Shani Jayanti 2021: जान लें क्या काम इस दिन भूलकर भी न करें, शनिदेव हो सकते हैं नाराज़

इस वर्ष 10 जून को शनि जयंती मनाई जाएगी। प्रत्येक माह कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या तिथि आती है और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ज्येष्ठ अमावस्या के दिन ही शनिदेव का जन्म हुआ था। यही वजह है कि ज्येष्ठ अमावस्या के दिन शनि जयंती मनाई जाती है। शनि जयंती का यह दिन भगवान शनि की कृपा प्राप्त करने के लिए बेहद शुभ होता है। इसके अलावा जिन लोगों की कुंडली में शनि दोष मौजूद हो तो उसके निवारण के लिए भी शनि जयंती का यह दिन बेहद ही उपयुक्त माना गया है।

तो आइए आज अपने इस विशेष आर्टिकल के माध्यम से जान लेते हैं कि शनि जयंती के दिन क्या काम हमें भूल से भी नहीं करना चाहिए और शनि जयंती का महत्व क्या होता है।

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शनि जयंती का महत्व और इस दिन क्या काम भूल से भी ना करें

हिंदू धर्म में शनिदेव को कर्मफल का देवता कहा जाता है। अर्थात यह व्यक्ति को उसके कर्मों के हिसाब से फल देने के लिए जाने जाते हैं। यदि आपके काम अच्छे हैं तो शनिदेव आप से प्रसन्न होंगे और आपको शुभ परिणाम मिलेगा वहीं, यदि आप गलत काम करते हैं तो इससे आपको शनिदेव की नाराजगी भी उठानी पड़ सकती है। शनि जयंती का यह दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए सबसे उपयुक्त दिनों में से एक माना गया है। इसके अलावा जिन व्यक्तियों की कुंडली में शनि अशुभ स्थिति में होता है या फिर जिनके जीवन में शनि की महादशा चल रही हो उनके लिए शनि जयंती का विशेष महत्व होता है।

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इस दिन की पूजा सही विधि से करके शनिदेव की प्रसन्नता हासिल कर सकते हैं। साथ ही कुंडली में मौजूद दोषों का निवारण कर सकते हैं। हालांकि इस पूजा में आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। यदि आपने इस दिन कुछ विशेष काम जो वर्जित माने गए हैं वह कर दिए तो इससे शनिदेव खुश होने की बजाय आप से कुपित भी हो सकते हैं। तो आइए जान लेते हैं वह काम जो आपको शनि जयंती के दिन भूल से भी नहीं करने हैं।

  • शनि जयंती के दिन विशेष रूप से कभी भी किसी असहाय, निर्धन, कमजोर, इत्यादि व्यक्तियों को कष्ट न पहुंचाएं। 
  • इस दिन छल कपट करने से बचें। झूठ न बोलें। 
  • इसके अलावा शनि जयंती के दिन मांस मदिरा का सेवन मुमकिन हो तो ना करें। 
  • इस दिन किसी भी तरह का गलत काम करने से बचें। 
  • शनि जयंती के दिन भूल से भी घर में लोहे या फिर कांच की चीज खरीद का ना लायें। अन्यथा शनिदेव कुपित हो सकते हैं और आपको आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। 
  • साथ ही शनि जयंती के दिन सरसों का तेल, लकड़ी और उड़द भी नहीं खरीदें। 
  • शनि जयंती के दिन तुलसी, बेलपत्र और पीपल के पत्ते ना तोड़े। 
  • इस दिन बाल कटवाएं, नाखून ना काटें और साथ ही जूते चप्पल भी ना खरीदें।

इस बात का रखें विशेष ख्याल

यदि शनिदेव की पूजा करने जा रहे हैं तो इस बात का विशेष ध्यान रखें कि, कभी भी शनिदेव को आंखों में देखकर उनकी पूजा ना करें। शनिदेव के आंखों में देखने से आपको उनकी वक्र दृष्टि का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में जब भी शनि देव की पूजा करें अपनी नजर हमेशा उनके पैरों पर रखें।

शनि जयंती 2021 के शुभ मुहूर्त

ज्येष्ठ मास अमावस्या तिथि आरंभ- 09 जून दिन बुधवार दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से 

ज्येष्ठ मास अमावस्या तिथि समाप्त- 10 जून दिन गुरुवार शाम 04 बजकर 22 मिनट पर

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