24 दिसंबर 2021 तक बुध अस्त: जानें इसका ज्योतिषीय महत्व और सभी 12 राशियों पर इसका प्रभाव

वैदिक ज्योतिष में बुध को बुद्धि का कारक ग्रह माना गया है। बुध की कृपा के बिना किसी भी जातक का अपनी योजनाओं में सफल होना लगभग असंभव है। जाहिर है कि प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में सफलता हासिल करना चाहता है और यही वजह है कि बुध का महत्व कहीं ज्यादा है। बुध सामान्य परिस्थिति में प्रत्येक महीने ही गोचर करता है और लगातार इसके व्यवहार में बदलाव आते रहते हैं – कभी यह वक्री हो जाता है, कभी नीच, कभी शुभ और कभी यह नकारात्मक फल भी देता है। 

वैदिक ज्योतिष में बुध का अस्त होना

आप लोगों में से काइयों के मन में यह सवाल आता होगा कि किसी भी ग्रह के अस्त हो जाने का क्या अर्थ है? दरअसल कोई भी ग्रह जब सूर्य के नजदीक आता है या फिर सूर्य के साथ युति करता है तो वह ग्रह अपनी ताकत खो देता है और सूर्य उस ग्रह पर हावी हो जाता है।

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बुध ग्रह बुद्धि और व्यवसाय का कारक माना गया है। ऐसे में जब किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह अस्त होता है तो ऐसे व्यक्ति अपनी बुद्धि का सही उपयोग करने और सही समय पर समझदारी से कोई भी निर्णय लेने में समर्थ नहीं रहते हैं। इसके अलावा ऐसे लोग लंबे समय तक कोई भी चीज याद रखने में भी असफल रहते हैं। ऐसे लोगों को त्वचा की समस्या, गले में संक्रमण की दिक्कत, सांस लेने में परेशानी, और विभिन्न अन्य बीमारियों का भय और दुख जीवन में बना रहता है। ऐसे लोग दूसरों से बात करते समय संकोच महसूस करते हैं और इनके अंदर आत्मविश्वास की भी कमी रहती है।

इसके अलावा अगर बुध ग्रह 12वें भाव से कोई भी संबंध स्थापित करता है तो ऐसी स्थिति में व्यक्ति शराब और बुरी गतिविधियों का आदी हो जाता है। यदि बुध ग्रह का संबंध मंगल से हो या बुध ग्रह की मंगल से युति हो या बुध किसी ग्रह के बुरे प्रभाव के अंदर आता है तो इससे व्यक्ति के अंदर मानसिक समस्याएं होने की आशंका बढ़ जाती है। इसके अलावा ऐसे व्यक्तियों को अपने किसी प्रिय के निधन की खबर भी सुनने को मिल सकती है। ऐसे जातकों को धोखा मिलने की भी प्रबल आशंका रहती है जिससे उनकी मानसिक स्थिरता पर भी असर पड़ता है।

इस संदर्भ में आपको यह बता देना जरूरी हो गया है कि बुध इस वर्ष 05 नवंबर को शाम के 04 बजकर 49 मिनट पर अस्त हो गया और यह 24 दिसंबर, 2021 को शाम के 05 बजकर 22 मिनट तक अस्त ही रहेगा। चूंकि बुध को बुद्धि और शिक्षा का कारक ग्रह माना जाता है तो ऐसे में बुध के अस्त होने से शिक्षा जगत पर इसका गहरा प्रभाव पड़ेगा।

अस्त बुध और सभी 12 राशियों पर इसका प्रभाव

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए बुध का अस्त होना रहस्य से जुड़े विषयों के लिहाज से सकारात्मक परिणाम देने वाला सिद्ध होगा। इस दौरान ऐसे जातकों का अध्यात्म की तरफ गहरा रुझान रहने की संभावना है और ऐसा कर के उन्हें संतुष्टि प्राप्त होगी। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य संबंधित समस्याएँ आपको इस अवधि में काफी परेशान कर सकती है। आपको इस दौरान विशेषकर पीठ दर्द और आँखों में जलन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इस अवधि में आपके स्वभाव में भी बहुत जल्दी जल्दी बदलाव देखने को मिल सकता है। ऐसे में आपको ध्यान करने की सलाह दी जाती है। आर्थिक नुकसान होने की भी आशंका है।

उपाय

  • प्रतिदिन “ॐ बुधाय नमः” का 108 बार जाप करें।
  • भगवान लक्ष्मी नरसिंह की मंदिर में पूजा करें।
  • बड़ों का आशीर्वाद लें।

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों को इस समय अवधि में शेयर मार्केट से लाभ होने के योग बन रहे हैं। इसके साथ ही किसी जमीन को खरीदना इस दौरान आपको अच्छा लाभ दे सकता है। संतान का सहयोग प्राप्त होगा। इस अवधि में वृषभ राशि के जातकों के लिए कोई नया व्यवसाय शुरू करना फायदा तो दे सकता है लेकिन इस दौरान साझेदारी में व्यवसाय शुरू करने से आपको बचने की सलाह दी जाती है। आशंका है कि माँ के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ेगी और उनके इलाज में आपका धन भी खर्च करना पड़ेगा। इस दौरान आपको भी आँख संबंधी स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड़ सकता है। 

उयाय

  • मंदिर में भगवान लक्ष्मी नरसिंह की आराधना करें।
  • प्रतिदिन “ॐ बुधाय नमः” का 21 बार जाप करें।

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों को स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां दिक्कत में डाल सकती हैं। जिसके चलते आपको धन खर्च भी करना पड़ेगा जिससे धन की बचत करने की गुंजाइश काफी कम हो जाती है। इस दौरान आप में साहस की कमी देखने को मिलेगी साथ ही सफल होने के लिए आवश्यक दृढ़ संकल्प भी आपके अंदर से गायब रहेगा। आप कोई भी बड़ा फैसला लेने में झिझक महसूस कर सकते हैं। इस दौरान आपके अंदर चिंता और भ्रम की स्थिति निरंतर बनी रहेगी।

उपाय 

  • ‘ॐ नमो नारायण’ मंत्र का रोजाना 21 बार जाप करें। 
  • बुध ग्रह के लिए बुधवार के दिन घर या मंदिर में होम करें ।
  • रोजाना गणेश चालीसा का पाठ करें। 

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कर्क राशि 

कर्क राशि के जातक अपनी संतान के भविष्य को लेकर कुछ चिंतित नजर आ सकते हैं। इस दौरान आपको अपने प्रियजनों के साथ संचार संबंधित समस्याएं होने की आशंका प्रबल है। साथ ही धन संबंधित परेशानियां भी आपके जीवन में बनी रहेंगी। कर्क राशि के जातकों के जीवन में खुशियों की कमी देखने को मिलेगी। मुमकिन है कि इस दौरान आपके जीवन में तनाव अपनी जगह बना ले और इससे आपको पीठ दर्द आदि स्वास्थ्य समस्याएं होने की भी आशंका है।

उपाय 

  • रोजाना 21 बार ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें। 
  • बुधवार के दिन सत्यनारायण की पूजा करें। 
  • रोजाना 108 बार ‘ॐ बुधाय नमः’ मंत्र का जाप करें। 

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए यह समय प्रॉपर्टी खरीदने और निवेश करने के लिए अच्छा रहेगा। इस दौरान आपको अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना प्रबल है। सिंह जातकों के जीवन में धन का अच्छा प्रवाह बना रहेगा और इस दौरान यदि आप चाहें तो बचत भी कर सकते हैं। जीवन के महत्वपूर्ण फैसलों के बारे में निर्णय लेने में इस दौरान खुद को ज्यादा शक्तिशाली महसूस करेंगे। इस समय आप की परिसंपत्तियों में इजाफा देखने को मिलेगा। हालांकि वहीं दूसरी तरफ आपके प्रियजनों को स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां दिक्कत में डाल सकती हैं और बड़ों के लिए धन का खर्च अधिक होने की भी संभावना है। स्वास्थ्य का ध्यान देना आपके लिए शुभ रहेगा।

उपाय

  • रोजाना विष्णु सहस्त्रनाम का जप करें। 
  • एक रोजाना 108 बार ‘ॐ बुधाय नमः’ मंत्र का जाप करें। 

कन्या राशि 

काम के सिलसिले में कन्या राशि के जातकों को ज्यादा यात्राएं करनी पड़ सकती है और आप अपने शेड्यूल को लेकर काफी व्यस्त रहेंगे। इस दौरान आप चाहें तो नौकरी बदल सकते हैं। इस दौरान आप के खर्चे काफी ज्यादा होने वाले हैं जिन्हें मैनेज करना आपके लिए मुश्किल साबित हो सकता है। सफलता पाने के लिए दृढ़ संकल्प की कमी आपके अंदर नजर आ सकती है। भाई बहनों के साथ आपके रिश्ते में कुछ कमी देखने को मिलेगी। इसके अलावा कन्या राशि के जातकों के अंदर इस समय अवधि में भय या डर की भावना नजर आ सकती है।

उपाय

  • मंदिर में भगवान लक्ष्मी नरसिम्हा की पूजा करें। 
  • ‘ॐ भास्कराय नमः’ मंत्र का रोजाना 21 बार जाप करें। 

तुला राशि 

धन से संबंधित परेशानियां तुला राशि के जातकों की जीवन में बनी रहेंगी क्योंकि इस दौरान आपकी आय से ज्यादा आपके खर्च होने वाले हैं। पारिवारिक जीवन में सौहार्द की कमी महसूस हो सकती है क्योंकि इस दौरान आपके रिश्ते में सामंजस्य कम और तर्क वितर्क ज्यादा होने की आशंका है। अपने भविष्य को लेकर असुरक्षा की भावना और चिंता आपको परेशान कर सकती है। इस समय अवधि में आपकी आध्यात्मिक रूचि बढ़ सकती है और इसी संदर्भ में कुछ खर्चे आपको राहत भी प्रदान करने वाले साबित होंगे।

उपाय 

  • मंदिर में भगवान विष्णु और माँ लक्ष्मी की पूजा करें। 
  • 41 बार ‘ॐ बुधाय नमः’ मंत्र का जाप करें।
  • ज्यादा से ज्यादा हरे रंग के वस्त्र पहनें। इससे आपको शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। 

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वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए मनोगत गतिविधियों में लिप्त होने के लिए और उससे ज्ञान प्राप्त करने के लिए यह अच्छा समय साबित हो सकता है। यह समय आध्यात्मिक जागरूकता बढ़ाने और विशेष तौर पर उन लोगों के लिए जो अपने भविष्य के संदर्भ में कोई बड़ा फैसला लेने के मार्ग पर आगे बढ़ रहे हैं उन्हें फायदा हो सकता है। पेशेवर मोर्चे पर भी लाभ मिलेगा। नौकरी में आपको उचित पहचान प्राप्त होगी। हालांकि इसके विपरीत अपने गुस्से पर ध्यान दें अन्यथा आपको नौकरी से संबंधित गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। धन का प्रभाव सामान्य रहेगा।

उपाय 

  • भगवान विष्णु की उपासना करें। 
  • रोजाना 41 बार ‘ॐ बुधाय नमः’ मंत्र का जप करें।
  • रोजाना विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें। 

धनु राशि 

अस्त बुध के प्रभाव से धनु राशि के जातकों को धन की कमी से रूबरू होना पड़ सकता है जो आपके लिए परेशानी का सबब बन सकती है। इसके अलावा इस दौरान आपका खर्चा काफी ज्यादा रहने वाले है। पारिवारिक जीवन की बात करें तो इस दौरान घर परिवार में समस्याएं और पिता के साथ आपके रिश्ते कुछ खास अच्छे नहीं रहने वाले हैं। इस समयावधि में कोई भी यात्रा करना शुभ नहीं रहेगा और इस दौरान आपका तनाव बढ़ने की आशंका है। यात्रा के दौरान आपका कोई कीमती सामान खोने की भी प्रबल आशंका बन रही है। 

उपाय

  • प्रतिदिन 21 बार ‘ॐ नमो नारायण’ मंत्र का जाप करें। 
  • बुधवार के दिन बुध ग्रह के लिए होम या अग्नि अनुष्ठान करें। 
  • प्रतिदिन विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें।

मकर राशि 

इस दौरान आपकी इच्छाएं पूर्ण होंगी और आपको इस संदर्भ में अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। मकर राशि के जातक इस समय कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं या फिर कोई संपत्ति खरीद सकते हैं। विरासत  के रूप में आपको कहीं से अप्रत्याशित लाभ मिलने की प्रबल संभावना है। आध्यात्मिक कार्य में आपको सफलता और वृद्धि मिलने की संभावना है। हालांकि दूसरी तरफ आपको स्वास्थ्य संबंधित कुछ परेशानियां जैसे  आंखों से संबंधित कुछ दिक्कतें हो सकती हैं।

उपाय

  • भगवान बुध की पूजा करें। 
  • प्रतिदिन 11 बार ‘ॐ नमो नारायण’ मंत्र का जप करें। 
  • सूर्य देवता के लिए पांच बार आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें। 

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कुंभ राशि 

कुंभ राशि के जातकों के लिए यह समय व्यापार शुरू करने और उसका विस्तार करने के लिए शुभ साबित हो सकता है। धन का प्रवाह ठीक रहेगा साथ ही इस समय आप धन संचित करने में भी कामयाब रहने वाले हैं। जीवन साथी के साथ रिश्तो से जुड़े कुछ मुद्दे आपको परेशान कर सकते हैं और अहंकार के चलते यह समस्याएं आपके जीवन में बनी रहेंगी। स्वास्थ्य मोर्चे पर आंखों से संबंधित परेशानियां होने की आशंका है।

उपाय

  • देवी सरस्वती की पूजा करें। 
  • प्रतिदिन 11 बार ‘ॐ नमो नारायण’ मंत्र का जाप करें। 
  • प्रतिदिन 11 बार ‘ॐ बुधाय नमः’ मंत्र का जाप करें। 

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों को इस समय कम परिणाम प्राप्त होंगे। अपने भविष्य को लेकर आप थोड़ी निराशावादी हो सकते हैं। इसके अलावा इस दौरान आपके खर्चे बढ़ने वाले हैं और साथ ही नौकरी के संदर्भ में भी यह समय आपके लिए सुखद नहीं साबित होगा। जीवन में अशांति और तनाव की स्थिति प्रबल रहने वाली है। स्वास्थ्य मोर्चे पर पीठ दर्द से संबंधित समस्याएं और आंखों से संबंधित परेशानियां आपको दिक्कत में डाल सकती है। 

उपाय

  • भगवान विष्णु की पूजा करें। 
  • प्रतिदिन 108 बार ‘ॐ नमो नारायण’ मंत्र का जाप करें। 
  • अपने बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद लें। 

अस्त बुध: भारत पर इसका प्रभाव  

अस्त बुध का नकारात्मक प्रभाव संचार और सेवा क्षेत्र में ज्यादा पड़ सकता है। जिसके चलते इस संदर्भ में नुकसान उठाना पड़ सकता है। हालांकि विदेशी सौदों (डील) के लिए यह समय अनुकूल रहेगा और विदेशी सौदों को बढ़ावा प्राप्त होगा। शेयर और स्टॉक में अच्छे परिणाम मिलने की संभावना है। अस्त बुध के प्रभाव से कृषि क्षेत्र और रियल स्टेट में भी तेजी देखने को मिल सकती है। यात्रा और पर्यटन में अच्छा रिटर्न प्राप्त होगा।

नई दवाएं मार्केट में आने की संभावना है जिससे अच्छा विकास मिलने की उम्मीद है। स्वास्थ्य से संबंधित कोई नई बीमारी, इन्फेक्शन या एलर्जी आने की आशंका है। नई परियोजनाएं लंबित रहेंगी। चाँदी, हीरे, आदि की कीमतों में बढ़ोतरी होगी। मैन्युफैक्चरिंग उद्योग के लिए यह समय चुनौती भरा रहने वाला है क्योंकि इस दौरान इस क्षेत्र में नुकसान होने की आशंका अधिक है। नौकरी उद्योग के लिए भी यह समय अच्छा नहीं साबित होगा और नए उद्घाटन आसानी से मुमकिन नहीं होंगे। 

अस्त बुध के प्रभाव से खेल, वित्तीय क्षेत्रों में भी असफलता देखने को मिल सकती है। हालांकि सकारात्मक पक्ष पर बात करें तो इससे अधिक आध्यात्मिक रुचि और आध्यात्मिक कार्यों में तेजी देखने को मिल सकती है। नकारात्मक पक्ष पर बात करें तो अस्त बुध के प्रभाव से ऑटोमोबाइल, मैन्युफैक्चरिंग उद्योग और परिवहन उद्योग जैसे उद्योगों के लिए यह समय अनुकूल नहीं रहेगा। हालांकि मनोरथ प्रथाओं के लिए समय अनुकूल रहेगा। इस समय इस क्षेत्र में बढ़ावा प्राप्त होगा और इससे संबंधित लोगों को भी लाभ प्राप्त होगा।

अस्त बुध: दुनिया पर इसका प्रभाव 

सर्विसिंग उद्योग, मैन्युफैक्चरिंग उद्योग, दूरसंचार, मोबाइल सभी उद्योगों में कीमतों में वृद्धि होने की संभावना है। हालांकि अस्त बुध के प्रभाव से मौद्रिक क्षेत्र के संबंध में अराजकता और अशांति देखने को मिल सकती है। राजनीतिक क्षेत्र में भी कुछ भ्रम होने की आशंका है और इस दौरान कोरोनावायरस जैसी  कोई नई समस्या, फ्लू से संबंधित बीमारियां सिर उठा सकती हैं।

नई बीमारियां चिंता का विषय साबित हो सकती हैं हालांकि यह कोरोनावायरस की तरह कोई महामारी नहीं होंगी लेकिन लोगों में इस बीमारी को लेकर चिंता और भय की स्थिति नजर आ सकती है। कारोबार में सुधार होगा और साथ ही साथ उच्च स्तर की तेजी के साथ बैठक की स्थिति थोड़ी चुस्त रह सकती है। अनिश्चित स्थितियां दुनिया भर में प्रबल हो सकती है और इस तरह से चिंता का विषय बन सकती है। अस्त बुध के प्रभाव से लोगों के बीच आध्यात्मिक जागरूकता और उसके प्रति रुचि बढ़ सकती है।

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