त्योहारों से सजा अक्टूबर का महीना अपने साथ क्या कुछ लेकर आएगा?

साल का दसवाँ महीना दस्तक देने वाला है, लेकिन कोरोना की मार ऐसी कि अभी भी सामान्य जीवन पटरी पर नहीं आता नज़र आ रहा है। हर महीने की ही तरह एस्ट्रोसेज एक बार फिर आपके लिए नए महीने की शुरुआत से पहले उस महीने की एक झलक लेकर आया है। तो आइये जानते हैं त्योहारों से सजे, आईपीएल के जश्न के साथ, महत्वपूर्ण ग्रहों के गोचर के साथ-साथ अक्टूबर का महीना हमारे आपके लिए क्या कुछ नया और ख़ास लेकर आने वाला है। 

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अपने इस अक्टूबर 2020 पर एक नज़र विशेष आर्टिकल में हम आपको बताएँगे अक्टूबर के महीने में जन्मे लोगों की विशेषताएँ, साथ ही इस महीने में आने वाले व्रत-त्यौहार और ग्रहण की संपूर्ण जानकारी के साथ जानिए अक्टूबर के महीने से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण भविष्यवाणी जो आपका जीवन बदल सकती हैं। आपके जीवन को सरल-सुगम बनाने के लिए हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषी सदैव आपकी सेवा के लिए तैयार बैठे हैं। यदि आप उनसे कोई परामर्श चाहते हैं, या किसी सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो अभी ज्योतिषियों से प्रश्न पूछें और अपने जीवन के लिए उचित मार्गदर्शन प्राप्त करें।

अक्टूबर के महीने में जन्मे लोगों के बारे में कुछ ख़ास बातें

अक्टूबर में जन्मे लोगों का व्यक्तित्व : अक्टूबर में जन्मे लोग कम गुस्सा करते हैं। हालाँकि शांत स्वभाव के इन लोगों को जब गुस्सा आता है तो वो किसी प्रलय से कम नहीं होता है। इस महीने में पैदा हुए लोग खुशमिजाज होते हैं, और अपनी इसी ख़ासियत से लोगों को अपना मुरीद बना लेते हैं।

अक्टूबर में जन्मे लोगों का रोमांस : अब अगर बात करें अक्टूबर में जन्मे लोगों के प्यार के लिहाज़ से तो, कहा जाता है कि प्यार में इन जैसा कोई नहीं होता है। अक्टूबर के महीने में जन्मे लोग खुल-कर अपने प्यार का इज़हार करते हैं और गलती से भी इनका दिल टूट भी जाये तो ये हमेशा मुस्कुराते रहते हैं।

अक्टूबर में जन्मे लोगों का करियर : करियर के लिहाज़ से बात करें तो अक्टूबर के महीने में जन्मे लोग जिस भी क्षेत्र में कदम रखते हैं उसमें सफ़लता हासिल करते हैं। हालाँकि इनका झुकाव ज्यादातर राजनीति, कला, व्यापार और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में होता है। इसके साथ ही इस महीने पैदा हुए लोग बेहद ही शानदार मार्ग-दर्शक बनते हैं।

अक्टूबर में जन्मे लोगों का आर्थिक पक्ष : अक्टूबर में जन्मे लोग बाकी मुद्दों पर चाहे जितने समझदार हो लेकिन आर्थिक पक्ष के लिहाज़ से ये बेहद ही खर्चीले और लापरवाह रवैये के होते हैं। हालाँकि ये सिर्फ खुद पर ही नहीं बल्कि जिससे ये प्यार करते हैं उसपर भी जमकर पैसा लुटाते हैं।

अक्टूबर में जन्मे लोगों का स्वास्थ्य : कई वैज्ञानिक शोधों में भी ये बात सिद्ध हो चुकी है कि अक्टूबर में जन्मे लोग अमूमन तौर पर लंबा जीते हैं। जीवन में या तो इन्हें स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी होती नहीं है और होती है तो उससे ये बेहद ही जल्दी उभर जाते हैं।

अक्टूबर में जन्मे लोगों का समाज में मान-सम्मान : अक्टूबर में जन्मे लोग अपने शांत स्वभाव से लोगों को अपना मुरीद बना लेते हैं। उनकी यही ख़ासियत उन्हें समाज में ऊँचा मान भी दिलाती है। साथ ही इस महीने में जन्मे लोग बेहद ही स्मार्ट होते हैं, ऐसे में अगर आप इनसे एक बार मिल लें तो उन्हें भूल पाना नामुमकिन हो जाता है।

अक्टूबर में जन्मे लोगों का लकी नंबर : 2, 6, 7, 8 

अक्टूबर में जन्मे लोगों का लकी रंग: चटक मैरून और पीकॉक ग्रीन

अक्टूबर में जन्मे लोगों का लकी रत्न : हीरा 

अक्टूबर में आने वाले व्रत/त्यौहार-गोचर-ग्रहण की संपूर्ण जानकारी 

01 अक्टूबर 2020- बृहस्पतिवार- अश्विन पूर्णिमा, पूर्णिमा उपवास

हिन्दू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व माना गया है। प्रत्येक मास में एक पूर्णिमा तिथि पड़ती है और सभी पूर्णिमा तिथि का अपना अलग महत्व होता है। लेकिन इन सभी पूर्णिमा तिथि में से कुछ पूर्णिमा बहुत ही श्रेष्ठ मानी जाती हैं।

(इस वर्ष आने वाली सभी पूर्णिमा तिथि की जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें)

02 अक्टूबर 2020- शुक्रवार- गाँधी जयन्ती

प्रत्येक वर्ष 2 अक्टूबर को पूरा देश राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के जन्म-दिवस के रूप में गाँधी जयंती का पर्व मनाता है। 2 अक्टूबर 1869 को मोहन-दास करम-चंद गाँधी का जन्म पोरबंदर के काठियावाड़ में हुआ था।

05 अक्टूबर 2020- सोमवार- संकष्टी चतुर्थी, मासिक कार्तिगाई

हिन्दू धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूजनीय का दर्जा दिया गया है। किसी भी शुभ काम को करने से पहले हम भगवान गणेश की पूजा अवश्य करते हैं। भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए उनकी एक खास पूजा-व्रत का विधान बताया गया है जिसे संकष्टी चतुर्थी कहते हैं। 

(इस साल की सभी संकष्टी चतुर्थी की सूची देखने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मासिक कार्तिगाई दीपम मुख्य रूप से तमिल हिंदुओं द्वारा मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्यौहार होता है। तमिल हिंदुओं द्वारा मनाए जाने वाले सभी त्योहारों में से यह सबसे पुराना और सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार माना गया है।

07 अक्टूबर 2020- बुधवार- रोहिणी व्रत

रोहिणी व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए रखती हैं। इस दिन का व्रत घर और जीवन में सुख शांति की कामना के लिए भी रखा जाता है।

09 अक्टूबर 2020- शुक्रवार- कालाष्टमी

कालाष्टमी के दिन भगवान शिव के विग्रह रूप काल भैरव की पूजा का विधान बताया गया है। कालाष्टमी का व्रत प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन रखा जाता है।

13 अक्टूबर 2020- मंगलवार- परम एकादशी

परमा एकादशी जिसे कई जगहों पर पुरुषोत्तम एकादशी भी कहते हैं, अधिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है।

(परमा एकादशी का शुभ मुहूर्त जानने के लिए यहाँ क्लिक करें)

14 अक्टूबर 2020- बुधवार- प्रदोष व्रत

प्रदोष व्रत का सीधा संबंध भगवान शिव और माता पार्वती से जोड़कर देखा जाता है। शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन प्रदोष व्रत मनाया जाता है।

(इस साल के सभी प्रदोष व्रत की सूची आपको यहाँ मिलेगी)

15 अक्टूबर 2020- बृहस्पतिवार- मासिक शिवरात्रि

हिन्दू धर्म और हिन्दू मान्यता के अनुसार भगवान शिव की प्रसन्नता पाने के लिए किया जाने वाला महा शिवरात्रि और मासिक शिवरात्रि व्रत का बहुत महत्व बताया गया है। साल के हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। 

(मासिक शिवरात्रि से जुड़ी संपूर्ण जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें)

16 अक्टूबर 2020- शुक्रवार- अश्विन अमावस्या, दर्श अमावस्या, अधिक मास समाप्त

हिंदू शास्त्रों में दर्श अमावस्या का दिन बेहद ही शुभ माना जाता है। शुक्ल पक्ष के अंतिम दिन दर्श अमावस्या आती है। इस रात में चंद्रमा के दर्शन नहीं होते हैं। 

17 अक्टूबर 2020- शनिवार- चन्द्र दर्शन, नवरात्रि प्रारम्भ, घटस्थापना, महाराजा अग्रसेन जयन्ती, तुला संक्रान्ति

हिंदुओं का एक प्रमुख पर्व नवरात्रि देवी शक्ति मां दुर्गा की उपासना का उत्सव है। इस साल 17 अक्टूबर, शनिवार से शारदीय नवरात्रि आरंभ हो रहे हैं।

सूर्य जब एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है, तो उस स्थिति को ही संक्रांति कहते हैं। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार तुला संक्रांति कार्तिक महीने में आती है, इस साल तुला संक्रांति 17 अक्टूबर, शनिवार को आ रही है।

17 अक्टूबर, शनिवार को महाराजा अग्रसेन जयंती मनाई जाएगी। क्षत्रिय कुल में जन्मे महाराज अग्रसेन को वैश्य अर्थात अग्रवाल समाज का जनक कहा जाता है। ये राम राज्य के समर्थक, महादानी और समाज-वाद का कार्य करने वाले राजा थे।

(शारदीय नवरात्रि की संपूर्ण जानकारी और शुभ मुहूर्त जानने के लिए यहाँ क्लिक करें)

20 अक्टूबर 2020- मंगलवार- विनायक चतुर्थी, ललिता पञ्चमी

भगवान गणेश की पूजा किसी भी पूजा में सबसे पहले किये जाने का विधान बताया गया है। ऐसे में भगवान गणेश की खास पूजा के लिए विनायक चतुर्थी का व्रत समर्पित किया गया है।

ललिता पंचमी के दिन शक्ति स्वरूपा ललिता देवी जो कि माता पार्वती का रूप हैं, उनकी पूजा की जाती है। शारदीय नवरात्रि का पांचवां दिन माता ललिता को समर्पित है।

21 अक्टूबर 2020- बुधवार- सरस्वती आवाहन, बिल्व निमंत्रण, स्कन्द षष्ठी, कल्पारम्भ, अकाल बोधन

कल्परम्भ, या जिसे काल प्रारंभ भी कहा जाता है, की क्रिया प्रात: काल में की किये जाने का विधान बताया गया है। प्रात: काल घट या कलश में जल भरकर देवी दुर्गा को समर्पित करते हुए इसकी स्थापना की जाती है। 

22 अक्टूबर 2020- बृहस्पतिवार- सरस्वती पूजा, नव-पत्रिका पूजा

दुर्गा पूजा के छठे दिन जहाँ कल्परम्भ परंपरा निभाई जाती है वहीं, सातवें दिन नव-पत्रिका परंपरा का आयोजन होता है। नव-पत्रिका को कई जगहों पर नबपत्रिका पूजन के नाम से भी जाना जाता है।

23 अक्टूबर 2020- शुक्रवार- नवपद ओली प्रारम्भ, सरस्वती बलिदान, सरस्वती विसर्जन

24 अक्टूबर 2020- शनिवार- दुर्गा अष्टमी, सन्धि पूजा, महा नवमी

नवरात्रि के नौवें और आख़िरी दिन मां सिद्धिदात्री की  पूजा की जाती है।  इस दिन को नवमी या महानवमी भी कहते हैं। मान्‍यता है कि मां दुर्गा का यह स्वरूप सभी प्रकार की सिद्धियों को प्रदान करने वाला है।

25 अक्टूबर 2020- रविवार- दुर्गा बलिदान, आयुध पूजा, दक्षिण सरस्वती पूजा, बंगाल महा नवमी, दशहरा, विजयदशमी, बुद्ध जयन्ती

माँ दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए नवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है, और नवरात्रि के बाद मनाया जाता है दशहरा। दशहरा को कहीं विजयदशमी तो कहीं आयुधपूजा के नाम से भी जाना जाता है। 

(दशहरा का महत्व और शुभ मुहूर्त जानने के लिए यहाँ क्लिक करें)

26  अक्टूबर 2020- सोमवार- दुर्गा विसर्जन, बंगाल विजयदशमी, मैसूर दसरा, विद्यारम्भम् का दिन, मध्वाचार्य जयन्ती

9 दिनों तक चलने वाले दुर्गा पूजा उत्सव का समापन दुर्गा विर्सजन के साथ होता है। इस त्यौहार की रौनक पूरे देश में देखने को मिलती है, जिसमें लोग अलग-अलग तरीके से माँ दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा करते हैं और उन्हें प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं।

27 अक्टूबर 2020- मंगलवार- पापांकुशा एकादशी, पद्मनाभ द्वादशी

आश्विन शुक्ल एकादशी को समस्त पापों का नाश करने वाली एकादशी माना गया है। इसे कई जगहों पर पापांकुशा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन इंसान को विधि पूर्वक भगवान पद्‍मनाभ की पूजा करने का विधान बताया गया है।

(पापांकुशा एकादशी का शुभ मुहूर्त जानने के लिए यहाँ क्लिक करें)

28 अक्टूबर 2020- बुधवार- प्रदोष व्रत

प्रदोष व्रत को एक अत्यंत शुभ और बेहद ही फलदायी व्रत बताया गया है। मान्यता है कि प्रदोष व्रत को करने वाले लोगों को सभी मनोवांछित फलों की प्राप्ति भी अवश्य होती है।

29 अक्टूबर 2020- बृहस्पतिवार- मिलाद उन-नबी, ईद-ए-मिलाद

30 अक्टूबर 2020- शुक्रवार- कोजागर पूजा, शरद पूर्णिमा

शरद ऋतु में आने वाली पूर्णिमा का काफी महत्व माना गया है। मान्यता के अनुसार माना जाता है कि शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा संपूर्ण, सोलह कलाओं से युक्त होता है। कहा जाता है कि इस दिन चंद्रमा पावन अमृत बरसाता है जिससे धन-धान्य, प्रेम, और अच्छी सेहत सबका वरदान प्राप्त होता है।

31 अक्टूबर 2020- शनिवार- अश्विन पूर्णिमा, पूर्णिमा उपवास, वाल्मीकि जयन्ती, मीराबाई जयन्ती, नवपद ओली पूर्ण

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ये माना जाता है कि अश्विन पूर्णिमा के ही दिन धन की देवी मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था। इसके अलावा श्रीकृष्ण ने भी इसी दिन वृन्दावन में गोपियों संग रास रचाया था।

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आश्विन माह के शरद पूर्णिमा के दिन हर साल मीराबाई जी की जयंती मनाई जाती है। श्री कृष्ण को लेकर अपने असीम प्रेम के लिए मशहूर मीराबाई एक संत होने के साथ-साथ हिन्दू आध्यात्मिक कवियित्री भी थी।

वैदिक काल के महान ऋषियों में सबसे पहला नाम संस्कृत भाषा में रामायण की रचना करने वाले “महर्षि वाल्मीकि” का आता है। उनके जन्मदिन को वाल्मीकि जयंती पर्व के रूप में मनाए जाने का विधान है। 

अक्टूबर में होने वाले गोचर 

इस महीने कई महत्वपूर्ण ग्रहों के गोचर होने वाले हैं। तो आइये जानते हैं कि इस महीने कौन-कौन से ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे जिनका आपके जीवन पर प्रभाव पड़ने वाले हैं। तो, इस महीने मंगल, बुध, सूर्य, शुक्र ग्रहों का गोचर होने वाला है। 

  • वक्री मंगल का मीन में गोचर (4-अक्टूबर 2020) मंगल ग्रह 4 अक्टूबर 2020 को सुबह 10:06 पर वक्री होकर स्वराशि मेष से मीन राशि में प्रवेश कर जाएगा और इसके बाद 14 नवंबर को सुबह 6:06 मिनट पर एक बार फिर मार्गी हो जाएगा। इस गोचर के बारे में विस्तार से जानने के लिए यहाँ क्लिक करें
  • वक्री बुध का तुला राशि में गोचर (14-अक्टूबर 2020) बुध, अपनी वक्री गति करते हुए, 14 अक्टूबर 2020, बुधवार को, तुला राशि में प्रातः 6.00 बजे अपना गोचर करेगा। इस गोचर के बारे में विस्तार से जानने के लिए यहाँ क्लिक करें
  • सूर्य का तुला राशि में गोचर (17-अक्टूबर 2020) 17 अक्टूबर को सुबह 06:50 बजे सूर्य ग्रह राशि चक्र की सप्तम राशि तुला में प्रवेश करेगा और 16 नवंबर 2020 को सुबह 06:39 तक इस राशि में रहेगा। इस गोचर के बारे में विस्तार से जानने के लिए यहाँ क्लिक करें
  • बुध का तुला राशि में अस्त (20 अक्टूबर, 2020): बुध ग्रह तुला राशि में 20 अक्टूबर, 2020 को सुबह 08:30 बजे अस्त हो जायेगा। बुध की यह स्थिति 31 अक्टूबर, 2020 को 23:13 बजे समाप्त होगी।
  • शुक्र का कन्या में गोचर (23-अक्टूबर 2020) शुक्र ग्रह 23 अक्टूबर 2020, शुक्रवार को सुबह 10.34 बजे कन्या राशि में गोचर करेगा। इस गोचर के बारे में विस्तार से जानने के लिए यहाँ क्लिक करें

अक्टूबर में होने वाला ग्रहण 

वहीं इस महीने लगने वाले ग्रहण की बात करें तो, इस महीने कोई ग्रहण नहीं लगने वाला है।

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इस महीने से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण भविष्यवाणी : 

  • इस महीने मेष राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र में थोड़ा संभल कर चलने की सलाह दी जाती है, अन्यथा टीम के लोगों के साथ आपके झगड़े होने की प्रबल आशंका है। हालांकि आप को आर्थिक लाभ होने की भी पूरी संभावना है। नौकरी की तलाश में जुटे जातकों को इस महीने  शुभ परिणाम हासिल हो सकते हैं। वहीं सिंगल जातकों को अभी थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है।
  • वृषभ जातकों को कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी। साथ ही आपका आर्थिक पक्ष भी सामान्य रहने वाला है। खुद के और घरवालों के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। इस इसके अलावा प्रेम जीवन के लिहाज़ से भी आपको कुछ दिक़्क़तों का सामना करना पड़ सकता है।
  • इस महीने मिथुन राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र में अच्छे फल प्राप्त होंगे। साथ ही अगर आपकी माता जी भी जॉब करती हैं तो उन्हें अपनी नौकरी में तरक्की मिलने की प्रबल आसार हैं। हालांकि प्रेम के लिहाज से समय थोड़ा कठिन साबित हो सकता है, लेकिन पेशेवर जीवन में भी आपको सफलता मिलेगी।
  • कार्यक्षेत्र के लिहाज से कर्क राशि के जातकों के लिए यह महीना अच्छा साबित होगा। साथ ही इस दौरान आपका आर्थिक पक्ष भी मज़बूत रहने वाला है। सलाह दी जाती है कि सोच समझकर खर्च करें। इसके अलावा पारिवारिक जीवन के लिहाज से भी समय काफी अच्छा साबित होगा।
  • सिंह राशि के भविष्य फल के अनुसार इस दौरान आपको कार्य क्षेत्र में अच्छे फल हासिल होंगे। साथ ही इस दौरान आपकी आमदनी में भी वृद्धि होगी।
  • कन्या राशि के जातकों के लिए यह महीना कार्यक्षेत्र के लिहाज़ से शुभ साबित होगा। साथ ही इस दौरान आपकी सेहत भी अच्छी रहने वाली है। आमदनी में वृद्धि होगी जिससे आपका आर्थिक पक्ष मजबूत रहने वाला है। साथ ही पारिवारिक जीवन के लिहाज से भी समय काफी अच्छा रहने की उम्मीद है।

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  • कन्या राशि के जातकों के लिए यह महीना कार्यक्षेत्र के लिहाज़ से शुभ साबित होगा। साथ ही आपकी सेहत भी अच्छी रहने वाली है। आमदनी में वृद्धि होगी जिससे आपका आर्थिक पक्ष मजबूत रहने वाला है। साथ ही पारिवारिक जीवन के लिहाज से भी समय काफी अच्छा रहने की उम्मीद है।
  • तुला जातकों के पारिवारिक जीवन में इस महीने कुछ परेशानियां आ सकती हैं। हालांकि आर्थिक पक्ष के लिहाज़ से समय अनुकूल रहेगा। स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। साथ ही कार्य क्षेत्र में भी आपको बहुत ही सोच समझकर कदम बढ़ाने की जरूरत पड़ेगी।
  • वृश्चिक राशि के जातकों के पारिवारिक जीवन के लिहाज़ से समय अनुकूल रहेगा। अगर किसी सदस्य के साथ कोई झगड़ा चल रहा था तो इस दौरान वो सुलझ सकता है। साथ ही इस राशि के छात्र जातकों के लिए भी समय अनुकूल रहेगा।
  • इस महीने धनु राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र में अधिक मेहनत करने की आवश्यकता पड़ेगी। आपका आर्थिक पक्ष सामान्य रहने वाला है। वहीं पारिवारिक जीवन के लिहाज़ से बात करें तो इस दौरान आपको अच्छे फल प्राप्त हो सकते हैं।
  • इस महीने मकर राशि के लोगों को कार्यक्षेत्र में अच्छे फल प्राप्त होंगे। नौकरी के लिए आवेदन करने के लिए समय अनुकूल। इसके अलावा इस दौरान इस महीने आप के धार्मिक कामों में पैसे खर्च हो सकते हैं।
  • कुंभ जातकों को इस महीने कार्यक्षेत्र में कुछ दिक़्क़तों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही आपकी आर्थिक स्थिति भी आपको परेशान करेगी। ऐसे में सोच समझकर चलने की सलाह दी जाती है। पारिवारिक जीवन के लिहाज से बात करें तो इस महीने आपको ज्यादा से ज्यादा समय अपने माता पिता के साथ बिताना चाहिए।
  • मीन राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र के लिहाज़ से सामान्य फल प्राप्त होंगे। इसके अलावा आर्थिक पक्ष को मजबूत करने के लिए आपको अधिक प्रयास करने की जरूरत पड़ेगी।

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