धनु में सूर्य के आने से खरा सोना बन जाएगा इन राशियों का भाग्य!

एस्ट्रोसेज कि इस खास ब्लॉग में आज हम जानेंगे जल्द होने वाले सूर्य के गोचर के बारे में जो की धनु राशि में होने वाला है। साथ ही जानेंगे इस गोचर से जुड़ी कुछ बेहद ही दिलचस्प और जानने योग्य बातें और जिन राशियों पर इस गोचर का नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा उन्हें क्या कुछ उपाय करने चाहिए इसकी जानकारी भी हम आपको इस ब्लॉग के माध्यम से दे रहे हैं।

सबसे पहले बात करें सूर्य के गोचर की तो, वैदिक ज्योतिष के अनुसार जब भी सूर्य का गोचर होता है तो इसे सूर्य संक्रांति के नाम से जाना जाता है। ऐसे में सूर्य अब जब धनु राशि में गोचर करेगा तो इसे धनु संक्रांति के नाम से जाना जाएगा। सूर्य ग्रह एक राशि में तकरीबन एक महीने की अवधि तक रहता है और फिर अगली राशि में गोचर कर जाता है। सूर्य राशियों में सिंह राशि का स्वामी है।

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सूर्य का धनु राशि में गोचर: क्या रहेगा समय?

सूर्य का यह महत्वपूर्ण गोचर 16 दिसंबर 2023 को दोपहर 03 बजकर 47 मिनट पर धनु राशि में होने वाला है। 

वैदिक ज्योतिष में सूर्य ग्रह

वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य को एक बेहद ही प्रभावशाली ग्रह माना जाता है। सूर्य का तेज इतना प्रबल है कि जब भी कोई भी अन्य ग्रह सूर्य के एक निश्चित दूरी पर आ जाता है तो इसका प्रभाव शून्य हो जाता है इसीलिए ज्योतिष की भाषा में बताएं तो इसे ग्रहों का अस्त होना कहा जाता है और ऐसी स्थिति में संबंधित ग्रह अपने चरित्र के अनुसार परिणाम नहीं दे पाते हैं। 

सूर्य को जगत की आत्मा कहा जाता है। सूर्य की मौजूदगी के बिना धरती पर मानव जीवन की कल्पना कर पाना भी असंभव है। सूर्य के इन्हीं सभी महत्वों के चलते उसे नवग्रहों में राजा की उपाधि दी गई है। 

व्यक्ति की कुंडली में सूर्य आत्मा, पिता, पूर्वज, उच्च पद, सरकारी नौकरी का कारक होता है। यही वजह है कि जिन जातकों की कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत स्थिति में होते हैं ऐसे व्यक्तियों को अपने जीवन में मान-सम्मान, सरकारी नौकरी का सुख, राजनीति में सफलता, आदि प्राप्त होती है। 

वहीं इसके विपरीत जिन लोगों की कुंडली में सूर्य कमजोर अवस्था में होते हैं उन्हें पितृ दोष जैसे जटिल दोष, नौकरी में असफलता, मान सम्मान की कमी और आंखों से संबंधित परेशानियां उठानी पड़ती है।

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सूर्य गोचर का महत्व 

हिंदू ज्योतिष के अनुसार माना जाता है कि सूर्य ग्रह जब किसी राशि में प्रवेश करता है तो यह समय अवधि धार्मिक कार्यों के लिए बेहद ही शुभ और फलदाई होती है। इस दौरान लोग अपने जीवन में शांति के लिए धार्मिक कार्यों का आयोजन करते हैं और सूर्य की पूजा करते हैं। इसके अलावा यहां यह भी जानना बेहद दिलचस्प है कि अन्य ग्रहों की तरह सूर्य कभी वक्री नहीं होते हैं अर्थात सूर्य कभी भी उल्टी चाल में नहीं चलते हैं।

ज्योतिष की जानकार मानते हैं कि अगर किसी व्यक्ति के जीवन पर सूर्य की महादशा चल रही हो तो उन्हें विशेष तौर पर रविवार के दिन अच्छे फल प्राप्त होते हैं। मेष राशि जहां सूर्य की उच्च राशि है वहीं तुला इसकी नीच राशि मानी जाती है।

जैसा कि हमने पहले भी बताया कि जिन व्यक्तियों की कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत अवस्था में ना हो या पीड़ित अवस्था में हो तो उन्हें पितृ दोष जैसी जटिल समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में व्यक्तों को कुछ विशेष उपाय करने की सलाह दी जाती है। क्या कुछ हैं ये उपाय चलिए जान लेते हैं।

धनु राशि में सूर्य- जान लें प्रभाव 

अब आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं क्या होता है जब सूर्य धनु राशि में आता है। धनु राशि पर बृहस्पति का शासन होता है और इसे वायु तत्व की राशि माना जाता है। ऐसे में इस राशि में जब सूर्य आते हैं तो व्यक्ति धार्मिक अध्ययन, चिकित्सा और आध्यात्मिक गतिविधियों में ज्यादा झुकाव दिखाते हैं। ऐसे व्यक्ति सशक्त मानसिकता के होते हैं और अपना पारिवारिक जीवन बेहद ही शानदार तरीके से जीने में कामयाब रहते हैं। 

इसके साथ ही ऐसे जातक सरल और हंसमुख स्वभाव के होते हैं। उन्हें बंधन पसंद नहीं होता है और इन्हें आजाद रहना ज्यादा अच्छा लगता है। आप लोगों के साथ बेहद ही जल्दी घुल मिल जाते हैं। हालांकि ऐसे व्यक्तियों को गुस्सा भी बहुत जल्दी आता है और यह लोगों को माफ भी बहुत जल्दी कर देते हैं।

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सूर्य ग्रह से संबन्धित ज्योतिषीय उपाय 

  • सूर्य देव की नियमित रूप से पूजा करें। 
  • सूर्य देव को अर्घ्य देने का नियम बना लें। 
  • भगवान राम और विष्णु की पूजा करें। 
  • आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें। 
  • मुमकिन हो तो रविवार का व्रत करना शुरू कर दें। 
  • सूर्य से संबन्धित कुछ चीज़ें बताई गयी हैं जैसे, गुड़, गेहूँ, तांबा, माणिक्य रत्न, लाल पुष्प, इनका अपने सामर्थ्य अनुसार दान करें। 

सूर्य का धनु राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य महाराज आपके पांचवें भाव के स्वामी हैं और अब 16 दिसंबर 2023 को यह….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

वृषभ राशि 

वृषभ राशि वालों के लिए सूर्य देव आपके चौथे भाव के स्वामी हैं और अब 16 दिसंबर 2023 को यह ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके तीसरे भाव के स्वामी हैं जो अब 16 दिसंबर 2023 को धनु राशि में और आपके….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

कर्क राशि 

कर्क राशि वालों के लिए सूर्य आपके दूसरे भाव के स्वामी हैं। अब यह 16 दिसंबर 2023 को धनु राशि….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

सिंह राशि 

सिंह राशि वालों की कुंडली में सूर्य आपके लग्न भाव के स्वामी हैं और अब यह 16 दिसंबर 2023 को धनु राशि में ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

कन्या राशि 

कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके बारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब 16 दिसंबर 2023 को धनु राशि में….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

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तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और यह 16 दिसंबर 2023 को धनु राशि में और आपके तीसरे….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली में सूर्य महाराज दसवें भाव के स्वामी हैं और अब यह 16 दिसंबर 2023 को धनु राशि में….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

धनु राशि 

धनु राशि वालों के लिए सूर्य देव आपके नौवें भाव के स्वामी हैं और अब यह 16 दिसंबर 2023 को धनु राशि में और ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों की कुंडली में सूर्य आपके आठवें भाव के स्वामी हैं और अब यह 16 दिसंबर 2023 को धनु राशि में….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

कुम्भ राशि 

कुंभ राशि वालों के लिए सूर्य ग्रह आपकी कुंडली में सातवें भाव के स्वामी हैं। 16 दिसंबर 2023 को सूर्य महाराज धनु….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

मीन राशि 

मीन राशि वालों के लिए सूर्य देव आपके छठे भाव के स्वामी हैं और अब यह 16 दिसंबर 2023 को धनु राशि में और….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

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