12 वर्षों के बाद बृहस्पति ने किया शुक्र के नक्षत्र में प्रवेश, इन 3 लोगों की लगने वाली है लॉटरी
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार सौरमंडल के सभी ग्रह एक समयावधि के बाद राशि के साथ-साथ नक्षत्र परिवर्तन भी करते हैं। गोचर की तरह ही ग्रहों के नक्षत्र परिवर्तन का असर भी मानव जीवन पर देखने को मिलता है। अभी देवताओं के गुरु बृहस्पति रोहिणी नक्षत्र में हैं और 12 वर्षों के बाद उन्होंने वृषभ राशि में प्रवेश किया है।
आपको बता दें कि गुरु 13 जून को रोहिणी नक्षत्र में आ चुके हैं और वे इस नक्षत्र में 20 अगस्त, 2024 तक रहने वाले हैं।
वृषभ राशि के स्वामी ग्रह शुक्र हैं और रोहिणी नक्षत्र पर भी शुक्र का ही आधिपत्य है। ऐसे में बृहस्पति का शुक्र के नक्षत्र में प्रवेश करने पर सभी राशियों के जीवन में उतार-चढ़ाव आने के संकेत हैं लेकिन तीन राशियां ऐसी हैं जिन्हें इस दौरान सबसे अधिक लाभ मिलने की संभावना है।
इन तीन राशियों के लोगों की किस्मत पलटने वाली है। इन्हें अपने जीवन में सभी प्रकार के भौतिक सुख प्राप्त होंगे। इन्हें धन, वैभव और प्रॉपर्टी आदि मिलेगी। तो चलिए जानते हैं कि गुरु के नक्षत्र में परिवर्तन करने पर किन राशियों के लोगों को फायदा होगा।
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इन राशियों की पलटेगी किस्मत
वृषभ राशि
बृहस्पति का रोहिणी नक्षत्र में आना वृषभ राशि के लोगों के लिए चमत्कारिक साबित हो सकता है क्योंकि इस समय गुरु इसी राशि में गोचर कर रहे हैं। इस समय आपकी आमदनी में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिलेगी। आपकी काम करने की शैली में भी सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है। यदि आप प्रॉपर्टी या शेयर मार्केट आदि में पैसा निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह समय उसके लिए बिल्कुल अनुकूल है।
आपको निवेश से बहुत अच्छा रिटर्न मिल सकता है। इसके साथ ही समाज में आपका मान-सम्मान और प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। विवाहित लोग अपने रिश्ते में काफी खुश और संतुष्ट महसूस करेंगे। इस समय आपकी सभी मनोकामनाओं की पूर्ति हो सकती है।
बृहस्पति सिंह राशि से कर्म भाव में स्थित हैं इसलिए यह परिवर्तन आपके लिए भी बहुत फायदेमंद साबित होगा। व्यापारियों के लिए शानदार सफलता के योग बन रहे हैं। नौकरीपेशा जातकों के लिए भी अनुकूल समय है। इन्हें अचानक से कोई अच्छी खबर मिल सकती है। इसके साथ ही आपके लिए प्रमोशन के भी आसार हैं।
इस दौरान आपको खूब पैसा कमाने का मौका मिलेगा। नौकरी देख रहे लोगों की तलाश भी अब खत्म हो सकती है। व्यापारियों को मोटा मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा। यदि आप कोई नया काम शुरू करना चाहते हैं, तो उसके लिए भी यह समय एकदम अनुकूल रहेगा।
गुरु आपके छठे भाव में विराजमान हैं इसलिए इस नक्षत्र परिवर्तन के दौरान आपकी किस्मत भी खुलने वाली है। गुरु स्वयं इस राशि के स्वामी ग्रह भी हैं इसलिए यह समय इनके लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद रहेगा। यदि कोर्ट-कचहरी में कोई मुकदमा चल रहा है, तो अब उसका फैसला आपके पक्ष में आ सकता है। प्रॉपर्टी या शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए अच्छा समय है।
रोहिणी नक्षत्र में पैदा होने वाले लोग भावुक और प्रकृति से प्यार करने वाले होते हैं। इस नक्षत्र का स्वामी केतु ग्रह को माना गया है। यह बैल गाड़ी या रथ की तरह दिखाई देता है। इन लोगों का शरीर छरहरा, पतला और आकर्षक होता है। इसके साथ ही ये जातक चुम्बकीय व्यक्तित्व के होते हैं। इनकी आंखें और मुस्कान बहुत सुंदर होती है।
इनके स्वभाव में विनम्रता और शिष्टता कूट-कूट कर भरी होती है। ये कला से प्यार करने वाले होते हैं और इनमें कलात्मकता का गुण भी होता है। ये दूसरों का ध्यान अपनी ओर खींचने में माहिर होते हैं। ये परिवार और समाज के बनाए मूल्यों एवं नियमों का सहजता से पालन करते हैं।
इस समय धनु राशि के लोगों की सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होगी। नौकरी करने वाले जातकों को प्रमोशन भी मिल सकता है। इस प्रकार आप इस समय अपने जीवन से काफी संतुष्ट महसूस करेंगे।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न. रोहिणी नक्षत्र में पैदा होने वाले लोग कैसे होते हैं?
उत्तर. ये पतले और स्वार्थी स्वभाव के होते हैं।
प्रश्न. रोहिणी नक्षत्र के देवता कौन हैं?
उत्तर. इस नक्षत्र के देवता चंद्रमा हैं।
प्रश्न. क्या रोहिणी नक्षत्र विवाह के लिए अच्छा है?
उत्तर. हां, इस समय विवाह करना अनुकूल रहता है।
प्रश्न. रोहिणी नक्षत्र के लिए कौन सा बिज़नेस सूट करता है?
उत्तर. कला, सौंदर्य, फैशन और पोषण एवं विकास से संबधित क्षेत्र।
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शुक्र का सिंह राशि में गोचर: जानें शेयर बाजार समेत देश-दुनिया पर इसका प्रभाव
शुक्र का सिंह राशि में गोचर: एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको शुक्र का सिंह राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि यह देश-दुनिया को कैसे प्रभावित करेगा, इस दौरान शेयर बाजार में क्या-क्या बदलाव देखने को मिलेंगे और साथ ही, इस दौरान हॉलीवुड व बॉलीवुड में आने वाली फिल्में कैसा प्रदर्शन करेगी इस बारे में भी जानकारी हासिल करेंगे। बता दें कि शुक्र 31 जुलाई 2024 को सूर्य के स्वामित्व वाली राशि सिंह में गोचर करने जा रहे हैं। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं इस दौरान देश-दुनिया में इसका अनुकूल व प्रतिकूल प्रभाव।
शुक्र 31 जुलाई 2024 की दोपहर 02 बजकर 15 मिनट पर सिंह राशि में गोचर करेंगे। सिंह राशि के लिए शुक्र अनुकूल ग्रह प्रतीत नहीं हो रहा है, तो चलिए आगे देखते हैं कि इसका राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
सिंह राशि में शुक्र का गोचर: विशेषताएँ
सिंह राशि में शुक्र के प्रभाव से जातक के विचार प्रभावशाली होते हैं और ये अपने विचारों से दूसरों पर एक स्थायी छाप छोड़ने में सक्षम होते हैं। इन जातकों का व्यक्तित्व बहुत अधिक शक्तिशाली और करिश्माई होता है, जिसके वजह से ये आकर्षण का केंद्र होते हैं। ये लोग अपने प्रियजनों के प्रति वफ़ादार और उदार होते हैं। कई बार ये स्वभाव में अहंकार हो सकते हैं। सिंह राशि में शुक्र के प्रभाव में आपके अंदर स्नेह और प्रेम की भावना विकसित होती है। ऐसे में, आप अपने पार्टनर के प्रति अपनी भावना को व्यक्त करने में सक्षम होते हैं और खुलकर अपनी बात कहते हैं।
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शुक्र का सिंह राशि में गोचर: विश्वव्यापी प्रभाव
रचनात्मक कला और फैशन व्यवसाय
दुनिया भर में फैशन इंडस्ट्री और फैशन व्यवसायों में तेजी देखी जा सकती है।
मॉडल और टेलीविजन कलाकारों को इस गोचर से लाभ होगा।
मनोरंजन उद्योग से जुड़े सभी लोग, चाहे वे अभिनेता हों, निर्देशक हों, संगीतकार हों, आदि, शुक्र के सिंह राशि में गोचर से तेज़ी से फलेंगे फूलेंगे।
सिंह राशि में शुक्र कॉस्मेटोलॉजिस्ट और प्लास्टिक सर्जन जैसे व्यवसायों को भी लाभ पहुंचा सकता है, क्योंकि सूर्य सिंह राशि के स्वामी होने के कारण चिकित्सा उपचार या सौंदर्य उपचार पर शासन करता है।
इस गोचर के दौरान सौंदर्य उपचार से संबंधित प्रौद्योगिकियों और उनसे संबंधित मशीनरी और उपकरणों में कुछ प्रगति देखने को मिल सकती है।
इस अवधि के दौरान मोती आभूषण व्यवसाय के मालिक और हीरे के व्यापारी अच्छी मात्रा में धन कमाने में सक्षम होंगे।
इस अवधि के दौरान फ़ैशन उद्यमियों को भी अपने व्यापार में सफलता प्राप्त होगी।
मीडिया और संचार
मीडिया और संचार से जुड़े लोग अपने करियर में उत्कृष्टता प्राप्त करेंगे।
शुक्र के सिंह राशि में गोचर के दौरान नर्सिंग, हीलिंग, मनोविज्ञान आदि जैसे व्यवसायों में लगे लोग अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
इस अवधि के दौरान मीडिया ध्यान आकर्षित करेगा क्योंकि मीडिया की मदद से दुनिया भर में नए और महत्वपूर्ण एजेंडे सामने आएंगे।
शुक्र का सिंह राशि में गोचर: शेयर बाजार की भविष्यवाणी
शुक्र उन प्रमुख ग्रहों में से एक है जो शेयर बाजार को काफी हद तक प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। शुक्र सिंह राशि में गोचर कर रहे हैं, जिस पर सूर्य ग्रह का शासन हैं। आइए देखते हैं कि शुक्र का सिंह राशि में गोचर के दौरान शेयर बाजार में किस तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे। शेयर बाजार भविष्यवाणी 2024 के अनुसार,
इस गोचर के दौरान परिधान उद्योग के साथ-साथ फैशन एक्सेसरीज उद्योग में भी तेजी देखने को मिल सकती है।
व्यावसायिक परामर्श और लेखन या मीडिया विज्ञापन-संबंधी फर्में, और प्रिंट मीडिया, दूरसंचार व प्रसारण उद्योग के सभी बड़े नाम सकारात्मक परिणामों का अनुभव कर सकते हैं।
वास्तुकला और वित्त में लगी फर्मों को इस गोचर से लाभ होगा।
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शुक्र का सिंह राशि में गोचर: आने वाली बॉलीवुड व हॉलीवुड फिल्मों पर इसका प्रभाव
शुक्र कला और मनोरंजन पर शासन करने वाला ग्रह है और इस गोचर का प्रभाव जिस प्रकार देश-दुनिया पर पड़ेगा उसी प्रकार बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्मों में भी देखने को मिलेगा। शुक्र और चंद्रमा दो ग्रह हैं जो जन्म कुंडली में रचनात्मकता का प्रतिनिधित्व करते हैं। शुक्र अब 31 जुलाई को सिंह राशि में गोचर करने जा रहे हैं तो ऐसे में देखते हैं कि इस गोचर का फिल्मों और उनके बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पर क्या प्रभाव पड़ेगा। हमें यह समझना चाहिए कि सिंह राशि पर सूर्य का शासन है और यह संचार और मीडिया से संबंधित है और दोनों ही फिल्म या मनोरंजन उद्योग में करियर का समर्थन करते हैं।
31 जुलाई 2024 के बाद रिलीज होने वाली बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्में
फिल्म का नाम
स्टार कास्ट
रिलीज़ की तारीख़
द साबरमती रिपोर्ट
विक्रांत मैसी, राशि खन्ना
2 अगस्त, 2024
तख्त
करीना कपूर, रणवीर सिंह
11 अगस्त, 2024
खेल खेल में
अक्षय कुमार, तापसी पन्नू
15 अगस्त, 2024
शुक्र का सिंह राशि में गोचर 31 जुलाई 2024 के बाद होने वाली बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्मों के लिए अनुकूल साबित हो रही है। इस बात की प्रबल संभावना है कि वे सभी फिल्में बड़े पर्दे पर बहुत अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं। सितारों को देखते हुए, साबरमती एक्सप्रेस और तख्त जैसी फिल्मों के अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है, लेकिन खेल खेल में बड़ी और जानी-मानी स्टार कास्ट होने के बावजूद दर्शकों और प्रशंसकों को निराश कर सकती है।आशंका है कि यह फिल्म उम्मीद से कम प्रदर्शन करें लेकिन अभिनेता अपने व्यक्तिगत प्रदर्शन के लिए प्रशंसा बटोर सकते हैं।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. शुक्र का सिंह में गोचर कब होगा?
उत्तर 1. शुक्र 31 जुलाई 2024 की दोपहर 02 बजकर 15 मिनट पर सिंह राशि में गोचर करेंगे।
प्रश्न 2. क्या सिंह राशि में शुक्र सकारात्मक है?
उत्तर. सिंह राशि में शुक्र कलाकारों, बैंकरों और कृषकों के लिए सकारात्मक है।
प्रश्न 3. सिंह राशि पर किस ग्रह का शासन है?
उत्तर. सूर्य ग्रह का।
प्रश्न 4. सूर्य किन नक्षत्रों पर शासन करता है?
उत्तर. कृत्तिका, उत्तरा फाल्गुनी और उत्तरा आषाढ़।
शनि के नक्षत्र में आ रहे हैं सूर्य, ये तीन लोग होने वाले हैं अमीर, प्रमोशन के भी हैं योग
ग्रह एक समयावधि के बाद राशि परिवर्तन के साथ-साथ नक्षत्र में भी परिवर्तन करते हैं। जिस प्रकार राशि परिवर्तन का असर मानव जीवन पर पड़ता है, ठीक उसी तरह नक्षत्र बदलने का प्रभाव भी होता है। अब 14 जुलाई को सूर्य देव पुष्य नक्षत्र में प्रवेश करने वाले हैं।
ज्योतिष में पुष्य नक्षत्र को तिष्य और अमरेज्य नक्षत्र के नाम से भी जाना जाता है। तिष्य का अर्थ होता है शुभ नक्षत्र और अमरेज्य का मतलब होता है देवताओं द्वारा पूजा जाने वाला नक्षत्र। पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि देव हैं।
सूर्य के नक्षत्र परिवर्तन करने पर सभी राशियों के जीवन में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे लेकिन कुछ राशियां ऐसी हैं जिन्हें इस दौरान विशेष लाभ होने की संभावना है। इनका करियर और कारोबार चमक सकता है। तो चलिए जानते हैं कि सूर्य के नक्षत्र बदलने पर किन राशियों के लोगों की किस्मत पलटने वाली है।
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इन राशियों को होगा फायदा
कर्क राशि
पुष्य नक्षत्र में आने के दौरान सूर्य कर्क राशि में संचरण करने वाले हैं इसलिए यह समय आपके लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होगा। समाज में आपकी लोकप्रियता बढ़ेगी और आपके मान-सम्मान एवं प्रतिष्ठा में भी वृद्धि देखने को मिलेगी। आपको अपने भाग्य का भी साथ मिलने वाला है जिससे आपको अपने हर कार्य में सफलता मिल पाएगी।
आपका आत्मविश्वास भी बढ़ जाएगा। शादीशुदा लोगों की जिंदगी प्यार से भरी रहेगी। आपके अंदर नेतृत्व करने का गुण विकसित होगा। अविवाहिक लोगों के लिए शादी का प्रस्ताव आ सकता है।
सूर्य मिथुन राशि से धन भाव में संचरण कर रहे हैं इसलिए सूर्य का पुष्य नक्षत्र में आना आपके लिए फायदेमंद रहने वाला है। आपको इस दौरान कई बार अचानक धन लाभ होने के आसार हैं। नौकरीपेशा जातकों के लिए भी लाभ की स्थिति बनी हुई है। आपके लिए पदोन्नति और धन लाभ के योग बन रहे हैं।
आपकी नए लोगों से मुलाकात होगी और ये लोग आगे चलकर आपको लाभ पहुंचाने का काम कर सकते हैं। आपके घर-परिवार में सुख-शांति का माहौल रहेगा। आपको खूब तरक्की मिलेगी और आपकी सभी इच्छाओं की पूर्ति भी होगी।
इस राशि के नौवें भाव में सूर्य का विचरण हो रहा है। आपके लिए भी सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन करना फायदेमंद रहने वाला है। इस दौरान आपको अपनी किस्मत का साथ मिलने वाला है। अगर आपका कोई काम अटका हुआ है या कोई अड़चन आ रही है, तो अब वह काम बन सकता है।
प्रॉपर्टी या शेयर मार्केट आदि में निवेश करने के लिए अच्छा समय है। आपको देश-विदेश घूमने का मौका भी मिल सकता है। इसके अलावा आप पैसों की बचत कर पाने में भी सफल होंगे।
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पूरे एक साल बाद सूर्य की राशि में होगा लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण, तीन राशियों की लगने वाली है लॉटरी
सौरमंडल के लगभग सभी ग्रह एक समय के बाद एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। ग्रहों के गोचर से देश-दुनिया समेत सभी लोगों के जीवन पर असर पड़ता है। ग्रहों के गोचर की दृष्टि से जुलाई का महीना बहुत महत्वपूर्ण रहने वाला है।
बुध का सिंह राशि में गोचर 19 जुलाई 2024 को 20:31 पर हो जाएगा। वहीं शुक्र ग्रह 31 जुलाई 2024 को 14:15 पर सिंह राशि में गोचर कर जाएंगे। इस तरह पूरे एक साल के बाद लक्ष्मी नारायण राजयोग बनने जा रहा है। बुध और शुक्र के एक ही राशि में आने पर यह योग बनता है। इस राजयोग के बनने पर राशिचक्र की 12 राशियों में से खास तीन राशियों के लोगों की जिंदगी बदलने वाली है।
लक्ष्मी नारायण योग बनने से तीन राशियों के जातकों को अपने जीवन में शुभ एवं सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। इन्हें अपने करियर एवं व्यवसाय में खूब तरक्की देखने को मिलेगी। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि इस शुभ संयोग से किन राशियों के लोगों को फायदा होने वाला है।
लक्ष्मी नारायण योग से इन्हें होगा फायदा
सिंह राशि
यह राजयोग आपकी राशि के लग्न भाव में बनने जा रहा है। यह समय आपके लिए बहुत ही ज्यादा शुभ रहने वाला है। इस दौरान आपका आत्मविश्वास काफी बढ़ जाएगा। आपके व्यवसाय में भी खूब वृद्धि होगी और नौकरीपेशा जातकों को भी तरक्की मिलेगी। आपकी आय के स्रोत भी बढ़ने वाले हैं। आप इस समय अधिक पैसा कमाएंगे जिससे आपकी आर्थिक स्थिति में मज़बूती आएगी। विवाहित जातकों की जिंदगी में प्यार और स्नेह बढ़ेगा। ये अपनी शादीशुदा जिंदगी में खुश रहेंगे।
इस समय आपका स्वास्थ्य भी अच्छा रहने वाला है। आपको कोई स्वास्थ्य समस्या परेशान नहीं करेगी। आपकी सारी चिंताएं दूर होंगी। अविवाहित लोगों के लिए शादी का प्रस्ताव आ सकता है।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
धनु राशि
धनु राशि से नौवें भाव में लक्ष्मी नारायण राजयोग का निर्माण होगा। आपके लिए यह समय बहुत लाभकारी रहने वाला है। आपको अपने भाग्य का साथ मिलेगा। समाज के ऊंचे और प्रभावशाली लोगों से आपकी मुलाकात होगी। इन लोगों की वजह से आपको आगे चलकर लाभ होने की उम्मीद है।
आपको देश-विदेश जाने का मौका भी मिल सकता है। आप धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम में भी शामिल हो सकते हैं। छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलने के आसार हैं।
यह शुभ संयोग आपकी गोचर कुंडली के धन और वाणी के भाव में बनने जा रहा है। इस दौरान आपको पैसे कमाने के कई शानदार अवसर मिलने वाले हैं। आप पैसों की बचत करने में भी कामयाब होंगे। समाज में आपका मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ेगी। व्यापारियों के लिए भी मुनाफे के योग बन रहे हैं।
नौकरीपेशा जातकों को भी अपने कार्यक्षेत्र में अच्छे परिणाम मिलने के संकेत हैं। आप अपनी बातों से लोगों को प्रभावित करने में सफल होंगे। आप अपने लिए नया वाहन या प्रॉपर्टी आदि भी खरीद सकते हैं। आपकी सभी इच्छाओं की पूर्ति होगी।
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72 सालों के बाद बना सावन पर शुभ संयोग, इन राशियों पर बरसेगी भोलेनाथ की खूब कृपा!
सावन 2024: देवों के देव महादेव को सावन का महीना अत्यंत प्रिय होता है इसलिए इन्हें प्रसन्न करने के लिए सावन को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, सावन माह में शिव जी का अभिषेक करने से प्रभु की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही, इनके आशीर्वाद से भक्त के जीवन में खुशियों बनी रहती हैं। इसी क्रम में, साल 2024 का सावन कई मायनों में बेहद खास होने वाला है क्योंकि इस बार श्रावण के माह में एक नहीं अनेक योग-संयोग बन रहे है। एस्ट्रोसेज के इस ब्लॉग में हम आपको सावन के साथ-साथ 72 सालों बाद बनने जा रहे दुर्लभ संयोग के संबंध में बताने जा रहे हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, सावन पर बन रहा यह योग किन राशियों के लिए शुभ साबित होगा, इसके बारे में भी बात करेंगे। तो चलिए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस लेख की और सबसे पहले जानते हैं कब से शुरू हो रहा है सावन।
सनातन धर्म में सावन माह को विशेष स्थान प्राप्त है और इस माह का आरंभ प्रत्येक वर्ष आषाढ़ मास के बाद होता है। शास्त्रों में वर्णित है कि सभी महीनों की तुलना में भगवान शिव को सावन बहुत प्रिय है। इस महीने में शिव जी की पूजा-अर्चना, व्रत और जप-तप सच्चे मन से करने से भक्त के जीवन से सभी कष्टों एवं बाधाओं का नाश हो जाता है और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। जैसे कि हम आपको बता चुके हैं कि इस बार का सावन काफी खास माना जा रहा है और ऐसे में, यह राशि चक्र की कुछ राशियों के लिए शुभ परिणाम लेकर आएगा। इन राशि के जातकों के आय में वृद्धि के साथ-साथ करियर में भी सफलता की प्राप्ति होगी। तो आइए जानते हैं कि कौन सी हैं वह राशियां जिन पर रहेगी भगवान शिव की कृपा।
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सावन पर दशकों के बाद बन रहे हैं कई शुभ योग
भगवान शंकर के भक्तों को पूरे साल सावन का बेसब्री से रहता है इसलिए इस माह के दौरान शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। बता दें कि साल 2024 में श्रावण माह का आरंभ 22 जुलाई 2024 से होने जा रहा है जबकि इसका समापन 19 अगस्त 2024 को श्रावण पूर्णिमा के साथ हो जाएगा। इस साल का सावन पूरे 29 दिनों का होगा और ऐसा बहुत सालों के बाद होने जा रहा है। इस बार सावन का आगाज़ सोमवार के साथ हो रहा है जिससे इस माह के महत्व में कई गुना वृद्धि हो गई है और ऐसे में, सावन के पहले दिन सावन सोमवार का पहला व्रत किया जाएगा।
इसके अलावा, सावन के पहले दिन या यूँ कहें सावन के पहले सोमवार पर एक साथ कई शुभ योगों का निर्माण हो रहा है जिसमें प्रीति योग, आयुष्मान योग और सर्वार्थ सिद्धि योग आदि शामिल हैं। ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति को देखें, तो इस दिन अनेक राजयोग भी बन रहे हैं। सावन माह के दौरान बुधादित्य, शुक्रादित्य, गजकेसरी योग, नवपंचम योग, शश योग और कुबेर योग आदि राजयोगों बन रहे हैं।
मेष राशि वालों के लिए सावन का महीना काफी फलदायी साबित हो सकता है और इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को जीवन में सभी तरह के भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी। इस दौरान आपको अपने परिवार के साथ अच्छा समय बिताने का मौका मिलेगा और ऐसे में, आप उनके साथ यादगार लम्हें बिताते हुए दिखाई देंगे। अगर आपका कोई काम लंबे समय से रुका हुआ है, तो अब एक बार फिर से वह काम शुरू हो सकेगा।
जिन जातकों को अपने घर-परिवार में समस्याओं या मतभेद का सामना करना पड़ रहा था, तो अब शिव जी की कृपा से आपको उनसे निजात मिल जाएगी। साथ ही, महादेव के आशीर्वाद से आपको हर कदम पर अपने भाग्य का साथ मिलेगा। मेष राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और यदि आप कहीं धन का निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं, तो सावन 2024 के दौरान आप इस दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। आपको अच्छा रिटर्न मिलेगा और नौकरी करने वालों के लिए यह माह अनुकूल रहेगा।
सिंह राशि उन भाग्यशाली राशियों में एक है जिसके लिए सावन का महीना बेहद शुभ रहेगा। ऐसे में, यह महीना आपके लिए काफी अच्छा रहने वाला है। सावन माह इन जातकों के जीवन को खुशियों से भरने का काम करेगा। साथ ही, यह अवधि आपके करियर के लिए भी फलदायी रहेगी और आपको नौकरी में अच्छे लाभ की प्राप्ति होगी।
जो लोग नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं, उनके लिए सावन का महीना नौकरी के नए अवसर लेकर आ सकता है। कार्यक्षेत्र में अपने बेहतरीन काम के बल पर आपको नौकरी में पदोन्नति या फिर वेतन में वृद्धि मिलने के योग बनेंगे। जिन जातकों का अपना व्यापार है, उन्हें बिजनेस में अच्छी सफलता मिलने की संभावना है। अगर आप नया वाहन या संपत्ति खरीदना चाहते हैं, तो आपका सपना हकीकत में बदल सकता है।
शनि देव की राशि मकर के लिए सावन का महीना सकरात्मक परिणाम लेकर आएगा क्योंकि इन लोगों के ऊपर भगवान शिव की विशेष कृपा बनी रहेगी। इसके परिणामस्वरूप, मकर राशि वालों को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता की प्राप्ति होगी। साथ ही, इन जातकों के जो काम किसी कारण से रुक गए थे, वह अब पूरे हो सकेंगे। समाज में आपके मान-सम्मान में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। इन लोगों की रुचि अध्यात्म के प्रति बढ़ेगी और ऐसे में, आप अपने परिवार के सदस्यों या फिर करीबी दोस्तों के साथ किसी धार्मिक स्थल की यात्रा पर जा सकते हैं। इन जातकों का जीवन भौतिक सुखों से पूर्ण रहेगा और आपका स्वास्थ्य भी शानदार बना रहेगा।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. सावन में जल कब चढ़ेगा 2024?
उत्तर 1. सावन शिवरात्रि 02 अगस्त 2024, शुक्रवार को है और इस दिन ही सावन शिवरात्रि का व्रत किया जाएगा। ऐसे में, इस दिन आप किसी भी समय कावड़ जल चढ़ा सकते हैं।
प्रश्न 2. 2024 में सावन कितने दिन का है?
उत्तर 2. साल 2024 में सावन माह की शुरुआत 22 जुलाई, सोमवार को होगी और इसका अंत 19 अगस्त, सोमवार के दिन हो जाएगा। इस प्रकार, इस साल सावन 29 दिनों तक चलेगा।
प्रश्न 3. 2024 में सोमवार व्रत कब शुरू करें?
उत्तर 3. साल 2024 में सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई को पड़ेगा और इसी दिन से सावन का महीना भी शुरू होगा।
प्रश्न 3. श्रावण मास में क्या नहीं करना चाहिए?
उत्तर 3. सावन के महीने के दौरान पत्तेदार सब्जियां, प्याज, लहसुन, मूली आदि का सेवन करने से बचना चाहिए। सावन माह में मांसाहार, मदिरा आदि तामसिक वस्तुओं का सेवन वर्जित होता है।
सावन का पहला सोमवार पड़ेगा इन 5 शुभ योगों में, शिव पूजा का मिलेगा सौ गुना फल!
सावन 2024: हिंदू धर्म के लिए सावन का महीना बेहद पवित्र एवं महत्वपूर्ण होता है। यह माह माता पार्वती और शिवजी को समर्पित है तथा इनकी पूजा के लिए श्रेष्ठ है। हालांकि, सावन का पूरा महीना ही पूजा-पाठ, व्रत और शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए अत्यंत शुभ रहता है, लेकिन सावन में आने वाले सोमवार का अत्यधिक महत्व माना गया है। एस्ट्रोसेज के इस ब्लॉग में आपको सावन 2024 के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त होगी। साथ ही, इस साल कब है सावन का पहला सोमवार और इस दिन कैसे करें शिव जी का पूजन? इसके बारे में भी हम आपको अवगत करवाएंगे। तो आइए बिना देर किए शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की और जानते हैं कब से शुरू हो रहा है सावन।
सावन का महीना भगवान शिव को अतिप्रिय होता है इसलिए इस पूरे माह शिवभक्त अपने आराध्य को प्रसन्न करने के लिए श्रद्धा एवं भक्ति भाव से पूजन करते हैं तथा उपवास रखते हैं। सावन के दौरान देशभर के शिवालयों और शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी रहती है। लेकिन, जब सावन सोमवार के दिन कोई शुभ योग बनता है, तो उसके महत्व में कई गुना वृद्धि हो जाती है इसलिए वर्ष 2024 के सावन का पहला सोमवार बहुत शुभ रहेगा क्योंकि इस दिन एक नहीं पूरे 5 शुभ योगों का निर्माण हो रहा है।
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2024 में कब है सावन का पहला सोमवार?
भगवान शिव के भक्तों को सावन के महीने का बेसब्री से इंतजार रहता है। कहते हैं कि इस माह में देवों के महादेव की पूजा-अर्चना करने से शिव जी जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन सोमवार व्रत करने से भगवान शिव अपने भक्त के सभी मनोरथ पूर्ण करते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। वर्ष 2024 का सावन बहुत शुभ होने वाला है क्योंकि इसका आगाज़ शिव जी के दिन सोमवार के साथ हो रहा है जो कि 22 जुलाई 2024, सोमवार के दिन शुरू होगा और इसका अंत 19 अगस्त 2024 को हो जाएगा। ऐसे में, सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई के दिन पड़ेगा। आइए नज़र डालते हैं सावन सोमवार की पूरी लिस्ट पर।
जैसे कि हम आपको बता चुके हैं कि वर्ष 2024 का पहला सावन सोमवार बेहद शुभ रहने वाला है जिसकी वजह इस दिन बनने वाले 6 शुभ योग होंगे। आइए हम आपको रूबरू करवाते हैं सावन के पहले सोमवार पर बनने वाले योगों से।
प्रीति योग: पंचांग के अनुसार, सावन 2024 के पहले सोमवार के दिन अत्यंत शुभ प्रीति योग बनने जा रहा है। यह योग 22 जुलाई 2024 के दिन शाम 05 बजकर 58 मिनट तक रहेगा। इस योग में पूजा और शुभ एवं मांगलिक कार्य करना फलदायी साबित होता है।
सर्वार्थ सिद्धि योग: ज्योतिष में सर्वार्थ सिद्धि योग सावन के पहले सोमवार के दिन बनने जा रहा है और इस योग को हर तरह के काम के लिए बहुत शुभ माना गया है। प्रथम सोमवार के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 05 बजकर 37 मिनट से लेकर देर रात 10 बजकर 21 मिनट तक बना रहेगा। इस अवधि में शिव-पार्वती की पूजा-अर्चना करने से भक्त को अक्षय फल की प्राप्ति होती है।
आयुष्मान योग: पहले सावन सोमवार के दिन प्रीति योग के तुरंत बाद आयुष्मान योग भी निर्मित होगा। यह योग मंगला गौरी व्रत की दोपहर 02 बजकर 36 मिनट पर समाप्त होगा। ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव की पूजा निशा काल में करने से मनचाहा वर की प्राप्ति होती है।
शिव वास योग: इन तीन शुभ योगों के अलावा सावन के पहले सोमवार पर दुर्लभ शिववास योग बन रहा है। शिव पुराण में इस योग को बहुत शुभ कहा गया है। ऐसी मान्यता है कि शिववास योग में भगवान शंकर का जलाभिषेक करने से भक्त को जीवन में सभी तरह के सुख प्राप्त होते हैं। बता दें 22 जुलाई के दिन यह योग दोपहर 01 बजकर 11 मिनट तक रहेगा और इस अवधि को भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए शुभ कहा जाएगा।
करण: सावन के पहले सोमवार के दिन कौलव और तैतिल करण निर्मित हो रहा है। ज्योतिष के अनुसार, इन दोनों ही करण को शुभ माना जाता है। इस दिन कौलव करण दोपहर 01 बजकर 11 मिनट तक रहेगा और इसके बाद, तैतिल करण बनेगा।
जिन जातकों के शादी-विवाह में परेशानियां आ रही हैं या किसी समस्या से जूझ रहे हैं, तो सावन सोमवार के दिन शिवलिंग पर 5 नारियल अर्पित करें। वहीं, शिवलिंग के सामने बैठकर रुद्राक्ष की माला से “ॐ श्री वर प्रदाय श्री नमः’ मंत्र का 5 माला जाप करें।
सावन सोमवार के दिन भोलेबाबा की पूजा करते समय शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। ऐसे में, जिन जातकों की विवाह में देरी हो रही है, वह सावन सोमवार के दिन शिवलिंग पर केसर मिलाकर जल अर्पित करें। ऐसा करने से शिव जी प्रसन्न होते हैं और जल्द शादी के योग बनते हैं।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. सावन का पहला व्रत कब है?
उत्तर 1. वर्ष 2024 में सावन के पहला सोमवार का व्रत 22 जुलाई, सोमवार को किया जाएगा।
प्रश्न 2. सावन के पहले सोमवार का महत्व क्या है?
उत्तर 2. सावन सोमवार के दिन शिव जी की पूजा की जाती है।
प्रश्न 3. 2024 में सावन के सोमवार कितने हैं?
उत्तर 3. साल 2024 में कुल 5 सोमवार पड़ते हैं।
इन राशियों के ऊपर टूट सकता है दुखों का पहाड़- इस सप्ताह वाहन चलाते समय भी रहें सावधान!
बात करते हैं जुलाई के चौथे सप्ताह कि, अगर आप भी यह जानना चाहते हैं कि जुलाई के चौथे सप्ताह में कौन सा व्रत त्यौहार किस दिन मनाया जाएगा, कब कौन सा ग्रहण लग रहा है, कौन सा गोचर होने जा रहा है, तो इन सभी बातों का जवाब आपको एस्ट्रोसेज के इस खास ब्लॉग में मिलने वाला है।
सिर्फ इतना ही नहीं वैदिक ज्योतिष पर आधारित हमारे इस खास ब्लॉग के माध्यम से आपको इस सप्ताह के बैंक अवकाशों और विवाह मुहूर्त की जानकारी भी हम प्रदान करेंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यहां दी जा रही भविष्यवाणी वैदिक ज्योतिष पर आधारित है और विद्वान ज्योतिषियों द्वारा की गई है। सबसे पहले आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं 22 से 28 जुलाई का यह सप्ताह सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहने वाला है।
बात करें ग्रहण और गोचर की तो वैदिक ज्योतिष में ग्रहों का गोचर हो या फिर ग्रहण दोनों को ही बहुत महत्वपूर्ण दर्जा दिया गया है। ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि इनका मानव जीवन पर प्रत्यक्ष और प्रत्यक्ष रूप से प्रभाव अवश्य पड़ता है और यही वजह है कि कोई भी भविष्यवाणी करते समय इनका विश्लेषण अवश्य किया जाता है। हालांकि आपकी जानकारी के लिए बता दें जुलाई के चौथे सप्ताह में कोई भी ग्रहण और गोचर नहीं लगने वाला है।
22 से 28 जुलाई 2024- बैंक अवकाश
बैंक अवकाशों के बारे में पहले से पता हो तो लोग अपना जरूरी बैंक से संबंधित काम पहले ही निपटा लेते हैं और उन्हें बाद में अपना काम अटकना नहीं पड़ता है। ऐसे में बात करें 22 से 28 जुलाई के बीच पड़ने वाले बैंक अवकाशों की तो इस सप्ताह में केवल एक ही बैंक अवकाश होगा और वह है 27 जुलाई 2024 को। इस दिन महीने का चौथा शनिवार है। ऐसे में इस दिन बैंक अवकाश रहेगा।
22 से 28 जुलाई 2024- विवाह मुहूर्त
विवाह मुहूर्त की बात करें तो जुलाई के इस सप्ताह में कोई भी विवाह मुहूर्त नहीं पड़ने वाला है। ऐसे में अगर आप विवाह का विचार कर रहे हैं या आपके घर में कोई विवाह योग्य है तो अभी आपको रुकने की सलाह दी जाती है। हालांकि अगर आप अपने लिए सटीक और सबसे उपयुक्त विवाह मुहूर्त की तलाश कर रहे हैं तो आप अभी विद्वान ज्योतिषियों से परामर्श लेकर अपने लिए अनुकूल तिथि का चयन कर सकते हैं।
22 से 28 जुलाई के दौरान पड़ने वाले मशहूर सितारों के जन्मदिन की जानकारी
अपने इस आखिरी सेगमेंट में हम बात करते हैं इस सप्ताह में पड़ने वाले मशहूर सितारों के जन्मदिन के बारे में। ऐसे में अगर आपका भी जन्मदिन 22 से 28 जुलाई के बीच में हुआ है तो सबसे पहले आपको जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं। चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं कि आप किन मशहूर सितारों के साथ अपना जन्मदिन साझा करते हैं।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न 1: जुलाई में पहला सोमवार व्रत कब किया जाएगा?
उत्तर: 22 जुलाई सोमवार से श्रावण प्रारम्भ हो रहा है और इसी दिन पहला सोमवार का व्रत किया जाएगा।
प्रश्न 2: जुलाई में पहला मंगला गौरी व्रत कब से है?
उत्तर: 22 जुलाई से पहला मंगला गौरी व्रत किया जाएगा।
प्रश्न 3: जुलाई के चौथे सप्ताह में कौन से ग्रहों का गोचर होने वाला है?
उत्तर: 22 से 28 जुलाई के बीच कोई भी गोचर नहीं होगा।
भोलेनाथ को इसलिए प्रिय है सावन का महीना- नोट कर लें इस माह किए जाने वाले उपाय!
सनातन धर्म में सावन के महीने का विशेष महत्व बताया गया है। सावन के महीने को श्रावण माह भी कहते हैं। यह भगवान शिव के साथ-साथ मां पार्वती का भी बेहद प्रिय महीना माना गया है। माँ पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने से व्यक्ति को शुभ फल प्राप्त होते हैं। हर साल श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से सावन का आरंभ होता है। इस वर्ष की बात करें तो सावन की प्रतिपदा तिथि 21 जुलाई को है। ऐसे में 21 जुलाई से सावान प्रारंभ हो जाएगा जो की 19 अगस्त को समाप्त होगा।
श्रावण माह की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 21 जुलाई दोपहर 3:47 से होगी और प्रतिपदा तिथि 22 जुलाई दोपहर 1:11 को समाप्त हो जाएगी।
जैसा कि हमने पहले भी बताया कि श्रावण माह का सनातन धर्म में विशेष महत्व होता है। हालांकि इस बार इस विशेष महत्व पर और भी चार चांद लग रहे हैं क्योंकि इस बार का सावन का महीना दुर्लभ संयोग में प्रारंभ हो रहा है। क्या कुछ हैं ये दुर्लभ संयोग चलिये जान लेते हैं।
दरअसल इस बार श्रावण माह की शुरुआत और सावन महीने का समापन दोनों ही सोमवार को होगा। इसके अलावा इस बार सावन में कुल पांच सावन सोमवार पड़ने वाले हैं। सिर्फ इतना ही नहीं शुभ योग की बात करें तो इस श्रावण महीने में प्रीति योग, आयुष्मान योग, सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है।
कहते हैं इन योगों में अगर भगवान भोलेनाथ की पूजा की जाए तो व्यक्ति को इससे कई गुना अधिक फलों की प्राप्ति होती है। सावन मास में सोमवती अमावस्या और सोमवती पूर्णिमा दोनों का संयोग भी बन रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें इससे पहले यह संयोग 1976, 1990, 1997 और 2017 में बना था।
श्रावण माह का धार्मिक महत्व
श्रावण मास के आध्यात्मिक महत्व की बात करें तो, ये हिंदू धर्म के सबसे पवित्र महीनों में से एक होता है। श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित होता है। इस दौरान भगवान शिव की पूजा की जाती है। श्रावण का महीना वर्षा और मानसून से जुड़ा है। यह समय कृषि संबंधी गतिविधियों के लिए सबसे अनुकूल माना जाता है। इस पवित्र महीने के दौरान भक्त भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए व्रत रखते हैं और पूजा अनुष्ठान करते हैं।
इसके अलावा श्रावण का महीना चातुर्मास की शुरुआत का भी प्रतीक होता है। चातुर्मास का समय चार महीने की ऐसी अवधि है जब भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं और इस दौरान धरती का सारा कार्यभार महादेव के कंधों पर आ जाता है।
श्रावण माह का समय आत्मनिरीक्षण के लिए बेहद अनुकूल माना जाता है। इसके साथ ही यह समय परिवर्तन के लिए भी अनुकूल होता है। दरअसल भगवान शिव विनाश और नवीनीकरण दोनों को दर्शाते हैं। ऐसे में भक्त परिवर्तन के लिए उनसे आशीर्वाद मांगते हैं और अपने शरीर और आत्मा को शुद्ध करने के लिए उपवास करते हैं। दिव्य ऊर्जा से जुड़ने के लिए भी श्रावण का महीना बेहद ही अनुकूल होता है। इस दौरान संपूर्ण ब्रह्मांड भगवान शिव की दिव्य ऊर्जा से भरा नजर आता है। इस तत्व को शुभ तत्व भी कहते हैं।
देवी पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए भी श्रावण का महीना अनुकूल माना गया है। दरअसल भक्त देवी पार्वती को भगवान शिव के प्रति उनके समर्पण के लिए जानते हैं। भगवान शिव के प्रति उनकी गहन भक्ति और श्रद्धा भक्तों के लिए प्रेरणा का काम करती है।
अब श्रावण मास के धार्मिक महत्व की बात करें तो भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए यह महीना बेहद अनुकूल है। श्रावण मास के दौरान कई सारे अनुष्ठान किए जाते हैं जिनमें से जलाभिषेक बेहद महत्वपूर्ण होता है। जलाभिषेक भक्ति और शुद्धता का प्रतीक है। श्रावण माह के दौरान भक्त शाकाहारी भोजन का पालन करते हैं। ऐसा करने से उनका शरीर और मन दोनों ही शुद्ध होते हैं और भक्त देवीय शक्तियों के करीब आते हैं। श्रावण के महीने के दौरान लोग शराब और तामसिक वस्तुओं का परहेज करते हैं और भगवान शिव को समर्पित मंदिरों में जाते हैं उन्हें फल, दूध, फूल आदि अर्पित करते हैं।
श्रावण माह के दौरान किए जाने वाले धार्मिक अनुष्ठानों की बात करें तो इस दौरान भक्त भगवान शिव का आशीर्वाद अपने जीवन में पाने के लिए तरह-तरह के धार्मिक कर्मकांड और अनुष्ठान करते हैं। इनमें से सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान होता है शिवलिंग पर जल चढ़ाना जैसे जलाभिषेक कहते हैं। यह अभिषेक शुद्धता और भक्ति का प्रतीक माना जाता है।
इसके अलावा भगवान की दिव्य कृपा प्राप्त करने के लिए महादेव के भक्त भगवान शिव की एक विशेष पूजा ‘रुद्राभिषेक’ भी करते हैं। अपने भक्ति को और अधिक स्पष्ट रूप से जाहिर करने के लिए महादेव के भक्त श्रावण के महीने में सख्त शाकाहारी भोजन का पालन करते हैं।
कहा जाता है कि ऐसा करने से मन और शरीर दोनों शुद्ध होते हैं जिससे व्यक्ति परमात्मा के और करीब पहुंचता है। इन अनुष्ठानों के अलावा भक्त शिव मंदिरों में जाते हैं और महादेव को फल, फूल, जल आदि चढ़ाते हैं। इस दौरान भगवान शिव से संबंधित मंत्रों का जाप किया जाता है, भजन गाए जाते हैं आदि। भगवान शिव का आशीर्वाद पाने और आध्यात्मिक विकास के लिए यह महीना बेहद ही शुभ माना गया है।
यूं तो सावन का पूरा ही महीना बेहद ही शुभ, पावन और फलदाई होता है लेकिन हम आपको यहां पर कुछ महत्वपूर्ण चीजों की जानकारी दे रहे हैं जो सावन के महीना के दौरान पड़ेगी और जिन्हें बेहद ही खास माना जाता है।
मान्यता है कि ये विशेष दिन व्यक्ति के जीवन में भगवान का आशीर्वाद और सौभाग्य लेकर आते हैं। 2024 में श्रावण मास के लिए कुछ बेहद ही शुभ दिन इस प्रकार हैं:
22 जुलाई श्रावण मास का पहला दिन
7 अगस्त हरियाली तीज
9 अगस्त नाग पंचमी
12 अगस्त श्रावण शिवरात्रि
भगवान शिव का आशीर्वाद अपने जीवन में प्राप्त करने और उनकी दिव्य कृपा अपने ऊपर बनाए रखने, अपने सुहाग की लंबी आयु के लिए इन दिनों पूजा प्रार्थना का विशेष महत्व बताया गया है।
श्रावण माह के दौरान उपवास
व्रत और उपवास का हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया जाता है। ऐसा माना जाता है कि श्रावण के महीने में उपवास करने से व्यक्ति का मन, शरीर और आत्मा शुद्ध होती है। भोजन और पानी से परहेज करके भक्त भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं और अपने जीवन में आध्यात्मिक विकास की ओर आगे बढ़ते हैं। किसी भी उपवास को देवी देवता के प्रति भक्ति और समर्पण दिखाने का एक तरीका माना गया है।
ऐसा माना जाता है कि श्रावण के महीने के दौरान उपवास करने से व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा रहता है, जीवन में समृद्धि आती है और सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है। उपवास के दौरान भक्तों को कुछ नियमों का भी पालन करना होता है। जैसे, इस दौरान मांसाहारी भोजन, शराब और तंबाकू का सेवन परहेज माना जाता है। उपवास कई तरीके से किए जाते हैं।
जहां कुछ लोग केवल फल और दूध पर ही उपवास करते हैं वहीं कुछ लोग दिन में एक बार भोजन करके उपवास करते हैं तो वहीं कुछ लोग पूरी तरह से ही भोजन न करके केवल जल पर ही उपवास रखते हैं। उपवास को और भी अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए भक्त विभिन्न आध्यात्मिक प्रथाओं जैसे मंत्र जाप, आरती और धार्मिक ग्रंथो को पढ़ कर भी इसके प्रभाव को बढ़ाने का प्रयत्न करते हैं।
आध्यात्मिक महत्व के अलावा श्रावण माह के दौरान उपवास करने से स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। ऐसा कहा जाता है कि यह शरीर को डिटॉक्सिफाई करते हैं, पाचन में सुधार करते हैं और व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाते हैं। उपवास से व्यक्ति वजन घटा सकता है और अपने समग्र स्वास्थ्य में सुधार ला सकता है।
कुल मिलाकर देखा जाए तो श्रावण महीने के दौरान उपवास मन, शरीर और आत्मा को शुद्ध करने और भगवान शिव का आशीर्वाद पाने का एक बेहद ही सरल सटीक रहता है। इसके अलावा यह आत्म चिंतन, भक्ति और आध्यात्मिक विकास का भी एक समय होता है।
श्रावण माह में किए जाने वाले विभिन्न तरह के उपवास
श्रावण के महीने में भक्त कई तरह के उपवास करते हैं। कहा जाता है कि यह व्रत उपवास समृद्धि, अच्छा स्वास्थ्य, मनोकामना पूर्ति लेकर आते हैं। बात करें उनके प्रकार की तो,
निर्जला उपवास: यह उपवास सबसे सख्त उपवास में से एक माना जाता है जहां भक्त पूरे दिन भोजन और पानी का सेवन करने से परहेज करते हैं। इस उपवास से अत्यधिक आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होता है।
फलाहारी उपवास: इस उपवास में भक्त केवल फल और डेयरी उत्पादों का सेवन करते हैं।
सात्विक उपवास: इस उपवास में केवल सात्विक भोजन का सेवन शामिल होता है। इसमें किसी भी तरह का प्याज़, लहसुन, मसाले नहीं शामिल किए जाते हैं। यह उपवास मन और शरीर को शुद्ध करने के लिए जाना जाता है।
एकादशी व्रत: श्रावण माह के प्रत्येक पखवाड़े की 11वें दिन एकादशी उपवास किया जाता है। इस दिन अनाज और दाल का सेवन नहीं करते हैं केवल फल दूध और सात्विक भोजन ही किया जाता है।
प्रदोष व्रत: यह व्रत श्रावण मास के प्रत्येक पखवाड़े के 13वें दिन किया जाता है। इस दौरान भक्त सूर्योदय से सूर्यास्त तक उपवास करते हैं और शाम को भगवान शिव की पूजा करते हैं।
क्या यह जानते हैं आप? श्रावण मास के दौरान प्रसाद और प्रार्थनाओं के साथ-साथ भक्त भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए उन्हें तरह-तरह के प्रसाद चढ़ाते हैं जिनमें बिल्व पत्र, दूध, शहद, दही, घी, चंदन का लेप, फूल, आदि शामिल होते हैं। इसके अलावा भगवान शिव के भक्त उनकी मूर्ति पर दूध, जल और अन्य पवित्र पदार्थ से अभिषेक अनुष्ठान स्नान भी करते हैं।
मान्यता है कि इन वस्तुओं को महादेव के ऊपर चढ़ने से समृद्धि, अच्छा स्वास्थ्य और इच्छाओं की पूर्ति होती है। इसके अलावा श्रावण मास के दौरान महामृत्युंजय मंत्र का जाप बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा कहते हैं कि यह भक्तों को सभी प्रकार के खतरों से बचाता है और उन्हें आध्यात्मिक उत्थान प्रदान करता है।
श्रावण माह- सावन सोमवार महत्व
श्रावण मास में पूजा करने के महत्व की बात करें तो, कहा जाता है कि श्रावण मास में कोई भी पूजा करने से व्यक्ति को कई गुना लाभ और आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस शुभ महीने के दौरान पूजा करने से व्यक्ति का कार्य सफल होता है और भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। इस दौरान की गई प्रार्थना और मनोकामना पूरी होने की संभावना अधिक होती है। श्रावण के महीने में पूजा करने से आध्यात्मिक लाभ के अलावा व्यवहारिक लाभ भी मिलता है। ऐसा माना जाता है कि यह व्यक्ति और उनके परिवार में शांति, समृद्धि और सद्भाव लेकर आता है।
पूजा के दौरान उत्पन्न होने वाली सकारात्मक ऊर्जा मन और शरीर को शुद्ध करती है और शांति लेकर आती है। श्रावण सोमवार व्रत करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी होती है और मनचाहा जीवनसाथी मिलता है। इस दौरान भक्त पूरे दिन भोजन और पानी का सेवन नहीं करते हैं, भगवान शिव की पूजा करते हैं, यह व्रत अन्य सभी व्रतों में बेहद ही शुभ फलदाई और समृद्धि और खुशहाली देने वाला माना जाता है।
इस व्रत के दौरान भक्त शिव मंदिरों में जाते हैं, भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए तरह-तरह के अनुष्ठान करते हैं, व्रत करते हैं।
श्रावण सोमवार व्रत के महत्वपूर्ण पहलू की बात करें तो,
इससे व्यक्ति को आशीर्वाद मिलता है और इच्छाओं की पूर्ति होती है। इस दौरान किया जाने वाला उपवास सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक किया जाता है।
अनुष्ठान की बात करें तो इस दौरान शिव मंदिर में भक्ति जाते हैं, प्रार्थना करते हैं और भगवान शिव का अभिषेक करते हैं। ऐसी मान्यता है कि श्रावण सोमवार व्रत को पूरी ईमानदारी, भक्ति और श्रद्धा के साथ करने से भक्तों का आध्यात्मिक विकास होता है, जीवन में आने वाली बाधाएँ दूर होती हैं, साथ ही यह व्रत भगवान शिव के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने और दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करने का एक बेहद ही कारगर तरीका माना गया है।
श्रावण माह राशि अनुसार उपाय
क्या आप यह जानते हैं कि, श्रावण माह में शनि की ढैया और साढ़ेसाती से बचने के लिए भी उपाय किए जा सकते हैं। दरअसल इस दौरान अगर आप सोमवार के दिन शिवलिंग पर जल अर्पित करते हैं तो इससे शनि के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा अगर आप सावन में अपनी राशि के अनुसार उपाय करना चाहते हैं तो उसकी जानकारी हम आपको नीचे प्रदान कर रहे हैं।
मेष राशि: सावन सोमवार के दिन अपने घर के मुख्य दरवाजे पर सरसों के तेल का दीपक जलाएं और उसमें दो काली गुंजा डाल दें।
वृषभ राशि: सावन सोमवार के दिन किसी सरोवर या नदी के पास जाकर घी का दीपक जलाएं और यह उपाय रात के समय करें इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होंगी और भगवान शिव की कृपा भी बनी रहेगी।
मिथुन राशि: आप अपने ऑफिस या कार्य स्थल पर सफेद आंकड़ा श्वेतार्क गणपति की स्थापना करें और उनके समक्ष नियमित रूप से दीपक जलाएं।
कर्क राशि: सावन सोमवार के दिन त्रिकोण आकृति का झंडा ऊंचा डंडे पर बांधकर लगाएँ या किसी मंदिर में दान कर दें।
सिंह राशि: सावन के सोमवार के दिन जल में दूध, दही और शहद मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें।
कन्या राशि: सावन सोमवार के दिन एकाक्षी नारियल बांधकर अपने गल्ले या फिर तिजोरी में रख दें।
तुला राशि: श्री यंत्र का लॉकेट गले में धारण करें।
वृश्चिक राशि: सावन सोमवार के दिन 14 मुखी रुद्राक्ष गले में धारण करें और शिव परिवार की नियमित रूप से पूजा करें।
धनु राशि: इस दिन आप केले का पेड़ अपने घर में लगा सकते हैं या किसी बगीचे में लगा सकते हैं और रोजाना इसकी पूजा करें।
मकर राशि: सावन में अपने घर में सफेद आंकड़ा लगाएँ और नियमित रूप से इसकी पूजा करें।
कुंभ राशि: सावन सोमवार के दिन भगवान शिव को रुद्राक्ष की माला और मां पार्वती को श्रृंगार का सामान अर्पित करें।
मीन राशि: अपने घर में पारद शिवलिंग की स्थापना करें और रोजाना उसकी पूजा और सेवा करें।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1: श्रावण मास का क्या महत्व होता है?
उत्तर: हिंदू धर्म में श्रवण माह बेहद ही महत्वपूर्ण माना गया है। ये महीना भगवान शिव को समर्पित एक बेहद ही पावन महीना होता है।
प्रश्न 2: 2024 में श्रावण महीना कब से शुरू हो रहा है?
उत्तर: 2024 में श्रावण का महीना 22 जुलाई से प्रारंभ हो रहा है।
प्रश्न 3: श्रावण मास के दौरान कौन-कौन से धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं?
उत्तर: श्रावण मास के दौरान भक्त विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान करते हैं जैसे उपवास, पूजा, मंत्रों का जाप, मंदिरों में अभिषेक करना, आदि। इस दौरान भक्त प्रार्थना करते हैं।
प्रश्न 4: श्रावण मास के दौरान उपवास कैसे किया जाता है?
उत्तर: श्रावण मास के दौरान भक्त अलग-अलग तरह से व्रत रखते हैं। कुछ लोग पूरे दिन उपवास रखते हैं और पानी और भोजन से परहेज करते हैं तो वहीं कुछ लोग फलाहार उपवास भी रखते है।
जानें गुरु पूर्णिमा की तिथि, इस दिन राशि के अनुसार करें ये ख़ास उपाय, सभी संकटों से मिलेगी मुक्ति!
हर महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी के अगले दिन पूर्णिमा तिथि पड़ती है और सनातन धर्म में हर पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इसी क्रम में आषाढ़ माह में पड़ने वाली पूर्णिमा को आषाढ़ पूर्णिमा कहते है। इसे गुरु पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस दिन वेदों के रचयिता महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था इसलिए इसे व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस दिन के बाद से आषाढ़ माह की समाप्ति होती है और सावन मास का प्रारंभ होता है। गुरु पूर्णिमा हिंदू धर्म में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो गुरुओं की पूजा और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए समर्पित है। इस दिन शिष्य अपने गुरु के चरणों को स्पर्श कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं और उनका आभार व्यक्त करते हैं। वैसे तो प्रत्येक पूर्णिमा पुण्य फलदायी होती है, लेकिन गुरु को समर्पित, गुरु पूर्णिमा का बहुत अधिक महत्व है क्योंकि यह पूरे भारत में श्रद्धा भाव से मनाया जाता है।
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर लोग अपने गुरुओं की पूजा करते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। भगवान विष्णु के अंश माने जाने वाले वेदव्यास के बिना गुरु पूर्णिमा की पूजा अधूरी मानी जाती है इसलिए इस दिन प्रथम गुरु महर्षि वेदव्यास की पूजा करनी चाहिए। तो आइए बिना देरी किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं इस साल गुरु पूर्णिमा कब मनाई जाएगी और इस दिन किए जाने वाले उन उपायों के बारे में, जिन्हें अपनाकर जीवन में कभी धन-धान्य की कमी नहीं होती है।
गुरु पूर्णिमा 2024: तिथि व समय
गुरु पूर्णिमा तिथि: रविवार, 21 जुलाई, 2024
पूर्णिमा तिथि आरंभ: 20 जुलाई 2024 की शाम 06 बजकर 01 मिनट से
पूर्णिमा तिथि समाप्त: 21 जुलाई 2024 की दोपहर 03 बजकर 48 मिनट तक।
सनातन धर्म में गुरु को ईश्वर का दर्जा दिया गया है क्योंकि गुरु ही अपने शिष्य को परमात्मा तक जाने का रिश्ता दिखाता है और जीवन को रोशनी से भरता है। हिंदू धर्म में गुरु का वर्णन संस्कृत के इस वाक्य से किया गया है- गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः, गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः। इसका अर्थ है गुरु ब्रह्मा हैं, गुरु विष्णु हैं, गुरु ही शंकर हैं, गुरु ही साक्षात परब्रह्म हैं,उन सद्गुरु को प्रणाम। इस श्लोक से इस बात की स्पष्टी हो जाती है कि गुरु का हमारे जीवन में कितना महत्व है।
हालांकि, पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, आषाढ़ पूर्णिमा के दिन ही महाभारत के रचयिता वेदव्यास जी का जन्म हुआ था। व्यास जी को प्रथम गुरु माना जाता है और उन्होंने ही मानव संसार को चारों वेदों का ज्ञान दिया था। महर्षि वेदव्यास के जन्मोत्सव को ही गुरु पूर्णिमा के रूप में हर साल आषाढ़ माह में मनाया जाता है। भारत में गुरु पूर्णिमा का उत्सव बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। शिष्य इस दिन अपने-अपने गुरुओं के प्रति आदर व्यक्त करते हैं और सम्मानजनक उनका धन्यवाद करते हैं। बता दें कि पूर्णिमा की तिथि की वजह से इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने का विशेष महत्व है। इसके अलावा, व्यास जी को भगवान विष्णु का अंश भी माना जाता है।
गुरु पूर्णिमा पर स्नान का महत्व
सनातन धर्म में गुरु पूर्णिमा के दिन स्नान और दान करने का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान और दान करने से ईश्वर की विशेष कृपा प्राप्त होती है। यदि संभव न हो तो इस दिन आप घर पर ही नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर सकते हैं। साथ ही, देवी-देवताओं के आशीर्वाद से घर में सुख-समृद्धि, सौभाग्य आता है और कभी भी व्यक्ति को धन की कमी नहीं सताती है। इसके अलावा, इस दिन किसी जरूरतमंद व्यक्ति या ब्राह्मण को पीले रंग के वस्त्र व मिठाई, चावल या दाल का दान करना शुभ होता है। ऐसा करने से जीवन में आ रही समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।
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ॐ वेदा हि गुरु देवाय विद्महे परम गुरुवे धीमहि तन्नो: गुरु: प्रचोदयात्।
ॐ गुरुभ्यो नमः:
ॐ शिवरूपाय महत् गुरुदेवाय नमः
ॐ परम तत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नमः:
गुरु पूर्णिमा की पूजा विधि
प्राचीन काल से ही गुरु पूर्णिमा के दिन शिष्य द्वारा गुरु की पूजा करने की परंपरा रही है। गुरु पूर्णिमा जीवन में गुरु के महत्व को बताती है। गुरु के माध्यम से ही मनुष्य के अंदर ज्ञान बढ़ता है और वह सही पथ पर आगे बढ़ता है। गुरु के आशीर्वाद से मनुष्य अपने जीवन में सब कुछ प्राप्त करता है इसलिए गुरु पूर्णिमा पर गुरुओं का पूजन बहुत अधिक ध्यान से करना चाहिए ताकि आने वाले समय में भी उनका आशीर्वाद बन रहा है। तो आइए जानते हैं गुरु पूर्णिमा की पूजन विधि।
गुरु पूर्णिमा के दिन सूर्योदय से पहले उठकर सभी कार्यों से निवृत हो जाए। फिर स्नान के बाद साफ वस्त्र धारण करें।
इसके बाद, पूजा स्थान पर सभी देवी-देवताओं का गंगाजल से अभिषेक करें और उनकी प्रतिमा को प्रणाम करें और मंदिर में घी का दीपक प्रज्वलित करें।
अब पूजा स्थल पर या फिर एक चौकी पर अपने गुरु की तस्वीर स्थापित करें और फूल तथा माला अर्पित करते हुए श्रद्धाभाव से उनकी पूजा करें।
पूर्णिमा के पावन दिन भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है।
यदि संभव हो तो इस दिन अपने गुरु के लिए व्रत भी रख सकते हैं।
गुरु पूर्णिमा के दिन महर्षि वेदव्यास की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन उनकी पूजा-अर्चना से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
पूजा के बाद अपने गुरु के घर जाकर पैर छूकर उनका आशीर्वाद अवश्य लें। ऐसा करने से आपके काम में कभी भी कोई रुकावट नहीं आएगी।
गुरु पूर्णिमा के त्योहार मनाने का सबसे बड़ा कारण यह है कि इस दिन महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था। शास्त्रों के अनुसार, महर्षि वेदव्यास भगवान विष्णु के अंश के रूप में धरती पर आए थे। उनके पिता का नाम ऋषि पराशर और माता सत्यवती थी। उन्हें बचपन से ही अध्यात्म में काफी रुचि थी और इसके चलते उन्हें वन जाकर तपस्या शुरू करने की इच्छा अपने माता-पिता के सामने जाहिर की लेकिन उनकी माता ने इस इच्छा के लिए उन्हें मना कर दिया। महर्षि वेदव्यास ने अपनी माता को मनाने के लिए बहुत कोशिश की और पूरे प्रयास करते हुए अपनी बात मना ली। उनकी माता ने उन्हें आज्ञा देते हुए कहा कि जब घर की याद आए तो वापस लौट आना।
इसके बाद वेदव्यास तपस्या करने के लिए जंगल की ओर चले गए और कठोर तपस्या में मन लगाने लगे। इस तपस्या के दौरान उन्हें संस्कृत भाषा का ज्ञान लिया और इस ज्ञान के बाद उन्होंने चारों वेदों महाभारत, अठारह महापुराणों और ब्रह्मास्त्र की रचना की। माना जाता है कि आज भी हमारे बीच किसी न किसी रूप में महर्षि वेदव्यास मौजूद हैं। सनातन धर्म में उन्हें वेदव्यास भगवान के रूप में पूजते हैं। उनकी नाम के कई मंदिर भी बनाए गए हैं, जहां लोग पूजा अर्चना करते हैं और आज भी वेदों में सबसे पहले उनका नाम लिया जाता है।
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर ये काम जरूर करें
गुरु पूर्णिमा के दिन घर के बड़े बुजुर्ग जैसे दादा दादी,माता पिता का पैर छूकर आशीर्वाद लेना चाहिए।
यदि आप गुरुमुख न हो वो इस दिन भगवान शिव,दत्तात्रेय, वेदव्यास, शंकराचार्य जी महाराज की तस्वीर के आगे पुष्ण चढ़ाना चाहिए और घी का दीपक जलाना चाहिए।
इस दिन हर किसी को चंदन या केसर का तिलक भी लगाना चाहिए देव गुरु बृहस्पति मजबूत होते हैं।
गुरु पूर्णिमा के दिन घर में चंदन वाली अगरबत्ती या धूप को जरूर जलाना चाहिए। इसके साथ ही, यदि संभव हो तो पीले वस्त्र धारण करना चाहिए।
इस दिन श्रीमद्भागवत गीता का पाठ भी जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से धर में सुख शांति समृद्धि की प्राप्ति होती है।
गुरु पूर्णिमा पर पीपल के पेड़ के नीचे जल चढ़ाकर घी का दीपक भी जरूर चढ़ाना चाहिए। इससे भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
इस दिन कॉपी, किताब या फिर स्टेशनरी का सामान खरीदें क्योंकि ऐसा करने से गुरु ग्रह मजबूत होता है और इस दिन इन चीज़ों का दान करना भी शुभ होता है।
मेष राशि के जातकों को इस दिन भगवान विष्णु के मंदिर जाकर प्रार्थना करनी चाहिए। इसके बाद किसी गरीब या जरूरतमंदों को पीले कपड़े या मिठाई दान करना आपके लिए शुभ साबित होगा। इसके अलावा, इस दिन अपने गुरु के पास जाकर उनका आशीर्वाद जरूर लें।
वृषभ राशि
इस दिन आप गुरु के साथ भगवान विष्णु या भगवान शिव की पूजा करें और साथ ही, भगवद गीता या अन्य आध्यात्मिक ग्रंथ का पाठ अवश्य करें। इसके बाद किसी जरूरतमंद को भोजन या धन का दान करें। ऐसा करने से आपके सारे रुके काम बनने लगेंगे।
मिथुन राशि
इस दिन अपने गुरु द्वारा दिए गए मंत्र का ध्यान करें और अपने गुरु को उपहार में कुछ सामान गिफ्ट के रूप में दें। यदि आपके कोई गुरु नहीं हैं तो आप इस दिन भगवान विष्णु का पूजन करें और उन्हें खीर का भोग लगाएं।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों को इस दिन किसी मंदिर या अन्य पूजा स्थल पर जाकर अपने गुरु की तस्वीर के सामने दीपक जलाना चाहिए। साथ ही, आप भगवान विष्णु की पूजा भी इस दिन करें तो लाभ होगा। इसके साथ गुरु मंत्र का जाप करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों को इस दिन छोटे बच्चों और छात्रों को शिक्षा से जुड़े चीज़ों का दान करना चाहिए और दूसरों की मदद करना चाहिए। साथ ही, कुछ नया सीखने के लिए किसी शिक्षण स्थान में जाएं। बच्चों के साथ समय बिताएं और अपना ज्ञान साझा करें।
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कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों को इस दिन अपने काम के जगह को साफ-सुथरा रखना चाहिए और रात के समय चंद्रमा को जल देना चाहिए।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों को इस दिन परिवार और प्रियजनों के साथ समय बिताना चाहिए और धर्म अध्यात्म की बातें करनी चाहिए। इसके अलावा, किसी धार्मिक स्थान पर जाकर गुरु का आशीष लेना चाहिए।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों को इस दिन गुरु मंत्र का जाप करना चाहिए। इसके साथ ही, जरूरतमंदों और गरीबों को भोजन कराना चाहिए। इस दिन अपने गुरु का आशीर्वाद जरूर लें और उनकी सेवा करें। गुरु को कोई ऐसी वस्तु उपहार में दें जो उन्हें सबसे प्रिय हो।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों को इस दिन किसी धार्मिक स्थान की यात्रा करनी चाहिए। साथ ही, नए लोगों से मिलकर विभिन्न संस्कृतियों के बारे में ज्ञान लेना चाहिए। इस दिन घर पर सत्यनारायण की कथा जरूर सुनें और भगवान विष्णु को खीर का भोग लगाना चाहिए। ऐसा करने से कभी भी धन की कमी नहीं होगी।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों को इस दिन चंद्रमा की पूजा करनी चाहिए और गुरु मंत्र का जाप करना चाहिए। साथ ही, किसी मंदिर में जाकर हवन करवाएं और भगवान विष्णु के चरणामृत का भोग लगाएं। फिर उसे प्रसाद के रूप में सबको बांटे।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों को इस दिन सत्य का पालन करने का वचन लेना चाहिए और गुरु की सेवा में थोड़ा समय बिताना चाहिए, इससे आपके हर बिगड़े काम बनने लगेंगे और आपके घर में सुख समृद्धि बनी रहेगी। इस दिन भगवत गीता का ज्ञान लोगों को सुनाए।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों को इस दिन आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ झुकाव बढ़ाना चाहिए। इसके साथ ही, प्रकृति के साथ समय बिताएं और दूसरों के प्रति दयालु बनें। गुरु के चरण स्पर्श करें और उनका आशीर्वाद लें। ऐसा करने से आपको अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त होगा और कोई बड़ी समस्या आपको परेशान नहीं करेगी।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. गुरु पूर्णिमा क्यों मनाई जाती है?
उत्तर 1. महाभारत के रचयिता महर्षि वेदव्यास के जन्म दिवस के रूप में गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है।
प्रश्न 2. गुरु पूर्णिमा के दिन किसकी पूजा होती है?
उत्तर 2. इस दिन महर्षि वेदव्यास और भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है।
प्रश्न 3. गुरु पूर्णिमा साल में कितनी बार आती है?
उत्तर 3. गुरु पूर्णिमा का पर्व साल में एक बार आता है।
प्रश्न 4. साल 2024 में कब है गुरु पूर्णिमा का पर्व?
उत्तर 4. साल 2024 में 21 जुलाई 2024 रविवार के दिन गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा।
नौकरी और व्यवसाय में सफलता प्राप्त करेंगी ये राशियाँ- टैरो कार्ड्स से जानें अपना हाल!
टैरो कार्ड, कार्ड्स का एक ऐसा प्राचीन डेक है और भविष्य बताने का इतना कारगर तरीका है जिसका उपयोग सदियों से तमाम रहस्यवादियों और टैरो रीडर करते आए हैं। आध्यात्मिक विकास और आत्म समझ के लिए कार्ड्स का प्रयोग प्राचीन काल से चला आ रहा है। अगर कोई व्यक्ति पूरे विश्वास और विनम्रता के साथ अपने जीवन को बदलने से संबंधित और अपने जीवन से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर खोजने के लिए आता है तो टैरो की रहस्यमई दुनिया में उन्हें उनके सवालों का जवाब अवश्य मिलता है। बहुत से लोग ऐसा मानते हैं कि टैरो दोस्तों के साथ मनोरंजन के लिए किया जाने वाला सत्र जैसा है लेकिन असल में ऐसा नहीं होता है। अपने 78 कार्ड्स के डेक में टैरो राशिफल सबसे गहरे रहस्य और इंसान के गहरे से गहरे डर को बाहर निकालने की क्षमता रखता है।
इस विशेष ब्लॉग के माध्यम से हम जानेंगे जुलाई के महीने के इस सप्ताह के लिए सभी 12 राशियों के लिए टैरो भविष्यवाणी क्या कुछ कहती है लेकिन इससे पहले आइए हम यह समझ लेते हैं कि यह शक्तिशाली जादुई उपकरण आया तो आया कहां से। दरअसल टैरो की उत्पत्ति 1400 के दशक की मानी जाती है। इसका सबसे पहला उल्लेख इटली और इसके आसपास के क्षेत्रों से आता है। शुरुआत में इसे बड़े घर के लोग ताश के पत्तों के रूप में खेलते थे और रॉयल्टी कलाकारों को अपने दोस्तों और पार्टियों के लिए आने वाले मेहमानों का मनोरंजन करने के लिए बनाने का निर्देश देते थे।
माना जाता है कि वास्तव में 16वीं शताब्दी के आसपास ही टैरो कार्ड का देवीय उपयोग शुरू किया गया था जब यूरोप के रहस्यवादियों ने इसे अभ्यास करना और सीखना शुरू किया कि कार्ड को किस तरह से व्यवस्थित रूप से फैलाना होता है और उन जटिल रेखा चित्रों के पीछे छुपे रहस्यों को कैसे समझा जाता है। कहा जाता है तब से टैरो केवल ताश के पत्तों का डेक नहीं रह गया था। इसके बाद मध्ययुगीन काल के दौरान टैरो जादू टोना से जुड़ा हुआ था और कई तरह के अंधविश्वास का साया इसके ऊपर पड़ चुका था। यही वजह थी कि फिर बहुत से लोग इसे भाग्य बताने की मुख्यधारा से दूर मानने लगे थे।
हालांकि हाल ही में कुछ दशकों पहले से टैरो को वापस अपनी खोई हुई पहचान वापस मिल गई और अब यह भविष्य बताने की मुख्यधारा में दोबारा जुड़ चुका है। टैरो भविष्यवाणी एक बार फिर भारत और दुनिया भर में भविष्य बताने के एक मुख्य उपकरण के रूप में उपयोग किया जा रहा है और निश्चित रूप से ही वापस से अपनी खोई हुई प्रसिद्धि और सम्मान प्राप्त कर रहा है। आइए अब बिना देरी किए हुए टैरो की इस दुनिया में प्रवेश करते हैं और जानते हैं कि, 21-27 जुलाई 2024 का यह सप्ताह सभी 12 राशियों के लिए कितना खास होने वाला है।
टैरो साप्ताहिक राशिफल 21-27 जुलाई 2024: राशि अनुसार भविष्यवाणियां
मेष राशि
प्रेम जीवन: किंग ऑफ स्वोर्ड्स
आर्थिक पक्ष: थ्री ऑफ पेंटेकल्स
करियर: पेज ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: जस्टिस
मेष राशि के जातकों को प्रेम के संदर्भ में किंग ऑफ स्वोर्ड्स का कार्ड मिला है जो आपके और आपके पार्टनर के बीच बौद्धिक अनुकूलता के संकेत दे रहा है। अगर आप पहले से ही किसी रिश्ते में हैं तो यह कार्ड इस बात को भी दर्शा रहा है कि आप और आपका साथी बौद्धिक स्तर पर एक मजबूत रिश्ता साझा करते हैं।
आर्थिक रीडिंग में थ्री ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड आने का अर्थ है कि इस सप्ताह आप अपने से अधिक उम्र के और अधिक अनुभवी व्यक्ति से वित्तीय अनुभव हासिल करने में सफल होंगे। यह वित्तीय ज्ञान आपको लंबे समय तक मदद करेगा। इस सप्ताह आप बहुत सारे आर्थिक सबक सीखने वाले हैं।
करियर में पेज ऑफ कप्स का कार्ड आया है जो संकेत दे रहा है कि अगर आप करियर में बदलाव पर विचार कर रहे हैं तो अब इसके लिए कदम उठाने के लिहाज से समय शानदार है। यह नई नौकरी में आवेदन या पदोन्नति को भी दर्शाता है जिससे आपके पेशेवर जीवन में खुशियां और संतुष्टि आएगी।
स्वास्थ्य में जस्टिस का कार्ड आपको अपने जीवन में संतुलन बनाए रखने के संकेत दे रहा है। अपने शरीर और दिमाग का ख्याल रखें। किसी भी चीज को हद से ज़्यादा ना करें और अपना स्वास्थ्य बिल्कुल भी नजर अंदाज न करें। अगर आप स्वास्थ्य का ध्यान नहीं देते हैं तो आपको कोई गंभीर समस्या हो सकती है।
भाग्यशाली रंग: ब्लड रेड
वृषभ राशि
प्रेम जीवन: द हिरोफ़ैंट
आर्थिक पक्ष: द फूल
करियर: ऐट ऑफ पेंटेकल्स
स्वास्थ्य: व्हील ऑफ फॉर्च्यून
वृषभ राशि के जातकों को प्रेम के संदर्भ में हिरोफ़ैंट का कार्ड प्राप्त हुआ है जो एक सकारात्मक कार्ड माना जाता है और समर्पण और साझा मूल्यों को दर्शाता है। अपने वर्तमान रिश्ते में रहने के लिए यह कार्ड पारंपरिक मूल्यों और साझेदारी के महत्व पर भी ज़ोर देता है। ऐसे में इस दौरान आपको अपनी प्रतिबद्धता को गहरा करने के लिए कदम उठाने पड़ेंगे। इस राशि के सिंगल जातकों को जल्द ही कोई अनुकूल प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है।
वित्त के संदर्भ में द फूल का कार्ड आपको अपने वित्त को संभालने के संदर्भ में लापरवाही के संकेत दे रहा है। आप आवेग में आकर बड़े फैसले ले सकते हैं। हालांकि आपको ऐसा करने से बचना चाहिए। इस बात का भी ध्यान रखें की कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप आर्थिक रूप से कितना अच्छा कर रहे हैं कुल मिलाकर यह कार्ड आपको अपने वित्त के प्रति सावधान रहने की चेतावनी दे रहा है।
करियर रीडिंग में ऐट ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड आया है जो संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आप मुख्य रूप से अपने काम में व्यस्त रहने वाले हैं और यह आपका काम ही आपके लिए जीवन का केंद्र बिंदु बना रहेगा। हालांकि खुद को काम में हद से ज्यादा व्यस्त करके जीवन की अन्य चीजों को नजर अंदाज न करें।
स्वास्थ्य रीडिंग में व्हील ऑफ फॉर्चून का कार्ड एक अनुकूल कार्ड माना जाता है क्योंकि यह संकेत देता है कि आप इस सप्ताह आप अपने परिवार और दोस्तों की मदद से अच्छा स्वास्थ्य हासिल करेंगे। इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य अनुकूल रहेगा और कोई भी बड़ी परेशानी नहीं होगी।
भाग्यशाली रंग: गुलाबी/फ्यूशिया
मिथुन राशि
प्रेम जीवन: थ्री ऑफ कप्स
आर्थिक पक्ष: नाइट ऑफ वौण्ड्स
करियर: क्वीन ऑफ पेंटेकल्स
स्वास्थ्य: द हेर्मिट
मिथुन राशि के जातकों को प्रेम के संदर्भ में थ्री ऑफ कप्स का कार्ड मिला है जो दर्शा रहा है कि आप बहुत ज्यादा अकेला महसूस कर रहे हैं और इस पूरे सप्ताह अपने दोस्तों की संगति का आनंद लेंगे। इस दौरान आपका सामाजिक जीवन बेहद ही सक्रिय रहने वाला है। इस सप्ताह आपका ध्यान प्यार या किसी रिश्ते में बंधने का नहीं है और आप सिर्फ जीवन का खुलकर आनंद लेना चाहते हैं।
वित्तीय रीडिंग में नाइट ऑफ वौण्ड्स का कार्ड आया है जो दर्शाता है कि आप अपने वित्त को संभालने में लापरवाही बरत रहे हैं। आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अपनी बचत को पूरी तरह से खत्म ना करें अन्यथा बाद में आपको वित्तीय परेशानी उठानी पड़ सकती है। अभी से बचत शुरू कर दें और अपने वित्त को अच्छी तरह से प्रबंधित करें।
करियर में आपको क्वीन ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि आप अपने काम से खुश, संतुष्ट और पोषित महसूस करते हैं और मुमकिन है कि आप इसी जगह पर अपना काम जारी भी रखना चाहेंगे। आपके वर्तमान कार्य स्थल में बहुत सारे ऐसे अवसर मौजूद हैं जहां आप अपने काम से संबंधित नई-नई चीज सीख सकते हैं और एक बेहतर व्यक्ति के रूप में विकसित हो सकते हैं।
स्वास्थ्य रीडिंग में द हर्मिट का कार्ड संकेत दे रहा है कि मिथुन राशि के जातक इस सप्ताह ज़्यादा अच्छा नहीं महसूस करने वाले हैं क्योंकि बहुत सारे मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक मुद्दे आपके जीवन में खड़े हुए हैं। आपको अपनी समस्याओं के समाधान के लिए किसी से बातचीत करने की या पेशावर मदद लेने की सलाह दी जा रही है।
कर्क राशि के जातक को प्रेम रीडिंग में आपको ऐट ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आपका ध्यान अपने काम पर ज्यादा और अपने निजी जीवन पर कम रहेगा। आप काम पर कुछ ज्यादा ही ध्यान केंद्रित करते हुए और अपने पारिवारिक मुद्दों को नजरअंदाज करते हुए नजर आने वाले हैं।
आर्थिक पक्ष पर आपको सिक्स ऑफ स्वोर्ड्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है इस सप्ताह आप अंततः अपने वित्तीय तनाव और कठिनाइयों से छुटकारा हासिल करने में कामयाब होंगे। आप अपने सभी ऋण का भुगतान करने में भी सक्षम होंगे और वित्तीय सुरक्षा का अनुभव करेंगे।
करियर रीडिंग में नाइट ऑफ कप्स का कार्ड मिला है जो बताता है कि आपके करियर में नए अवसर प्राप्त होंगे और नई भूमिका और जिम्मेदारियां आपको मिलने वाली है। अगर आप पदोन्नति की प्रतीक्षा कर रहे थे तो इस सप्ताह आपका यह सपना भी पूरा होने वाला है।
स्वास्थ्य रीडिंग में स्ट्रेंथ का कार्ड इस बात की तरफ इशारा कर रहा है कि इस सप्ताह आप अच्छे स्वास्थ्य और मजबूत जीवन शक्ति का लाभ उठाएंगे और एक स्वस्थ जीवन जीने जीते नजर आएंगे।
भाग्यशाली रंग: आइवरी
सिंह राशि
प्रेम जीवन: द मून
आर्थिक पक्ष: किंग ऑफ कप्स
करियर: ऐस ऑफ पेंटेकल्स (रीवर्ज़्ड़)
स्वास्थ्य: नाइट ऑफ स्वोर्ड्स
सिंह राशि के जातकों प्रेम के संदर्भ में द मून का कार्ड प्राप्त हुआ है जो बिल्कुल भी अनुकूल कार्ड नहीं माना जाता है। सीधी स्थिति में मून कार्ड और सहज और निश्चित महसूस करने के संकेत देता है। इस दौरान बातचीत संबंधी समस्याएं या रिश्ते में छिपी हुई परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं। नए रिश्ते में रहने वाले जातकों के लिए यह धोखे या सच्चाई को छुपाने के भी संकेत दे रहा है।
किंग ऑफ़ कप्स का कार्ड आमतौर पर बुद्धिमत्ता के चलते आर्थिक रूप से सहज और स्थिर स्थिति का संकेत देता है लेकिन जब भौतिक समृद्धि की बात आती है तो उन्हें प्रेरणा की कमी नजर आ सकती है। इस सप्ताह आप कम से कम तनाव मुक्त जीवन व्यतीत करेंगे।
करियर रीडिंग में आपको ऐस ऑफ पेंटाकल्स (रीवर्ज़्ड़) का कार्ड अनुकूल संकेत नहीं दे रहा है। इस दौरान आप ऐसा महसूस कर सकते हैं कि आपको वह पदोन्नति नहीं मिल पाई है जिसकी आप लालसा कर रहे थे। ऐसा इस कार्ड से संकेत मिल रहे हैं दरअसल ये कार्ड छूटे हुए अवसर की भावना को दर्शाता है। इसके अलावा मुमकिन है कि इस अवधि में आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि आप नौकरी में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं और आपके खराब प्रदर्शन के लिए आपको निकाला जा सकता है जिसको लेकर आप थोड़े बेचैन हो सकते हैं।
स्वास्थ्य रीडिंग में आपको नाइट ऑफ स्वोर्ड्स का कार्ड मिला है जो आपके स्वास्थ्य या फिटनेस को बढ़ाने के रहस्य के बारे में संकेत दे रहा है। आपको अभी अपने दिनचर्या में कुछ और अनुकूल परिवर्तन करने होंगे।
भाग्यशाली रंग: नारंगी
कन्या राशि
प्रेम जीवन: द चैरियट
आर्थिक पक्ष: ऐस ऑफ कप्स
करियर: सेवेन ऑफ पेंटेकल्स
स्वास्थ्य: टेन ऑफ स्वोर्ड्स
प्रेम रीडिंग में द चेरियट का कार्ड इस बात के संकेत दे रहा है कि आपको अपने रोमांटिक जीवन में थोड़ा नियंत्रण रखना होगा। अपने लिए लक्ष्य निर्धारित करें और उन पर दृढ़ संकल्पित कार्य करते रहें। यह कार्ड इस बात के संकेत दे रहा है की दृढ़ता से आपको प्यार में सफलता अवश्य मिलेगी।
आर्थिक रीडिंग में ऐस ऑफ कप्स का कार्ड इस बात को दर्शाता है जब आपके जीवन के इस चरण में निवेश की बात आती है तो आप भाग्यशाली हो सकते हैं। आर्थिक दृष्टि से यह सप्ताह बेहद शानदार रहेगा आप इस दौरान अच्छे पैसे कमाएंगे।
इसके बाद करियर रीडिंग में सेवन ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड आपको लंबे समय से कड़ी मेहनत को दर्शाता है और अब आपके प्रयास फलित होने वाले हैं। परिणाम स्वरुप आपके पास इस सप्ताह करियर के लिहाज से बेहतर अवसर मिलने वाले हैं।
स्वास्थ्य रीडिंग में टेन ऑफ स्वोर्ड्स का कार्ड लंबे समय तक स्वास्थ्य समस्याओं के बाद आपके रास्ते में आने वाली शांति और उपचार की अवधि के संकेत दे रहा है।
प्रेम रीडिंग में फोर ऑफ वौण्ड्स का कार्ड आपके जीवन में नए रोमांस की शुरुआत के संकेत दे रहा है। यह सप्ताह आपके लिए रोमांटिक रूप से अनुकूल साबित होगा और आप अपने प्यार में अनुकूल पलों का लुफ्त उठाएंगे। निजी जीवन में बेहतरीन समय आने वाला है। आप जिस व्यक्ति को पसंद करते हैं वह आपको प्रपोज कर सकता है।
वित्तीय रीडिंग में आपको ऐस ऑफ स्वोर्ड्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि आप बहुत ही तार्किक रूप से सोच कर आगे बढ़ते हैं। जब पैसों की बात आती है तो आपके दिल और दिमाग की राह अलग-अलग हो सकती है। इस सप्ताह आपको आवेश में आकर काम करने से बचने की सलाह दी जा रही है और रणनीतिक तरीके से ही काम करना आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।
करियर रीडिंग में जजमेंट के कार्ड से संकेत मिल रहे हैं कि इस सप्ताह आपके वरिष्ठों द्वारा आपका मूल्यांकन किया जाने वाला है। आपको सलाह दी जाती है कि आप अपने कदम को सोच समझ कर रखें और चीजों पर ध्यान दें। आप पर कड़ी नजर रखी जा रही है और आपके काम का मूल्यांकन बेहद ही सावधानी से और बारीकी से किया जा रहा है। आप निश्चित रूप से इस परीक्षा में सफल होंगे और हर वह चीज प्राप्त करेंगे जिससे आप हकदार हैं।
स्वास्थ्य रीडिंग में फाइव ऑफ कप्स का कार्ड संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य शायद सर्वोत्तम ना हो और आपको अपने आहार और नियमित फिटनेस व्यवस्था पर ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी। आपको पूरी तरह से ठीक होने के लिए चिकित्सकीय सलाह और अपने परिवार के साथ और प्यार की आवश्यकता होगी। कोई अज्ञात बीमारी आपको परेशान कर सकती है।
भाग्यशाली रंग: हल्का गुलाबी
वृश्चिक राशि
प्रेम जीवन: द लवर्स
आर्थिक पक्ष: किंग ऑफ वौण्ड्स
करियर: फोर ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: नाइट ऑफ स्वोर्ड्स
वृश्चिक राशि के जातकों को प्रेम रीडिंग में आपके लवर्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि आपके प्रेम जीवन में कुछ अद्भुत घटित होने वाला है। आप और आपका साथी वास्तव में गहरे स्तर पर जुड़े हुए हैं aur आप एक दूसरे के प्रति मजबूत बंधन और ढेर सारा प्यार और जुनून महसूस करते हैं। आपकी लव लाइफ बढ़िया रहने वाली है।
किंग ऑफ वौण्ड्स का कार्ड वित्तीय रीडिंग में इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि आप एक अच्छे धन प्रबंधक हैं और आपका वित्त अच्छी तरह से नियंत्रण में है। आप आर्थिक रूप से स्थिर और सुरक्षित हैं और पूरे सप्ताह अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
करियर रीडिंग में फोर ऑफ कप्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आपकी नौकरी या करियर आपको उदास महसूस करा सकते हैं या आपको अतृप्ति का एहसास हो सकता है। आप अपने पेशेवर जीवन के अच्छे पहलुओं की अपेक्षा करते नजर आएंगे क्योंकि इस दौरान आप दूसरों की सफलताओं, जीवन और उपलब्धियां से ईर्ष्या करने वाले हैं।
स्वास्थ्य रीडिंग में नाइट ऑफ स्वोर्ड्स का कार्ड मिला है। इस कार्ड से यह संकेत मिल रहे हैं कि इस सप्ताह सर्दी या किसी संक्रामक वायरल बीमारी होने की आशंका है जो आपको लंबे (या यूं कहिए तकरीबन एक सप्ताह तक) समय तक परेशान रखेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह सबसे अच्छा सप्ताह नहीं साबित होगा। आपको अपने गुस्से पर नियंत्रण रखने की भी सलाह दी जा रही है।
शुभ रंग : मूंगा लाल
धनु राशि
प्रेम जीवन: टेम्परेन्स
आर्थिक पक्ष: नाइट ऑफ पेंटेकल्स
करियर: पेज ऑफ स्वोर्ड्स
स्वास्थ्य: थ्री ऑफ पेंटेकल्स
धनु राशि के जातकों को प्रेम रीडिंग में आपको टेम्परेन्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आपका निजी जीवन संतुलित होने वाला है क्योंकि आप अपने निजी जीवन के संदर्भ में एक नई यात्रा शुरू करने के लिए तैयार हैं। इस राशि के जो जातक रिश्ते की शुरुआती अवस्था में हैं वो थोड़े अनुभवहीन अवश्य नजर आ सकते हैं।
वित्त के संदर्भ में आपको नाइट ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड मिला है जो इस सप्ताह बड़े जोखिम लेने से बचने के संकेत दे रहा है। आपको उन चीजों को प्राथमिकता देनी होगी जो आपके जीवन में सुरक्षा और विश्वसनीयता लेकर आए। मुमकिन है कि आप दीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए बचत बनाएं और धीरे-धीरे कुछ बचत भी कर रहे हैं।
करियर रीडिंग में पेज ऑफ स्वोर्ड्स का कार्ड आया है जो इस सप्ताह आपके पेशेवर करियर के बारे में आपको स्पष्टता प्रदान करेगा। पेशेवर जीवन में इस सप्ताह कई ऐसी घटना भी होने वाली है जो आपके लिए ज्यादा अनुकूल नहीं साबित होगी। यह आपके लिए एक चेतावनी के रूप में कार्य कर सकते हैं और आपको यह स्पष्ट करने के लिए मजबूर कर सकते हैं कि आपका करियर किस दिशा में जा रहा है।
स्वास्थ्य के संदर्भ में आपको थ्री ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड मिला है जो एक अच्छा शगुन है। यह दर्शाता है कि स्वास्थ्य के लिहाज से यह सप्ताह अनुकूल रहेगा और आपको किसी भी बड़ी स्वास्थ्य परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। आपको अपनी स्वास्थ्य व्यवस्था उत्तम बनाए रखनी चाहिए और व्यायाम करते रहना चाहिए।
मकर राशि के जो जातक अपने जीवन में जोखिम उठाने का विचार कर रहे हैं यह सप्ताह ऐसा करने के लिए बिल्कुल सही साबित होने वाला है। ऐसा आपको मिले सिक्स ऑफ वौण्ड्स के कार्ड से संकेत मिल रहे हैं। यह समय परिवार में शादी, मौज मस्ती और उल्लास का समय रहने वाला है। इस सप्ताह प्रतिबद्ध रिश्ते में रहने वाले जातक अपने रिश्ते को एक कदम आगे ले जा सकते हैं।
अगला कार्ड है नाइट ऑफ पेंटाकल्स का, यह संकेत दे रहा है कि वित्त आपकी और अपना रास्ता खोज रहा है। वित्तीय प्रचुरता आने के साथ-साथ नौकरी में वृद्धि या व्यवसाय में लाभ के भी संकेत आपको मिल रहे हैं। आप आखिरकार अपने प्रयासों को अपनी कड़ी मेहनत का फल प्राप्त करते देख पाएंगे।
अगला कार्ड है सेवेन ऑफ कप्स (रिवर्ज्ड) जो संकेत दे रहा है आपका करियर स्थिर है और आप अंततः या पता लगाने में सक्षम हो चुके हैं कि आप चाहते क्या हैं? अब आप अपना लक्ष्य जानते हैं और उसे हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत और निरंतरता के साथ आगे बढ़ने वाले हैं।
स्वास्थ्य रीडिंग में आपको पेज ऑफ कप्स का कार्ड मिला है जो एक अच्छे सप्ताह के संकेत दे रहा है। आप कई भावनात्मक मुद्दों से उबर सकते हैं और बेहतर स्वास्थ्य की ओर बढ़ते हुए नजर आने वाले हैं।
भाग्यशाली रंग: आसमानी नीला
कुम्भ राशि
प्रेम जीवन: थ्री ऑफ स्वोर्ड्स
आर्थिक पक्ष: द सन
करियर: पेज ऑफ वौण्ड्स
स्वास्थ्य: पेज ऑफ पेंटेकल्स
कुंभ राशि के जातक शायद अभी भी दिल टूटने के गम से उबर रहे हैं या फिर आप ब्रेकअप के सदमे से ठीक तरह से उबर नहीं पाए हैं। हालांकि यह सप्ताह आपके लिए गेम चेंजर साबित होगा क्योंकि आप जीवन का एक नया पक्ष देखेंगे और अपने आपको बेहतर ढंग से समझने वाले व्यक्ति के रूप में खोज पाने में सफल होंगे।
आर्थिक मोर्चे पर आपको द सन का कार्ड मिला है जो आपके लिए अनुकूल संकेत दे रहा है। आप इस सप्ताह वित्तीय प्रचुरता से सारबोर रहेंगे है और उन सभी सुख सुविधाओं का आनंद लेते नज़र आएंगे जो पैसों से खरीदी जा सकती है। जहां तक आर्थिक पक्ष की बात है तो यह सप्ताह उज्जवल नजर आ रहा है।
करियर रीडिंग में आपको पेज ऑफ वौण्ड्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि आप एक नई यात्रा शुरू करने वाले हैं और भविष्य की ओर सकारात्मक रूप से देख रहे हैं क्योंकि आप निश्चित हैं कि भविष्य आपके लिए उज्जवल ही होगा और आपके लिए निश्चित विकास लेकर आएगा।
स्वास्थ्य रीडिंग में पेज ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह के अधिकांश भाग में आपका स्वास्थ्य सकारात्मक रहेगा। जहां तक स्वास्थ्य का सवाल है आप कुछ बेहतरीन चरणों का आनंद उठाएंगे।
भाग्यशाली रंग: बैंगनी
मीन राशि
प्रेम जीवन: टेन ऑफ वौण्ड्स
आर्थिक पक्ष: ऐट ऑफ कप्स
करियर: टेम्परेन्स
स्वास्थ्य: डेविल
प्रेम रीडिंग में आपको टेन ऑफ वौण्ड्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि आपके रिश्ते की चमक कहीं खो चुकी है। आप दोनों हर वक्त झगड़ा करते, एक दूसरे पर दोष डालते ही नजर आ रहे हैं। आपको इस बात पर विचार करने की आवश्यकता है कि आप रिश्ता आगे बढ़ना चाहते हैं या नहीं। अगर आप इसे जारी रखना चाहते हैं तो सही ढंग से फैसला लें और रिश्ते को सुधारने के लिए आवश्यक बदलाव करें।
अगला कार्ड ऐट ऑफ कप्स का है जो संकेत दे रहा है कि आप अभी भी उस वित्तीय संकट के डर से उबर नहीं पाए हैं जिसका अपने अतीत में सामना किया था लेकिन अब समय आ गया है कि आप एक उज्जवल और बेहतर वित्तीय भविष्य की ओर बढ़ें और अपने अतीत से उबर जाएँ। अपने रास्ते में आने वाले वित्तीय प्रचुरता को खुले ढंग से स्वीकार करिए।
करियर रीडिंग में आपको टेंपरेंस का कार्ड मिला है जो करियर के विकास और स्थिरता का संकेत दे रहा है और यह भी संकेत दे रहा है कि आप सही ढंग से चुने गए क्षेत्र में हैं और लंबे समय तक इसी में रहने वाले हैं। आपका भविष्य और आने वाला सप्ताह दोनों ही शानदार रहेगा।
स्वास्थ्य रीडिंग में आपको डेविल का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि अगर आप सावधान नहीं रहते हैं तो आप स्वास्थ्य के संदर्भ में व्यक्तिगत और व्यवसाय जीवन के चलते परेशानी में फंस सकते हैं। ऐसे में इस बात को सुनिश्चित करें कि आप ऐसी किसी भी चीज से दूर रहें जिसकी आपको लत लग सकती है जैसे शराब आदि।