मकर राशि में सूर्य-बुध की युति: इन 5 राशियों पर बरसेगी बुधादित्‍य योग की कृपा!

सूर्य-बुध की युति 2025: एस्ट्रोसेज एआई की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं मकर राशि में सूर्य-बुध की युति से संबंधित यह खास ब्लॉग। 

वैदिक ज्‍योतिष के अनुसार जब सूर्य और बुध एक ही राशि और डिग्री में होते हैं, तब इन दो ग्रहों की यु‍ति होती है। बुध और सूर्य की युति एक शक्‍तिशाली संयोजन है क्‍योंकि सूर्य ग्रह हमारी पहचान, जीवन शक्‍ति और उद्देश्‍य को दर्शाते हैं जबकि बुध ग्रह संचार कौशल, बुद्धि एवं हम किस तरह से सोचते हैं, इसके कारक हैं। इन दो ग्रहों के मिलने पर इनकी ऊर्जाएं भी आपस में मिल जाती हैं और इनसे संबंधित गुणों में वृद्धि देखने को मिलती है।

ज्‍योतिष में कुछ खास परिस्थितियों में ही सूर्य और बुध की युति से प्रसिद्ध बुधादित्‍य योग का निर्माण होता है। यह योग व्‍यक्‍ति को अपने आप में सर्वश्रेष्‍ठ बनने में मदद कर सकता है। इसके साथ ही इस युति के प्रभाव में व्‍यक्‍ति राजनीति, मनोरंजन और व्‍यापार आदि के क्षेत्र में बहुत शक्‍तिशाली बन सकता है।

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सूर्य-बुध की युति से कब बनता है बुधादित्‍य योग

  • लग्‍न के लिए बुध और सूर्य दोनों योग कारक ग्रह होने चाहिए या दोनों में से कम से कम एक ग्रह योग कारक होना चाहिए।
  • इस युत‍ि पर बृहस्‍पत‍ि की दृष्टि होनी चाहिए।
  • यह युति केंद्र भावों यानी पहले, चौथे, सातवें और दसवें भाव में बननी चाहिए।
  • यह युति राहु-केतु के साथ नहीं होनी चाहिए।

ऐसी कई नामचीन हस्तियां हैं जिनकी कुंडली में बुधादित्‍य योग का निर्माण हुआ है और इस सूची में डॉ. एपीजे अब्‍दुल कलाम, डॉ. मनमोहन सिंह, माधुरी दीक्षित आदि का नाम शामिल है। बराक ओबामा की कुंडली में भी बुधादित्‍य योग बन रहा है और आगे हम उनकी ही कुंडली पर चर्चा करने जा रहे हैं।

सूर्य-बुध युति: इस योग से बराक ओबामा को मिली प्रसिद्धि और ताकत

जैसा कि हम देख सकते हैं बराक ओबामा मकर लग्‍न के हैं और उनके लग्‍न भाव के स्‍वामी शनि उनके लग्‍न स्‍थान में ही स्थित हैं। इनके विवाह एवं लोक प्रसिद्धि के सप्‍तम भाव में बन रहे बुधादित्‍य योग पर शनि की दृष्टि पड़ रही है। यह बुधादित्‍य योग और भी ज्‍यादा मज़बूत हो जाता है क्‍योंकि इस पर बृहस्‍पति की सीधी दृष्टि पड़ रही है।

ओबामा के लग्‍न के लिए योग कारक बुध बहुत अच्‍छी स्थिति में विराजमान हैं। नौवें भाव के स्‍वामी बुध और आठवें भाव के स्‍वामी सूर्य दोनों एकसाथ सातवें भाव में उपस्थित हैं। आठवें भाव के स्‍वामी सूर्य के हस्‍तक्षेप करने के कारण अमेरिका के राष्‍ट्रपति के रूप में ओबामा का कार्यकाल विवादास्‍पद रहा लेकिन नौवें भाव के स्‍वामी बुध के पुष्‍य नक्षत्र में होने के कारण ओबामा की लोकप्रियता में काफी इज़ाफा देखने को मिला। यहां पर नवम भाव के स्‍वामी बुध ने ओबामा की प्रसिद्धि को बढ़ाने में काफी मदद की है। राष्‍ट्रपति के रूप में ओबामा ने अपने कार्यकाल में जो भी महान कार्य किए, उनके लिए बुध ने उन्‍हें सम्‍मान दिलवाया है।

लग्‍न भाव में उपस्थित शनि और बृहस्‍पति ने इस योग और बुध ग्रह की मदद से ओबामा को राष्‍ट्रपति के रूप में लंबा कार्यकाल और संतोषजनक करियर दिया है। साल 2009 में जब बृहस्‍पति की महादशा चल रही थी, उस समय ओबामा को राष्‍ट्रपति बनने का मौका मिला था और इसके बाद साल 2012 में वे शनि की महादशा के दौरान दोबारा राष्‍ट्रपत‍ि बने थे। ओबामा को दो बार राष्‍ट्रपति बनाने में प्रत्‍यंतर दशा, प्राण दशा ने अपनी-अपनी भूमिकाएं निभाईं हैं।

सूर्य और बुध की युति कुंडली में बनने वाली सबसे मज़बूत युतियों में से एक है जो खुद की पहचान के साथ-साथ आपकी बुद्धि और बात करने की क्षमता से जुड़ा है।

इस योग के प्रभाव से व्‍यक्‍ति तेज दिमाग वाला और आत्‍मविश्‍वास से भरपूर बनता है और अपने विचारों को व्‍यक्‍त करने और दूसरों के विचारों को सुनने की इच्‍छा रखता है। इसके प्रभाव से व्‍यक्‍ति की खुद को व्‍यक्‍त करने की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिलता है लेकिन इससे जातक के अंदर अधिक सोचने या बातचीत में हावी होने की प्रवृत्ति देखी जा सकती है। कुल मिलाकर इस योग से व्‍यक्‍ति ऊर्जा से भरपूर, स्‍पष्‍ट बोलने वाला और मानसिक रूप से मज़बूत बनता है।

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मकर राशि में सूर्य-बुध युति: समय

24 जनवरी, 2025 को शाम 05 बजकर 26 मिनट पर मकर राशि में सूर्य और बुध ग्रह की युति होने जा रही है। इस युति से कुछ राशि के जातकों को सकारात्‍मक परिणाम मिलेंगे। आगे इन्‍हीं राशियों के बारे में विस्‍तार से बताया गया है।

मकर राशि में सूर्य-बुध युति: विशेषताएं

सूर्य और बुध की युति होने पर इन दोनो ग्रहों की ऊर्जाएं भी मिल जाती हैं। सूर्य स्‍वयं को एवं अपनी पहचान, जीवन शक्‍ति और उद्देश्‍य को दर्शाता है जबकि बुध ग्रह संचार कौशल, सोचने और सीखने की क्षमता एवं बुद्धि का कारक हैं। इन दो ग्रहों के एकसाथ शनि की मकर राशि में आने पर व्‍यक्‍ति के अंदर कुछ खास विशेषताएं देखने को मिल सकती हैं:

  • मकर राशि को व्‍यवहारिक स्‍वभाव, अनुशासन में रहने और दीर्घकालिक उद्देश्‍यों पर ध्‍यान केंद्रित करने के लिए जाना जाता है। इस राशि में सूर्य और बुध की युति होने पर जातक स्‍पष्‍ट बात करता है, अपने लक्ष्‍य को पाने का प्रयास करता है और रणनीति बनाने में माहिर होता है। इन जातकों को सीधी बात करना पसंद होता है और ये अपने विचारों को बहुत अच्‍छे से व्‍यक्‍त करने में निपुण हो सकते हैं।
  • इस युति के प्रभाव से जातक जमीन से जुड़ा रहता है और अपने कार्यों के प्रति फोकस रहता है। ये ज्ञान का उपयोग करने की तीव्र इच्‍छा रख सकते हैं। ये किसी भी समस्‍या को सुलझाने के लिए गंभीर और व्‍यवस्थित दृष्टिकोण रखते हैं और चुनौतियों के बारे में जिम्‍मेदार और सावधान होकर सोचते हैं।
  • मकर एक महत्‍वाकांक्षी राशि है। इस राशि वाले जातक सफलता पाने और अपने उद्देश्‍यों को प्राप्‍त करने के लिए प्रेरित रहते हैं। मकर राशि में सूर्य और बुध की युति व्‍यक्‍ति को बुद्धि के बल पर सफलता एवं मान्‍यता पाने की इच्‍छा को बढ़ावा देती है।
  • ये जातक अक्‍सर अपने लिए उच्‍च मानक निर्धारित करते हैं और ज्ञान एवं बुद्धि को अधिक महत्‍व देते हैं। ये चीज़ें इन्‍हें अपने दीर्घकालिक लक्ष्‍यों को प्राप्‍त करने में मदद करती हैं।
  • जिन लोगों की कुंडली में मकर राशि में सूर्य और बुध की युति होती है, उन जातकों को अपने विचार व्‍यक्‍त करने में संकोच हो सकता है। ये सावधान रहकर बात करते हैं और अपनी राय या निर्णय देने से पहले चीज़ों के बारे में सावधानी से विचार करते हैं। ये जातक स्थिरता और विश्‍वसनीयता को अधिक महत्‍व देते हैं इसलिए ये भावनाओं को दबाना पसंद कर सकते हैं।
  • मकर राशि का प्रभाव व्‍यक्‍ति को खासतौर पर कड़ी मेहनत करने या आत्‍म-अनुशासन के मामले में लगातार सीखते रहने और विकास करने के लिए दृढ़ बनाता है। कोई नया कौशल सीखने की बात हो या पढ़ाई करनी हो या किसी व्‍यवसाय में महारत हासिल करनी हो, ये जातक हर काम को धैर्य के साथ करते हैं। ये जानते हैं कि सफलता पाने में समय लगता है और इसके लिए निरंतर प्रयास करते रहने की ज़रूरत होती है।

मकर राशि में सूर्य और बुध की युति होने पर जातक बातचीत में व्‍यवहारिक होते हैं और बहुत सोच-समझकर अपने शब्‍दों का चयन करते हैं। ये जातक गंभीर, अपने लक्ष्‍य का पीछा करने वाले और कार्यों में निपुण होते हैं। ये महत्‍वाकांक्षी होते हैं और जीवन में सतर्कता के साथ आगे बढ़ते हैं। इनका दृष्टिकोण स्पष्ट होता है। यह जातक नेतृत्‍व करने के साथ-साथ समस्याओं का हल ढूंढ़ने में माहिर होते हैं और ऐसे में, यह दीर्घकालिक योजना बनाने और स्थिरता पाने में सक्षम होते हैं।

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मकर राशि में सूर्य-बुध युति: इन राशियों को होगा लाभ

वृषभ राशि

वृषभ राशि के नौवें भाव में सूर्य और बुध की युति होने जा रही है और इस युति से आपको कई तरह के लाभ प्राप्‍त होंगे। इस दौरान आप सुख-सुविधाओं का आनंद लेंगे। इसकी वजह से आपके जीवन में खुशियां बनी रहेंगी। इस समय आपके पास पर्याप्‍त मात्रा में धन रहने वाला है और आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत रहेगी। आप परिवार के साथ छुट्टियां मनाने जा सकते हैं और अपने प्रियजनों से मुलाकात कर सकते हैं। इससे आपको सुख और आनंद के साथ मानसिक शांति मिलेगी। पेशेवरों और व्‍यापारियों के लिए यह समय अच्‍छा रहने वाला है। आपको उच्‍च मुनाफा कमाने के लिए शानदार अवसर प्राप्‍त होंगे। 

पार्टनरशिप में काम करने से लाभ होगा। विभिन्‍न क्षेत्रों में नौकरी की तलाश कर रहे जातकों को करियर में प्रगति मिल सकती है या उनके वेतन में वृद्धि की जा सकती है। इसके अलावा सूर्य और बुध के गोचर के सकारात्‍मक प्रभाव वजह से आपके सामाजिक दायरे में वृद्धि होगी। इससे आपके लिए नए लोगों से जान-पहचान बनानी आसान हो जाएगी।

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मिथुन राशि

मिथुन राशि के आठवें भाव में सूर्य और बुध की युति से बन रहे बुधादित्‍य योग का निर्माण हो रहा है। आपको मकर राशि में सूर्य और बुध की युति से काफी लाभ होने की उम्‍मीद है। इस दौरान आपको अपने भाग्‍य का साथ मिलेगा और आपको हर क्षेत्र में सफलता हासिल होगी। आप मैत्रीपूर्ण तरीके से वित्तीय समस्‍याओं को सुलझाने में सक्षम होंगे। आपको पैतृक संपत्ति या अचानक वित्तीय लाभ होने के संकेत हैं। बुध के प्रभाव के कारण आपकी वाणी में आकर्षण बढ़ेगा जिससे लोग आपकी बातें सुनने में दिलचस्‍पी लेंगे। वहीं सूर्य के प्रभाव से समाज में आपकी प्रतिष्‍ठा में वृद्धि देखने को मिलेगी। लोग आपका सम्‍मान करेंगे और उनका ध्‍यान आपकी ओर रहेगा। इसके अलावा आपके नेतृत्‍व करने के गुणों में भी सुधार आने के आसार हैं।

इस समयावधि में घर-परिवार में झगड़े सुलझेंगे और एडवांस मेडिकल ट्रीटमेंट मिलने से आपका और आपके परिवार का दृष्टिकोण सकारात्‍मक रहेगा। आपकी वित्तीय स्थिति अच्‍छी रहेगी और आपको पैतृक संपत्ति से लाभ मिलने की संभावना है। इस दौरान पर्यटन के क्षेत्र या अंतर्राष्‍ट्रीय कंपनियों में काम करने वाले जातक अच्‍छा प्रदर्शन करेंगे।

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कन्‍या राशि

कन्या राशि के पांचवे भाव में सूर्य और बुध की युति हो रही है। इस दौरान आपकी इच्‍छाओं की पूर्ति हो सकती है। जो जातक रचनात्‍मक क्षेत्रों जैसे कि इंटीरियर डिज़ाइनिंग, आ‍र्किटेक्‍चर और अन्‍य क्षेत्रों में काम करते हैं, समाज में उनकी प्रतिष्‍ठा बढ़ेगी। वहीं नौकरीपेशा जातकों को करियर में उन्‍नति मिलने के आसार हैं। जैसे कि आपके वेतन में वृद्धि की जा सकती है या आपके वरिष्‍ठ अधिकारी आपका प्रमोशन कर सकते हैं। इस समय आप अपने लक्ष्‍यों को प्राप्‍त करने में सक्षम होंगे एवं आपकी सभी इच्‍छाएं पूर्ण होंगी। अंतर्राष्‍ट्रीय व्‍यापार या रियल एस्‍टेट में निवेश करने से अच्‍छा मुनाफा मिल सकता है।

आप शेयर मार्केट में अपनी किस्‍मत आज़मा सकते हैं और आपको कई स्रोतों से पैसा कमाने के अवसर मिलेंगे। इसके अलावा कुछ कन्‍या राशि के जातकों को अपने किसी पुराने खाते, घर या निवेश से लाभ मिल सकता है। प्‍यार और स्‍नेह के बल पर आप अपने वैवाहिक संबंध को सफल बना सकते हैं। आप अपने जीवनसाथी के साथ छुट्टियां मनाने जा सकते हैं। इससे आप दोनों एक-दूसरे के और ज्‍यादा नज़दीक आ जाएंगे। आप अपने परिवार के हर एक सदस्‍य की इच्‍छाओं को पूरा करने को प्राथमिकता दे सकते हैं।

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तुला राशि

इस राशि के चौथे भाव में बुधादित्‍य योग बनने जा रहा है। सूर्य और बुध की युति से आपको विशेष लाभ मिलने की उम्‍मीद है और इससे आपकी आर्थिक स्थिति को मज़बूती मिलेगी। अगर आप अपने जीवन में हर काम को उत्‍कृष्‍टता के साथ करेंगे, तो आप अपने विचारों से दूसरों को प्रभावित करने में सफल हो पाएंगे। यदि आप वित्तीय समस्‍याओं से जूझ रहे हैं, तो अब आपको आय के नए स्रोत मिलेंगे एवं आपकी जीवनशैली में लाभकारी बदलाव आ सकते हैं। आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आ सकता है और आपकी कड़ी मेहनत की वजह से आपके वेतन में वृद्धि होने के आसार हैं।

सूर्य के प्रभाव के कारण आपको संतुष्टि पाने और धन कमाने के अवसर प्राप्‍त होंगे। इसके अलावा अगर आप स्‍टॉक मार्केट में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो इसके लिए यह अनुकूल समय है। इस मामले में आपको अपने भाग्‍य का साथ मिलेगा। आप और आपका जीवनसाथी एक-दूसरे का सहयोग करेंगे और एकसाथ प्रगति करेंगे। इसके अलावा आप नई कार या घर खरीदने के अपने सपने को पूरा कर सकते हैं।

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कुंभ राशि

कुंभ राशि के बारहवें भाव में मकर राशि में सूर्य और बुध की युति हो रही है। इस समय आप ऊर्जा से भरपूर महसूस करेंगे। इस दौरान आपके प्रभावशाली लोगों के साथ संबंध मज़बूत होंगे और आपका सामाजिक दायरा बढ़ेगा। आप करियर के क्षेत्र में तेजी से प्रगति करेंगे। इसके साथ ही आपके लिए करियर के क्षेत्र में कई रोमांचक संभावनाएं बनी हुई हैं। इसके अलावा आपकी आय का नया स्रोत बन सकता है। विदेश में बसे लोगों की समृद्धि में वृद्धि देखने को मिलेगी।

बुध के अनुकूल प्रभाव के कारण व्‍यापारियों को अपने प्रयासों में सफलता मिलेगी और व्‍यावसायिक आमदनी की वजह से आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत होगी। पैसों की बचत करने के लिए यह अच्‍छा समय है। आपको अपने हर निवेश से अच्‍छा लाभ मिलने की उम्‍मीद है। पेशेवर जीवन से जुड़े लोगों के साथ आपके अच्‍छे संबंध बनेंगे और ऐसे में आपको प्रगति के अवसर प्रापत होंगे। इस समय आपकी सेहत में भी सुधार देखने को मिलेगा।

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मकर राशि में सूर्य-बुध युति होने पर करें ये उपाय

  • आप नियमित रूप से आदित्‍य हृदयम स्‍तोत्र का पाठ करें।
  • बुध ग्रह के बीज मंत्र ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:’ मंत्र का जाप करें।
  • गरीब लोगों को हरे रंग की पत्तेदार सब्जियां दान करें।
  • गरीबों को गुड़ या गेहूं दान करें।
  • सूर्य को मज़बूत करने के लिए रोज़ सूर्य को अर्घ्‍य दें।
  • किसी अनुभवी ज्‍योतिषी से परामर्श करने के बाद आप माणिक्‍य या पन्‍ना रत्‍न पहन सकते हैं। इससे सूर्य और बुध को मज़बूती मिलती है।

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1. क्‍या बुध और सूर्य के बीच मित्रता है?

उत्तर. हां, ये दोनों ग्रह मित्र हैं।

प्रश्‍न 2. क्‍या बुधादित्‍य योग से लोकप्रियता बढ़ती है?

उत्तर. हां, यह योग व्‍यक्‍ति को प्रसिद्ध कर सकता है।

प्रश्‍न 3. मकर राशि का स्‍वामी ग्रह कौन है?

उत्तर. इस राशि पर शनि देव का स्‍वामित्‍व है।

शुक्र का मीन राशि में गोचर: इन राशियों पर मेहरबान रहेंगे प्रेम के देवता!

शुक्र का मीन राशि में गोचर: एस्ट्रोसेज एआई की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं शुक्र के गोचर से संबंधित यह खास ब्लॉग। प्रेम के देवता शुक्र 28 जनवरी, 2025 को अपनी उच्‍च राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं।

शुक्र को प्रेम के ग्रह के रूप में जाना जाता है। भाग्‍य के स्‍वामी के रूप में प्रसिद्ध शुक्र को प्रेम, सौंदर्य और धन की रोमन देवी का नाम दिया गया है। वैदिक ज्‍योतिष में शुक्र का संबंध सभी प्रकार की भौतिक और वैभवपूर्ण चीज़ों से होता है। शुक्र ग्रह आपके दूसरों के साथ जुड़ने के अलग-अलग तरीकों, अपने पर्यावरण की सराहना करने और अपने साथ तालमेल बिठाने का प्रतीक हैं। ये ग्रह आपकी कुंडली में आपके प्रेम या हृदय को रोशन करता है। आपकी शुक्र राशि पर ही निर्भर करता है कि अंतरंगता, प्‍यार और अपनेपन को लेकर आपकी इच्‍छाएं और लक्ष्‍य क्‍या हैं। यह आपके प्रेम के सूक्ष्‍म पहलुओं को व्‍यक्‍त करता है और बताता है कि आप किस तरह से अपनी भावना को व्‍यक्‍त करते हैं।

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शुक्र का मीन राशि में गोचर: समय

28 जनवरी को सुबह 06 बजकर 42 मिनट पर शुक्र ग्रह मीन राशि में प्रवेश करेंगे। मीन शुक्र की उच्‍च राशि है और कुंडली में इस स्थिति को शुक्र के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। तो चलिए अब जानते हैं कि शुक्र के मीन राशि में गोचर करने का राशियों और देश-दुनिया पर क्‍या प्रभाव देखने को मिलेगा।

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मीन राशि में शुक्र: विशेषताएं

मीन राशि में शुक्र की उपस्थिति को अत्‍यधिक रोमांटिक और करुणामयी माना जाता है। शुक्र प्रेम, सौंदर्य और संबंधों का कारक हैं और मीन राशि में होने पर वह अपनी ऊर्जा को बेहद सुंदर और आदर्शवादी तरीके से व्‍यक्‍त करते हैं। मीन राशि के स्‍वामी बृहस्‍पति हैं और इस ग्रह का संबंध सहानुभूति, सहज ज्ञान एवं अध्‍यात्‍म से है। शुक्र के मीन राशि में होने की निम्‍न विशेषताएं हैं:

आदर्शवादी और रोमांटिक

शुक्र के मीन राशि में होने पर व्‍यक्‍ति का प्‍यार को लेकर आदर्शवादी दृष्टिकोण होता है। इन्‍हें भावनात्‍मक स्‍तर पर गहराई से जुड़ना पसंद होता है और ये परियों जैसी प्रेम कहानी का सपना देख सकते हैं। इस वजह से ये जातक रिश्‍ते में बहुत ज्‍यादा रोमांटिक और भावुक हो सकते हैं।

दयालु और सहानुभूतिपूर्ण

मीन राशि में शुक्र के होने पर व्‍यक्‍ति बहुत ज्‍यादा सहानुभूति रखने वाला होता है और दूसरों की भावनाओं को अच्‍छे से समझ और आत्‍मसात कर सकता है। ये अपने पार्टनर का बहुत ख्‍याल रखते हैं और उनकी भवनात्‍मक ज़रूरतों को लेकर अधिक सजग रहते हैं। ये उनके लिए कभी-कभी बलिदान देने तक से नहीं चूकते हैं।

रचनात्‍मक और कलात्‍मक

शुक्र के मीन राशि में होने पर व्‍यक्‍ति के अंदर प्राकृतिक रूप से कलात्‍मक गुण मौजूद होते हैं। ये कला, संगीत, नृत्‍य या कविता जैसे रचनात्‍मक क्षेत्रों के प्रति आकर्षित रहते हैं। इनकी भावनाओं को समझने की ताकत, इनकी रचनात्‍मकता और काबिलियत को बढ़ावा देती है।

रोमांटिक होते हैं

शुक्र के इस राशि में होने पर व्‍यक्‍ति की अपने पार्टनर या रिश्‍तों को आदर्श बनाने की प्रवृत्ति हो सकती है। कभी-कभी ये अपने सपनों जैसा रिश्‍ता पाने के लिए अपने पार्टनर की खामियों तक को अनदेखा कर देते हैं। जब प्‍यार को लेकर उनके आदर्श नज़रिए से वास्‍तविकता मेल नहीं खाती है, तब इस स्थिति में इन्‍हें निराशा हो सकती है। जब रिश्‍तों में मुश्किलें आती हैं, तब ये उस परिस्थित‍ि का सामना करने के बजाय उससे भागने लगते हैं।

संवेदनशील और असुरक्षित

ये जातक दूसरों की भावनाओं को लेकर बहुत ज्‍यादा संवेदनशील हो सकते हैं। इसकी वजह से ये अपने रिश्‍तों में अत्‍यधिक असुरक्षित महसूस करते हैं और दूसरों की बातों या कार्यों से आसानी से दुखी हो जाते हैं। इन्‍हें अक्‍सर प्‍यार और स्‍नेह के मामले में एक अनकही इच्‍छा होती है लेकिन इन्‍हें अपनी ज़रूरतों को व्‍यक्‍त करने में कठिनाई हो सकती है।

प्रेम में आध्‍यात्मिक और अपरांपरगत

मीन राशि में शुक्र के होने का एक आध्‍यात्मिक आयाम भी है। ये जातक ऐसे प्‍यार के प्रति आकर्षित हो सकते हैं जो कि भौतिक दुनिया से परे होता है। ये ऐसे अपरांपरगत रिश्‍तों या पार्टनर की ओर आकर्षित हो सकते हैं जिनके रिश्‍तों और अपनेपन को लेकर इनके जैसे ही आदर्श होते हैं। इनमें से कुछ लोग ऐसे जीवनसा‍थी की तलाश भी कर सकते हैं जिनके साथ इनकी किस्‍मत जुड़ी हो या इनके कर्मों का संबंध हो।

प्‍यार में त्‍याग करना

मीन राशि में शुक्र के होने पर व्‍यक्‍ति दूसरों के लिए अपनी ज़रूरतों का त्‍याग करने वाला होता है। ये अपने आप से पहले अपने प्रियजनों को रखते हैं। यह एक अच्‍छा गुण हो सकता है लेकिन अगर ये बहुत ज्‍यादा कर देते हैं और रिश्‍ते में कोई सीमा बनाकर नहीं रखते हैं, तो इसकी वजह से संबंध खराब हो सकते हैं।

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शुक्र का मीन राशि में गोचर: इन राशियों को होगा लाभ

मेष राशि

शुक्र मेष राशि के दूसरे और सातवें भाव के स्‍वामी हैं और अब वह आपके बारहवें भाव में गोचर करने जा रहे है। शुक्र आपके बारहवें भाव में रहेंगे जिसका मतलब है कि आप सुख-सुविधाओं पर पैसा खर्च करेंगे। निजी क्षेत्र में काम कर रहे नौकरीपेशा जातकों के ऊपर जिम्‍मेदारियां बढ़ सकती हैं या उन्‍हें पदोन्‍नति मिल सकती है। इससे इनकी आय में वृद्धि देखने को मिलेगी। व्‍यापारियों को आर्थिक लाभ होने के संकेत हैं एवं शुक्र के मीन राशि में गोचर करने के दौरान आप अपने बिज़नेस को आगे बढ़ा सकते हैं। इनके लिए अपने कार्यक्षेत्र या पेशे में प्रगति करने के लिए शानदार समय है। इन्‍हें अंतर्राष्‍ट्रीय प्रोजेक्‍ट भी मिल सकते हैं।

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मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र इनके पांचवे और बारहवें भाव के स्‍वामी हैं और अब इस गोचर के दौरान शुक्र इनके करियर के भाव यानी दशम भाव में गोचर करेंगे। मिथुन राशि के जातकों के करियर के लिए यह शानदार समय है। आप कार्यक्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे और अगर आप मैनेजर के पद पर हैं, तो अधिकारी आपकी सिफारिश और आलोचना पर ध्‍यान देंगे। शुक्र के मीन राशि में गोचर करने के दौरान आपको सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। रचनात्‍मक क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों जैसे कि कलाकारों और डिज़ाइनरों को अधिक लाभ होने के संकेत हैं। इनके लिए यह समय काफी अच्‍छा रहने वाला है।

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कर्क राशि

कर्क राशि के चौथे और ग्‍यारहवें भाव के स्‍वामी शुक्र ग्रह हैं और अब इस गोचर के दौरान वह आपके नौवें भाव में रहेंगे। इस दौरान कर्क राशि के जातक राहत की सांस लेंगे क्‍योंकि शुक्र नौकरीपेशा जातकों को धन लाभ और प्रमोशन का तोहफा दे रहा है। आपकी कड़ी मेहनत के बदले में आपके वेतन में वृद्धि भी की जा सकती है। जिन जातकों का बिज़नेस मुनाफे में चल रहा है, वे भी इस समयावधि का आनंद लेंगे। करियर से संबंधित आपके अनुभव आपके लिए मददगार साबित होंगे।

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कन्‍या राशि

कन्या राशि के दूसरे और नौवें भाव के स्‍वामी शुक्र अब आपके सातवें भाव में प्रवेश करने जा रहे हैं। आप अपने जीवनसाथी के सहयोग से बिज़नेस में खूब पैसा कमाएंगे। आपको कॉर्पोरेट निवेश से लाभ होने की उम्‍मीद है। शुक्र के मीन राशि में गोचर करने के दौरान निजी क्षेत्र में नौकरी करने वाले जातकों को अपने पेशेवर नेटवर्क की मदद से अच्‍छी नौकरी मिल सकती है या इस दौरान आपके बॉस आपके पक्ष में रह सकते हैं। कार्यक्षेत्र में आपके काम को पहचान और आपको प्रसिद्धि मिलेगी।

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वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के सातवें और बारहवें भाव के स्‍वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वह आपके पांचवे भाव में गोचर करेंगे। इस दौरान आपको नई बिज़नेस डील मिल सकती हैं। यह व्‍यापारियों के लिए अच्‍छा समय है। जो लोग रचनात्‍मक क्षेत्र में काम करते हैं, उनके अंदर काम करने के लिए नए उत्‍साह का संचार होगा और ये पेशेवर रूप से उत्‍कृष्‍टता प्राप्‍त करेंगे। प्राइवेट नौकरी करने वाले जातक कोई नया स्किल सीखकर या अपने मौजूदा स्किल में निखार लाकर अपने प्रोफाइल को बेहतर कर सकते हैं।

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कुंभ राशि

शुक्र के कुंभ राशि के दूसरे भाव में गोचर करने की वजह से आप धन संचित करने में सक्षम होंगे और वित्तीय सुरक्षा प्राप्‍त करेंगे। आपके चौथे और नौवें भाव के स्‍वामी शुक्र के आपके दूसरे भाव में गोचर करने पर अर्थव्‍यवस्‍था मज़बूत होगी। ऑटोमोटिव, रियल एस्‍टेट या पारिवारिक व्‍यवसाय में काम कर रहे लोगों के लिए अनुकूल समय है।

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शुक्र का मीन राशि में गोचर: इन राशियों को होगा नुकसान

सिंह राशि

सिंह राशि के तीसरे और दसवें भाव के स्‍वामी शुक्र अब आपके आठवें भाव में गोचर करेंगे। शुक्र के मीन राशि में गोचर करने के दौरान आपको वित्तीय स्‍तर पर उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। आपके खर्चों में वृद्धि होगी और आपके लिए पैसों की बचत कर पाना मुश्किल हो जाएगा। व्‍यापारियों को पैसा कमाने को लेकर अधिक इंतज़ार करना पड़ सकता है। आपको इस गोचर के दौरान शेयर मार्केट में निवेश करने से बचना चाहिए।

सिंह राशिफल 2025

शुक्र के मीन राशि में गोचर करने पर करें ये उपाय

अगर आप शुक्र के मीन राशि में गोचर को अपने लिए अधिक शुभ बनाना चाहते हैं, तो इसके लिए आप एस्‍ट्रोसेज एआई द्वारा बताए गए ज्‍योतिषीय उपाय कर सकते हैं:

  • विष्‍णु सहस्‍त्रनाम का पाठ करें।
  • शुक्र के बीज मंत्र ‘ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:’ का जाप करें।
  • नकारात्‍मक ऊर्जा से छुटकारा पाने और अपने घर की शुद्धि के लिए हवन करें।
  • आप ज्‍यादा से ज्‍यादा सफेद या गुलाबी रंग के वस्‍त्रों का उपयोग करें।
  • शुक्रवार के दिन व्रत रखें।

शुक्र का मीन राशि में गोचर: विश्‍व पर असर

सरकारी और शुक्र से संबंधित क्षेत्र

  • शुक्र के मीन राशि में गोचर करने के दौरान प्रशासन की सत्‍यनिष्‍ठा, जवाबदेही और कार्य करने की गति में अचानक से तेजी आएगी।
  • वस्‍त्र उद्योग, शिक्षा के क्षेत्र, थिएटर कला, आयात-निर्यात से संबंधित व्‍यापार, लकड़ी के हस्‍तशिल्‍प और हैंडलूम कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जो शुक्र के इस गोचर के दौरान अच्‍छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
  • सरकार देश में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए नई योजनाएं बना सकती है या मौजूदा नीतियों में कोई ठोस बदलाव कर सकती है।
  • इसका प्रभाव सरकार पर भी देखने को मिल सकता है और इससे देश के निम्‍न आय वर्ग को कुछ राहत मिलने की उम्‍मीद है। इसके साथ ही लघु उद्योगों में तेजी देखने को मिलेगी।
  • धार्मिक वस्‍तुओं की मांग बढ़ने की वजह से दुनिया के बाकी हिस्‍सों में भारत से इसका निर्यात बढ़ सकता है।

मीडिया, अध्‍यात्‍म, परिवहन आदि

  • दुनियाभर में आध्‍यात्मिक कार्यों और धार्मिक कार्यक्रमों में तेजी देखने को मिलेगी।
  • मीन राशि में शुक्र के गोचर करने के दौरान काउंसलिंग, लेखन, संपादन और पत्रकारिता आदि क्षेत्रों में तेजी आएगी और इन क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को फायदा होगा।
  • रेलवे, शिपिंग, परिवहन और ट्रैवल कंपनियों को इस गोचर के दौरान लाभ मिलने की उम्‍मीद है।
  • इस गोचर के समय किसी न किसी रूप में पूरी दुनिया में शांति कायम होगी।
  • दुनियाभर के अलग-अलग देश कला, संगीत, नृत्‍य आदि पर केंद्रित बड़े कार्यक्रमों या त्‍योहारों के ज़रिए एक-दूसरे से जुड़ेंगे और बातचीत करेंगे।

शुक्र का मीन राशि में गोचर: स्‍टॉक मार्केट पर असर

शुक्र ग्रह 28 जनवरी को सुबह 06 बजकर 42 मनट पर मीन राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। शेयर मार्केट की बात करें, तो शुक्र भौतिक सुख का कारक है और यह शेयर मार्केट में अहम भूमिका निभाता है। आगे जानिए कि शुक्र के मीन राशि में गोचर करने के दौरान स्‍टॉक मार्केट पर इसका क्‍या प्रभाव पड़ेगा।

  • यह टेक्‍सटाइल सेक्‍टर और इससे संबंधित व्‍यवसायों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
  • इस गोचर के दौरान फैशन एसेसरीज़, वस्‍त्र और परफ्यूम उद्योगों में तेजी देखने को मिलेगी।
  • प्रकाशन, दूरसंचार और प्रसारण उद्योगों के बड़े ब्रांड और व्‍यापार के क्षेत्र में परामर्श देने वाले व्‍यवसायों, लेखन, मीडिया विज्ञापन या पीआर सर्विस देने वाले व्‍यवसायों को अनुकूल परिणाम प्राप्‍त होंगे।

शुक्र का मीन राशि में गोचर: रिलीज़ होने वाली फिल्‍में

फिल्‍म का नामस्‍टार कास्‍टरिलीज़ की तिथि
वीरे दी वेडिंग 2करीना कपूर खान08-02- 2025
सनकीअहान शेट्टी, पूजा हेगड़े14-2-2025
छावाविक्‍की कौशल, रश्मिका मंदाना14-2-2025

शुक्र के मीन राशि में गोचर करने का सीधा असर फिल्‍मों के बिज़नेस पर पड़ेगा। मनोरंजन और फिल्‍म उद्योग पर शासन करने वाला शुक्र प्रमुख ग्रह है। शुक्र के इस गोचर का वीरे दी वेडिंग 2 और छावा पर सकारात्‍मक प्रभाव पड़ेगा लेकिन सनकी के लिए यह गोचर ज्‍यादा अनुकूल साबित नहीं होगा। खैर, हम उम्‍मीद करते हैं कि बॉक्‍स ऑफिस पर ये सभी फिल्‍में अच्‍छा प्रदर्शन करें और हमारी ओर से सभी सितारों को ढ़ेर सारी शुभकामनाएं।

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1. शुक्र को किन राशियों का स्‍वामित्‍व प्राप्‍त है?

उत्तर. तुला और वृषभ राशि पर शुक्र का शासन है।

प्रश्‍न 2. शुक्र की मूल त्रिकोण राशि कौन सी है?

उत्तर. यह तुला राशि है।

प्रश्‍न 3. क्‍या बृहस्‍पत‍ि और शुक्र के बीच मित्रता है?

उत्तर. नहीं, ये दोनों एक-दूसरे के साथ तटस्‍थ रहते हैं।

बुध का मकर राशि में गोचर : इन राशियों की होगी बल्‍ले-बल्‍ले, जानें स्‍टॉक मार्केट का हाल!

बुध गोचर 2025: एस्‍ट्रोसेज एआई की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं बुध के गोचर से संबंधित यह खास ब्लॉग। 24 जनवरी, 2025 को बुध ग्रह मकर राशि में प्रवेश करेंगे। तो चलिए जानते हैं कि बुध के मकर राशि में गोचर करने का देश-दुनिया और राशियों पर क्‍या प्रभाव पड़ेगा।

बुध ग्रह निर्णय, धारणा और विचारों को दर्शाते हैं। बुध ग्रह पर ही व्‍यक्‍ति की समझौता करने, सहयोग करने, विचार करने, समझने और जानकारी को ग्रहण करने की क्षमता निर्भर करती है। आप किसी चीज़ को कितनी जल्‍दी स्‍वीकार करते हैं और उसमें परिवर्तन कर सकते हैं, अपने विचारों को कितनी स्‍पष्‍टता से व्‍यक्‍त कर सकते हैं और अपने शब्‍दों का चयन कितनी सावधानी से करते हैं, यह सब बुध ग्रह नियंत्रित करता है।

अगर किसी व्‍यक्‍ति की कुंडली में बुध ग्रह मज़बूत स्‍थान में स्थित हो, तो वह व्‍यक्‍ति दूसरों को प्रेरणा देने वाला होता है और उत्तम संचारक बनता है। ये ग्रह आपको तर्क का प्रयोग करने और अपनी बातों से दूसरों को प्रेरणा देने के लिए प्रेरित करता है और यह सब करने के लिए बुध ग्रह हमें बुद्धि एवं तार्किक क्षमता प्रदान करते हैं।

बुध ग्रह की वजह से जातक बेचैन भी रह सकता है और निरंतर चलता रहता है या कार्य करता रहता है। इन्‍हें जीवन प्रकाश की गति जैसा महसूस होता है। परिवहन, तुरंत घूमने का फैसला ले लेना, पड़ोसियों से बातचीत और दोस्‍तों से मिलनार-जुलना, ये सभी चीज़ें बुध ग्रह के दायरे में आती हैं। बुध ग्रह हमें अपने आप को जानने, हमारे कौशल और ब्रह्मांड के बारे में अधिक जानने की चुनौती देता है।

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बुध का मकर राशि में गोचर: समय

बुध शनि की राशि मकर में गोचर करने जा रहे हैं। बुध और शनि के बीच मित्रता का संबंध है और 24 जनवरी, 2025 को शाम 05 बजकर 26 मिनट पर बुध मकर राशि में प्रवेश करेंगे। तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि मकर राशि में बुध की क्‍या विशेषताएं और फिर जानेंगे कि इस गोचर का देश-दुनिया के साथ-साथ राशियों पर क्‍या प्रभाव पड़ेगा।

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मकर राशि में बुध: विशेषताएं

मकर राशि में बुध के होने पर व्‍यक्‍ति का बात करने, सोचने और निर्णय लेने के मामले में व्‍यवहारिक, अनुशासनात्‍मक और संरचनात्‍मक दृष्टिकोण होता है। जब बुद्धि, तर्क और अपने विचारों को व्‍यक्‍त करने के कारक बुध, मकर राशि में होते हैं, तब वह मकर राशि के जमीन से जुड़े रहने, सांसारिक और व्‍यवस्थित गुणों को ग्रहण कर लेते हैं। आगे जानिए कि बुध के मकर राशि में होने की कुछ प्रमुख विशेषताएं क्‍या हैं। 

  1. व्‍यवहारिक सोच: जिन लोगों की कुंडली में मकर राशि में बुध विराजमान होते हैं, वे जातक व्‍यवहारिक स्‍वभाव वाले होते हैं और दृढ़ विचार रखते हैं। ये सपनों की दुनिया या काल्‍पनिक विचारों में खो जाने के बजाय वास्‍तविकता और उन चीज़ों पर ध्‍यान देते हैं जिन्‍हें हासिल किया जा सकता है। ये तथ्‍यों और ठोस जानकारी को प्राथमिकता देते हैं।
  2. लक्ष्‍य की ओर बढ़ने वाले: ये जातक प्रबंधित और व्‍यवस्थित होते हैं एवं हमेशा आगे के बारे में सोचते हैं कि कैसे ये अपने विचारों या प्रोजेक्‍ट को भविष्‍य में सफलता पाने के लिए इस्‍तेमाल कर सकते हैं। इनकी मानसिकता रणनीति बनाकर उस पर चलने वाली होती है और ये किसी समस्‍या को सुलझाने के लिए एक-एक कदम आगे बढ़ाते हैं।
  3. अनुशासन में रहने वाले: बुध के मकर राशि में होने पर व्‍यक्‍ति अधिक ध्‍यान केंद्रित रहता है और लंबे समय तक अपना फोकस बनाए रख सकता है। ये सीखने और मानसिक कार्यों में अनुशासन में रहना पसंद करते हैं और इनका ध्‍यान आसानी से नहीं भटकता है। ये काम में दक्षता और सही तरीके से कार्य करने को महत्‍व देते हैं।
  4. बात करने में गंभीर और संकोची होते हैं: ये जातक बात करने में औपचारिक, संकोची और कभी-कभी गंभीर हो सकते हैं। ये व्‍यक्‍ति आमतौर पर छोटी-मोटी बातचीत में शामिल नहीं होते हैं। इनकी बातें विचारशील होती हैं और ये बहुत सोच-समझकर एवं मुद्दे पर ही बात करना पसंद करते हैं।
  5. पारंपरिक और परंपरागत होते हैं: मकर राशि में बुध वाले जातक परंपराओं को महत्‍व देते हैं और पहले से स्‍थापित नियंमों एवं व्‍यवस्‍था का पालन करते हैं। ये अधिकार का सम्‍मान करते हैं और निर्णय लेते समय अच्‍छी तरह से परखे गए तरीकों या तर्क को प्राथमिकता देते हैं।
  6. व्‍यवस्थित होते हैं: ये हर एक छोटी बात पर ध्‍यान देते हैं और व्‍यवस्‍था के बारे में गहरी समझ रखते हैं। किसी भी प्रोजेक्‍ट पर काम करते समय या किसी कार्य को संभालने के दौरान, ये इस बात का ध्‍यान रखते हैं कि हर चीज़ अपनी जगह पर रहे और किसी भी चीज़ को अनदेखा न किया जाए।
  7. धीमी लेकिन स्थिर प्रगति करते हैं: ये जातक जल्‍दबाज़ी में नहीं रहते हैं। ये इस बात पर ध्‍यान देते हैं कि सब कुछ ठीक तरह से हो। ये थोड़ी धीमी गति से निर्णय ले सकते हैं लेकिन इनका सतर्क रहना और विचारपूर्वक दृष्टिकोण इन्‍हें सफलता की ओर आगे ले जाता है।
  8. महत्‍वाकांक्षी और मानसिक रूप से मज़बूत:  कार्यों के प्रति समर्पण और करियर में तरक्‍की पाने की इच्‍छा इन्‍हें ऊंचा पद पाने या नेतृत्‍व करने के लिए प्रेरित करती है। ये मानसिक रूप से मज़बूत होते हैं और चुनौतियों या कठिन परिस्थितियों से प्रभावित या हतोत्‍साहित हुए बिना उनका सामना करने में सक्षम होते हैं।

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बुध का मकर राशि में गोचर: इन राशियों को होगा लाभ

मेष राशि

मेष राशि के तीसरे और छठे भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं और अब वह आपके दसवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इस गोचर के दौरान आपको करियर में महत्‍वपूर्ण लाभ मिलने की संभावना है। आप संतुष्‍ट और प्रसन्‍न महसूस कर सकते हैं। आपको विदेश से काम के नए अवसर मिलने के संकेत हैं और ये अवसर आपके लिए लाभकारी सिद्ध होंगे। मुमकिन है कि आपको कार्यक्षेत्र में अपने प्रयासों का श्रेय मिले।

हालांकि, आप पूरी तरह से संतुष्‍ट महसूस नहीं कर पाएंगे। आपकी नौकरी में बदलाव आने के संकेत हैं। इस गोचर के दौरान आपको करियर के सिलसिले में यात्रा भी करनी पड़ सकती है। अपने कार्यक्षेत्र में आप अपनी प्रतिभा का प्रयोग करके अपनी बुद्धिमत्ता दिखा सकते हैं। अगर आप बिज़नेस शुरू करने की सोच रहे हैं, तो आप अपने बिज़नेस पार्टनर की मदद से अच्‍छा पैसा कमा सकते हैं। आप अपने प्रतिद्वंदियों को टक्‍कर देने में सक्षम होंगे।

वृषभ राशि

बुध वृषभ राशि के दूसरे और पांचवे भाव के स्‍वामी हैं और इस गोचर के दौरान वह आपके दसवें भाव में रहेंगे। इस गोचर के दौरान आपको विकास और उपलब्धि पाने के लिए अधिक अवसर प्राप्‍त होंगे। इस समय आप अपने वित्तीय अवसरों को बेहतर बनाने और उनका विस्‍तार करने के लिए उत्‍सुक रहेंगे और अपनी आर्थिक स्थिति पर अधिक ध्‍यान देंगे।

पेशेवर जीवन में आपको ऐसे नए अवसर मिल सकते हैं जो आपकी इच्‍छाओं को पूरा कर सकें। आपकी प्रतिभा की प्रशंसा किए जाने पर आपको प्रमोशन और अन्‍य कोई लाभ मिल सकता है।

वृषभ राशिफल 2025

कन्‍या राशि

बुध कन्या राशि के लग्‍न और दसवें भाव के स्‍वामी हैं और अब वह आपके चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। आपको ऐसे नए अवसर मिल सकते हैं, जो आपको समृ‍द्ध बनाने का काम करेंगे। इस गोचर के दौरान आप अपने काम में अधिक योगदान देने पर ध्‍यान देंगे और फुर्ती दिखाएंगे।

करियर के मामले में आप जो काम करेंगे, उसमें अपनी रुचि पैदा करने में सक्षम होंगे। आपको लंबी यात्राएं करनी पड़ सकती हैं और इस दौरान आपको करियर के क्षेत्र में नए अवसर मिलने की संभावना है। आप अपनी नौकरी को इस तरह से संभाल सकते हैं कि आप अपनी टीम के लीडर के रूप में उभर कर सामने आएं।

कन्या राशिफल 2025

तुला राशि

तुला राशि के नौवें और बारहवें भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं और अब वह आपके तीसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इस दौरान आपकी सु‍ख-सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी और आपको अपने प्रियजनों के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा। आप प्रॉपर्टी पर पैसा खर्च कर सकते हैं और यहां पर आपको कुछ अच्‍छी घटनाओं का अनुभव हो सकता है। आपको लंबी यात्रा के दौरान ऐसे अवसर मिल सकते हैं जो आपको वित्तीय लाभ प्रदान कर सकें।

करियर के मामले में आपको नौकरी के नए अवसर मिलने की संभावना है। इन अवसरों को पाकर आपको अपने उद्देश्‍यों की पूर्ति करने में मदद मिल सकती है। करियर के क्षेत्र में सकारात्‍मक विकास होने की वजह से आपको सफलता प्राप्‍त होगी एवं आप प्रसन्‍न महसूस करेंगे। अगर आप व्‍यवसाय शुरू करने की सोच रहे हैं, तो यह आपके लिए अनुकूल समय है। आप इस समय बहुत सारा पैसा कमा सकते हैं।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के पांचवे और आठवें भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं और अब इस गोचर के दौरान वह आपके ग्‍यारहवें भाव में रहकर धन योग का निर्माण कर रहे हैं। आपको इस गोचर से असीम लाभ मिलने की उम्‍मीद है। इस गोचर के दौरान कुंभ राशि के जातकों को पैतृक संपत्ति और शेयर मार्केट से अप्रत्‍याशित लाभ होने की संभावना है। बुध के ग्‍यारहवें भाव में होने के कारण आपको समाज में अपने सकारात्‍मक संबंधों की वजह से लाभ होने के संकेत हैं। इस समयावधि में आप हर क्षेत्र में विकास करेंगे।

ये जातक अपने नवीन विचारों और तेजी से सोचने की क्षमता की वजह से पेशेवर जीवन में अपने वरिष्‍ठ अधिकारियों को हैरान कर देंगे। चूंकि, इस समय कुंभ राशि को अपने भाग्‍य का साथ मिलेगा इसलिए उन्‍हें अपनी कंपनी में प्रमोशन और ऊंचा पद मिल सकता है।

कुंभ राशिफल 2025

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बुध का मकर राशि में गोचर: इन राशियों को होगा नुकसान

कर्क राशि

कर्क राशि के तीसरे और बारहवें भाव के स्‍वामी बुध अब आपके सातवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। अनुकूल राशि में होने के बावजूद कुंभ राशि के जातकों के लिए यह गोचर ज्‍यादा अच्‍छा साबित नहीं होगा। बुध के कारण व्‍यापार के क्षेत्र में सहयोगियों और पेशेवर क्षेत्र में आपके अन्‍य संबंधों में विवाद उत्‍पन्‍न होने की आशंका है। इस दौरान आपके पैसे और अन्‍य कोई कीमती सामान खो सकता है। आपको इस समय व्‍यापार या काम से संबंधित यात्रा करने से बचने की सलाह दी जाती है। बेहतर होगा कि आप अपनी ट्रिप को बाद के लिए टाल दें। भले ही आप अपनी नौकरी में कड़ी मेहनत करें, लेकिन ची़जें आपकी उम्‍मीद के अनुसार नहीं हो पाएंगी।

कर्क राशिफल 2025

धनु राशि

धनु राशि के दसवें और सातवें भाव के स्‍वामी ग्रह बुध हैं और अब मकर राशि में गोचर करने के दौरान वह आपके दूसरे भाव में विराजमान रहेंगे। इस दौरान आपकी आमदनी औसत रहने वाली है और आपके पारिवारिक सुख में भी कमी आ सकती है। आपके और आपके जीवनसाथी के बीच भी समस्‍याएं होने की आशंका है।

व्यापार के क्षेत्र में होने वाली समस्‍याओं की वजह से आपको चिंता हो सकती है। आपके लिए अपने पार्टनर के साथ रह पाना मुश्किल हो सकता है। पेशेवर जीवन में आपको आगे बढ़ने के अपने प्रयासों में चुनौतियां और असफलताएं देखने को मिल सकती हैं। आपके विकास में देरी आ सकती है और इन चीज़ों की वजह से आप चिंतित हो सकते हैं।

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बुध के मकर राशि में गोचर करने पर करें ये उपाय

  • बुध ग्रह की पूजा करने का सबसे बेहतरीन तरीका है भगवान बुध के ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:’ मंत्र का जाप करना।
  • बुध को शांत करने के लिए आप तोते, कबूतर और अन्‍य पक्षियों को दाना दे सकते हैं।
  • बुध के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए नियमित रूप से खुद भोजन करने से पहले गाय को चारा खिलाएं।
  • हरी सब्जियां जैसे कि पालक और अन्‍य पत्तेदार सब्जियां खासतौर पर गरीब बच्‍चों को खिलाएं या उन्‍हें दान में दें।
  • भीगी हुई हरी मूंग की दाल पक्षियों को खिलाने से भी कुंडली में बुध की स्थिति मज़बूत होती है।
  • बुध के हानिकारक प्रभाव को कम करने के लिए मुंह की साफ-सफाई पर ध्‍यान देना भी एक उपाय है।

बुध का मकर राशि में गोचर: विश्‍व पर असर

रिसर्च एंड डेवलपमेंट

  • बुध के मकर राशि में गोचर करने पर कई क्षेत्रों खासतौर पर इंजीनियरिंग और चिकित्‍सा के क्षेत्रों में रिसर्च और डेवलपमेंट को बढ़ावा मिलेगा।
  • चूंकि, बुध और मकर राशि के स्‍वामी ग्रह शनि का संबंध ज्ञान और शिक्षा से होता है इसलिए इस गोचर से रिसर्च और डेवलपमेंट को बढ़ावा मिलेगा और वैज्ञानिकों को अपने आविष्‍कारों के लिए एक मज़बूत आधार बनाने में मदद मिलेगी।
  • इस गोचर से दुनियाभर के शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, डॉक्‍टरों और मेडिकल क्षेत्र के छात्रों को सहायता मिलेगी।

उपचार और चिकित्‍सा

  • बुध के मकर राशि में गोचर करने से याद्दाश्‍त मज़बूत होगी, तो वहीं शनि देव चिकित्‍सा से संबंधित व्‍यवसायों का समर्थन करेंगे। इस प्रकार इन क्षेत्रों में काम करने वाले जातकों को लाभ होगा। इनमें टैरो रीडर, डॉक्‍टर, चिकित्‍सा कर्मी और हीलर शामिल हैं।
  • चिकित्‍सा के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों जैसे कि डॉक्‍टर, नर्स और अन्‍य चि‍कित्‍सा पेशेवरों का काम बढ़ सकता है।
  • मेडिकल क्षेत्र में नई रिसर्च और खोज खासतौर पर चिकित्‍सा क्षेत्र के लिए फायदेमंद साबित होंगी।
  • यह गोचर पीएचडी जैसी एडवांस डिग्री लेने वाले जातकों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।। जो लोग अपनी योग्‍यता में सुधार करना चाहते हैं या अपनी पढ़ाई को जारी रखना चाहते हैं, उन्‍हें सफलता ज़रूर मिलेगी।

बिज़नेस और काउंसलिंग

  • यह गोचर उन लोगों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा जो किसी भी तरह की काउंसलिंग का काम करते हैं।
  • जो व्‍यापारी आध्‍यात्मिक चीज़ों जैसे कि अगरबत्ती, हवन सामग्री आदि का निर्यात करते हैं, उन्‍हें भी बुध के मकर राशि में गोचर करने से लाभ होने की उम्‍मीद है।
  • बुध का यह गोचर शिक्षकों और अध्‍यापकों के लिए बहुत ज्‍यादा फायदेमंद साबित होगा। आप अपने ज्ञान और विशेषज्ञता को दूर-दूर तक साझा करने में सक्षम होंगे।

बुध का मकर राशि में गोचर: स्‍टॉक मार्केट पर असर

24 जनवरी, 2025 को बुध ग्रह मकर राशि में प्रवेश करेंगे और इसका असर स्‍टॉक मार्केट पर भी नज़र आएगा। आगे एस्‍ट्रोसेज एआई द्वारा बताया जा रहा है कि बुध के मकर राशि में गोचर करने पर स्‍टॉक मार्केट में क्‍या बदलाव या उतार-चढ़ाव आएंगे।

  • शेयर मार्केट रिपोर्ट के अनुसार मीडिया और प्रसारण, दूरसंचार और अस्‍पताल प्रबंधन एवं ऑटोमेटिव सेक्‍टर अच्‍छा प्रदर्शन करेंगे।
  • ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन के उद्योगों में भी तेजी आने की उम्‍मीद है
  • इस समय संस्‍थानों, आयात और निर्यात सभी क्षेत्र समृद्ध होंगे।
  • फार्मास्‍यूटिकल और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों के मज़बूत प्रदर्शन करने के संकेत हैं।
  • रिसर्च एंड डेवलपमेंट के क्षेत्र भी प्रगति देखने को मिलेगी।

बुध का मकर राशि में गोचर: आने वाले स्‍पोर्ट्स टूर्नामेंट और उनका प्रभाव

टूर्नामेंटस्‍पोर्टतिथि
WTA फाइनलटेनिस03 नवंबर 2025
लास वेगास ग्रैंड प्रिक्‍सटेनिस21 से 23 नवंबर, 2025

चूंकि, मकर राशि के स्‍वामी शनि देव हैं इसलिए वह अपनी राशि में बुध के प्रवेश करने पर बुध ग्रह को तकनीकी ज्ञान और सूक्ष्‍मता प्रदान करेंगे। इस वजह से इस गोचर की समयावधि उपरोक्‍त बताए गए स्‍पोर्ट्स टूर्नामेंटों और अन्‍य स्‍पोर्ट्स टूर्नामेंटों के लिए फायदेमंद साबित होगी। इस गोचर से खिलाड़ियों और खेल उद्योग को लाभ होने की उम्‍मीद है।

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अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1. क्‍या मकर राशि में बुध ग्र‍ह सहज होता है?

उत्तर. हां, बुध के लिए मकर मैत्री राशि है।

प्रश्‍न 2. कुंभ राशि के स्‍वामी ग्रह कौन हैं?

उत्तर. इस राशि पर शनि देव का स्‍वामित्‍व है।

प्रश्‍न 3. शनि देव को खुश करने के लिए कौन सा रत्‍न पहनें?

उत्तर. आप नीलम स्‍टोन पहन सकते हैं।

मिथुन राशि में ग्रहों के सेनापति करेंगे प्रवेश, इन राशियों को रहना होगा सावधान!

एस्ट्रोसेज एआई का यह विशेष ब्लॉग आपको मंगल का मिथुन राशि में गोचर से जुड़ी सभी जानकारी प्रदान करेगा जैसे कि तिथि, समय आदि। साथ ही, इस ब्लॉग के माध्यम से हम आपको राशि चक्र की सभी 12 राशियों पर पड़ने वाले प्रभाव के साथ-साथ कुंडली में मंगल को मजबूत करने के उपायों से भी आपको रूबरू करवाएंगे। बता दें कि साल 2025 के पहले महीने जनवरी में मंगल समेत कई बड़े ग्रहों के गोचर होने जा रहे हैं। मंगल के इस राशि परिवर्तन की वजह से सभी राशियों के जातकों के जीवन पर शुभ-अशुभ प्रभाव देखने को मिलेंगे। अगर आप इस गोचर के बारे में सब कुछ विस्तारपूर्वक जानना चाहते हैं, तो इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ना जारी रखें।  

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भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके

आइए अब हम आगे बढ़ते हैं और जानते हैं मंगल गोचर के समय और तिथि के बारे में। 

मंगल का मिथुन राशि में गोचर: तिथि एवं समय 

मंगल को उग्र ग्रह माना गया है जो कि लाल ग्रह के नाम से भी जाने जाते हैं। इनका गोचर लगभग हर महीने होता है और ऐसे में, यह एक राशि में निश्चित समय तक रहने के बाद दूसरी राशि में प्रवेश कर जाते हैं। बता दें कि अब मंगल महाराज 21 जनवरी 2024 की सुबह 08 बजकर 04 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर कर जाएंगे। हालांकि, इस गोचर की सबसे ख़ास बात यह होगी कि मंगल अपनी वक्री अवस्था में मिथुन राशि में गोचर करेंगे। ऐसे में, इस गोचर से जातकों को नकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना है। इन अशुभ प्रभावों से आप कैसे बच सकते हैं? इस बारे में हम आगे विस्तार से बात करेंगे, लेकिन उससे पहले जान लेते हैं क्या होती है ग्रह का वक्री होना। 

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

क्या होती है ग्रह का वक्री अवस्था?

जैसे कि हम आपको बता चुके हैं कि मंगल ग्रह वक्री चाल में चलते हुए कर्क राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसे में, आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि ग्रह की वक्री चाल क्या होती है? तो बता दें कि जब कोई ग्रह अपनी परिक्रमा पथ पर उल्टा चलने लगता है यानी कि आगे की बजाय पीछे की तरफ चलता हुआ प्रतीत होता है, इसे ही ग्रह की वक्री अवस्था कहते हैं। हालांकि, ज्योतिष में ग्रह की वक्री चाल को अशुभ माना जाता है जो अधिकतर नकारात्मक फल देती है। लेकिन, कभी-कभी यह जातक को शुभ परिणाम भी दे सकती है। आपको वक्री मंगल का मिथुन राशि में गोचर कैसे फल देगा? यह पूरी तरह से आपकी कुंडली पर निर्भर करता है। 

ज्योतिषीय दृष्टि से मंगल ग्रह 

वैदिक ज्योतिष में मंगल देव को विशेष दर्जा प्राप्त है जो कि शक्ति, साहस, पराक्रम और ऊर्जा के कारक ग्रह माने जाते हैं। राशि चक्र में मंगल देव को पहली राशि मेष और सातवीं राशि वृश्चिक का स्वामित्व प्राप्त है। मंगल ग्रह की वजह से ही कुंडली में मांगलिक या मंगल दोष का निर्माण होता है। ऐसे में, यह कहना गलत नही होगा कि मंगल ग्रह का सीधा प्रभाव जातकों के वैवाहिक जीवन पर पड़ता है। 

बात करें मंगल की स्थिति की, तो जिन जातकों की कुंडली में मंगल कमज़ोर स्थिति में होते हैं, उनका स्वभाव गुस्सैल होता है। साथ ही, उन्हें क्रोध भी जल्दी-जल्दी आता है। वहीं, ऐसे लोग जिनकी कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति मज़बूत होती है, वह हमेशा ऊर्जा ओर साहस से भरे रहते हैं। इसके अलावा, वह हर काम को व्यवस्थित तरीके से करने में सक्षम होते हैं।

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क्या होता है मंगल दोष?

ज्योतिष के अनुसार, जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में मंगल ग्रह कुछ विशेष भावों में बैठे होते हैं, तब मंगल दोष का निर्माण होता है। अगर कुंडली में मंगल ग्रह पहले/लग्न, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में उपस्थित होते हैं, तो मांगलिक दोष या मंगल दोष का निर्माण होता है। इन भावों में बैठे मंगल ग्रह की स्थिति को वैवाहिक जीवन के लिए शुभ नहीं माना जाता है। इसके अलावा, कुछ ज्योतिषियों द्वारा मंगल दोष को तीन लग्न (चंद्र, सूर्य और शुक्र) से भी देखा जाता है। मांगलिक दोष के बारे में जानने के बाद अब हम नज़र डालते हैं मांगलिक दोष के लक्षणों पर। 

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कुंडली में मंगल दोष की पहचान कैसे करें?

  • ऐसे जातक जिसकी कुंडली में मंगल दोष उपस्थित होता है, उनके विवाह में अनेक तरह की समस्याएं आती हैं। विवाह में देरी होना, बिना किसी कारण के रिश्ता टूट जाना या विवाह के बाद जीवनसाथी के साथ आपसी तालमेल का न होना आदि मांगलिक दोष का प्रभाव होता है। 
  • अगर किसी व्यक्ति की कुंडली के सातवें भाव में मंगल दोष होता है, तो ऐसे व्यक्ति का अपने जीवनसाथी के साथ मनमुटाव बना रहता है। कभी-कभार विवाद इस हद तक बढ़ जाते हैं कि टकराव, तनाव और तलाक तक की नौबत आ जाती है। 
  • मांगलिक दोष का असर सिर्फ विवाह पर ही नहीं पड़ता है, बल्कि इसके प्रभाव से व्यक्ति कर्ज के बोझ में भी डूबने लगता है या फिर जमीन-जायदाद से संबंधित समस्याएं परेशानी करती रहती हैं।
  • मंगल दोष का अशुभ प्रभाव जातक को गुस्सैल, उग्र और अहंकारी बनाने का काम करता है। 
  • मांगलिक दोष पति के अलावा ससुराल पक्ष के साथ भी रिश्ते खराब होने या बिगड़ने की वजह बनता है।
  • जब कुंडली के बारहवें भाव में मांगलिक दोष जन्म लेता है, तो जातक को वैवाहिक जीवन में समस्याओं के साथ-साथ शारीरिक क्षमता का कमज़ोर होना, अल्प आयु, रोग और कलह आदि बाधाएं भी परेशान करती हैं। 

मांगलिक दोष के निवारण के लिए जरूर करें ये उपाय

  • मंगल दोष के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए मंगल ग्रह की शांति पूजा करना सर्वश्रेष्ठ होता है। 
  • मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए। 
  • संभव हो, तो मंगलवार के दिन व्रत रखें और हनुमान जी के मंदिर जाकर बूंदी का प्रसाद लोगों को बांटें। 
  • मंगलवार के दिन लाल रंग के कपड़े पहनकर पूजा-पाठ करें। साथ ही, भगवान हनुमान को सिंदूर अर्पित करें। 
  • घर में आने वाले मेहमानों को मिठाई अवश्य खिलाएं क्योंकि ऐसा करने से मंगल दोष के प्रभाव में कमी आती है। 
  • कुंडली में मंगल दोष के होने पर जातक को विवाह से पूर्व नीम का पेड़ लगाना चाहिए और लगभग 43 दिनों तक इस नीम के पेड़ की देखरेख करें। इस उपाय को करने से मंगल दोष से राहत मिलती है। 

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मंगल का मिथुन राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि

मेष राशि वालों की कुंडली में मंगल महाराज आपके पहले/लग्न भाव और आठवें भाव के स्वामी हैं जो … (विस्तार से पढ़ें) 

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए मंगल देव आपके सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब मंगल… (विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए मंगल महाराज आपके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। अब वक्री…(विस्तार से पढ़ें)

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कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल ग्रह पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। अब मंगल महाराज… (विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि

सिंह राशि वालों की कुंडली में मंगल ग्रह आपके चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं। मंगल का मिथुन… (विस्तार से पढ़ें) 

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब यह वक्री…(विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि

तुला राशि वालों की कुंडली में मंगल देव आपके दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं। अब यह…(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए मंगल ग्रह आपके पहले/लग्न और छठे भाव के अधिपति देव हैं जो… (विस्तार से पढ़ें) 

धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए मंगल बारहवें और पांचवें भाव के स्वामी हैं। अब यह वक्री अवस्था…(विस्तार से पढ़ें)

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मकर राशि

मकर राशि के जातकों की कुंडली में मंगल महाराज को चौथे और ग्यारहवें भाव का स्वामित्व प्राप्त… (विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए मंगल ग्रह आपके तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं। अब यह वक्री चाल… (विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए मंगल देव आपके दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं जो अब…(विस्तार से पढ़ें)

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

मिथुन राशि के स्वामी कौन हैं?

राशि चक्र की तीसरी राशि मिथुन के स्वामी बुध ग्रह हैं। 

मंगल कब मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे?

मिथुन राशि में मंगल देव 21 जनवरी 2025 को गोचर कर जाएंगे। 

मंगल ग्रह का स्वभाव कैसा है?

मंगल को एक उग्र स्वभाव का ग्रह माना गया है।

जनवरी 2025 के इस सप्ताह में इन राशियों का होगा भाग्योदय, धन-दौलत की होगी बरसात!

एस्ट्रोसेज अपने पाठकों के लिए साप्ताहिक राशिफल का यह विशेष ब्लॉग लेकर आया है जो आपको जीवन से जुड़े कई महत्वपूर्ण सवालों के सही एवं सटीक जवाब प्रदान करेगा जैसे कि इस सप्ताह किन राशियों को जीवन में आएंगी आर्थिक समस्याएं? किस राशि वालों को मिलेगी जॉब में तरक्की? क्या इस हफ़्ते मिलेगी मनचाही नौकरी? क्या छात्रों को मिलेगी परीक्षा में सफलता? प्रेम जीवन में आएगी बहार या परेशानियों की होगी भरमार? इन सभी सवालों के जवाब आपको मिलेंगे हमारे साप्ताहिक राशिफल के इस ब्लॉग में। एस्ट्रोसेज के अनुभवी एवं विद्वान ज्योतिषियों द्वारा ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति, चाल और दशा का गहन विश्लेषण करके 20 जनवरी से 26 जनवरी के इस लेख को तैयार किया गया है ताकि इसकी सहायता से आप आने वाले सप्ताह को बेहतर बना सकें।

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सिर्फ इतना ही नहीं, साप्ताहिक राशिफल का यह ब्लॉग आपको जनवरी 2025 के इस सप्ताह (20 जनवरी से 26 जनवरी 2025) की विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, इस हफ़्ते में पड़ने वाले व्रत, त्योहार, ग्रहण, गोचर और कुछ मशहूर हस्तियों के जन्मदिन से भी आपको रूबरू करवाएंगे। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और राशि अनुसार आपको बताते हैं कि जनवरी 2025 का यह सप्ताह सभी 12 राशियों के जीवन में किस तरह के परिवर्तन लेकर आने वाला है। 

इस सप्ताह के ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू कैलेंडर की गणना

सबसे पहले हम बात करेंगे इस सप्ताह के पंचांग की, तो जनवरी 2025 के तीसरे सप्ताह की शुरुआत हस्त नक्षत्र के अंतर्गत कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि यानी कि 20 जनवरी 2025 को होगी जबकि इसकी समाप्ति मूल नक्षत्र के तहत कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी अर्थात 26 जनवरी 2025 को हो जाएगी। इस सप्ताह के पंचांग के बारे में आपको बताने के बाद अब हम आगे बढ़ेंगे और जानेंगे कि इस अवधि में कौन-कौन से व्रतों को किया जाएगा और किन त्योहारों को मनाया जाएगा। 

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इस सप्ताह में पड़ने वाले व्रत और त्योहार 

साप्ताहिक राशिफल ब्लॉग का यह सेक्शन विशेष रूप से उन जातकों के लिए बनाया गया है जो अपनी भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में व्यस्त होने के कारण महत्वपूर्ण पर्वों-व्रतों एवं अन्य तिथियों को भूल जाते हैं। ऐसे में, इस वजह से व्रत-त्योहार या तो निकल जाते हैं या आप तैयारी नहीं कर पाते हैं। आपके साथ ऐसा कुछ न हो और आप हर व्रत या त्योहार का आनंद ले सकें इसलिए यहाँ हम आपको 20 जनवरी से 26 जनवरी 2025 के बीच में मनाए जाने वाले व्रत-पर्वों की तिथियां प्रदान कर रहे हैं। 

षटतिला एकादशी (25 जनवरी 2025, शनिवार): षटतिला एकादशी के दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु की उपासना की जाती है। मान्यताओं के अनुसार, षटतिला एकादशी में तिल का उपयोग विशेष रूप से होने के कारण इसे षटतिला एकादशी कहा जाता है। इस दिन 6 तरह के तिलों का इस्तेमाल किया जाता है जो कि बेहद शुभ माना जाता है। 

हम आशा करते हैं कि यह व्रत-त्योहार आपके जीवन में खुशियाँ और आशा की नई किरण लेकर आयेंगे।

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इस सप्ताह में पड़ने वाले ग्रहण और गोचर 

ग्रहों की चाल और स्थिति में होने वाले छोटे से छोटे बदलाव का असर मनुष्य जीवन को निश्चित रूप से प्रभावित करता है। इसी क्रम में, जीवन के किसी भी पहलू को लेकर की जाने वाली भविष्यवाणी से पहले ग्रहों की चाल, दशा और स्थिति का विश्लेषण किया जाता है इसलिए यहाँ हम आपको राशिफल के साथ-साथ ग्रहण गोचर की भी जानकारी दे रहे हैं।

मंगल का मिथुन राशि में गोचर (वक्री) (21 जनवरी 2025): ज्योतिष में मंगल देव को लाल ग्रह और युद्ध के देवता कहा जाता है जो कि अब 21 जनवरी 2025 की सुबह 08 बजकर 04 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर करने जा रहे हैं।

बुध का मकर राशि में गोचर (24 जनवरी 2025): ग्रहों के युवराज कहे जाने वाले बुध महाराज अपनी राशि में परिवर्तन करते हुए 24 जनवरी 2025 की शाम 05 बजकर 26 मिनट पर मकर राशि में गोचर कर जाएंगे। इसका असर सभी 12 राशियों के जातकों को भी  प्रभावित करेगा।   

बात करें जनवरी 2025 के इस सप्ताह में लगने वाले ग्रहण की, तो इस हफ्ते में कोई ग्रहण नहीं लगने जा रहा है। अब हम जान लेते हैं इस सप्ताह में आने वाले बैंक अवकाशों के बारे में। 

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इस सप्ताह के बैंक अवकाश

तिथिदिनअवकाशराज्य 
23 जनवरीगुरुवारनेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंतीअसम
25 जनवरीशनिवारराज्‍य दिवसहिमाचल प्रदेश
26 जनवरी रविवारगणतंत्र दिवस  राष्ट्रीय अवकाश

20 जनवरी से 26 जनवरी 2025 के विवाह मुहूर्त 

जनवरी 2025 के तीसरे सप्ताह में विवाह का कोई भी मुहूर्त उपलब्ध नहीं है।

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इस सप्ताह में जन्मे मशहूर सितारे

20 जनवरी 2025: राजेश कुमार, अक्षर पटेल, संजय झा

21 जनवरी 2025: सुशांत सिंह राजपूत, कीर्ति रेड्डी, विक्टर लींड्रो बागि

22 जनवरी 2025: रितु शिवपुरी, जयंत यादव, अश्विनी काल्सेकर

23 जनवरी 2025: रमेश सिप्पी, संदीप सेजवाल, रानी शार्लोट

24 जनवरी 2025: सुभाष घई, रेखा वेदव्यास, अनुराग भदौरिया

25 जनवरी 2025: रविकुमार समर्थ, एलिजाबेथ एलेन

26 जनवरी 2025: विजय शंकर, एंजेला डेविस

एस्ट्रोसेज इन सभी सितारों को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं देता है। यदि आप अपने पसंदीदा सितारे की जन्म कुंडली देखना चाहते हैं तो आप यहां पर क्लिक कर सकते हैं। 

साप्ताहिक राशिफल 20 जनवरी से 26 जनवरी, 2025

यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें:
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मेष साप्ताहिक राशिफल 

इस सप्ताह आपके पास भरपूर मात्रा में प्रचुर ऊर्जा होगी, लेकिन काम का बोझ….. (विस्तार से पढ़ें) 

मेष प्रेम राशिफल 

प्रेम राशिफल के अनुसार, इस सप्ताह आपकी राशि के ज़्यादातर प्रेमी जातकों के प्रे….(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

इस वर्ष आपका स्वास्थ्य सामान्य से बेहतर रहेगा, जिसके कारण आप….(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ प्रेम राशिफल

प्रेम में पड़े इस राशि के लोग इस समय बहुत….(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

आपका भविष्यफल संकेत देता है कि आपके द्वारा अधिक वसायुक्त भोजन का ….(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन प्रेम राशिफल

इस सप्ताह पब्लिक जगहों पर किसी के साथ भी छेड़खानी करने….(विस्तार से पढ़ें)

कर्क साप्ताहिक राशिफल

इस सप्ताह आपके पास कार्यों से अलग, काफी अतिरिक्त समय…. (विस्तार से पढ़ें)

कर्क प्रेम राशिफल

इस सप्ताह आपकी अचानक किसी विपरीत लिंगीय व्यक्ति से, कोई….(विस्तार से पढ़ें)

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सिंह साप्ताहिक राशिफल

आपका ज़रूरत से ज़्यादा खाने का शौक, आपको बदलने की ज़रूरत होगी। क्योंकि ….(विस्तार से पढ़ें)

सिंह प्रेम राशिफल

इस सप्ताह प्रेम में पड़े इस राशि के जातक अपने प्रेमी-प्रेमिका को, अपने ……(विस्तार से पढ़ें)

कन्या साप्ताहिक राशिफल

ये सप्ताह आपका स्वास्थ्य जीवन, काफी बेहतरीन रहने की उम्मीद है। इस दौरान….(विस्तार से पढ़ें)

कन्या प्रेम राशिफल

इस सप्ताह आपको अपने आप पर काबू रखना होगा और आपके संगी ….(विस्तार से पढ़ें)

तुला साप्ताहिक राशिफल

इस सप्ताह नियमित व्यायाम ही, आपको दुरुस्त रखने में अहम भूमिका…..(विस्तार से पढ़ें)

तुला प्रेम राशिफल

प्यार कोमल भावना है जिसको समझना हर किसी के बस की….. (विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

इस बात को आप भी भली-भाँति जानते हैं कि, जितना आप छुपाते हैं…..(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक प्रेम राशिफल

इस सप्ताह आपके प्रेमी का स्वभाव आपके प्रति बेहद अमानवीय होगा, जिससे आप …..(विस्तार से पढ़ें)

धनु साप्ताहिक राशिफल

इस समय आपको अपने घर के किसी सदस्य की बिगड़ती तबियत…..(विस्तार से पढ़ें)

धनु प्रेम राशिफल

प्रेमी जातकों को इस पूरे सप्ताह प्रियतम से किसी भी बात को …..(विस्तार से पढ़ें)

विद्वान ज्योतिषियों से प्रश्न पूछें और पाएं हर समस्या का समाधान

मकर साप्ताहिक राशिफल

इस सप्ताह आपके आत्मविश्वास और ऊर्जा के स्तर में, अच्छी बढ़ोतरी….(विस्तार से पढ़ें)

मकर प्रेम राशिफल

इस सप्ताह यदि आप अपने प्रेम संबंधों में मजबूती चाहते हैं तो, आपको ….(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ साप्ताहिक राशिफल

पैरों में दर्द की समस्या, मोच, जोड़ों का दर्द से आपको इस …. (विस्तार से पढ़ें)

कुंभ प्रेम राशिफल

इस सप्ताह यदि आप अपने प्रेम संबंधों में मजबूती चाहते हैं तो….(विस्तार से पढ़ें)

मीन साप्ताहिक राशिफल 

इस सप्ताह अत्यधिक खाने की आपकी आदत आपको परेशानी में…..(विस्तार से पढ़ें)

मीन प्रेम राशिफल

इस हफ्ते आपको अपने प्रेम जीवन में, सकारात्मक बदलाव ….(विस्तार से पढ़ें)

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हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. जनवरी में लोहड़ी कब है?

वर्ष 2025 में लोहड़ी 13 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी। 

2. बुध किस राशि है?

बुध देव धनु राशि में उपस्थित है। 

3. क्या 26 जनवरी 2025 को अवकाश है?

हाँ, 26 जनवरी 2025 को गणतंत्र दिवस का राष्ट्रीय अवकाश होता है।

टैरो साप्ताहिक राशिफल (19 जनवरी से 25 जनवरी, 2025): जानें इस सप्ताह आपके भाग्य में लिखा है क्या कुछ!

टैरो साप्ताहिक राशिफल 19 जनवरी से 25 जनवरी, 2025: दुनियाभर के कई लोकप्रिय टैरो रीडर्स और ज्‍योतिषयों का मानना है कि टैरो व्‍यक्‍ति की जिंदगी में भविष्‍यवाणी करने का ही काम नहीं करता बल्कि यह मनुष्‍य का मार्गदर्शन भी करता है। कहते हैं कि टैरो कार्ड अपनी देखभाल करने और खुद के बारे में जानने का एक ज़रिया है।

टैरो इस बात पर ध्‍यान देता है कि आप कहां थे, अभी आप कहां हैं या किस स्थिति में हैं और आने वाले कल में आपके साथ क्‍या हो सकता है। यह आपको ऊर्जा से भरपूर माहौल में प्रवेश करने का मौका देता है और अपने भविष्‍य के लिए सही विकल्‍प चुनने में मदद करता है। जिस तरह एक भरोसेमंद काउंसलर आपको अपने अंदर झांकना सिखाता है, उसी तरह टैरो आपको अपनी आत्‍मा से बात करने का मौका देता है।

आपको लग रहा है कि जैसे जिंदगी के मार्ग पर आप भटक गए हैं और आपको दिशा या सहायता की ज़रूरत है। पहले आप टैरो का मज़ाक उड़ाते थे लेकिन अब आप इसकी सटीकता से प्रभावित हो गए हैं या फिर आप एक ज्‍योतिषी हैं जिसे मार्गदर्शन या दिशा की ज़रूरत है। या फिर आप अपना समय बिताने के लिए कोई नया शौक ढूंढ रहे हैं। इन कारणों से या अन्‍य किसी वजह से टैरो में लोगों की दिलचस्‍पी काफी बढ़ गई है। टैरो डेक में 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। इन कार्ड्स की मदद से आपको अपने जीवन में मार्गदर्शन मिल सकता है।

टैरो की उत्पति 15वीं शताब्‍दी में इटली में हुई थी। शुरुआत में टैरो को सिर्फ मनोरंजन के रूप में देखा जाता था और इससे आध्‍यात्मिक मार्गदर्शन लेने का महत्‍व कम था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया।

टैरो एक ऐसा ज़रिया है जिसकी मदद से मानसिक और आध्‍यात्मिक प्रगति को प्राप्‍त किया जा सकता है। आप कुछ स्‍तर पर अध्‍यात्‍म से, थोड़ा अपनी अंतरात्‍मा से और थोड़ा अपने अंर्तज्ञान और आत्‍म-सुधार लाने से एवं बाहरी दुनिया से जुड़ें।

तो आइए अब इस साप्ताहिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि जनवरी का यह सप्ताह यानी कि 19 जनवरी से 25 जनवरी, 2025 तक का समय सभी 12 राशियों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा?

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दुनियाभर के विद्वान टैरो रीडर्स से करें कॉल/चैट पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

टैरो साप्ताहिक राशिफल 19 जनवरी से 25 जनवरी, 2025: राशि अनुसार राशिफल

मेष राशि

प्रेम जीवन: द स्टार

आर्थिक जीवन: द वर्ल्ड

करियर: थ्री ऑफ वैंड्स 

स्वास्थ्य: स्ट्रेंथ

मेष राशि के जातकों को द स्टार कार्ड मिला है जिसके अनुसार आपका प्रेम संबंध विकसित हो रहा है। वहीं अगर आप सिंगल हैं तो आप अपने पुराने रिश्ते के बोझ से बाहर निकलना चाहेंगे। इससे आपको नए लोगों से मिलने के अवसर मिलेंगे और आपके उज्ज्वल भविष्य का रास्ता खुलेगा।

आर्थिक क्षेत्र में डी वर्ल्ड एक पॉजिटिव कार्ड है। इस कार्ड का कहना है कि मेहनत और दृढ़ता से वित्तीय सफलता मिल सकती है। आर्थिक क्षेत्र में सही वित्तीय उद्देश्यों को स्थापित कर और उन पर चलने से आपको आर्थिक जीवन में स्थिरता और समृद्धि मिल सकती है।

करियर में आपको थ्री ऑफ वेड्स कार्ड मिला है जिसके अनुसार इस सप्ताह आप शानदार और नई चीजों का अनुभव करेंगे। आपको मौजूदा कंपनी में करियर के नए अवसर और कोई नई भूमिका मिल सकती है। खासतौर पर व्यापारियों के लिए जीवन के हर एक पहलू में नए अवसर और रोमांच इंतजार कर रहा है। यह बात उन सभी प्रयासों और कार्यों पर भी लागू होती है जिन्हें आप अपनी पेशेवर जिंदगी का हिस्सा बनाना चाहते हैं।

सेहत के मामले में द स्ट्रेंथ कार्ड एक बहुत ही शानदार कार्ड है। यह कार्ड संकेत दे रहा है कि आप पूरी तरह से फिट हैं और आपका स्वास्थ्य अच्छा या बेहतर हो रहा है। अगर आप बीमार चल रहे हैं, तो यह कार्ड बीमारी से उबरने या अपनी खोई हुई ताकत को वापस पाने का संकेत दे रहा है।

शुभ दिन : मंगलवार

वृषभ राशि

प्रेम जीवन: ऐस ऑफ कप्‍स

आर्थिक जीवन: फाइव ऑफ स्‍वॉर्ड्स

करियर: द चैरियट

स्वास्थ्य: ऐट ऑफ वैंड्स

प्रेम जीवन में वृषभ राशि के जातकों को ऐस ऑफ कप्‍स कार्ड मिला है जो बताता है कि आप एक नए प्रेम संबंध या दोस्‍ती की शुरुआत करने जा रहे हैं और यह आपके लिए बहुत मायने रखता है। अगर आप पहले से ही प्रेम संबंध में हैं, तो आप दोनों के बीच नज़दीकियां बढ़ सकती हैं और आपका रिश्‍ता सहानुभूति एवं आपसी समझ के मामले में एक नए स्‍तर पर पहुंच सकता है। वर्तमान समय में आपके लिए अपनी भावनाओं और मन के आधार पर निर्णय लेना सही रहेगा। आप अपने मन पर भरोसा करना सीखें और परिस्थितियों का अत्‍यधिक विश्‍लेषण करने से बचें।

यह कार्ड कभी-कभी संकेत देता है कि आपको अपने ऐशो-आराम पर कम खर्च करने की ज़रूरत है क्‍योंकि अब आपको पैसों की तंगी होने की आशंका है। फाइव ऑफ स्‍वॉर्ड्स अपराइट कार्ड पैसों के मामले में धोखाधड़ी या बेईमानी के संकेत दे रहा है।

द चैरियट कार्ड आपको कह रहा है कि आपको किसी खास उद्देश्‍य पर ध्‍यान केंद्रित करना चाहिए। अपने संकल्‍प को बनाए रखने एवं इसे प्राप्‍त करने के लिए अपने अंदर ताकत जुटाने की कोशिश करें। यह कार्ड आपको इस बात की भी याद दिला रहा है कि आपकी जिंदगी आपके हाथ में है और आपके अंदर अपनी बाधाओं को दूर करने के लिए पर्याप्‍त इच्‍छाशक्‍ति एवं एकाग्रता है।

ऐट ऑफ वैंड्स कार्ड अपराइट आने पर सेहत के मामले में अच्‍छी खबर दे रहा है। इस कार्ड का कहना है कि आप शारीरिक रूप से सक्रिय रहेंगे और आपका स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा रहने वाला है। यह कार्ड बताता है कि आप अपनी बीमारी पर आसानी से, जल्‍दी और बिना किसी देरी के काबू पा सकेंगे। यह कार्ड बीमारी या चोट से जल्‍दी ठीक होने का संकेत दे रहा है।

शुभ दिन: शुक्रवार

मिथुन राशि

प्रेम जीवन: पेज ऑफ कप्‍स (रिवर्स्‍ड)

आर्थिक जीवन: द मैजिशियन

करियर: ऐस ऑफ स्‍वॉर्ड्स

स्वास्थ्य: द डेविल

मिथुन राशि के जातकों के लिए पेज ऑफ कप्‍स कार्ड रिवर्स पोजीशन में है जो कि दिल के टूटने, ब्रेकअप, सगाई टूटने और प्‍यार में निराशा को दर्शाता है। इसके अलावा यह कार्ड बता रहा है कि आप बहुत ज्‍यादा संवेदनशील या बहुत ज्‍यादा डिमांड करने वाले बन सकते हैं या आपका बच्‍चों की तरह व्‍यवहार करना या ड्रामा करना आपके रिश्‍ते में मतभेद उत्‍पन्‍न कर सकता है।

द मैजिशियन कार्ड आपको वित्तीय क्षेत्र में नए अवसरों और पैसों को संभालने के लिए नए तरीकों की आवश्‍यकता के संकेत दे रहा है। यह कार्ड किसी भी वित्तीय अवसर का लाभ उठाने के लिए आपको अपने दिमाग और अपने पास मौजूद संसाधनों का उपयोग करने की सलाह दे रहा है।

ऐस ऑफ स्‍वॉर्ड्स के अनुसार आपको अपने आसपास का नया माहौल बहुत ज्‍यादा डिमांडिंग लग सकता है और आपको अपनी बुद्धिमानी और काबिलियत को विकसित करने के लिए पर्याप्‍त अवसर मिलेंगे। हो सकता है क आपके आसपास ऐसे सहकर्मी हों जिन्‍हें विचारों को साझा करना अच्‍छा लगता हो और और जिनके साथ आप आसानी से बातचीत कर सकें। आप जो करना चाहते हैं, उसे लेकर स्‍पष्‍ट रहें और उस विचार को स्‍पष्‍ट रूप से व्‍यक्‍त करने का प्रयास करें।

इस कार्ड का कहना है कि आशा की कमी के कारण आप बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य को पाने में असमर्थ हो सकते हैं। आपको हमेशा दुनिया में प्‍यार और रोशना बांटने की कोशिश करनी चाहिए। आपको हमेशा रोशनी और प्‍यार फैलाने की कोशिश करनी चाहिए, यहां तक कि मुश्किल समय में भी आपका यही प्रयास रहना चाहिए क्‍योंकि आप इसी तरह के लोगों को आकर्षित करेंगे। आप अंधकार को अपने ऊपर हावी न होने दें।

शुभ दिन: बुधवार

कर्क राशि

प्रेम जीवन: व्‍हील ऑफ फॉर्च्‍यून

आर्थिक जीवन: पेज ऑफ कप्‍स

करियर: थ्री ऑफ कप्‍स

स्वास्थ्य: सिक्‍स ऑफ वैंड्स

कर्क राशि के जातकों के लिए व्‍हील ऑफ फॉर्च्‍यून कार्ड बता रहा है कि आपका रिश्‍ता अनुकूल रूप से आगे बढ़ रहा है। सिंगल जातकों को अवसरों लाभ उठाने की ज़रूरत है लेकिन इसके साथ ही यह कार्ड आपके लिए कुछ शानदार चीज़ों के संकेत भी दे रहा है।

पेज ऑफ कप्‍स कार्ड आपके लिए वित्तीय स्‍तर पर शुभ समाचार लेकर आ सकता है। लेकिन आपको जल्‍दबाज़ी में कोई भी आर्थिक निर्णय लेने से बचना चाहिए। धन के मामले में आप सावधानी बरतें और अच्‍छे से सोच-विचार करें। इस समय आप पैसों से संबंधित कोई भी जोखिम उठाने से बचें और खरीदारी एवं निवेश को लेकर गंभीरता से विचार करें।

करियर के मामले में थ्री ऑफ कप्‍स कार्ड कार्यक्षेत्र या व्‍यवयाय में जीत के संकेत दे रहा है। इस साल आप जश्‍न मनाते हुए नज़र आ सकते हैं, फिर चाहे वह नए व्‍यापार की शुरुआत को लेकर हो या किसी प्रोजेक्‍ट के पूरे होने का हो।

सिक्‍स ऑफ वैंड्स कार्ड का कहना है कि आप जो उपचार ले रहे हैं, उससे आप पूरी तरह से ठीक हो पाएंगे या आपको अनुकूल परिणाम प्राप्‍त होंगे। यह कार्ड यह संकेत भी दे रहा है कि अपने स्‍वास्‍थ्‍य को बेहतर करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की वजह से आप मज़बूत और अधिक ऊर्जावान हो रहे हैं।

शुभ दिन: सोमवार

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सिंह राशि

प्रेम जीवन: फाइव ऑफ वैंड्स 

आर्थिक जीवन: किंग ऑफ वैंड्स

करियर: सिक्‍स ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: नाइट ऑफ कप्‍स

फाइव ऑफ वैंड्स कार्ड की उग्र ऊर्जा सिंह राशि के जातकों के लिए बिल्‍कुल उपयुक्‍त रहने वाली है। इस कार्ड के अनुसार आपके और आपके पार्टनर के बीच असहमति, विवाद और झगड़े हो सकते हैं। दोनों पार्टनर के बीच किसी महत्‍वपूर्ण मसले पर असहमति होने पर कलह उत्‍पन्‍न हो सकती है। दबी हुई आक्रामकता, हताशा और अधीरता जैसे कुछ कारक आप दोनों के बीच बहस का कारण बन सकते हैं।

पेशेवर जीवन में किंग ऑफ वैंड्स कार्ड एक ऐसे व्‍यक्‍ति को दर्शाता है जो सफलता पाने के लिए जोखिम उठाने से घबराता नहीं है। वित्त के मामले में, सोच-समझकर जोखिम उठाने या किसी बिज़नेस को शुरू करने के लिए यह अनुकूल समय है। किंग ऑफ वैंड्स कार्ड अपनी काबिलियत पर भरोसा करने और जो आप चाहते हैं, उसके पीछे जाने के लिए प्रेरित करता है।

सिक्‍स ऑफ वैंड्स कार्ड आर्थिक और पेशेवर क्षेत्र में सफलता को दर्शाता है। आपको अपनी कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता की वजह से वेतन में वृद्धि, पदोन्‍नति या करियर में कोई नया अवसर मिलने की संभावना है। मुमकिन है कि आपकी उपलब्धियों पर आपके वरिष्‍ठ अधिकारियों और सहकर्मियों की नज़र पड़ जाए। इसकी वजह से आप आर्थिक रूप से सुरक्षित हो सकते हैं और करियर में आगे बढ़ सकते हैं।

नाइट ऑफ कप्‍स कार्ड अपराइट होने पर अध्‍यात्‍म की दृष्टि से मानसिक स्थिति और अंर्तज्ञान के कौशल के मज़बूत होने को दर्शाता है। इस कार्ड से यह पता चलता है कि आप इस सप्‍ताह आध्‍यात्मिक विकास और आंतरिक रूप से स्‍वस्‍थ महसूस कर सकते हैं। आपका संपूर्ण स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा रहेगा।

शुभ दिन: रविवार

कन्या राशि

प्रेम जीवन: थ्री ऑफ कप्‍स

आर्थिक जीवन: टेन ऑफ स्‍वॉर्ड्स

करियर: टेन ऑफ कप्‍स

स्वास्थ्य: सिक्‍स ऑफ पेंटाकल्‍स

थ्री ऑफ कप्‍स कार्ड का कहना है कि इस सप्‍ताह आप अपने जीवनसाथी या पार्टनर के साथ कहीं छुट्टियां मनाने जा सकते हैं और अपने वैवाहिक या प्रेम जीवन का आनंद ले सकते हैं। अगर आप सिंगल हैं, तो इस सप्‍ताह आपके अतीत से कोई पुराना साथी वापस आपकी जिंदगी में लौट सकता है। यह कार्ड इस बात के भी संकेत दे रहा है कि अकेले या तन्‍हाई के बाद आपके पास कई संभावित साथी हो सकते हैं।

टेन ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड आर्थिक क्षेत्र में मुश्किल समय को दिखा रहा है। आप कर्ज़े में आ सकते हैं, आपके निवेश का पैसा डूब सकता है या आपको कोई बड़ा आर्थिक नुकसान हो सकता है।

टेन ऑफ कप्‍स कार्ड के अनुसार इस सप्‍ताह आपको सफलता मिलने के योग हैं। आपकी कोई इच्‍छा पूरी हो सकती है या आपको कोई खुशी मिलने वाली है। भले ही यह कार्ड काम से ज्‍यादा परिवार से जुड़ा हो, लेकिन फिर भी यह कार्ड आपके करियर में सुधार लेकर आ सकता है। आपकी वर्तमान की परिस्थिति को देखते हुए यह कार्ड बता रहा है कि आप इस समय सुरक्षित और स्‍वीकृत महसूस कर सकते हैं। इस कार्ड का कहना है कि इस सप्‍ताह आपको करियर में उन्‍नति और प्रमोशन मिलने के योग भी हैं।

सेहत के मामले में आपको सिक्‍स ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड मिला है जिसके अनुसार आपके संपूर्ण स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार आने की उम्‍मीद है। इस कार्ड का कहना है कि आप जिस समस्‍या से जूझ रहे हैं, उससे उबरने के लिए आपको डॉक्‍टर सहित दूसरों की मदद और सहयोग की ज़रूरत पड़ सकती है।

शुभ दिन: बुधवार

तुला राशि

प्रेम जीवन: क्‍वीन ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: फाइव ऑफ स्‍वॉर्ड्स (रिवर्स्‍ड)

करियर: सेवन ऑफ वैंड्स (रिवर्स्‍ड)

स्वास्थ्य: क्‍वीन ऑफ कप्‍स

क्‍वीन ऑफ वैंड्स कार्ड तुला राशि के जातकों को मिलनसार बनने, अपनी वि‍शिष्‍टता को अपनाने और दूसरों के साथ घुलने-मिलने के लिए प्रेरित कर सकता है। इस समय आपको लोगों के बीच रहना अच्‍छा लगेगा और हो सकता है कि आप इस बात की चिंता करना छोड़ दें कि आप कैसे दिख रहे हैं या दूसरे आपको कैसे देखते हैं। लोग आपकी ओर आकर्षित होंगे और आपके साहस और आत्‍मविश्‍वास से प्रभावित होकर आपके नक्‍शे कदम पर चलने के लिए प्रेरित होंगे।

अगर आप वित्तीय जीवन में तनावपूर्ण आर्थिक समस्‍याओं या पैसों को लेकर विवाद का सामना कर रहे हैं, तो अब आपको इन सभी चीज़ों से छुटकारा मिल सकता है। यदि आप किसी ऐसे व्‍यक्‍ति से बात कर रहे हैं, जो आपका आर्थिक शोषण करने की कोशिश कर रहा है, तो अब आप देख सकते हैं कि वह व्‍यक्‍ति आपसे दूर जा रहा है या अपने कर्मों का फल भुगत रहा है।

करियर में  सेवन ऑफ वैंड्स कार्ड मिलने का मतलब है कि आप अपना बचाव करने के प्रयासों में असफल हो सकते हैं। ठीक तरह से योजना बनाकर न चलने की वजह से ऐसा हो सकता है। मुमकिन है कि आप अपने दृष्टिकोण और अपने मूल्‍यों का बचाव करने या पूर्व में प्राप्‍त की गई अपनी सफलताओं का समर्थन करने के लिए तैयार न हों। इस समय आपको अपने करियर या बिज़नेस की रक्षा करने की ज़रूरत है लेकिन आप इसके लिए तैयार नहीं हैं या आपके अंदर ऐसा करने की इच्‍छा नहीं है। आप खुद को मिलने वाली उपलब्धियों को लेकर आराम से बैठने से बचें क्‍योंकि लोगों के मन में आपकी सफलता को लेकर ईर्ष्‍या की भावना हो सकती है।

क्‍वीन ऑफ कप्‍स कार्ड व्‍यक्तिगत विकास और स्‍वास्‍थ्‍य दोनों से संबंधित है। इस कार्ड के अपराइट आने पर, यह प्रेग्‍नेंसी और मातृत्‍व के साथ-साथ प्रजनन क्षमता और ऊर्जा का संकेत दे सकता है। संभावना है कि आपको या आपके परिवार में किसी को जल्‍द ही संतान की प्राप्ति होने वाली है। निश्‍चिंत रहें, सब कुछ अच्‍छे से हो जाएगा।

शुभ दिन: शुक्रवार

वृश्चिक राशि

प्रेम जीवन: टेन ऑफ स्‍वॉर्ड्स

आर्थिक जीवन: किंग ऑफ स्‍वॉर्ड्स

करियर: नाइट ऑफ पेंटाकल्‍स

स्वास्थ्य:  किंग ऑफ वैंड्स

अगर आप प्रेम संबंध में  हैं, तो टेन ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड एक अच्‍छा संकेत नहीं है। यह कार्ड ब्रेकअप, तलाक, अलगाव, अपने पार्टनर से नाराज़गी या रिश्‍ते के टूटने को दर्शाता है। यदि यह कार्ड अलगाव को दर्शाता है, तो आप शायद पहले से ही इस बात से अवगत हैं कि आपके रिश्‍ते में बड़ी समस्‍याएं चल रही हैं।

किंग ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड आपको खुद को आगे बढ़ाने और धन के मामले में अनुशासित होने के लिए प्रोत्‍साहित कर रहा है। आपको यह समझना चाहिए कि हर प्रयास को सार्थक बनाने के लिए त्‍याग करने की ज़रूरत होती है और आपके वित्तीय उद्देश्‍यों पर भी यह बात लागू होती है। धन के मामले में कोई भी महत्‍वपूर्ण निर्णय लेने से पहले आप अपनी आर्थिक स्थिति पर एक नज़र डालें और अच्‍छे से सोच-विचार कर लें।

नाइट ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड अक्‍सर दर्शाता है कि वृश्चिक राशि के जातकों का लक्ष्‍य भले ही कितना दूर क्‍यों न हो, वे इसके लिए प्रतिबद्ध रहते हैं। आप शायद अपने लक्ष्‍य को प्राप्‍त करने के लिए वो सब करेंगे, जो आपके बस में है इसलिए आप कोशिश करने और अपना खून, पसीना और आंसू बहाने के लिए तैयार रहें। आप काम धीरे-धीरे और स्थिरता के साथ करते हैं और आपको लगता है कि आपको अपनी कड़ी मेहनत का फल ज़रूर मिलेगा।

सेहत के मामले में किंग ऑफ वैंड्स कार्ड एक शुभ संकेत है। यह कार्ड शक्‍ति और अच्‍छे स्‍वास्‍थ्‍य को दर्शाता है। इस कार्ड के अनुसार आपके अंदर स्‍वस्‍थ जीवनशैली जीने के लिए भरपूर उत्‍साह और इच्‍छा है। हालांकि, आपको इसमें अधिकता से बचने और आराम करने के लिए थोड़ा समय निकालने की सलाह दी जाती है।

शुभ दिन: मंगलवार

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धनु राशि

प्रेम जीवन: ऐस ऑफ पेंटाकल्‍स

आर्थिक जीवन: द लवर्स

करियर: क्‍वीन ऑफ कप्‍स

स्वास्थ्य: ऐट ऑफ पेंटाकल्‍स

धनु राशि के जातकों के लिए ऐस ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड रिश्‍ते में सुरक्षा और स्थिरता के संकेत दे रहा है। इसके साथ ही इस सप्‍ताह आपका अपने पार्टनर के साथ रिश्‍ता मज़बूत होगा। इस कार्ड के अनुसार सिंगल जातकों के लिए नए रिश्‍ते की शुरुआत हो सकती है। आप किसी ऐसे व्‍यक्‍ति के साथ रिश्‍ते में आ सकते हैं जो आपकी जिंदगी को स्थिरता और सुरक्षा देने का काम करता है।

द लवर्स कार्ड के अनुसार आपको इस सप्‍ताह आर्थिक निर्णय लेने पड़ सकते हैं। अगर आपके सामने दो महत्‍वपूर्ण खर्चें हैं, तो आपको इनमें से किसी एक को चुनना पड़ सकता है। इस समय आपके लिए दोनों खर्चों का वहन कर पाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। आपके फैसले का लंबे समय तक आपकी आर्थिक स्थिति पर प्रभाव रहने वाला है। इस कार्ड का कहना है कि आप अपने कार्यक्षेत्र में अपने सहकर्मी का सहयोग कर सकते हैं या उनके साथ साझेदारी में काम कर सकते हैं।

क्‍वीन ऑफ कप्‍स कार्ड के अनुसार आपको इस बारे में सोचना चाहिए कि आपकी वर्तमान की स्थिति आपके आदर्शों और भावनात्‍मक ज़रूरतों के अनुकूल है या नहीं। यदि आप असंतुष्‍ट या भावनात्‍मक रूप से थका हुआ महसूस कर रहे हैं, तो आप कोई ऐसा पेशा चुनें जहां पर आप अपनी रचनात्‍मकता और संवेदना का प्रयोग कर स‍कें।

सेहत के मामले में आपको ऐट ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड मिला है जो कि अपेंडिसाइटिस, पैंक्रियाटाइटिस, अल्‍सर, कब्‍ज़, डायरिया, ईरिटेबल बाउल सिंड्रोम या पाचन संबंधित समस्‍याओं का संकेत दे सकता है। हालांकि,  अगर आप फिटनेस रूटीन में रहते हैं, तो इस कार्ड के अनुसार आप पहले से ज्‍यादा मज़बूत और स्‍वस्‍थ महसूस कर सकते हैं।

शुभ दिन: बृहस्‍पतिवार

मकर राशि   

प्रेम जीवन: क्‍वीन ऑफ स्‍वॉर्ड्स

आर्थिक जीवन: फाइव ऑफ पेंटाकल्‍स

करियर: सेवन ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: फाइव ऑफ कप्‍स

इस कार्ड का कहना है कि आप अपने रिश्‍ते में स्‍वतंत्रता और आत्‍मनिर्भरता की तलाश कर रहे हैं। आप या आपका पार्टनर अपने रिश्‍ते में स्‍वतंत्रता की खोज कर सकते हैं। अपने रिश्‍ते में कुछ सीमाएं बनाने और स्‍पष्‍टता लाने के लिए आपको कुछ बदलाव लाने की ज़रूरत हो सकती है।

मकर राशि के जातकों को वित्तीय संकट या ऐसे समय का सामना करना पड़ सकता है जहां वे आर्थिक प्रतिबंधों के कारण चिंतित हो सकते हैं। हालांकि, फाइव ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड के अनुसार ये आर्थिक समस्‍याएं अस्‍थायी होंगी। यह कार्ड अपने चरम रूप में वित्तीय हानि, बेघर होने, बैंकरप्‍ट होने या किसी बड़े आर्थिक नुकसान का संकेत दे सकता है।

सेवन ऑफ वैंड्स कार्ड कहता है कि आपको अपनी पहचान और पेशेवर उपलब्धियों की सुरक्षा करने की ज़रूरत है। चू‍ंकि, आप अपने कार्यक्षेत्र में प्रसिद्धि और प्रतिष्‍ठा हासिल कर रहे हैं इसलिए कुछ लोग आपकी उपलब्धियों पर संदेह कर सकते हैं या आपकी प्रत‍िष्‍ठा का विरोध कर सकते हैं।

फाइव ऑफ कप्‍स कार्ड का कहना है कि आपको स्‍वास्‍थ्‍य और आध्‍यात्मिकता के संबंध अपनी देखभाल करने और भावनात्‍मक स्‍तर पर ठीक होने की ज़रूरत है। इस कार्ड के अनुसार आप किसी नुकसान का शोक मना रहे हैं या भावनात्‍मक रूप से किसी बोझ के नीचे दबा हुआ महसूस कर रहे हैं। इसका नकारात्‍मक असर आपके स्‍वास्‍थ्‍य पर पड़ रहा है।

शुभ दिन: शनिवार

कुंभ राशि 

प्रेम जीवन: सेवन ऑफ पेंटाकल्‍स

आर्थिक जीवन: जस्टिस

करियर: टेंपेरेंस

स्वास्थ्य:  द हीरोफैंट

सेवन ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड के अनुसार प्‍यार को पनपने में थोड़ा समय लग सकता है। सिंगल जातकों के लिए उनकी लंबे समय से चली आ रही दोस्‍ती धीरे-धीरे प्‍यार में बदल सकती है। आपकी आज की दोस्‍ती भविष्‍य की भी नींव रख सकती है। अगर आप प्रेम संबंध में हैं, तो आपको जिंदगी बोरिंग या बोझिल लग सकती है। अपने रिश्‍ते को सफल बनाने के लिए आपको दीर्घकालिक उद्देश्‍य बनाने या अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव करने की ज़रूरत है।

वित्तीय लेन-देन के मामले में यह कार्ड हमेशा ईमानदार, न्‍यायसंगत और सच का साथ देने वाले व्‍यक्‍ति को दर्शाता है। आप अपनी और दूसरों की ज़रूरतों के बीच संतुलन बनाकर चलें जैसे कि आप क्‍या देते हैं और आपको क्‍या मिलता है। अगर आप संतुलन बनाकर रखेंगे, तो आपको धन के मामले में कोई परेशानी नहीं होगी।

द टेंपेरेंस कार्ड आपको अपने उद्देश्‍यों को निर्धारित करने और दृढ़ एवं धैर्यपूर्ण दृष्टिकोण अपनाने के लिए कह रहा है। आप अपने काम को लेकर प्रतिबद्ध रहते हैं और मुश्किल समय में भी शांत रहने का गुण रखते हैं। आपकी यही बात आपको दूसरों से अलग बनाती है। यह कार्ड इस बात की याद दिलाता है कि आपको करियर में सफलता पाने में समय लग सकता है।

द हीरोफैंट कार्ड बताता है कि आपके लिए सेहत के मामले में पारंपरिक चिकित्‍सकीय सलाह और उपचार सबसे बेहतर हो सकता है। इस कार्ड का एक मतलब यह भी हो सकता है कि आप नियमित व्‍यायाम कर के और अपने डॉक्‍टर की सलाह का पालन कर के अपने स्‍वास्‍थ्‍य को बनाए रख सकते हैं।

शुभ दिन: शनिवार

मीन राशि

प्रेम जीवन: नाइन ऑफ स्‍वॉर्ड्स

आर्थिक जीवन: डेथ

करियर: सिक्‍स ऑफ कप्‍स

स्वास्थ्य:  ऐट ऑफ कप्‍स

इस सप्‍ताह मीन राशि के जातकों को नाइन ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड मिला है जिसके अनुसार इस समय आपका रिश्‍ता मुश्किलों और अप्रिय भावनाओं से भरा हो सकता है। अपने पार्टनर से कोई रहस्‍य रखने, किसी और के साथ संबंध बनाने या धोखा देने की वजह से आपको अपराधबोध और तनाव महसूस हो सकता है। इन परेशानियों को सुलझाने और अपने रिश्‍ते में भरोसे को वापस लाने के लिए आप दोनों को एक-दूसरे से पूरी ईमानदारी से और खुलकर बात करनी चाहिए।

आर्थिक जीवन में द डेथ कार्ड अचानक आमदनी के घटने या आर्थिक नुकसान को दर्शाता है। इस समय आपको धन के मामले में आवश्‍यक वित्तीय सुधार करने की ज़रूरत है। यह कार्ड इस बात पर जोर देता है कि व्‍यापार करते समय आपको ईमानदार और न्‍यायसंगत बनना पड़ेगा।

इस कार्ड का कहना है कि आपने अपने पिछले प्रयासों से काफी कुछ सीखा है और ये आपको अपना भविष्‍य बनाने में मदद करेंगे। सोचें कि आपने अतीत में क्‍या अच्‍छा किया है और पहले की गई गलतियों को दोहराने से बचें। वहीं दूसरी ओर, इस कार्ड का यह कहना भी है कि आप अपने पेशेवर जीवन का पुर्नमूल्‍यांकन कर रहे हैं और हो सकता है कि आप अपनी पहले छोड़ी हुई नौकरी पर वापस चले जाएं।

अब आपको नकारात्‍मक विचारों या चीज़ों को और अधिक समय या महत्‍व नहीं देना चाहिए। इनका आपके मानसिक और शारीरिक स्‍वास्‍थ्‍य पर केवल नकारात्‍मक प्रभाव ही पड़ रहा है। इसके बजाय आप अपने नज़रिए को बदलें और उन चीज़ों पर काम करें, जो आपके जीवन में महत्‍वपूर्ण बदलाव ला सकती हैं।

शुभ दिन: बृहस्‍पतिवार

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1. क्‍या टैरो में काला जादू होता है?

उत्तर. नहीं, टैरो में किसी भी तरह का कोई काला जादू नहीं होता है।

प्रश्‍न 2. डेक में सबसे खुशहाल कार्ड कौन-सा है?

उत्तर. टेन ऑफ पेंटाकल्‍स।

प्रश्‍न 3. टैरो में कितने कार्ड्स होते हैं?

उत्तर. इसमें 78 कार्ड होते हैं।

मंगल का मिथुन राशि में गोचर: जानें क्‍या होगा देश-दुनिया और स्‍टॉक मार्केट का हाल!

मंगल गोचर 2025: एस्ट्रोसेज एआई की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं मंगल के गोचर से संबंधित यह खास ब्लॉग। मंगल कार्य करने और उत्‍साह के कारक हैं और इस ग्रह का संबंध साहस एवं दृढ़ता से भी है।

गहरे लाल रंग के होने की वजह से मंगल को ‘लाल ग्रह’ भी कहा जाता है। मंगल के मिथुन राशि में गोचर करने पर दुनिया के बड़े नेता ठोस या बड़े कदम उठाते हुए नज़र आएंगे जो कि जनता और लोगों की भलाई के लिए होंगे। हालांकि, मंगल की वक्री चाल कभी-कभी अनिश्चित परिणाम भी दे सकती है।

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके 

मंगल का मिथुन राशि में गोचर: समय

मंगल लगभग 40 से 45 दिनों में एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं। कुछ मामलों में मंगल एक ही राशि में पांच महीने तक भी रह सकते हैं। इस बार मंगल 21 जनवरी, 2025 को सुबह 08 बजकर 04 मिनट पर बुध की राशि मिथुन में गोचर करने जा रहे हैं। इस ब्‍लॉग में आगे बताया गया है कि मंगल के मिथुन राशि में गोचर करने पर देश-दुनिया और स्‍टॉक मार्केट पर इसका क्‍या प्रभाव पड़ेगा।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

मिथुन राशि में मंगल: विशेषताएं

मंगल के मिथुन राशि में होने पर ऊर्जा, बुद्धि और संचार का अनूठा मिश्रण देखने को मिलता है। मंगल क्रियाशीलता और दृढ़ता का कारक हैं और मिथुन राशि जिज्ञासा, बदलाव को स्‍वीकार करने एवं मानसिक रूप से मज़बूत होने को दर्शाती है। मंगल का मिथुन राशि में होना, इस बात को प्रभावित करता है कि कोई व्‍यक्‍ति अपनी ऊर्जा का किस तरह से प्रयोग करता है एवं उसका दृढ़ता और चुनौतियों का सामना करने को लेकर क्‍या दृष्टिकोण है।

तेज गति से आगे बढ़ते हैं

जिन लोगों की कुंडली में मंगल ग्रह होता है, वे जातक तेज़-तर्रार और तेजी से आगे बढ़ने वाले होते हैं। इनके कार्यों और निर्णयों में आवेग दिख सकता है। ये बिना किसी झिझक के एक काम से दूसरे काम पर चले जाते हैं।

ये बुद्धिमान होते हैं और एकसाथ कई काम करने में निपुण होते हैं लेकिन इन्‍हें लंबे समय तक एक ही चीज़ पर फोकस बनाए रखने में दिक्‍कत आ सकती है। ये अपनी ऊर्जा को शारीरिक कार्यों के बजाय मानसिक कामों में लगाना पसंद कर सकते हैं।

बातें करने में माहिर

ये जातक दूसरों के सामने अपनी वाणी या शब्‍दों के माध्‍यम से अपने विचारों को प्रकट करना चाहते हैं। मिथुन राशि में मंगल के होने पर व्‍यक्‍ति अपनी भावनाओं को व्‍यक्‍त करने वाला होता है और ये अपने शब्‍दों का इस्‍तेमाल अपनी शक्‍ति के रूप में करते हैं।

इन्‍हें बहस करने और बौद्धिक चुनौतियों का सामना करने में बहुत मज़ा आता है। ये अपने विचारों का बचाव करने या वाद-विवाद करने में देर नहीं करते हैं। ये जातक बहस करने में अच्‍छे हो सकते हैं और दूसरों को प्रेरित कर सकते हैं लेकिन ये बातचीत करने में तर्कशील या बेचैन भी हो सकते हैं।

जिज्ञासु और बेचैन

मंगल के मिथुन राशि में होने को बेचैनी या व्‍याकुलता के लिए भी जाना जाता है। इन जातकों को जीवन के हर क्षेत्र या पहलू में विविधता, बदलाव और उत्‍साह चाहिए होता है। इनका जिज्ञासु स्‍वभाव इन्‍हें अलग-अलग विचारों, शौक और अनुभवों के बारे में जानने के लिए प्रेरित करता है।

इन्‍हें कई चीज़ों में रुचि हो सकती है लेकिन इनकी बार-बार आने वाली या स्थिर परिस्थितियों में रुचि बहुत जल्‍दी खत्‍म हो जाती है और इस वजह से अक्‍सर इन्‍हें लंबे समय तक किसी एक चीज़ पर टिके रहने में दिक्‍कत आ सकती है।

बदलाव को स्‍वीकार करने वाले और प्रतिभाशाली

चूंकि, मिथुन राशि का गुण है बदलाव को आसानी से स्‍वीकार कर लेना इसलिए मंगल के मिथुन राशि में होने पर जातक बदलावों को लेकर अधिक सकारात्‍मक दृष्टिकोण रख सकता है। ये लोग ज़रूरत पड़ने पर बहुत जल्‍दी अपना रास्‍ता बदल सकते हैं और अप्रत्‍याशित बदलावों को आसानी से संभाल सकते हैं।

ये ऐसे माहौल में काम कर सकते हैं जहां पर नम्रता, लगातार सीखने या दूसरों के साथ बातचीत करने की ज़रूर‍त होती है। हालांकि, मुश्किल सा ऊबाऊ दिनचर्या होने पर ये बहुत जल्‍दी निराश या उससे विमुख हो सकते हैं।

शब्‍दों के ज़रिए खुद को व्‍यक्‍त करना

वैसे तो मंगल का संबंध शारीरिक कार्यों से होता है लेकिन मिथुन राशि में होने पर ये मानसिक रूप से मज़बूती प्रदान करने के साथ-साथ संचार कौशल को प्रभावी बनाते हैं। साथ ही शारीरिक गतिविधि का अभाव होने की वजह से ये बेचैन महसूस कर सकते हैं।

इन जातकों को लिखने, बोलने या ऐसे शारीरिक कार्यों को करने में मज़ा आता है जिसमें दिमाग का इस्‍तेमाल करना हो जैसे कि कोई ऐसा खेल जिसमें रणनीति या आपसी तालमेल की ज़रूरत होती है।

आकर्षक होते हैं

मिथुन राशि में मंगल के होने पर जातक चंचल स्‍वभाव और हंसी-मज़ाक करने वाले हो सकते हैं। ये अपनी बुद्धि के बल पर लोगों से आसानी से जुड़ने में सक्षम होते हैं।

ये रिश्‍तों में भावनात्‍मक स्‍तर पर बहुत ज्‍यादा नहीं जुड़ते हैं लेकिन ये आकर्षक होते हैं और हंसी-मज़ाक करने एवं चीज़ों को ज्‍यादा गंभीर होने से रोकने की क्षमता रखते हैं। 

फोकस को लेकर चुनौतियां

मंगल के मिथुन राशि में होने पर व्‍यक्‍ति को फोकस बनाए रखने और लगातार एक ही काम को करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। हो सकता है कि ये किसी प्रोजेक्‍ट पर बड़े उत्‍साह के साथ काम करना शुरू करें लेकिन अगर ये उससे ऊब जाते हैं या वो काम इन्‍हें बौद्धिक रूप से उत्तेजित नहीं करता है, तो उसमें से बहुत जल्‍दी इनकी रुचि खोने लगते हैं।

ऊर्जा की कमी कभी-कभी आपको रास्‍ते से भटकाने का काम कर सकती है। इन्‍हें दीर्घकालिक लक्ष्‍यों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है।

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ज्‍योतिष में वक्री मंगल

वैदिक ज्‍योतिष में मंगल का वक्री होना एक महतवपूर्ण घटना है क्‍योंकि यह हर 26 महीनों में एक बार होती है और लगभग दो से ढ़ाई महीने तक रहती है। इस दौरान क्रियाशीलता, ऊर्जा और आक्रामकता के कारक मंगल आकाश में उल्‍टे चलते हुए प्रतीत होते हैं जबकि असल में ऐसा होता नहीं है। मंगल के वक्री होने की समयावधि खासतौर पर कार्य, ऊर्जा और दृढ़ता के मामले में चिंतन करने, दोबारा काम या प्रयास करने और मतभेदों को सुलझाने के लिए होती है।

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मंगल का मिथुन राशि में गोचर: विश्‍व पर असर

मीडिया, नेता और सलाहकार

  • मंगल मिथुन राशि में होने पर व्‍यक्‍ति को आलोचनात्‍मक और तेज बद्धि के साथ कार्य करने वाला बनाता है। मंगल का वक्री होना दुनियाभर के लेखकों, पत्रकारों, शिक्षकों और आलोचकों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
  • इस समयावधि में दुनियाभर के नेताओं की बुद्धिमानी से बात करने और नेतृत्‍व करने के गुणों में इज़ाफा देखने को मिलेगा जिससे कुछ जाने-माने नेता बेहतरीन उदाहरण पेश कर सकते हैं।
  • इस दौरान सरकार भविष्‍य की परियोजनाओं के लिए सकारात्‍मक रणनीतियां और योजना बना सकती है।

विज्ञान, चिकित्‍सा और प्रकाशन

  • इस दौरान चिकित्‍सा या अन्‍य किसी क्षेत्र में विज्ञान पर आधारित अध्‍ययनों और प्रयोगों में वृद्धि देखने को मिल सकती है।
  • मंगल के मिथुन राशि में गोचर करने पर सॉफ्टवेयर इंडस्‍ट्री में तकनीकी प्रगति आने के संकेत हैं।
  • अध्‍ययन कार्यों, विज्ञान के क्षेत्र में नई खोज या शोध पत्र या थीसिस को प्रकाशित करने वाले लोगों और कंपनियों के लिए यह समय बहुत महत्‍वपूर्ण साबित होगा।
  • इसके अलावा ट्रैवल ब्‍लॉगर, ऑनलाइन ट्रैवल कंपनियों और ट्रैवलिंग के क्षेत्र में नौकरी कर रहे जातकों को इस समयावधि में बड़ा मुनाफा हो सकता है। हालांकि, इस दौरान बीच-बीच में कुछ रुकावटें आने के भी संकेत हैं।

खेल, बिज़नेस और मार्केटिंग

  • दुनियाभर के एथलीटों या खिलाड़ियों या खेल से संबंधित कपंनियों में काम करने वाले लोगों को लाभ होगा। इनमें से कुछ लोगों को बड़ी उपलब्धियां और पुरस्‍कार मिल सकते हैं जो कि उनकी कुंडली और ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है।
  • इस समय कई लोग व्‍यापार के क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं और बड़ा मुनाफा कमाने में सफल हो सकते हैं। हालांकि, शुरुआत में इन्‍हें थोड़ी दिक्‍कतें आ सकती हैं।
  • मार्केटिंग एजेंसी, फर्म और विज्ञापन के क्षेत्र में काम करने वाले जातकों को मंगल के मिथुन राशि में गोचर करने से लाभ मिलेगा लेकिन मंगल के वक्री अवस्‍था में होने की वजह से इन्‍हें काम में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं।

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मंगल का मिथुन राशि में गोचर: स्‍टॉक मार्केट पर असर

अब मंगल बुध की राशि मिथुन में गोचर करने जा रहे हैं। आगे जानें कि मंगल मिथुन राशि में प्रवेश करने पर स्‍टॉक मार्केट  को किस तरह से प्रभावित करेंगे।

  • मंगल के मिथुन राशि में गोचर करने पर केमिकल फर्टिलाइज़र उद्योग, चाय और कॉफी उद्योग, स्‍टील इंडस्‍ट्री, हिंडाल्‍को और ऊनी मिलें खूब फल-फूलेंगी।
  • इस समयावधि में फार्मास्‍यूटिकल इंडस्‍ट्री अच्‍छा प्रदर्शन करेंगी लेकिन मंगल के गोचर करने की वजह से कुछ रुकावटें भी आ सकती हैं।
  • सर्जिकल उपकरण बनाने और इनका व्‍यापार करने वाले उद्योग भी अच्‍छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
  • रिलायंस इंडस्‍ट्रीज़, विज्ञापन एजेंसियां, कंप्‍यूटर सॉफ्टवेयर टेक्‍नोलॉजी, सूचना प्रौद्योगिकी और अन्‍य क्षेत्रों में महीने के अंत तक मंदी जारी रह सकती है।
  • मीडिया कपंनियों, शैक्षणिक संस्‍थानों और पीआर कपंनियों को फायदा होगा।

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1. मंगल की किन ग्रहों के साथ मित्रता है?

उत्तर. सूर्य, बृहस्‍पति और चंद्रमा।

प्रश्‍न 2. मंगल के लिए कौन सी राशियां उत्तम रहती हैं?

उत्तर. मेष, वृश्चिक और मकर राशि।

प्रश्‍न 3. मंगल के लिए कौन सा रत्‍न पहन सकते हैं?

उत्तर. मूंगा मंगल का रत्‍न है।

अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 19 जनवरी से 25 जनवरी, 2025

कैसे जानें अपना मुख्य अंक (मूलांक)? 

अंक ज्योतिष साप्ताहिक भविष्यफल जानने के लिए अंक ज्योतिष मूलांक का बड़ा महत्व है। मूलांक जातक के जीवन का महत्वपूर्ण अंक माना गया है। आपका जन्म महीने की किसी भी तारीख़ को होता है, उसको इकाई के अंक में बदलने के बाद जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है। मूलांक 1 से 9 अंक के बीच कोई भी हो सकता है, उदाहरणस्वरूप- आपका जन्म किसी महीने की 10 तारीख़ को हुआ है तो आपका मूलांक 1+0 यानी 1 होगा। 

इसी प्रकार किसी भी महीने की 1 तारीख़ से लेकर 31 तारीख़ तक जन्मे लोगों के लिए 1 से 9 तक के मूलांकों की गणना की जाती है। इस प्रकार सभी जातक अपना मूलांक जानकर उसके आधार पर साप्ताहिक राशिफल जान सकते हैं।

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अपनी जन्मतिथि से जानें साप्ताहिक अंक राशिफल (19 जनवरी से 25 जनवरी, 2025)

अंक ज्योतिष का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख़ से संबंध होता है। नीचे दिए गए लेख में हमने बताया है कि हर व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग-अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं। 

जैसे कि मूलांक 1 पर सूर्य देव का आधिपत्य है। चंद्रमा मूलांक 2 का स्वामी है। अंक 3 को देव गुरु बृहस्पति का स्वामित्व प्राप्त है, राहु अंक 4 का राजा है। अंक 5 बुध ग्रह के अधीन है। 6 अंक के राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है। शनि देव को अंक 8 का स्वामी माना गया है। अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं।

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मूलांक 1

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातकों का दृष्टिकोण एकदम स्‍पष्‍ट होता है और ये इसे एक लक्ष्‍य के रूप में अपना सकते हैं। इसके अलावा ये जातक अपने कार्यों को लेकर अधिक सचेत रहते हैं।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह आपके और आपके जीवनसाथी के बीच आपसी समझ में कमी होने की आशंका है। इस वजह से आप दोनों के बीच विवाद हो सकता है जिससे आप दोनों के रिश्‍ते में खटास आने की आशंका है।

शिक्षा: इस सप्‍ताह आप जो भी करेंगे, उसमें एकाग्रता की कमी देखी जा सकती है। इस वजह से आप पढ़ाई में पीछे रह सकते हैं।

पेशेवर जीवन: यह सप्‍ताह नौकरीपेशा जातकों के लिए अनुकूल नहीं है। आप अपने कार्यक्षेत्र में अच्‍छे संबंध बनाए रखने में असफल हो सकते हैं। व्‍यापारियों को इस समय नुकसान होने के आसार हैं इसलिए उन्‍हें सचेत रहने की सलाह दी जाती है।

सेहत: इस सप्‍ताह आपके अंदर ऊर्जा और उत्‍साह की कमी हो सकती है। इससे आपकी सेहत में अस्थिरता देखने को मिल सकती है। इसलिए इस समय आपको अपनी सेहत का खास ख्‍याल रखने की सलाह दी जाती है।

उपाय: आप रोज़ 108 बार ‘ॐ गं गणपतये नम:’ मंत्र का जाप करें।

मूलांक 2

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातकों में घूमने-फिरने या यात्रा करने की इच्‍छा अधिक होती है और ये इसे अपना जुनून बना सकते हैं। इसके अलावा ये लोग बिज़नेस करने को उत्‍सुक रहते हैं और नई ॐचाईयों को छूते हैं।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह आपके परिवार में कोई शुभ या मांगलिक कार्यक्रम हो सकता है जिसका आप और आपका जीवनसाथी दोनों ही आनंद उठाएंगे।

शिक्षा: इस सप्‍ताह आप शिक्षा के क्षेत्र में अपने स्किल्‍स को प्रदर्शित करने और लोगों के बीच अपनी एक विशेष जगह बनाने में सफल होंगे। आप केमिस्‍ट्री और मरीन इंजीनियरिंग आदि विषयों में उत्‍कृष्‍टता हासिल करने में सक्षम होंगे।

पेशेवर जीवन: इस सप्‍ताह नौकरीपेशा जातकों को उच्‍च सफलता मिलने के योग हैं। अपको इस समय नौकरी के नए अवसर प्राप्‍त हो सकते हैं और ये अवसर आपको असीम संतुष्टि प्रदान करेंगे। व्‍यापारियों को इस समय अपनी उम्‍मीद से ज्‍यादा मुनाफा होने की संभावना है। आप अपनी योग्‍यता साबित करने के लिए अपने प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्‍कर देने में सक्षम होंगे।

सेहत: इस सप्‍ताह आपके अंदर उच्‍च स्‍तर की ऊर्जा रहने वाली है जिससे आपका स्‍वास्‍थ्‍य उत्तम रहेगा। आपको मामूली सिरदर्द के अलावा और कोई स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या परेशान नहीं करेगी।

उपाय: आप रोज़ 20 बार ‘ॐ चंद्राय नम:’ मंत्र का जाप करें।

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मूलांक 3

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21, 30 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातक किसी भी परिस्थिति को लेकर खुले विचार रखते हैं। ये लोग आध्‍यात्मिक प्रवृत्ति के हो सकते हैं और इससे ये अपने जीवन में कुछ बड़ा हासिल करने में सक्षम होते हैं।

प्रेम जीवन: आपके मैत्रीपूर्ण व्‍यवहार के कारण इस सप्‍ताह आपके और आपके पार्टनर के बीच नज़दीकियां रहने वाली हैं। इस समय आप खुश रहेंगे और अपनी खुशियों को अपने जीवनसाथी के साथ साझा कर सकते हैं।

शिक्षा: इस सप्‍ताह छात्र प्रोफेशनल स्‍टडीज़ जैसे कि फाइनेंशियल अकाउंटिंग, मैनेजमेंट अकाउंटिंग आदि में अच्‍छा प्रदर्शन करेंगे और इनमें उच्‍च अंक प्राप्‍त करने में सफल होंगे। इस समय आप जो भी पढ़ेंगे, उसे याद रख पाने का विशेष गुण रख सकते हैं।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातक काम के प्रति समर्पण और कड़ी मेहनत के साथ उत्‍कृष्‍ट प्रदर्शन देंगे। व्‍यापारी मुनाफा कमाने में सक्षम होंगे और प्रसन्‍न रहेंगे।

सेहत: इस सप्‍ताह आपके जोश और उत्‍साह से भरपूर रहने की वजह से आपकी फिटनेस अच्‍छी रहने वाली है। इसके कारण आपका स्‍वास्‍थ्‍य उत्तम रहने वाला है।

उपाय: आप बृहस्‍पतिवार के दिन बृहस्‍पति ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।

मूलांक 4

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातक जुनून से भरे होते हैं और अपनी इस प्रवृत्ति के कारण सकारात्‍मक रहते हैं और अपने कौशल की मदद से बड़ी चीज़ें हासिल करने को लेकर आशान्वित रहते हैं।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह आपके और आपके पार्टनर के बीच नज़दीकियां बढ़ने वाली हैं। आप दोनों का रिश्‍ता मज़बूत होगा। इस समय आप अपने पार्टनर के साथ खुश रहेंगे और उन्‍हें भी खुश रखेंगे।

शिक्षा: इस सप्‍ताह विद्यार्थी शिक्षा के क्षेत्र में अच्‍छा प्रदर्शन करेंगे अैर बड़ी उपलब्धियां हासिल करेंगे।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातकों को विदेश जाने का मौका मिल सकता है और ये अवसर आपको अधिक सफलता दिला सकते हैं। वहीं व्‍यापारी इस समय उच्‍च मुनाफा कमाने और उसे बनाए रखने में सक्षम होंगे।

सेहत: इस समय आपकी इम्‍युनिटी मज़बूत रहने और आपके ऊर्जावान रहने की वजह से आपका स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा रहेगा।

उपाय: आप रोज़ 22 बार ‘ॐ दुर्गाय नम:’ मंत्र का जाप करें।

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मूलांक 5

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14, 23 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातक अपने कार्यों को लेकर अधिक कुशल, रचनात्‍मक और तर्कशील होते हैं। इसके अलावा ये जातक बहुत सोच-विचार कर के कोई कार्य करते हैं।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह आप अपने पार्टनर के साथ अधिक हंसमुख व्‍यवहार करेंगे और आपके इस व्‍यवहार के कारण आप दोनों के रिश्‍ते में खुशियां बढ़ जाएंगी।

शिक्षा: छात्र इस सप्‍ताह उच्‍च शिक्षा प्राप्‍त करने में आसानी से सफलता प्राप्‍त कर सकते हैं। आप हर काम को आसानी से कर पाएंगे। एकाग्रता के मज़बूत होने की वजह से आप सफलता प्राप्‍त करने में सक्षम होंगे।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातक इस समय पूरे उत्‍साह के साथ काम करेंगे और उच्‍च स्‍तर की कार्यक्षमता हासिल करेंगे। इस सप्‍ताह व्‍यापारी आसानी से अपने प्रतिद्वंदियों को पीछे छोड़ने में सफल होंगे।

सेहत: इस समय आपके सकारात्‍मक रहने की वजह से आपका स्‍वास्‍थ्‍य भी अच्‍छा रहने वाला है। आपके अंदर अधिक उत्‍साह और साहस रहेगा जिससे आपको खुद को फिट रखने में मदद मिलेगी।

उपाय: आप रोज़ 41 बार ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:’ मंत्र का जाप करें।

मूलांक 6

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15, या 24 तारीख को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातकों की मनोरंजन और मीडिया कला में अधिक रुचि हो सकती है।  ऐसे लोग जीवन के प्रति अपने दृष्टिकोण में अधिक प्रभावशाली हो सकते हैं।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह आपकी अपने पार्टनर से बहस होने की आशंका है। इस वजह से आप अपने जीवनसाथी के साथ खुश नहीं रह पाएंगे और आपके रिश्‍ते की सुख-शांति भंग हो सकती है।

शिक्षा: इस सप्‍ताह आपको पढ़ाई के मामले में अच्‍छे परिणाम न मिल पाने के संकेत हैं। आपका पढ़ाई पर से ध्‍यान भटक सकता है जिसकी वजह से आप उच्‍च अंक प्राप्‍त करने से पीछे रह सकते हैं।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातक इस समय कुछ बड़ा हासिल करने, नई ॐचाईयों को छूने या नाम और शोहरत कमाने में पीछे रह सकते हैं। वहीं व्‍यापारी इस समय उच्‍च मुनाफा कमाने में सक्षम होंगे।

सेहत: आपको इस सप्‍ताह पाचन से संबंधित समस्‍याएं और त्‍वचा पर खुजली की शिकायत हो सकती है। इससे बचने के लिए आपको तली-भुनी चीज़ों से परहेज़ करने की सलाह दी जाती है ताकि आपका स्‍वास्‍थ्‍य बना रहे।

उपाय: आप शुक्रवार के दिन मां लक्ष्‍मी के लिए यज्ञ-हवन करें।

मूलांक 7

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 7, 16, या 25 तारीख को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातक ईश्‍वर के प्रति समर्पित रहते हैं और उन्‍हीं की खोज में लगे रहते हैं। ये जातक धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं जिससे इन्‍हें राहत और संतुष्टि मिलती है।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह आप अपने जीवनसाथी के साथ संतुष्‍ट महसूस नहीं कर पाएंगे। ऐसा आपकी ओर से आपसी तालमेल की कमी की वजह से हो सकता है और इसका नकारात्‍मक प्रभाव आपके रिश्‍ते पर पड़ सकता है।

शिक्षा: छात्र शिक्षा के क्षेत्र में सफलता और उच्‍च परिणाम प्राप्‍त करने में असफल हो सकते हैं। एकाग्रता में कमी के कारण आप पीछे रह सकते हैं।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातकों को अपने काम में कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। आपको समय पर काम पूरा करने में देरी हो सकती है। वहीं व्‍यापारियों को पार्टनर के साथ कुछ समस्‍याएं होने की आशंका है।

सेहत: आपको एलर्जी और इम्‍युनिटी कमज़ोर होने की वजह से आपकी त्‍वचा पर दाने निकल सकते हैं। इस वजह से आपको खुजली की शिकायत भी हो सकती है।

उपाय: आप मंगलवार के दिन केतु ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।

मूलांक 8

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 8, 17, या 26 तारीख को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातकों को करियर के सिलसिले में अधिक यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। ये जातक अपने काम के प्रति समर्पित रहते हैं और इन्‍हें अपने परिवार के लिए कम ही समय मिल पाता है।

प्रेम जीवन: आपके और आपके जीवनसाथी के बीच आापसी समझ की कमी की वजह से आपके रिश्‍ते की सुख-शांति भंग हो सकती है। आपको इसे फिर से बनाने की आवश्‍यकता है।

शिक्षा: इस सप्‍ताह छात्रों ने जो कुछ भी सीखा और पढ़ा है, उसे याद करने में दिक्‍कत आ सकती है। आपको फिर से आशावादी बनने और पढ़ाई में अच्‍छा प्रदर्शन करने का लक्ष्‍य बनाना चाहिए।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातकों से काम में कुछ गलतियां होने की आशंका है और आपकी ये गलतियां आपके साथियों की नज़रों में आ सकती हैं। इस सप्‍ताह आपकी प्रतिष्‍ठा में भी कमी होने के संकेत हैं। व्‍यापारी अपने प्रतिस्‍पर्धियों के लक्ष्‍यों को पार करने में असफल हो सकते हैं।

सेहत: आपकी इम्‍युनिटी कमज़ोर होने की वजह से आपको जांघों और पैरों में दर्द की शिकायत हो सकती है। आपको खुद को ठीक करने के लिए उपचार लेने की ज़रूरत है।

उपाय: आप रोज़ 11 बार ‘ॐ हनुमते नम:’ मंत्र का जाप करें।

मूलांक 9

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 9, 18, या 27 तारीख को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातक कभी-कभी आवेग में आकर निर्णय ले सकते हैं जिससे इनके हितों को बढ़ावा नहीं मिल पाता है। ये जातक कुछ सामान्‍य विचारधाराओं और सिद्धांतों पर अड़े रहते हैं।

प्रेम जीवन: आप अपने पार्टनर के प्रति अधिक समर्पित रहेंगे। आप पूरी ईमानदारी के साथ अपने जीवनसाथी के साथ अपनी भावनाओं को साझा करेंगे और इसका आनंद लेंगे।

शिक्षा: इस सप्‍ताह आप शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं और मैनेजमेंट और फाइनेंशियल स्‍टडीज़ आदि में अच्‍छा प्रदर्शन करेंगे। आप इस सप्‍ताह अपने विशेष गुण दिखाने में सक्षम हो सकते हैं।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातकों को काम को लेकर उनकी प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत के लिए मान्‍यता मिल सकती है। वहीं व्‍यापारियों को कई ऑडर्र के रूप में नया काम मिल सकता है और इससे उन्‍हें  लाभ होगा।

सेहत: आपके दृढ़ संकल्‍प और साहस की वजह से इस सप्‍ताह आपकी सेहत बहुत अच्‍छी रहने वाली है।

उपाय: रोज़ 27 बार ‘ॐ भौमाय नम:’ मंत्र का जाप करें।

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अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1. मूलांक 3 पर किस ग्रह का आधिपत्‍य है?

उत्तर. मूलांक 3 के स्‍वामी बृहस्‍पति ग्रह हैं।

प्रश्‍न 2. मूलांक 5 के स्‍वामी ग्रह कौन हैं?

उत्तर. 5 मूलांक के स्‍वामी बुध ग्रह हैं।

प्रश्‍न 3. मूलांक 2 वाले जातक कैसे होते हैं?

उत्तर. ये जातक भावुक स्‍वभाव के होते हैं।

ग्रहों के राजकुमार के अस्त होने से, इन राशियों पर टूट सकता है मुसीबत का पहाड़!

बुध धनु राशि में अस्त: वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को तेज़ गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है जो सूर्य के सबसे निकट स्थित हैं। ऐसे में, बुध देव की चाल, स्थिति और दशा में समय-समय पर बदलाव देखने को मिलता है। अब यह जल्द ही धनु राशि में अस्त होने जा रहे हैं जिसका प्रभाव देश-दुनिया और सभी राशियों पर दिखाई देगा। एस्ट्रोसेज एआई का यह विशेष ब्लॉग आपको बुध धनु राशि में अस्त से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा जैसे कि तिथि, समय और सभी राशियों पर इसका प्रभाव आदि। साथ ही, इस लेख के माध्यम से हम यह भी बताएंगे कि कुंडली में बुध ग्रह के अशुभ या दुर्बल स्थिति में होने पर किन उपायों को अपनाकर आप बुध के दुष्प्रभावों को कम कर सकते हैं। इसके अलावा, बुध की अस्त अवस्था आपके जीवन में किस तरह के बदलाव लेकर आएगी, इससे भी आपको रूबरू करवाएंगे। 

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भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके 

आइए इस ब्लॉग की शुरुआत करते है और सबसे पहले नज़र डालते हैं बुध अस्त के समय और तिथि पर। 

बुध धनु राशि में अस्त: तिथि एवं समय

बुध देव तेज़ गति से चलने वाले ग्रह हैं जो लगभग 23 से 27 दिनों में गोचर करते हैं। साथ ही, यह समय-समय पर अस्त, वक्री और मार्गी भी होते रहते हैं। अब बुध 18 जनवरी 2025 की सुबह 06 बजकर 54 मिनट पर धनु राशि में अस्त हो जाएंगे। यह अपनी अस्त अवस्था से 26 फरवरी 2025 की रात 08 बजकर 41 मिनट पर कुंभ राशि में उदित हो जाएंगे। ऐसे में, एक लंबे समय तक बुध ग्रह के अस्त रहने से सभी 12 राशियों पर इसका प्रभाव पड़ेगा। चलिए अब जानते हैं बुध अस्त के बारे में। 

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

बुध की अस्त अवस्था और इसका महत्व 

ज्योतिष में ग्रह की अस्त अवस्था वह प्रक्रिया है जब कोई ग्रह अपनी सारी शक्तियों को खो बैठता हैं। साथ ही, ग्रह कमजोर और शक्तिहीन हो जाता है। बता दें कि राहु/केतु के अलावा कोई भी ग्रह उस समय अस्त होता है जब वह 10 डिग्री के भीतर सूर्य के करीब चला जाता है। ऐसे में, सूर्य देव के प्रभाव की वजह से ग्रह कमजोर हो जाते हैं। इस प्रकार, धनु राशि में बुध के अस्त होने के कारण जातकों को एकाग्रता की कमी, सोचने-समझने की क्षमता कमजोर होना और असुरक्षा की भावना जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

कब और किस डिग्री पर अस्त होते हैं ग्रह? 

ज्योतिष के अनुसार, हर ग्रह एक विशेष डिग्री पर अस्त हो जाता है। मन के कारक ग्रह चंद्रमा 12 अंश पर, शुक्र ग्रह 9 अंश, बुध ग्रह 13 अंश, मंगल देव 07 अंश, शनि 15 अंश पर और गुरु ग्रह 11 अंश पर अस्‍त हो जाते हैं। सामान्य शब्दों में कहें तो, जब कोई ग्रह सूर्य की परिधि में इतने अंश पर चले जाते हैं, तब वह अस्त हो जाते हैं। इसी प्रकार, जब कोई ग्रह सूर्य से 15 डिग्री की दूरी पर चले जाते है, तो ग्रह उदित माना जाता है। 

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

बुध ग्रह और इसका स्वभाव 

बुध ग्रह के स्वभाव की बात करें तो, बुध को एक तटस्थ और परिवर्तनशील ग्रह माना जाता है जो कि स्‍त्री स्वभाव का अस्थिर ग्रह है। बुध वायु प्रकृति का ग्रह है और इनकी उत्तर दिशा है। बुध की उच्च राशि कन्‍या है और यह मीन राशि में नीच के होते हैं। कहते हैं कि बुध देव कभी भी स्‍वतंत्र रूप से काम नहीं करते हैं और सदैव उस राशि और भाव के अनुसार कार्य करते हैं या परिणाम देते हैं जिसमें वह विराजमान होते हैं। शुभ ग्रहों के साथ मौजूद होने पर यह जातकों को सकारात्‍मक परिणाम प्रदान करते हैं जबकि अशुभ ग्रहों के साथ होने पर कमज़ोर परिणाम देते हैं।  

उदाहरण के रूप में, अगर कुंडली में बुध पापी ग्रहों जैसे राहु-केतु और मंगल आदि के साथ युति करते हैं, तो जातकों को अपने जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, इनके मंगल के साथ उपस्थित होने पर जातक में बुद्धि का अभाव रहता है। 

मनुष्य पर बुध ग्रह का प्रभाव 

एक तरफ, कुंडली में बुध देव के शुभ स्थान पर बैठ होने से जातकों को अच्छा स्वास्थ्य, वाणी में मधुरता और ज्ञान का आशीर्वाद मिलता है। इनकी कृपा से जातक का संचार कौशल बेहतर होता है और ऐसे में, वह अपनी वाणी से दूसरों को आसानी से प्रभावित करने में सक्षम होता है। वह एक साथ कई कार्यों को कर सकते हैं। 

जब बुध ग्रह अनुकूल या उच्च राशि में विराजमान होते हैं. तो व्‍यक्‍ति अपने विचारों को अच्‍छे से दूसरों के सामने रख पाता है और उसकी वाणी भी प्रभावशाली बनती है। बुध ग्रह की मज़बूत स्थिति जातक को सरल, विश्‍लेष्‍णात्‍मक और बुद्धिमान बनाती है। साथ ही, यह इंसान को ज्ञानी के साथ-साथ तर्कशास्‍त्र का ज्ञाता बनाते हैं। ऐसे जातक राजनीति के क्षेत्र में महारत हासिल करते हैं और वाद-विवाद में हराना बेहद मुश्किल होता है। साथ ही, इनमें सब कुछ सीखने की क्षमता होती है।

लेकिन, कुंडली में बुध ग्रह के दुर्बल होने पर जातक का संचार कौशल प्रभावित होता है। ऐसा इंसान चतुर और चालाक बनता है। साथ ही, अशुभ बुध इंसान को जुआरी, धोखेबाज़, झूठे और दिखावा करने वाला बना सकता है। ये दूसरों से किए गए वादे को बड़ी आसानी से भूल जाते हैं। इनका मूड भी बार-बार बदलता होता रहता है।

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बुध ग्रह को प्रिय रंग और शुभ अंक  

ज्योतिष में नवग्रहों में से प्रत्येक ग्रह का एक प्रिय रंग, प्रिय अंक और दिन होता है जिनकी सहायता से उस ग्रह को प्रसन्न करना आसान हो जाता है जिस ग्रह की कृपा आप पाना चाहते हैं। बात करें ग्रहों के युवराज की, तो वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह के अंक, रंग और दिन का वर्णन किया गया है जिनके माध्यम से आप कुंडली में बुध की स्थिति मज़बूत कर सकते हैं। ऐसे जानते हैं कौन सा है वह शुभ अंक, रंग और दिन। 

हरा रंग: बुद्धि के कारक ग्रह बुध को हरा रंग अति प्रिय है। यदि आप बुध ग्रह की कृपा पाना चाहते हैं, तो हरे रंग के कपड़े पहनना, हरे रंग की वस्तुओं या हरी सब्ज़ियों का दान करना श्रेष्ठ रहता है। 

बुधवार: सप्ताह के सात दिनों में से बुध देव को बुधवार का दिन समर्पित है इसलिए हरे रंग के कपड़े धारण करना या फिर हरे रंग की वस्तुओं या सब्ज़ियों का दान बुधवार के दिन करना फलदायी साबित होता है। 

अंक 05: अंक ज्योतिष में अंक 05 का स्वामी बुध ग्रह को माना जाता है। अगर आप बुध देव से शुभ फल प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको अपने जीवन में अंक 5 का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए। 

चलिए अब जानते हैं उन उपायों के बारे में जिनकी मदद से कुंडली में बुध को मज़बूत किया जा सकता है।

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इन ज्योतिषीय उपायों से करें बुध ग्रह को मज़बूत 

  • कुंडली में बुध ग्रह के कमज़ोर होने पर जातक को प्रतिदिन स्नान करने के बाद बुध ग्रह के मंत्रो “ॐ बुं बुधाय नमः”, “ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः” का जाप करना चाहिए। 
  • प्रतिदिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। 
  • संभव हो, तो बुधवार के दिन बुध ग्रह के लिए व्रत करें।
  • घर में बुध यंत्र को स्थापित करें और नियमित रूप से उसकी पूजा-अर्चना करें। 
  • जातक को ज्यादा से ज्यादा हरे रंग का प्रयोग करना चाहिए। 
  • नियमित रूप से भगवान विष्णु और बुध की आराधना करें। 

बुध धनु राशि में अस्त: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके नौवें भाव… (विस्तार से पढ़ें) 

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों के लिए बुध महाराज आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं जो अब…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके लग्न/पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं। अब…(विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह आपके बारहवें और तीसरे भाव के स्वामी हैं जो अब…(विस्तार से पढ़ें)

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सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए बुध देव आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह…(विस्तार से पढ़ें) 

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों की कुंडली में बुध ग्रह आपके लग्न भाव और दसवें भाव के स्वामी हैं जो…(विस्तार से पढ़ें))

तुला राशि

तुला राशि वालों की कुंडली में बुध महाराज आपके बारहवें और नौवें भाव के स्वामी हैं जो… (विस्तार से पढ़ें) 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके ग्यारहवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब…(विस्तार से पढ़ें)

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धनु राशि 

धनु राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपके सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके…(विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि

मकर राशि के जातकों की कुंडली में बुध ग्रह आपके छठे भाव और नौवें भाव के स्वामी हैं जो…(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए बुध देव आपके पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके…(विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए बुध महाराज आपके चौथे और सातवें भाव के अधिपति देव हैं। अब यह… (विस्तार से पढ़ें)

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. बुध ग्रह के अस्त होने पर क्या होता है? 

जब बुध अस्त होते हैं, तब यह आपको त्वचा से संबंधित रोग दे सकते हैं। 

2. बुध किसके कारक हैं?

ज्योतिष में बुध देव को बुद्धि, वाणी और तर्क का कारक ग्रह माना जाता है।

3. धनु राशि का स्वामी कौन हैं?

राशि चक्र की नौवीं राशि धनु के अधिपति देव गुरु ग्रह हैं।  

सकट चौथ के व्रत से मिलेगा संतान को लंबी आयु का आशीर्वाद, जानें तिथि, मुहूर्त, महत्व एवं कथा!

सकट चौथ 2025: हिदू धर्म में सकट चौथ का व्रत प्रथम पूज्य भगवान श्रीगणेश को समर्पित होता है। वैसे तो सनातन धर्म में हर माह अनेक व्रत एवं त्योहार मनाए जाते हैं, लेकिन उनमें से माघ माह में आने वाले व्रत का अपना अलग महत्व होता है। इसी में से एक है सकट चौथ का व्रत। यह व्रत माताएं अपनी संतान की लंबी उम्र और खुशहाली के लिए करती हैं। ऐसी मान्यता है कि सकट चौथ व्रत से संतान को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है और जीवन से सभी विघ्न-बाधाओं का अंत होता है।

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भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके 

एस्ट्रोसेज एआई  “सकट चौथ 2025” का यह विशेष ब्लॉग अपने पाठकों के लिए लेकर आया है जिसके माध्यम से आपको सकट चौथ का व्रत कब किया जाएगा और किस मुहूर्त में पूजा की जाएगी, पूजा की सही विधि सहित कथा आदि के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त होगी। साथ ही, इस दिन गणेश जी की कृपा पाने के लिए आपको कौन सी चीज़ें अर्पित करनी चाहिए, यह भी हम आपको बताएंगे। तो आइए सबसे पहले जान लेते हैं सकट चौथ व्रत की तिथि और मुहूर्त। 

सकट चौथ 2025 की तिथि एवं पूजा मुहूर्त 

सकट चौथ व्रत को संतान के सुख एवं दीर्घायु की कामना से हर वर्ष माताओं द्वारा किया जाता है जो कि माघ के पवित्र माह में आता है। पंचांग के अनुसार, माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को सकट चौथ व्रत रखा जाता है। सकट चौथ को तिलकुटा और लंबोदर चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। इस तिथि पर श्री गणेश की पूजा करने के साथ-साथ चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण  किया जाता हैं। 

सकट चौथ व्रत की तिथि: 17 जनवरी 2025, शुक्रवार

सकट चौथ पर चंद्रोदय का समय: रात 09 बजकर 07 मिनट पर 

चतुर्थी तिथि आरंभ: 17 जनवरी 2025 की सुबह 04 बजकर 09 मिनट पर

चतुर्थी तिथि समाप्त: 18 जनवरी 2025 की सुबह 05 बजकर 39 मिनट पर 

चलिए अब आपको रूबरू करवाते हैं सकट चौथ 2025 पर बनने वाले शुभ योग से।

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सकट चौथ पर बन रहा है ये शुभ योग

ज्योतिष में हर दिन कई तरह के शुभ-अशुभ योग बनते हैं, लेकिन जब किसी पर्व के दिन कोई शुभ योग बनता है, तब उस त्योहार का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। ऐसे में, अब सकट चौथ के दिन बेहद शुभ माने जाना वाला सौभाग्य योग बनने जा रहा है। इस योग को विवाह के लिए बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा कहता हैं कि सौभाग्य योग में विवाह करने से सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही, यह योग जातक के भाग्य को बढ़ाने का काम करता है। 

सकट चौथ का धार्मिक महत्व 

जैसे कि हम सभी जानते हैं कि हिंदू धर्म में श्री गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है जिसका अर्थ है भक्तों के जीवन से तमाम दुख, दर्द एवं कष्टों को हरने वाला और उन्हें खुशियों एवं सौभाग्य का आशीर्वाद देने वाले से हैं। हालांकि, भगवान गणेश को सनातन धर्म में अनेक व्रत एवं त्योहार समर्पित होते हैं और उनमें से सबसे प्रमुख संकष्टी चतुर्थी का व्रत है जो हर महीने आती है। बात करें संकष्टी के अर्थ की, तो संकष्टी संस्कृत भाषा का शब्द है और इसका अर्थ है मुश्किल समय से मुक्ति पाना। सामान्य शब्दों में कहें तो, संकष्टी चतुर्थी का अर्थ हुआ संकट को हरने वाली चतुर्थी। 

साल भर में आने वाली संकष्टी चतुर्थी में से सकट चौथ को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। इस व्रत को दुखों के अंत और संतान के सुख की कामना के लिए किए जाने का विधान है। संकष्टी चतुर्थी पर महिलाएं अपनी संतान के लिए सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक उपवास रखती हैं। साथ ही, भगवान गणेशा की विधि-विधान से पूजा करती हैं। इसके अलावा, चंद्र देव की भी पूजा की जाती है। सकट चौथ का व्रत संतान को दीर्घायु का आशीर्वाद देता है और उन्हें जीवन की तमाम समस्याओं से छुटकारा दिलाता है।   

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

सकट चौथ व्रत पर इस विधि से करें श्रीगणेश की पूजा 

  • सकट चौथ व्रत के दिन प्रातःकाल उठकर स्नान करें और इसके बाद, व्रत का संकल्प लें। 
  • इस पूजा का आरंभ सर्वप्रथम भगवान गणेश की पूजा के साथ करें। 
  • पूजा के दौरान ध्यान रखें कि जब आप भगवान गणेश की पूजा करें, उस समय आपका मुख पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ होना चाहिए। 
  • सकट चौथ 2025 के व्रत की पूजा में आप गुड़, तिल, तांबे के लोटे में पानी, फूल, भोग, चंदन, केला, नारियल और प्रसाद अवश्य शामिल करें। 
  • पूजा स्थान पर श्री गणेश के साथ-साथ मां दुर्गा की प्रतिमा भी रखें क्योंकि ऐसा करना बेहद शुभ होता है। 
  • इसके बाद भगवान को फल, फूल और भोग अर्पित करें। 
  • सकट चौथ के व्रत में फलाहार का सेवन करें और इस दिन नमक का सेवन करने से बचें क्योंकि कुछ लोग भोजन में सेंधा नमक का सेवन कर लेते हैं।
  • संभव हो, तो इस तिथि पर गणेश जी की पूजा चंद्रोदय से पहले कर लें। 
  • इसके बाद, सकट चौथ की कथा पढ़ें, सुने, और अन्य लोगों को भी सुनाएं।
  • पूजा समाप्त होने के बाद सबको प्रसाद दें। 
  • यह व्रत चांद को देखने और उन्हें अर्घ्य देने के बाद ही पूरा होता है।

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सकट चौथ 2025 से जुड़ी परंपराएं

  • सकट चौथ पर श्री गणेश और चंद्र देव की उपासना की जाती है। 
  • महिलाएं अपनी संतान की लंबी आयु और अच्छे जीवन के लिए सकट चौथ 2025 पर निर्जला व्रत करती हैं। 
  • इस दिन तिल का विशेष रूप से उपयोग किया जाता है और तिल के लड्डू बनाए जाते हैं। सकट चौथ 2025 पर तिल के पहाड़ बनाकर उसे काटा जाता है। 
  • देश के कई स्थानों पर सकट चौथ का व्रत तारों को देखकर तोड़ा जाता है। 
  • यह व्रत चांद या तारों को अर्घ्य देने के बाद ही पूर्ण माना जाता है।

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सकट चौथ 2025 पर इन कामों को करने से बचें 

  • सकट चौथ तिथि पर काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए। सामान्य रूप से हिंदू धर्म में किसी व्रत, त्योहार या शुभ कार्य पर काल रंग के कपड़े पहनने से मना किया जाता है। लेकिन, सकट चौथ के दिन भूल से भी यह रंग न धारण करें। 
  • इस दिन गणेश जी की पूजा के पश्चात चंद्र देव को अर्घ्य दिया जाता है। इस दिन चंद्रमा को जल में चावल और दूध मिलाकर अर्घ्य देना चाहिए और उन्हें अर्घ्य देते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसकी छींटे आपके पैरों पर न पड़ें।
  • सकट चौथ के व्रत की पूजा में भूल से भी तुलसी की पत्तियों को शामिल न करें। भगवान गणेश को तुलसी के पत्ते के बजाय दूर्वा घास अर्पित करें। 

सकट चौथ से जुड़ी पौराणिक कथा

सकट चौथ से जुड़ी एक पौराणिक कथा है और इस संबंध में कहा जाता है कि सकट चौथ पर विघ्नहर्ता भगवान गणेश पर आने वाला सबसे बड़ा संकट टला था इसलिए इस व्रत को सकट चौथ के नाम से जाना गया। धर्म ग्रंथों में वर्णित कथा के अनुसार, एक दिन मां पार्वती स्नान करने के लिए जा रही थी और उन्होंने पुत्र गणेश को दरवाज़े पर पहरा देने का आदेश दिया और बोली, ‘जब तक मैं स्नान करके बाहर नहीं आ जाती हूँ, तब तक किसी को भी अंदर आने मत देना।’ ऐसा कहने के बाद माता स्नान के लिए चली गई और भगवान गणेश जी माता की आज्ञा के अनुसार, स्नानघर के बाहर पहरा देने लगे। 

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उसी समय, वहां माता पार्वती से मिलने के लिए भगवान शिव पहुंचे, परंतु गणेश जी ने माता के कथन अनुसार भगवान शिव को अंदर नहीं जाने दिया और दरवाज़े पर ही रोक दिया। इस बात से क्रोधित होकर महादेव ने अपने त्रिशूल से भगवान गणेश की गर्दन को धड़ से अलग कर दिया। जब माँ पार्वती गणेश जी की आवाज़ सुनकर भागती हुई बाहर आईं और अपने पुत्र गणेश की कटी हुई गर्दन देखी, तो वह विलाप करने लगी और शिव जी से अपने बेटे को पुनः जीवित करने का आग्रह किया, तब भगवान शिव ने माता पार्वती के कहने पर गणेश जी के शरीर पर हाथी के बच्चे का सिर लगाकर उन्हें पुनः जीवनदान दिया। उस दिन से सभी महिलाएं अपनी संतान की रक्षा और दीर्घायु के लिए गणेश चतुर्थी का व्रत करने लगी। 

सकट चौथ पर करें ये उपाय, गणेश जी की मिलेगी कृपा 

समस्याओं से छुटकारे के लिए

सकट चौथ के दिन भगवान गणेश के सामने दो सुपारी और दो इलायची रखकर इनकी पूजा करने से गणेश जी की कृपा से सभी बाधाएं दूर होती हैं और कार्य भी सिद्ध होते हैं। 

धन-दौलत में बढ़ोतरी के लिए

इस अवसर पर गणेश जी की पूजा करते समय आप एक लाल रंग का कपड़ा बिछाकर उस पर श्रीयंत्र और बीच में सुपारी रख दें, फिर बप्पा की पूजा करें। इसके बाद श्रीयंत्र और सुपारी को तिजोरी में रखें। ऐसा करने से आपके धन-दौलत में बढ़ोतरी होगी।

परिवार की खुशहाली के लिए 

सकट चौथ पर चंद्रमा को जल में लाल चंदन, पुष्प, कुश, अक्षत आदि मिलकर अर्घ्य दें। इस उपाय को करने से घर-परिवार में ख़ुशहाली बनी रहती है। 

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. सकट चौथ कब है 2025 में?

वर्ष 2025 में सकट चौथ का व्रत 17 जनवरी 2025 को किया जाएगा।

2. सकट चौथ के व्रत में किसकी पूजा की जाती है?

सकट चौथ का पर्व भगवान गणेश को समर्पित होता है। 

3. 2025 में मकर संक्रांति कब है?

नए साल यानी कि वर्ष 2025 में मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाएगी।