का मुहूर्त, नियम और विधि

इस नवरात्रि आदि शक्ति के अलग-अलग स्वरूप देंगे शुभ फल 

-नवरात्रि के पहले दिन आदि शक्ति के शैलपुत्री देवी स्वरूप का पूजन करने से घर में आएगी सकारात्मकता। 

-नवरात्रि के दूसरे दिन आदि शक्ति के ब्रह्मचारिणी स्वरूप का पूजन कर प्राप्त कर बढ़ाएं अपना ज्ञान। 

-नवरात्रि के तीसरे दिन आदि शक्ति का चंद्रघंटा स्वरूप करेगा आपके सभी विघ्नों का अंत। 

-नवरात्रि के चौथे दिन आदि शक्ति अपने कुष्मांडा स्वरूप से देगी आपको सुख-समृद्धि का आशीर्वाद। 

-नवरात्रि के पांचवें दिन आदि शक्ति अपने स्कंदमाता स्वरूप से करेगी आपका पालन पोषण। 

-नवरात्रि के छठे दिन आदि शक्ति अपने कात्यानी स्वरूप से दिलाएगी आपको सभी रोगों से मुक्ति और करेगी आपके शत्रुओं का अंत। 

-नवरात्रि के सातवें दिन आदि शक्ति अपने कालरात्रि स्वरूप से देगी आपको यश का आशीर्वाद। 

-नवरात्रि के आठवें दिन आदि शक्ति अपने महागौरी स्वरूप से बनाएगी आपको कीर्तिमान। 

-चूँकि इस वर्ष शरद नवरात्रि के आठवें दिन ही महानवमी मनाई जाएगी इसलिए इस दिन मां सिद्धिदात्री का पूजन आपको विजय और मोक्ष भी करेगा प्रदान। 

रवि योग में मनाया जाएगा इस वर्ष दशहरा 

वैदिक शास्त्रों अनुसार इस वर्ष 7 अक्टूबर को महानवमी दोपहर 12.38 तक रहेगी। जिसके बाद विजया दशमी (दशहरा) लग जाएगा। जिसका मुहूर्त अगले दिन 8 अक्टूबर को दोपहर 2.51 तक रहेगा। इस वर्ष महानवमी के चलते विजया दशमी के दिन भी रवि योग का निर्माण हो रहा है, जिसमें शमी पूजन का विशेष महत्व होता है।

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