Shani-Budh Yuti 2023: वैदिक ज्योतिष में नवग्रहों को विशेष स्थान प्राप्त है जो व्यक्ति के जीवन के प्रत्येक क्षेत्र को प्रभावित करते हैं। ऐसे में, जब-जब ये ग्रह अपना राशि परिवर्तन करते हैं या एक राशि से दूसरी राशि में जाते हैं तो कई योगों और अन्य ग्रहों के साथ मिलकर युति का निर्माण करते हैं जिनका प्रभाव लोगों के जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह से पड़ता है। ऐसी ही एक युति का निर्माण कुंभ राशि में होने जा रहा है जहाँ पर हमें बुध और शनि की युति देखने को मिलेगी।
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एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको कुंभ राशि में शनि-बुध की युति के बारे में समस्त जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, शनि और बुध की ये युति किन 3 राशियों के लिए मुश्किलें लेकर आ सकती हैं? इससे भी आपको अवगत कराएगा। लेकिन सबसे पहले जानते हैं इस युति का निर्माण कब हो रहा है।
कुंभ राशि में होगा शनि-बुध की युति का निर्माण
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि शनि महाराज 17 जनवरी 2023 को अपनी ही राशि कुंभ में प्रवेश कर चुके हैं जो अब पूरे साल इसी राशि में रहेंगे। वहीं, बुद्धि और वाणी के कारक बुध मकर राशि से निकलकर 27 फरवरी 2023 को शाम 04 बजकर 33 मिनट पर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे जहां शनि देव पहले से ही मौजूद होंगे। ऐसे में, कुंभ राशि में शनि और बुध की युति बनेगी। अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कौन सी हैं वह 3 राशियां जिन्हें इस युति के दौरान सतर्क रहना होगा।
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कुंभ में शनि-बुध की युति के दौरान इन 3 राशियों को रहना होगा सावधान!
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध आपके तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब इनका गोचर आपके आठवें भाव में होने जा रहा है। ऐसे में, बुध का कर्मफल दाता शनि से साथ युति करना आपके लिए अशुभ साबित हो सकता है। इस दौरान जिन लोगों पर आप भरोसा करते हैं यानी कि आपके अपने ही आपके खिलाफ साजिश कर सकते हैं। इस समय भाइयों के साथ आपका मतभेद हो सकता है। जो लोग शेयर मार्किट से संबंध रखते हैं, उन्हें आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, आप किसी मौसमी बीमारी का शिकार हो सकते हैं इसलिए सतर्क रहें।
कन्या राशि
कन्या राशिवालों के लिए बुध आपके लग्नेश और दसवें भाव के स्वामी हैं और बुध का यह गोचर आपके छठे भाव में होगा। ऐसे में, शनि-बुध की युति से आपके शत्रुओं में बढ़ोतरी हो सकती हैं। साथ ही, आपको कार्यक्षेत्र पर काफ़ी मेहनत करनी पड़ सकती है और अगर नौकरी की बात कहीं चल रही हैं तो उसके मार्ग में बाधाएं उत्पन्न होने की आशंका है। इस दौरान इन जातकों के ननिहाल के साथ संबंधों में खटास आ सकती है। जिन जातकों को त्वचा से जुड़ी किसी भी तरह की कोई बीमारी है उन्हें सावधान रहना होगा।
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वृश्चिक राशि
जिन जातकों की राशि वृश्चिक है उनके लिए बुध आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब बुध का गोचर आपके चौथे भाव में होगा। आपको बता दें कि वृश्चिक राशि वालों की शनि की ढैय्या चल रही है और ऐसे में, आठवें भाव के स्वामी बुध की शनि के साथ युति जातकों की मानसिक शांति भंग कर सकती है। साथ ही, आपकी नौकरी पर भी खतरे के बादल मंडरा सकते हैं और परिवार में भी आपकी कटु वाणी कलह का कारण बन सकती है इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि अपने काम पर ध्यान दें। जो जातक सरकारी क्षेत्र में काम करते हैं उन्हें इस अवधि में नुकसान होने की संभावना है इसलिए सतर्क रहें।
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