पंचांग 14 फरवरी जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

आज 14 फरवरी 2020 के पंचांग के बारे में यहाँ हम आपको बताने जा रहे हैं। यहाँ आपको आज  के शुभ मुहूर्त, राहुकाल, नक्षत्र, करण, वार, सूर्योदय का समय, सूर्यास्त का समय, चंद्रोदय का समय, चन्द्रास्त का समय आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दे रहे हैं। आइये जानते हैं आज के पंचांग में क्या है महत्वपूर्ण।  

पंचांग क्या है ?

पंचांग संस्कृत के एक शब्द पञ्चाङ्गम लिया गया है। इसका अर्थ है पांच भागों से बनी कोई चीज़। पंचांग भी प्रमुख रूप से पांच भागों से बना है जो है वार, तिथि, योग, नक्षत्र और करण। इसके अलावा आप पंचांग की मदद से पक्ष, ऋतु और माह की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। दैनिक पंचांग की मदद से आप खासतौर से किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले उस दिन के शुभ समय के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। ऐसा कर आप किसी भी काम में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। 

आज  का पंचांग 

आज  की तिथि : षष्ठी – 18:23:06 तक

आज  का नक्षत्र : चित्रा – 07:28:20 तक, स्वाति – 30:01:40 तक

आज  का करण : गर – 07:31:50 तक, वणिज – 18:23:06 तक

आज  का पक्ष : कृष्ण

आज  का योग: गण्ड – 16:50:02 तक

आज  का वार : शुक्रवार

आज  सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय

सूर्योदय का समय : 07:00:50

सूर्यास्त का समय : 18:10:15

चंद्रोदय का समय: 23:45:59

चंद्रास्त का समय : 10:35:59

चंद्र राशि : तुला

ऋतु : शिशिर

हिंदू महीने और साल

शक सम्वत : 1941 विकारी

विक्रम सम्वत : 2076

काली सम्वत : 5121

दिन काल : 11:09:24

मास अमांत : माघ

मास पूर्णिमांत : फाल्गुन

शुभ मुहूर्त : 12:13:14 से 12:57:52 तक

आज  का अशुभ मुहूर्त

दुष्टमुहूर्त: 09:14:43 से 09:59:21 तक, 12:57:52 से 13:42:29 तक

कुलिक: 09:14:43 से 09:59:21 तक

कंटक: 13:42:29 से 14:27:07 तक

राहु काल: 11:11:52 से 12:35:33 तक

कालवेला / अर्द्धयाम: 15:11:45 से 15:56:22 तक

यमघण्ट: 16:41:00 से 17:25:38 तक

यमगण्ड: 15:22:54 से 16:46:35 तक

गुलिक काल: 08:24:31 से 09:48:12 तक

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.