सितंबर महीने की 10,17 और 24 ये तीन तारीखें हैं बेहद खास-इस दौरान 6 राशियों का जीवन 360 डिग्री जाएगा पलट!

सितंबर में कन्या में बड़ी हलचल 

गोचर यानी ग्रहों का राशि परिवर्तन, प्रत्येक महीने में होता ही है। हालांकि कभी-कभी यह गोचर आम से ज्यादा खास बन जाते हैं। इनकी वजह कोई अनोखी युति हो सकती है या फिर कभी कभी एक ही राशि में एक से ज्यादा ग्रहों का परिवर्तन भी इस ज्योतिषीय घटना के महत्व को बढ़ा देता है। ऐसा ही कुछ होना है सितंबर के महीने में। इस महीने की तीन तारीखों को ज्योतिष के जानकार बेहद ही खास मान रहे हैं। ये तारीखें हैं 10 सितंबर, 17 सितंबर, और 24 सितंबर।

अपने इस विशेष ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि आखिर सितंबर महीने की ये 3 तारीखें क्यों महत्वपूर्ण हैं और ये किन मायनों में खास रहने वाली हैं, इनका इतना अधिक महत्व क्यों बताया गया है, आखिर इस दौरान किन 6 राशि वालों की किस्मत पलटने वाली है, इत्यादि अन्य महत्वपूर्ण बातें।

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कब-कब होगी यह हलचल? 

आगे बढ़ने से पहले जान लेते हैं सितंबर महीने में ये हलचल कब-कब होने जा रही है।

सबसे पहले 10 सितंबर को कन्या राशि में बुध ग्रह वक्री होने वाले हैं। समय की बात करें तो यह सुबह 8 बजकर 42 मिनट पर होगा। 

इसके बाद कन्या में ही सूर्य ग्रह का महत्वपूर्ण गोचर होने वाला है। इसके समय की बात करें तो यह सुबह 07 बजकर 11 मिनट पर होगा। 

अंत में कन्या राशि में तीसरी और बड़ी हलचल होगी शुक्र ग्रह के गोचर की। इसके समय की बात करें तो यह रात 8 बजकर 51 मिनट पर होगा। 

आइए अब जानते हैं कि, आखिर इन तीन परिवर्तनों को इतना खास क्यों माना जा रहा है और इससे किन 6 राशि वालों को अपार लाभ मिलने के योग बन रहे हैं। 

कन्या राशि और वक्री बुध 

वक्री बुध अर्थात बुध की उल्टी गति। हालांकि ग्रह उल्टे चलते नहीं हैं लेकिन पृथ्वी से देखने पर जब ऐसा प्रतीत हो कि कोई ग्रह सीधी चाल (आगे चलने) के बजाय उल्टी चाल (पीछे की तरफ) चलने लगे तो उसे वक्री नाम दिया जाता है। ऐसे में सितंबर के महीने में अपने ही स्वामित्व वाली राशि में बुध वक्री गति में चलने वाले  हैं। 

वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, गणित, तार्किक क्षमता, कुशाग्र बुद्धि आदि का कारक ग्रह माना गया है। इसके अलावा बुध ग्रह को गंधर्वों के प्रणेता भी माने गये हैं। राशियों की बात करें तो सभी बारह राशियों में बुध को मिथुन और कन्या राशि का स्वामी माना गया है।  

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कन्या राशि और सूर्य 

चलिये अब जान लेते हैं कन्या राशि में सूर्य का क्या प्रभाव होता है? 

अक्सर देखा गया है कि, कन्या राशि में सूर्य के प्रभाव वाले जातक स्वभाव में बेहद ही बातूनी होते हैं। इनके लिखने की कला शानदार होती है हालांकि स्वास्थ्य पक्ष की तरफ से ये आए दिन परेशान भी रहते हैं। इन्हें ज्ञान बटोरना और उसे अन्य लोगों के साथ साझा करना बेहद अच्छा लगता है, स्वभाव से खुशमिजाज़ ऐसे जातकों को नई या सुदूर जगहों पर जाना बिलकुल पसंद नहीं होता है। 

बात करें, कन्या राशि में शुक्र के प्रभाव की तो, 

कन्या राशि और शुक्र 

अक्सर देखा गया है कि ऐसे जातक जमीन से जुड़े हुए होते हैं और अपने रिश्तो के प्रति बेहद ही वफादार रहते हैं। मिलनसार स्वभाव के चलते यह कार्य क्षेत्र में भी दोस्त बनाने में कामयाब रहते हैं। इसके अलावा ऐसे लोगों को प्यार लुटाना आता है और यह लोगों पर बेइंतेहा प्यार लुटाते हैं। इसके अलावा आप खर्चे भी सोच समझकर करते हैं। कुल मिलाकर देखा और कहा जाए तो ऐसे जातक बेहद ही सरल और खुशनुमा जिंदगी व्यतीत करते हैं।

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इन राशियों को मिलेगा अपार लाभ

वक्री बुध के गोचर से ये राशियाँ होंगी लाभविन्त 

मिथुन राशि: वक्री बुध के प्रभाव स्वरूप मिथुन राशि के जातकों के सामाजिक छवि में सुधार देखने को मिलेगा। इस दौरान पारिवारिक संबंध भी मजबूत होंगे। यदि आप अपने घर का नवीनीकरण कराने का विचार कर रहे हैं तो उसके लिए यह समय बेहद ही अनुकूल साबित होगा। कार्यक्षेत्र में भी आपको शुभ परिणाम मिलेंगे। हालांकि आपको काम करने में ज़रूरत से ज्यादा समय लग सकता है। ऐसे में धैर्य के साथ काम करने की सलाह दी जाती है। छात्रों को भी वक्री बुध के प्रभाव स्वरूप उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम प्राप्त होगा।

धनु राशि: इसके अलावा वक्री बुध के प्रभाव स्वरूप धनु राशि के जातकों को भी लाभ मिलने के योग बन रहे हैं। इस दौरान कार्यक्षेत्र पर आपकी कड़ी मेहनत की प्रशंसा की जाएगी और आपकी जमकर तारीफ भी की जाएगी। व्यापारी जातकों को भी शुभ परिणाम मिलेंगे। इसके साथ ही जो जातक साझेदारी में व्यवसाय कर रहे हैं उनका उनके पार्टनर के साथ रिश्ता मधुर बनेगा। पारिवारिक जीवन के संदर्भ में आप कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। प्रेम जीवन भी अनुकूल रहेगा इस राशि के सिंगल जातकों को इस अवधि में कोई खास व्यक्ति मिल सकता है।

सूर्य के गोचर से चमकेगा इन राशियों का भाग्य 

मेष राशि:  सूर्य ग्रह के इस गोचर के प्रभाव स्वरूप में राशि के जातकों को बेहद ही शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। इस दौरान आपके सभी रुके और अटके हुए काम पूरा होने के योग बन रहे हैं। कार्यस्थल पर आपको सफलता मिलेगी साथ ही आप अपने शत्रुओं पर विजय पाने में भी कामयाब रहेंगे। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा और यदि आप पुरानी किसी बीमारी से जूझ रहे थे तो आपको इस दौरान उससे छुटकारा मिलेगा।

इस राशि के जो जातक सरकारी नौकरी की तलाश में जुटे थे या तैयारी कर रहे थे उनके लिए भी यह समय बेहद ही अनुकूल रहने वाला है। आपको कोई शुभ समाचार मिल सकता है। कुल मिलाकर देखा जाए तो सूर्य का यह गोचर आपके लिए चौतरफा लाभ लेकर आ रहा है।

कर्क राशि:  इसके अलावा सूर्य के इस महत्वपूर्ण गोचर से जिस दूसरी राशि को लाभ मिलेगा वह है कर्क राशि। इस दौरान आपका पारिवारिक जीवन शानदार रहेगा। स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां दूर होगी। विशेष तौर पर उन जातकों के लिए जो लंबे समय से किसी स्वास्थ्य संबंधित परेशानी से जूझ रहे थे। कार्यक्षेत्र में सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।

इस दौरान आपकी मेहनत की सराहना की जाएगी और कार्यक्षमता का उदाहरण पेश किया जाएगा। इस राशि के कुछ जातक यात्राओं पर भी जा सकते हैं और यह यात्राएं आपके लिए शुभ साबित होंगी। समाज में मान सम्मान बढ़ेगा, पारिवारिक जीवन अनुकूल रहेगा, और आर्थिक पक्ष के लिहाज से भी आपको आकस्मिक धन लाभ के योग बनेंगे।

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शुक्र गोचर से इन राशियों को होगा अपार लाभ 

वृषभ राशि: शुक्र के गोचर से वृषभ राशि के जातकों को अनुकूल परिणाम मिलेगा। इस दौरान आपको अपनी संतान से मान, सम्मान, प्यार, इज्ज़त मिलने के योग बन रहे हैं। आर्थिक स्थिति बेहद ही शानदार रहेगी। इस अवधि में आपको गुप्त रूप से धन प्राप्त हो सकता है इससे आप धन संचित करने में भी कामयाब रहेंगे। इस राशि के छात्र जातकों को भी अनुकूल परिणाम मिलेंगे और आप अपने परिवार के लोगों और दोस्तों के साथ कहीं घूमने जाने का विचार कर सकते हैं।।

इस राशि के विवाहित जातक परिवार विस्तार की योजना बना सकते हैं और जो पहले से योजना बना रहे हैं उन्हें इस दौरान शुभ समाचार मिल सकते हैं। प्रेमी जातकों के लिए भी समय अनुकूल रहेगा। यदि आप घर पर अपने रिश्ते की बात करना चाहते हैं तो यह समय बेहद ही उपयुक्त है। सलाह दी जाती है कि कदम आगे बढ़ाएं।

कुम्भ राशि: शुक्र ग्रह के गोचर से कुंभ राशि के जातकों को भी अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। इस दौरान आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी जिससे आप ज़्यादा से ज़्यादा संचित करने में कामयाब रहेंगे। मानसिक तनाव से मुक्ति मिलेगी, पारिवारिक जीवन अनुकूल रहेगा, प्रेम में भी शुभ परिणाम मिलेंगे। इस राशि के छात्र जातकों को प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलने के योग बन रहे हैं। सलाह केवल इतनी जाती है कि कड़ी मेहनत जारी रखें।

वक्री बुध-सूर्य और शुक्र के शुभ परिणाम दिलाएँगे ये उपाय 

  • बुधवार के दिन गणेश मंदिर में जाकर लड्डू का भोग लगाएं। 
  • अनाथ और गरीब बच्चों की मदद करें। 
  • तुलसी में नियमित रूप से जल डालें। 
  • रविवार के दिन उपवास करें और इस दिन नमक का सेवन ना करें। 
  • नियमित रूप से आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें और हरिवंश पुराण का पाठ करें। 
  • जरूरतमंद व्यक्ति को खाने की वस्तुओं का दान करें। 
  • शुक्रवार के दिन सफेद वस्तुओं का ज्यादा से ज्यादा दान करें। 
  • गले में चांदी की चेन या हाथ में कंगन धारण करें। 
  • शुक्र ग्रह शांति पूजा कराएं। 
  • शुक्रवार के दिन आटे में चीनी मिलाकर चीटियों को खिलाएं।

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