मंगल की राशि में शुक्र का अस्त होना, इन लोगों को पड़ेगा भारी, मेहनत के बाद भी नहीं मिलेगी तरक्की
ग्रहों में शुक्र ग्रह को प्रमुख माना गया है एवं ज्योतिषशास्त्र में इन्हें प्रेम और सौंदर्य का कारक बताया गया है। जब शुक्र का गोचर होता है, तब देश-दुनिया समेत कई राशियों के जीवन पर इसका प्रभाव पड़ता है। गोचर के अलावा ग्रह अस्त और उदित भी होते हैं और उनकी इस अवस्था के कारण भी लोगों के जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं।
अब 28 अप्रैल 2024 की सुबह 07 बजकर 27 मिनट पर शुक्र मेष राशि में अस्त होने जा रहे हैं। संभावना है कि शुक्र के अस्त होने पर कुछ खास राशियों के लोगों के करियर में गिरावट आएगी। इस ब्लॉग में आगे यही बताया गया है कि शुक्र के अस्त होने पर किन राशियों के लोगों को अपने करियर में सावधान रहने की जरूरत है लेकिन उससे पहले जान लीजिए कि वैदिक ज्योतिष में शुक्र का क्या महत्व है।
ज्योतिषशास्त्र में शुक्र ग्रह को विलासिता, ऐश्वर्य, आकर्षण और भोग एवं प्रेम का कारक माना जाता है। शुक्र स्त्री तत्व वाला ग्रह है जो व्यक्ति के जीवन में प्रेम, भौतिक सुख और आनंद लेकर आते हैं। शुक्र इन्हीं क्षेत्रों के स्वामी हैं एवं कुंडली में इस ग्रह की स्थिति से ज्ञात होता है व्यक्ति के प्रेम या रोमांस का क्या तरीका होगा और वह अपने प्यार या भावनाओं को किस तरह से व्यक्त करेगा। जिन लोगों का स्वामी ग्रह शुक्र होता है, उन्हें अपने जीवन में प्रेम और स्नेह की कोई कमी नहीं रहती है।
यदि कुंडली में शुक्र मज़बूत स्थिति में हो, तो उस व्यक्ति का प्रेम एवं वैवाहिक जीवन सुखद रहता है। इन्हें घूमने-फिरने का बहुत शौक होता है और इन्हें सभी सुख-सुविधाओं के साथ जीवन व्यतीत करना अच्छा लगता है।
तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि शुक्र के अस्त होने पर किन राशियों के करियर में मुश्किलें आने के संकेत हैं।
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इन राशियों का करियर होगा खराब
मेष राशि
करियर के मामले में मेष राशि के लोगों के लिए शुक्र का अस्त होना ज्यादा लाभकारी सिद्ध नहीं होगा। कार्यक्षेत्र में आपके ऊपर काम का दबाव बहुत ज्यादा बढ़ सकता है। हो सकता है कि आपके वरिष्ठ अधिकारी काम में आपकी मेहनत और समर्पण को नज़रअंदाज़ कर दें। उनके इस कार्य से आपका मन दुखी हो सकता है। यदि आप इस समय पदोन्नति या नई नौकरी की आशा कर रहे हैं, तो इस मामले में आपको अभी और इंतज़ार करना होगा। यह समय आपके लिए ज्यादा अनुकूल नहीं है। आपको बहुत ज्यादा मेहनत या अधिक प्रयास करने के बाद भी मनचाही सफलता के मिल पाने की संभावना बहुत कम है।
अगर आपकी वृषभ राशि है, तो आपको शुक्र के मेष राशि में अस्त होने के दौरान अपनी नौकरी को लेकर बहुत संभलकर चलने की आवश्यकता है। आप अपने उच्च अधिकारियों से बात करते समय सावधान रहें। उनकी ओर से आपके काम में कुछ अड़चनें या समस्याएं उत्पन्न की जा सकती हैं। इस दौरान आपको सरल काम भी मुश्किल लगने लगेंगे और इस वजह से आपका आत्मविश्वास डगमगाने लग सकता है। अपने कार्यक्षेत्र में आ रही बाधाओं को देखकर आपका मन हताशा से घिर सकता है। बेहतर होगा कि आप इस समय धैर्य बनाए रखें और इस मुश्किल समय के बीत जाने का इंतज़ार करें।
जिन लोगों को शुक्र के अस्त होने पर अपने करियर में संभलकर चलने की जरूरत है, उनमें कर्क राशि का नाम भी आता है। यह समयावधि कर्क राशि के लोगों के लिए ज्यादा अनुकूल नहीं रहने वाली है। आपके कार्यक्षेत्र एवं करियर में इस समय कई तरह के उतार-चढ़ाव आने की आशंका है। आप अपने उच्च अधिकारियों को प्रसन्न करने के लिए खूब मेहनत करेंगे और आप चाहेंगे कि वे आपके काम की प्रशंसा करें। हालांकि, इस समय आपको अपने वरिष्ठ अधिकारियों से सराहना मिल पाने की गुंजाइश बहुत कम है। आपको पदोन्नति या नौकरी में अन्य किसी लाभ के लिए और इंतज़ार करना पड़ सकता है। बहुत मेहनत करने के बावजूद कार्यक्षेत्र में आ रही बाधाओं को देखकर आपका मन निराश हो सकता है।
शुक्र के मेष राशि में अस्त होने पर मीन राशि के लोगों को अपने कार्यक्षेत्र में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आपके उच्च अधिकारी ऑफिस में आपके साथ किसी तरह का कोई भेदभाव कर सकते हैं। इसके अलावा आपको अपने वरिष्ठ अधिकारियों से संभलकर बात करने की सलाह दी जाती है। हो सकता है कि आपको अपने काम के लिए सराहना न मिल पाए। प्रगति और उच्च सफलता पाने के लिए आपके मन में नौकरी बदलने तक का विचार आ सकता है।
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कुंभ राशि
शुक्र की अस्त अवस्था कुंभ राशि के लोगों के करियर पर ग्रहण लगा सकती है। आपके जीवन पर इसका नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा। आपसे काम में कुछ गलतियां होने की भी आशंका है। बेहतर होगा कि आप पूरे ध्यान और एकाग्रता के साथ अपना काम करें और सावधान रहें। इस समय अपनी किसी गलती का आपको बड़ा जुर्माना भरना पड़ सकता है। अगर आप अपने करियर में सफल होना चाहते हैं, तो आपको योजना बनाकर चलने की सलाह दी जाती है।
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गुरु के गोचर से इन लोगों की जिंदगी में आएगा प्यार, दांपत्य जीवन में बढ़ेंगी खुशियां
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार जब कोई ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है, तो इसका असर देश-दुनिया पर तो देखने को मिलता ही है साथ ही इससे मानव जीवन भी प्रभावित होता है। ग्रह के गोचर के कारण देश-विदेश में व्यापार, आर्थिक स्थिति, शेयर मार्केट और राजनीति पर असर पड़ता है। इसके अलावा गोचर के कारण सभी राशियों के जीवन के विभिन्न पहलू भी प्रभावित होते हैं।
इस बार मई माह में बृहस्पति ग्रह गोचर करने जा रहे हैं जिससे सभी राशियों के जीवन में उतार-चढ़ाव आने के संकेत हैं। इस गोचर के कारण मनुष्य के जीवन के लगभग हर पहलू पर असर पड़ेगा लेकिन कुछ राशियां ऐसी हैं जिन्हें अपने प्रेम जीवन में वो सब कुछ मिलेगा, जिसकी उन्होंने बस कभी कल्पना ही की थी।
इस ब्लॉग में आगे बताया गया है कि मई में बृहस्पति का गोचर कब और किस राशि में हो रहा है और इस गोचर के दौरान किन राशियों को लव लाइफ में लाभ प्राप्त होगा।
कब गोचर कर रहे हैं गुरु
बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर 01 मई 2024 की दोपहर 02 बजकर 29 मिनट पर होने जा रहा है। इस राशि में गुरु का आना जातकों के जीवन में विकास और प्रगति का प्रतीक है। जब बृहस्पति वृषभ राशि में आते हैं, तो जातक भौतिक सुखों से दूर होकर अध्यात्म में रुचि रखने लगता है। वह कड़ी मेहनत से अपना काम करता है और अपने आप को जानने-समझने का प्रयास करता है।
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इसके साथ ही गुरु मनुष्य को विकास के मार्ग की ओर ले जाते हैं। यह संयोग मनुष्य को जीवन में स्थिरता पाने के लिए प्रेरित करेगा। इस समय लोगों की सोशल लाइफ का दायरा बढ़ेगा और उन्हें नेटवर्किंग से जुड़े कामों में सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। इन्हें अपने करियर के क्षेत्र में कई शानदार अवसर प्राप्त होंगे।
आगे जानिए कि ज्योतिष के अनुसार बृहस्पति ग्रह का क्या प्रभाव पड़ता है और इसका क्या महत्व है।
वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति को एक शक्तिशाली ग्रह बताया गया है। इस ग्रह का प्रभाव करियर से लेकर व्यक्ति के अध्यात्म पर भी पड़ता है। गुरु के गोचर का असर मनुष्य के प्रेम जीवन, स्वास्थ्य, परिवार, संतान और उन्नति पर रहता है।
जब गुरु वृषभ राशि में प्रवेश करते हैं, तो इनके प्रभाव को अत्यंत शक्तिशाली माना जाता है। गुरु की दृष्टि छठे भाव में होने पर जातकों को कानून से लेकर स्वास्थ्य से जुड़ीं समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इस बार बृहस्पति का वृषभ राशि में प्रवेश करना कुछ राशि के जातकों के प्रेम जीवन के लिए अनुकूल साबित होगा। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि गुरु के इस गोचर से किन राशियों के जीवन में प्रेम की बहार आने वाली है।
गुरु का शुक्र की राशि वृषभ में आना मीन राशि के जातकों के लिए अनुकूल साबित होगा। आपके अपने भाई-बहनों के साथ मधुर संबंध बनेंगे। आपके पड़ोसी भी आपका सहयोग करेंगे। वहीं अगर आपके वैवाहिक जीवन में समस्याएं चल रही हैं, तो अब उनका भी अंत हो जाएगा। पति-पत्नी के बीच आपसी तालमेल बढ़ेगा और आप दोनों एक-दूसरे को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे। वहीं परिवार के सदस्यों के बीच भी आपसी समझ और प्यार बढ़ेगा। आपका अपने करीबियों से रिश्ता मज़बूत होगा। परिवार के साथ कहीं घूमने जाने का मौका भी मिल सकता है। आपके लिए अपने परिवार के साथ बिताया गया यह समय यादगार बन जाएगा। इसके अलावा आप अपने प्रेम संबंध को लेकर भी बहुत खुश और संतुष्ट महसूस करेंगे।
मकर राशि के लोगों को गुरु के गोचर के दौरान अपने प्रेम जीवन में अनुकूल परिणाम मिलने वाले हैं। आप दोनों एक-दूसरे के साथ कुछ अच्छे पल बिताएंगे और यह समय आपके लिए यादगार बन जाएगा। इस समय आपका अपने पार्टनर के साथ रिश्ता मज़बूत होगा। यदि आप संतान प्राप्ति के लिए प्रयास कर रहे हैं, तो इस दौरान आपको अपने प्रयासों में सफलता मिलने की प्रबल संभावना है।
कोई शुभ समाचार मिलने से आपके जीवन में प्रसन्नता छा जाएगी। आपको अपनी संतान पर गर्व महसूस होगा। वहीं जो मकर राशि के जातक प्रेम संबंध में हैं, वे अपने रिश्ते को शादी में बदलने के बारे में सोच सकते हैं।
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मिथुन राशि
बृहस्पति के गोचर के दौरान मिथुन राशि के लोगों को भी अपने प्रेम जीवन में सकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना है। आपके और आपके जीवनसाथी का रिश्ता मज़बूत होगा। परिवार के सदस्यों के बीच भी प्यार और आपसी समझ बढ़ेगी। आपको अपने जीवनसाथी का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। वे आपका हर मुश्किल और हर परिस्थिति में साथ निभाएंगे।
विवाहित जातकों के लिए भी अनुकूल समय है। आपके रिश्ते में मधुरता आएगी और आप दोनों के बीच आपसी तालमेल के भी बढ़ने की संभावना है। कुल मिलाकर यह समय आपके प्रेम जीवन एवं पारिवारिक जीवन के लिए अच्छा साबित होगा और आपको अपने प्रेम संबंध में भी सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।
बृहस्पति के वृषभ राशि में प्रवेश करने पर कन्या राशि के लोगों के प्रेम जीवन में कोई सकारात्मक बदलाव आने के आसार हैं। इससे आपके और आपके पार्टनर के बीच प्यार बढ़ेगा और आपका वैवाहिक संबंध मज़बूत होगा। इसके साथ ही पारिवारिक संबंधों में भी दृढ़ता आएगी और आपको अपने परिवार का पूरा सहयोग और प्यार मिलेगा।
आप अपने जीवनसाथी के साथ कहीं बाहर घूमने भी जा सकते हैं। यह समय आप दोनों के लिए ही यादगार रहने वाला है। आपको अपने पार्टनर के साथ कुछ अच्छा समय बिताने का मौका मिलेगा। इससे आप दोनों एक-दूसरे के करीब आएंगे और आपके रिश्ते में प्रेम एवं स्नेह बढ़ेगा। इस नए बदलाव को देखकर आप बहुत प्रसन्न महसूस करेंगे।
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बुध के मार्गी होने पर इन 5 लोगों को रहना होगा सावधान, बीमारियां कर सकती हैं परेशान
25 अप्रैल, 2024 को शाम 05 बजकर 49 मिनट पर बुध ग्रह मीन राशि में मार्गी होने जा रहे हैं। बुध के मार्गी होने पर देश-दुनिया में कई तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे और इसके साथ ही सभी राशियों पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार बुध के मार्गी होने पर कुछ राशियों के जातकों को अपने स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है।
इस ब्लॉग में आगे बताया गया है कि बुध के मार्गी होने पर किन राशियों के लोगों की सेहत में गिरावट आने की आशंका है लेकिन उससे पहले जान लीजिए कि ज्योतिष में बुध का क्या महत्व है।
वैदिक ज्योतिष में बुध को राजकुमार की उपाधि दी गई है। जब बुध किसी शुभ ग्रह के साथ उपस्थित होते हैं, तब वह सकारात्मक प्रभाव देते हैं लेकिन अशुभ ग्रह के साथ विराजमान होने पर बुध नकारात्मक परिणाम देते हैं। बुध को बुद्धि एवं ज्ञान का कारक माना गया है। अक्सर देखा जाता है कि अगर किसी मनुष्य की कुंडली में बुध अशुभ स्थान में हैं, तो उसे त्वचा से जुड़ी समस्याएं जैसे खुजली आदि परेशान करती हैं।
मीन राशि में बुध दुर्बल होते हैं और यह उनकी नीच राशि है। मीन राशि में बुध के उपस्थित होने पर व्यक्ति की बुद्धि कमज़ोर रहती है और वह अपने व्यापार को सही ढंग से नहीं चला पाता है। इसके साथ ही उसके रिश्तों में भी समस्याएं आती हैं। हालांकि, इस बार मीन राशि में बुध का मार्गी होना कुछ राशियों की सेहत पर भारी पड़ने वाला है।
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ये लोग सेहत का रखें ध्यान
मेष राशि
बुध के मार्गी होने पर मेष राशि के लोगों को अपने भाई-बहनों के इलाज पर खर्चा करना पड़ सकता है। अचानक आए इस खर्चे को लेकर आपको चिंता हो सकती है। आपकी खुद की सेहत के लिए भी यह समय औसत रहने वाला है। आपको मुश्किल से ही कोई खुशी मिल पाएगी और इसका नकारात्मक असर आपके स्वास्थ्य पर भी देखने को मिलेगा। इसके अलावा आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी गिरावट आने की आशंका है। इसकी वजह से आपको सर्दी-जुकाम, एलर्जी या दांत में दर्द की शिकायत हो सकती है।
यह समय कर्क राशि के जातकों के स्वास्थ्य के लिए कम अनुकूल रहने वाला है। आपको इस दौरान आंखों और दांतों में दर्द होने की आशंका है। आप समय पर भोजन करें वरना आपका पेट भी खराब हो सकता है। आपको बुध के मार्गी होने के दौरान नींद न आने की शिकायत भी हो सकती है। इस समयावधि में आपकी सेहत खराब होने का कारण आपकी कमज़ोर इम्युनिटी रहेगी। बेहतर होगा कि आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत करने पर ध्यान दें, तभी आपकी सेहत में सुधार आ सकता है।
मीन राशि के लोगों को इस समय स्वास्थ्य के मामले में थोड़ी परेशानियां उठानी पड़ सकती हैं। आपको इस दौरान स्किन से जुड़ी कोई समस्या, एलर्जी या सर्दी-खांसी होने की आशंका है। वैसे तो आपको कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या परेशान नहीं करेगी लेकिन छोटी-मोटी परेशानियां आपको होती रहेंगी। आपको स्वस्थ रहने के लिए अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत करने पर ध्यान देना चाहिए।
अगर आपकी धनु राशि है, तो आपको बुध के मार्गी होने के दौरान स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। इस समय आपका स्वास्थ्य औसत रहने वाला है। इम्युनिटी में गिरावट आने की वजह से आपको पैरों में दर्द की शिकायत भी हो सकती है। वहीं आपके पिता की खराब सेहत भी आपकी चिंता का कारण बन सकती है। उनके इलाज पर आपको पैसा खर्च करना पड़ सकता है।
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वृश्चिक राशि
बुध के मार्गी होने पर वृश्चिक राशि के लोगों की सेहत औसत रहने वाली है। आपको इस समय पेट से संबंधित समस्याएं होने की आशंका है। किसी एलर्जी के कारण आपको इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। बेहतर होगा कि आप इस समय योग और ध्यान करें। इससे आपकी सेहत में काफी तेजी से सुधार आ सकता है। इसके अलावा आपको पैरों में दर्द की शिकायत भी हो सकती है।
बुध के मार्गी होने पर सिंह राशि के लोगों की सेहत में गिराट आने की आशंका है। आप इस समय शारीरिक रूप से फिट महसूस नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा आपकी इम्युनिटी भी कमज़ोर होने वाली है। यही आपकी सेहत के खराब होने का कारण बनेगी। इसके अलावा आपको आंखों से संबंधिक रोग होने की भी संभावना है और आप इससे काफी लंबे समय तक परेशान रह सकते हैं। बेहतर होगा कि आप इस समय सेहत को लेकर किसी भी तरह की कोई लापरवाही न बरतें।
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कामदा एकादशी 2024: इस दिन राशि अनुसार करें उपाय, मिलेगी विष्णु सहित लक्ष्मी की कृपा
हिंदू धर्म में अनेक व्रत एवं त्योहार आते हैं जिनमें से एकादशी का व्रत भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। एकादशी के दिन भगवान विष्णु की उपासना करने का विधान है। जो भी व्यक्ति विष्णु जी को प्रसन्न करना चाहता है, वह एकादशी का व्रत एवं पूजन कर सकता है। मान्यता है कि एकादशी का व्रत करने से भक्तों को भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त होती है। एक महीने में दो बार एकादशी आती है, एक कृष्ण पक्ष में और दूसरी शुक्ल पक्ष में। हर एकादशी का अपना एक अलग महत्व एवं नाम है और आज इस ब्लॉग में हम आपको कामदा एकादशी के बारे में बता रहे हैं।
हिंदू धर्म में कामदा एकादशी एक शुभ दिन है जिस पर श्रद्धालु व्रत रखते हैं एवं विष्णु जी की पूजा करते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार शुक्ल पक्ष की एकादश तिथि को कामदा एकादशी मनाई जाती है। यह एकादशी इसलिए भी अधिक महत्व रखती है क्योंकि हिंदू नव वर्ष के बाद यह पहली एकादशी होती है। कामदा एकादशी को ‘चैत्र शुक्ल एकादशी’ के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह चैत्र नवरात्रि के बाद आती है।
कब है कामदा एकादशी 2024
कामदा एकादशी 19 अप्रैल, 2024 को शुक्रवार के दिन पड़ रही है। 18 अप्रैल, 2024 को शाम 05 बजकर 33 मिनट से एकादश तिथि आरंभ हो जाएगी जिसका समापन 08 बजकर 07 मिनट पर होगा। इस दिन वृद्धि योग बन रहा है जो कि 18 अप्रैल की रात को 12 बजकर 42 मिनट से शुरू होगा और 19 अप्रैल की रात को 01 बजकर 44 मिनट तक रहेगा।
एकादशी पर पारण का समय 20 अप्रैल को 05 बजकर 50 मिनट से लेकर 08 बजकर 26 मिनट तक रहेगा और यह अवधि 2 घंटे 36 मिनट की रहेगी।
वैदिक ज्योतिष में वृद्धि योग को अत्यंत शुभ माना गया है। इस शुभ योग में किए गए कार्यों में निश्चित ही सफलता प्राप्त होती है। 27 योगों में से वृद्धि योग ग्यारहवें स्थान पर आता है। इस योग के स्वामी सूर्य देव हैं। यह योग व्यक्ति के जीवन में सुख-शांति और सफलता के मार्ग को प्रशस्त करता है।
कामदा एकादशी 2024 का महत्व
कामदा शब्द का अर्थ है इच्छाओं और मनोकामनाओं की पूर्ति इसलिए कामदा एकादशी को लेकर माना जाता है कि इस दिन पूजन एवं व्रत करने से सभी सांसारिक इच्छाओं की पूर्ति होती है। कई हिंदू ग्रंथों एवं पुराणों जैसे कि ‘वराह पुराण’ में कामदा एकादशी का उल्लेख किया गया है। महाभारत काल में राजा युधिष्ठिर को भगवान कृष्ण ने कामदा एकादशी के महत्व और लाभ के बारे में बताया था।
कामदा एकादशी का व्रत भक्तों और उनके परिवार को दुख एवं कष्टों से बचाता है। कहते हैं कि इस व्रत से ब्रह्म हत्या तक का पाप मिट जाता है। कामदा एकादशी को लेकर ऐसा भी माना जाता है कि अगर निसंतान दंपत्ति कामदा एकादशी का व्रत करे, तो उन्हें निश्चित ही संतान की प्राप्ति होती है। इस व्रत को करने वाले व्यक्ति को मोक्ष मिलता है और मृत्यु के पश्चात् उसे वैकुंठ धाम में स्थान मिलता है।
एकादशी के व्रत से एक दिन पहले भोजन करने के बाद भगवान विष्णु का स्मरण करें और अगले दिन एकादशी पर सुबह स्नान आदि नित्य कर्म से निवृत्त होने के बाद अपने घर के पूजन स्थल में व्रत का संकल्प लें और भगवान की उपासना करें। इस दिन विष्णु जी को पुष्प, फल दूध, पंचामृत, तिल आदि चढ़ाया जाता है। पूजन के बाद आप दिन भर भगवान के नाम का भजन करें और रात में भी जागरण करें। एकादशी के अगले दिन व्रत का पारण किया जाता है।
कामदा एकादशी पर व्रत रखने पर एक ही समय पर भोजन किया जाता है जिसमें दूध से बने उत्पाद, फल, सब्जियां और सूखे मेवे शामिल होते हैं। इस दिन सात्विक और शाकाहारी भोजन ही किया जाता है। इस दिन चावल, मूंग दाल, गेहूं और जौ नहीं खाना चाहिए। सूर्यास्त से पहले ही भोजन कर लेना चाहिए लेकिन अन्न का सेवन एकादशी के अगले दिन ब्राह्मण को दक्षिणा और भोजन देने के बाद ही किया जाता है।
कामदा एकादशी 2024 पर कैसे करें व्रत का पारण
एकादशी व्रत के अगले दिन सूर्योदय के बाद ही एकादशी व्रत का पारण किया जाता है। द्वादश तिथि के अंदर ही व्रत का पारण करना जरूरी होता है।
हरि वासर के दौरान पारण नहीं करना चाहिए। यदि द्वादश तिथि पर हरि वासर चल रहा है, तो इसके समाप्त होने का इंतज़ार करें और इसके बाद ही व्रत खोलें। हरि वासर द्वादश तिथि की पहली एक चौथाई अवधि होती है। व्रत खोलने का सबसे सही समय प्रात: काल का होता है। इसके अलावा आप मध्याह्न के समय भी व्रत खोल सकते हैं।
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कामदा एकादशी 2024 पर व्रत करने के लाभ
इस दिन भगवान विष्णु का व्रत एवं पूजन करने से सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिल जाती है। हिंदू धर्म में ब्राह्मण की हत्या को सबसे बड़ा पाप बताया गया है और कहा जाता है कि कामदा एकादशी का व्रत इस पाप से भी मुक्ति दिलवाने की शक्ति रखता है।
कामदा एकादशी 2024 पर क्या करना चाहिए
कामदा एकादशी पर विष्णु जी को प्रसन्न करने के लिए आप निम्न उपाय कर सकते हैं:
व्रत के दिन ब्राह्मण को अनाज और धन का दान करें।
इस दिन विष्णु पूजा करते समय विष्णु सहस्त्रनाम का नाम जप करें।
भारत में एकादशी पर विष्णु मंदिर में यज्ञ का आयोजन भी किया जाता है।
इस दिन कामदा एकादशी की कथा सुनने का भी बहुत महत्व है। ऐसी मान्यता है कि महान ऋषि वशिष्ठ जी ने यह कथा रघु के पिता राजा दिलीप को सुनाई थी जो कि इक्ष्वाकु राजवंश के शासक थे।
कामदा ही नहीं बल्कि किसी भी एकादशी पर चावल का सेवन नहीं करना चाहिए।
कामदा एकादशी पर भगवान विष्णु को प्रसन्न करने एवं अपनी मनोकामना की पूर्ति हेतु आप अपनी राशि के अनुसार निम्न उपाय कर सकते हैं।
मेष राशि: एकादशी के दिन भगवान विष्णु के चित्र या मूर्ति के सामने घी का दीपक जलाएं।
वृषभ राशि: इस दिन कृष्ण जी को माखन मिश्री का भोग लगाएं।
मिथुन राशि: इस राशि के जातक वासुकिनाथ की मूर्ति या चित्र पर मिश्री का भोग लगा सकते हैं।
कर्क राशि: एकादशी पर भगवान विष्णु को दूध में हल्दी मिलाकर अर्पित करें।
सिंह राशि: कामदा एकादशी पर श्रीकृष्ण को श्रीखंड का भोग लगाने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।
कन्या राशि: भगवान वेणुगोपाल को एकादशी पर तुलसी अर्पित करें। यह उपाय करने से कन्या राशि के लोगों के सारे कष्ट दूर हो जाएंगे।
तुला राशि : आप भगवान विष्णु की मूर्ति पर मुल्तानी मिट्टी का लेप लगाने का उपाय करें।
वृश्चिक राशि: भगवान कृष्ण और राधा रानी को दही में शहद मिलाकर भोग लगाएं।
धनु राशि: कृष्ण जी को एकादशी के दिन खीर का प्रसाद भोग में दें।
मकर राशि: एकादशी पर कृष्ण जी को लौंग इलायची का तांबूल अर्पित करें।
कुंभ राशि: आप विष्णु जी को मिश्री के साथ नारियल अर्पित करें।
मीन राशि: एकादशी तिथि पर मीन राशि के लोग विष्णु जी को केसर का तिलक लगाएं।
कामदा एकादशी 2024 के लिए ज्योतिषीय उपाय
अगर आपको पैसों की तंगी हो रही है, तो आप कामदा एकादशी पर भगवान विष्णु के बीज मंत्र का जाप करें। यह मंत्र है ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:’। आपको इस मंत्र का 5 माला का जाप करना है। आर्थिक तंगी से बचने के लिए आप एकादशी पर गरीब और जरूरतमंद लोगों को अन्न का दान भी दे सकते हैं।
यदि किसी के विवाह में कोई बाधा आ रही है या बात बनते-बनते बिगड़ जाती है, तो आप कामदा एकादशी पर व्रत रखें और इस दिन मां लक्ष्मी के साथ विष्णु जी का पूजन करें। 108 बार ‘ॐ केशवाय नम:’ मंत्र का जाप करते हुए विष्णु जी को दो साबुत हल्दी चढ़ाएं। आपके विवाह में आ रही सभी रुकावटें दूर हो जाएंगी।
जिन लोगों को करियर में समस्याएं आ रही हैं, वे एकादशी पर विष्णु जी को 11 पीले रंग के फूल चढ़ाएं। इस दिन विष्णु चालीसा का पाठ करना भी लाभकारी रहता है। इस उपाय को करने से आप अपने लक्ष्य को पाने में सफल होंगे।
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मीन राशि में बुध उदय से इन जातकों को मिलेगी बड़ी राहत, होगी हर इच्छा पूरी
बुध को बुद्धि, वाणी, व्यापार और अर्थव्यवस्था का कारक ग्रह माना जाता है। बुध के गोचर से इन सभी क्षेत्रों पर असर पड़ता है। ज्योतिष में बुध के गोचर को बहुत अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। इसी क्रम में बुध मीन राशि में उदय होने जा रहे हैं। तो आइए एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में विस्तारपूर्वक जानते हैं कि बुध मीन राशि में उदय का सभी राशि के जातकों पर क्या प्रभाव पड़ सकता है और इसके अशुभ प्रभावों से बचने के क्या उपाय हैं।
ज्योतिष में किसी भी ग्रह का उदय या अस्त होने का बहुत अधिक महत्व है। इस शब्द का अर्थ उस राशि से होता है जिसमें कोई ग्रह उदित हो रहे हो । बुध जल तत्व की राशि मीन में उदित हो रहे हैं। बता दें कि मीन राशि बुध की नीच राशि है और अब जब वह इस राशि में उदित हो रहे हैं तो वह अपनी ऊर्जा और ताकत को दोबारा प्राप्त करने में सक्षम होंगे। नीच राशि में होते हुए भी इन्हें पहले भाव में दिग्बल की प्राप्ति होगी और साथ ही, ये उदित भी हो रहे है तो इन्हें पहले के मुताबिक अधिक मजबूत होंगे। आइए इसी क्रम में जानते हैं कि ज्योतिष में बुध ग्रह का महत्व।
बुध मीन राशि में उदय: समय व तिथि
बुद्धि और वाणी के कारक ग्रह बुध का मीन राशि में उदय 19 अप्रैल 2024 की सुबह 10 बजकर 23 मिनट पर होने जा रहा है। जिसका प्रभाव सभी 12 राशि के जातकों की कुंडली में देखने को मिलेगा।
बुध बुद्धि, व्यापार, वाणी, त्वचा, धन का कारक माने जाते हैं। ज्योतिष के अनुसार, यदि कुंडली में बुध की स्थिति मजबूत हो तो जातक को जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है और जातक ज्ञान से ओत प्रोत होता है। ऐसे जातक बहुत बुद्धिमान और होशियार होते हैं, वे हर विषय को अच्छे से समझने में सक्षम होते हैं। बुध मजबूत होने पर जातक व्यापार में तेजी से आगे बढ़ते हैं और बिज़नेस के सिलसिले से बेहतर परिणाम प्राप्त करते हैं। जिन लोगों की कुंडली में बुध बहुत मज़बूत स्थिति में होते हैं, उनका प्रदर्शन व्यापार और सट्टेबाजी में शानदार रहता है। वहीं, जो जातक गूढ़ विज्ञान जैसे ज्योतिष, रहस्यवाद आदि से जुड़े होते हैं, वह इन क्षेत्रों में अच्छी सफलता प्राप्त करते हैं।
बुध कन्या राशि में उच्च के होते हैं और बुध महाराज अपनी नीच राशि मीन में कमज़ोर अवस्था में मौजूद होते हैं। जब बुध नीच राशि में होते हैं तो ये अच्छा प्रदर्शन करने में असफल होते हैं और इन्हें कई बार हानि का भी सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही, जब बुध अशुभ ग्रह जैसे राहु, केतु या मंगल आदि के साथ मौजूद होते हैं तो ये जातक को कई प्रकार की समस्याओं से घेर लेते हैं। ऐसे जातकों का स्वभाव आक्रामक हो जाता है। इसी क्रम में, कुंडली में जब बुध देव पापी ग्रहों राहु या केतु के साथ स्थित होते हैं, तब जातकों को स्वास्थ्य संबंधी कई प्रकार की समस्याएं देते हैं। जैसे जातक को नींद न आने, त्वचा संबंधी, तंत्रिका तंत्र आदि से संबंधित समस्याएं परेशान कर सकती है। वहीं यदि बुध शुभ ग्रह जैसे बृहस्पति के साथ बैठे होते हैं, तो जातकों को इनके प्रभाव से व्यापार, सट्टेबाजी और ट्रेड के क्षेत्र में दोगुने परिणाम प्राप्त होते हैं।
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मीन राशि में बुध: विशेषताएं
मीन राशि में बुध होने के परिणामस्वरूप कल्पनाशील स्वभाव वाले होते हैं और इस वजह से जल्द ही आहत होते हैं। ये जातक दूसरों के प्रति विनम्र और दयालु होते हैं और रचनात्मक कार्यों जैसे- पेंटिंग से लेकर संगीत तक हर चीजों के प्रति अच्छी रुचि रखते हैं। ये जातक बहुमुखी प्रतिभाओं को ग्रहण करने वाले होते हैं। इनके पास धन की कमी नहीं होती है और ये लोगों से उधार लेने या बैंक से लोन लेने के बारे में जल्दी नहीं सोचते हैं। इनके पास जितना होता है ये उतने में ही अपना गुजारा करते हैं। कई बार मीन राशि में बुध की मौजूदगी के परिणामस्वरूप ये जातक निर्णय लेने में तेजी दिखा देते हैं और इस वजह से किसी बड़ी मुसीबत में फंस जाते हैं।
इनके नकारात्मक पक्ष की बात करें तो ये कई बार दूसरे पर अधिक भरोसा कर बैठते हैं, जिसके चलते इन्हें बाद में पश्चाताना पड़ जाता है। ये अपना रास्ता खुद नहीं बनाते और न ही कुछ बदलने का प्रयास करते हैं, जो जैसा चल रहा है उसे वैसा ही चलने देते हैं। कई बार ये इतना भ्रमित हो जाते हैं कि इन्हें पता ही नहीं होता है कि ये अपने जीवन में क्या हासिल करना चाहते हैं। ये काफी मूडी होते हैं और इसलिए दूसरे इन्हें जल्दी समझ ही नहीं पाते हैं।
मीन राशि के जातक अक्सर चीजों से मोहभंग हो जाता है। ये तब तक दयालु होते हैं, जब तक इन्हें परेशान न किया जाय। किसी के द्वारा तंग किए जाने पर ये बहुत कठोर हो जाते हैं। यदि इनकी नहीं सुनी जाए तो ये निराशा के सागर में गोते लगाते हुए अपना समय बर्बाद करने लगते हैं। खुद की उपेक्षा के कारण अक्सर ये सुस्त और उदास हो जाते हैं। ये अपने सहानुभूतिपूर्ण स्वभाव के लिए जाने जाते हैं और पसंद किए जाते हैं।
मीन राशि जातक आकर्षक होते हैं और जीवन में कई चीजों के प्रति लापरवाह दृष्टिकोण रखते हैं, जो कि उनके लिए कठिन हो सकता है। एक बार यदि ये नियमों और अनुशासन का एक निश्चित स्तर तक पालन करने लगे तो रास्ते सरल हो जाते हैं। ये जातक कुछ रचनात्मक कला, संगीत या कविता के माध्यम से अपनी भावनाओं को बाहर निकाल सकते हैं। बुध मीन राशि में नीच के होते हैं और ऐसे में बुध उदित हो रहे हैं तो ये जातक को अनुकूल परिणाम दे सकते हैं।
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध कमज़ोर स्थिति में हैं तो जातक को वाणी से संबंधित कई प्रकार की समस्याएं दे सकता है, जिसके चलते उसे कार्यक्षेत्र और समाज में भी अपमानित होना पड़ सकता है।
कमज़ोर बुध के चलते जातक का मन पूजा-पाठ में नहीं लगता है।
बुध की अशुभ स्थिति के चलते जातक को बोलने में दिक्कत आ सकती है। वह अपनी बात स्पष्ट रूप से कहने में असमर्थ होता है।
जातक त्वचा, पाचन आदि से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं से परेशान रहता है।
कमज़ोर बुध के कारण जातक को आर्थिक जीवन में भी कई समस्याओं से गुज़रा पड़ सकता है।
ऐसे व्यक्ति को व्यापार में भी हानि होने की संभावना होती है।
बुध की मजबूत स्थिति के संकेत
कुंडली में बुध ग्रह मजबूत हो तो जातक की वाणी में मधुरता आती है। साथ ही, जातक का सेंस ऑफ ह्यूमर अच्छा होता है।
मजबूत बुध के प्रभाव से व्यक्ति व्यापार के क्षेत्र में खूब धन कमाता है और उसका आर्थिक जीवन मजबूत होता है।
इसके अलावा, शेयर मार्केट व सट्टे बाजार से भी व्यक्ति को लाभ होता है।
ये जातक अपनी तर्क क्षमता का प्रयोग कर जीवन के हर क्षेत्र में तरक्की प्राप्त करते हैं।
ऐसी स्थिति में आपके भीतर ज्ञान की वृद्धि होगी और आप तेजी से चीज़ों को समझने में सक्षम होंगे।
बुधवार के दिन हरी मूंग की दाल का दान करना चाहिए। साथ ही, इस दिन हरी मूंग की दाल का सेवन करना भी फायदेमंद साबित होगा। ऐसा करने से कुंडली में बुध की स्थिति मजबूत होती है और भगवान गणेश व लक्ष्मी की भी कृपा बनी रहती है।
आर्थिक समस्याओं से कर्ज से परेशान हैं तो हर बुधवार को भगवान गणेश स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान गणेश का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में उन्नति के मार्ग प्रशस्त होते हैं।
प्रत्येक बुधवार को भगवान गणेश को शमी पत्ता और दूर्वा अर्पित करना चाहिए। अगर शमी के पत्ता नहीं मिल रहा है तो दूर्वा अर्पित कर सकते हैं।
बुधवार के दिन गाय को हरी घास या पालक साग अवश्य खिलाना चाहिए। ऐसा करने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद और ग्रह दोष पीड़ा भी दूर होती है। लेकिन ध्यान रखें कि गाय को घास और हरा पालक आप कम से कम तीन महीने तक अवश्य खिलाएं, इसके बाद आपको फल मिलना शुरू हो जाएगा।
बुधवार के दिन बुध ग्रह के मंत्रों का जप करना चाहिए। बुध के इन मंत्रों का जप करने से मन की एकाग्रता बढ़ती है और मानसिक तनाव से भी मुक्ति मिलती है। बीज मंत्र : ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः! , ॐ बुं बुधाय नमः अथवा ॐ ऐं श्रीं श्रीं बुधाय नमः! , ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:, प्रियंगुकलिकाश्यामं रूपेणाप्रतिमं बुधम। सौम्यं सौम्य गुणोपेतं तं बुधं प्रणमाम्यहम।।
बुधवार के दिन बहन और भांजी को गिफ्ट देना चाहिए। अगर बहन बड़ी है तो सबसे पहले उनके चरण स्पर्श करके आशीर्वाद लें और फिर गिफ्ट दें। ऐसा करने से व्यापार, शिक्षा और संचार में उन्नति होती है और कुंडली में बुध के अशुभ प्रभाव से भी मुक्ति मिलती है।
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बुध मीन राशि में उदय: सभी राशियों पर प्रभाव
मेष राशि
आपके साहस में कमी आ सकती है जो कि आपके लिए नकारात्मक साबित होने की आशंका है…(विस्तार से पढ़ें)
वृषभ राशि
सामान्यतौर पर इस अवधि में आप जितना भी पैसा कमाएंगे, लेकिन आपको संतुष्टि और सुख-सुविधाएं प्राप्त न होने की संभावना है। चाहे आपकी कमाई कम ही क्यों न हों, परंतु… (विस्तार से पढ़ें)
मिथुन राशि
बुध का मीन राशि में उदय होने से आप निवेश के माध्यम से अपने जीवन में सुख-सुविधाओं को बढ़ाने में सक्षम होंगे जिससे आप ख़ुश नज़र आएंगे। इस अवधि में … (विस्तार से पढ़ें)
कर्क राशि
बुध का मीन राशि में उदय होने से आपको जीवन के ज्यादातर क्षेत्रों जैसे कि भाग्य, प्रगति और भाई-बहनों के साथ रिश्ते आदि में उतार-चढ़वा का सामना करना पड़ सकता है। यह जातक जो भी काम कर रहे हैं … (विस्तार से पढ़ें)
सिंह राशि
इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को अपने धन, निजी जीवन आदि क्षेत्रों को लेकर सावधान रहना होगा क्योंकि आपको इन क्षेत्रों में संतुष्टि न मिलने की आशंका है… (विस्तार से पढ़ें)
कन्या राशि
बुध का मीन राशि में उदय आपके करियर के लिए समृद्धि लेकर आएगा। ऐसे में, आप नौकरी में ज्यादा लाभ प्राप्त करने में सक्षम होंगे। यदि आप व्यापार करते हैं, तो… (विस्तार से पढ़ें)
तुला राशि
आपको अपने व्यक्तिगत विकास की राह में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। इन जातकों को बुध का मीन राशि में उदय के दौरान विभिन्न …(विस्तार से पढ़ें)
वृश्चिक राशि
बुध का मीन राशि में उदय आपके पांचवें भाव में होने की वजह से आप अपने भविष्य को लेकर चिंतित नज़र आ सकते हैं और आप तनाव में रह सकते हैं। आपका भविष्य… (विस्तार से पढ़ें)
धनु राशि
बुध का मीन राशि में उदय होने से आप अपने जीवन में चलने वाली चीज़ों को लेकर नाख़ुश दिखाई दे सकते हैं। साथ ही, आपको घर-परिवार के साथ भी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है…(विस्तार से पढ़ें)
मकर राशि
बुध का मीन राशि में उदय होने से आपको व्यक्तिगत विकास के मार्ग में समस्याओं और कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, संभव है कि… (विस्तार से पढ़ें)
कुंभ राशि
इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को ज्यादा धन कमाने में समस्याओं और बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, यह आपको धन हानि… (विस्तार से पढ़ें)
मीन राशि
बुध का मीन राशि में उदय होने की अवधि में आपको जीवनसाथी के साथ रिश्ते को बेहतर करने और परिवार में चल रही समस्याओं को सुलझाने पर ध्यान केंद्रित करना होगा… (विस्तार से पढ़ें)
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वृषभ राशि में आएंगे गुरु, इन लोगों को मिलेगी नई नौकरी और तरक्की
ग्रहों के गोचर करने के दौरान मानव जीवन तो प्रभावित होता ही है लेकिन इसके साथ ही देश-दुनिया पर भी इसका असर पड़ता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार एक समय के अंतराल के बाद हर ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन करता है। चंद्रमा ढाई दिन में राशि परिवर्तन करते हैं, वहीं शुक्र 28 दिनों में एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं।
इस बार बृहस्पति का गोचर होने जा रहा है जिसके प्रभाव से कुछ राशियों को अपने करियर में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। इस ब्लॉग में आगे यही बताया गया है कि बृहस्पति का गोचर किस तिथि पर एवं किस राशि में हो रहा है और इस गोचर से किन राशियों के लोगों को करियर में प्रगति प्राप्त होने की संभावना है।
01 मई, 2024 को दोपहर 02 बजकर 29 मिनट पर बृहस्पति वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। वृषभ राशि के स्वामी शुक्र हैं और उनका बृहस्पति ग्रह के साथ शत्रु संबंध होता है। ज्योतिष में बृहस्पति को शक्तिशाली ग्रह बताया गया है। इस ग्रह का प्रभाव जातक के करियर और अध्यात्म पर भी पड़ता है। तो चलिए अब बिना देर किए जानते हैं कि बृहस्पति के इस गोचर से किन राशियों के लोगों को करियर में लाभ मिलने के आसार हैं।
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इन राशियों का करियर रहेगा बढ़िया
मेष राशि
बृहस्पति का गोचर मेष राशि के लोगों के लिए करियर में प्रगति लेकर आएगा। आपको इस समय अपनी कड़ी मेहनत का फल मिलने वाला है। आपके कार्यक्षेत्र में तरक्की के मार्ग खुलेंगे और आपकी सफलता का मार्ग प्रशस्त होगा। आपको इस समय बहुत सोच-समझकर धन खर्च करने की सलाह दी जाती है। इससे आपको अपनी आर्थिक स्थिति को मज़बूत करने का मौका मिलेगा। किसी अनुभवी व्यक्ति से परामर्श करने के बाद ही धन से संबंधित कोई फैसला लें। इस समय आपके सामने कुछ समस्याएं आ सकती हैं। इन्हें पार करने के लिए आप धैर्य बनाए रखें।
करियर में वृषभ राशि के लोगों को सकारात्मक परिणाम मिलने के संकेत हैं। आपको इस समय अपने पेशेवर जीवन में अपार सफलता मिलने के योग बन रहे हैं। आपकी तरक्की के मार्ग में जो भी समस्याएं और अड़चनें आ रही हैं, अब वे सब दूर हो जाएंगी। इससे आप काफी प्रसन्न और संतुष्ट महसूस करेंगे। यह समय आपके लिए बहुत ज्यादा अनुकूल रहने वाला है। आप अपने ज्ञान और समझदारी से अपने करियर की मुश्किलों को हल करने में सक्षम रहेंगे। आपके अंदर साहस में भी वृद्धि होगी और आप अपने करियर को निखारने एवं संवारने पर ध्यान देंगे। आप इस दौरान सही फैसले भी ले पाएंगे और इसका असर आपके करियर पर भी पड़ेगा।
बृहस्पति के शुभ प्रभाव से मीन राशि के लोग साहसी और दृढ़ निश्चयी बनेंगे। इससे आपको अपने करियर में तरक्की मिलेगी। आप अपने पेशेवर जीवन में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होंगे। इससे आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत होगी और आप प्रगति की ओर बढ़ेंगे। इस समय आपके अपने कार्यस्थल में सहकर्मियों के साथ भी अच्छे संबंध रहने वाले हैं और इससे आपको कोई लाभ मिलने की भी संभावना है। आपको जो प्रोजेक्ट मिला है, उसे आप समय पर पूरा कर पाएंगे। वहीं व्यापारियों के लिए भी यह समय अच्छा साबित होगा। आपको प्रभावशाली लोगों का सहयोग मिल सकता है। आप अपनी कड़ी मेहनत और समझदारी से अपने कार्यक्षेत्र में खूब तरक्की करेंगे। हालांकि, आपको इस समय आलस से दूर रहने की सलाह दी जाती है वरना इसकी वजह से आपको अपने करियर में नुकसान हो सकता है।
यदि आपकी मकर राशि है, तो आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। आपको अपनी बुद्धिमानी की वजह से कोई अच्छी नौकरी मिल सकती है। इससे आपकी आर्थिक स्थिति भी मज़बूत होगी। आपको नौकरी के बेहतरीन अवसर मिलने की भी संभावना है। इसके अलावा आपके वेतन में भी वृद्धि होने के योग बन रहे हैं। कुल मिलाकर बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
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वृश्चिक राशि
करियर के मामले में वृश्चिक राशि के लोगों को अच्छे परिणाम मिलने की संभावना है। नौकरीपेशा जातकों के साथ-साथ व्यापारियों के लिए भी यह समय उत्तम रहने वाला है। जो लोग बिज़नेस करते हैं, उन्हें अपने व्यापारिक क्षेत्र में इस दौरान सुनहरे अवसर प्राप्त होंगे। आप अपने बिज़नेस का विस्तार करने के बारे में भी सोच सकते हैं। इसके अलावा साझेदारी में काम करने वाले लोगों के लिए भी अच्छा समय है।
यदि अभी तक आपके कार्यक्षेत्र में कोई समस्या चल रही थी, तो अब उसके दूर होने का समय आ गया है। आपको अपने करियर में अब तरक्की मिलने के आसार हैं। आपको अपने ऑफिस में उच्च अधिकारियों और प्रभावशाली लोगों के साथ काम करने का मौका मिलेगा। आप कोई नया व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं।
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प्रेम के देवता शुक्र आएंगे मेष राशि में, इन राशियों की जिंदगी में घुल जाएगा प्यार
ज्योतिषशास्त्र में शुक्र को प्रेम एवं आकर्षण का कारक माना गया है। यदि कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत स्थिति में हो, तो व्यक्ति को अपने वैवाहिक एवं प्रेम जीवन में अपने पार्टनर से खूब प्यार मिलता है और पति-पत्नी के बीच आपसी तालमेल अच्छा रहता है।
इस बार 24 अप्रैल को रात्रि 11 बजकर 44 मिनट पर शुक्र मेष राशि में प्रवेश करेंगे। शुक्र के इस गोचर से कुछ राशियों के लोगों के प्रेम जीवन में सकारात्मक बदलाव आने की संभावना है। इस ब्लॉग में आगे बताया गया है कि शुक्र के गोचर करने पर किन राशियों को प्रेम सुख मिलने वाला है।
शुक्र को प्रेम, सौंदर्य, आकर्षण एवं भोग विलासिता का कारक माना गया है और अब शुक्र के गोचर करने पर कुछ राशियों के लोगों का प्रेम जीवन संवरने वाला है। यह गोचर प्रेम, विलासिता और परिवर्तन लेकर आएगा। इस दौरान जीत प्यार की होगी और प्यार करने वाले लोगों को अपने रिश्ते में प्रेम का अनुभव होगा। तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि इस गोचर से किन राशियों के प्रेम जीवन में प्यार के फूल खिलने वाले हैं।
मेष राशि
मेष राशि के लोगों के प्रेम जीवन में इस समय आशाजनक संभावनाएं उत्पन्न होंगी। जो जातक सिंगल हैं, उन्हें अपने सपनों का साथी मिल सकता है। आप अपने प्रियजनों के साथ सामंजस्यपूर्ण संबंध बनाएंगे और आपका अपने करीबियों के साथ रिश्ता मजबूत होगा। आपके और आपके पार्टनर के बीच रोमांस बढ़ेगा और आप दोनों एक-दूसरे पर अधिक विश्वास करेंगे। पति-पत्नी एक-दूसरे के साथ भावनात्मक रूप से अधिक जुड़ाव महसूस करेंगे। आप दोनों के बीच आपसी तालमेल बढ़ेगा और आप दोनों ही अपने रिश्ते में खुश रहने वाले हैं।
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वृषभ राशि
वृषभ राशि के लोगों की लव लाइफ में भी खुशियां आने के संकेत हैं। आपको अपने पार्टनर के साथ अच्छा समय बिताने का मौका मिलेगा। इसके साथ ही आप अपने परिवार के साथ भी कुछ समय बिताएंगे। हालांकि, आपका अपने जीवनसाथी के साथ कभी-कभी वाद-विवाद भी हो सकता है या आप दोनों के बीच गलतफहमियां भी पैदा हो सकती हैं। इस गोचर के दौरान आपको दूसरों से बातचीत करते समय ईमानदारी और सत्य निष्ठा बनाए रखने की सलाह दी जाती है।
शुक्र के गोचर के दौरान मीन राशि के लोगों के पारिवारिक संबंध मजबूत एवं बेहतर होंगे। आप अपने परिवार के सदस्यों से अच्छे से बात करेंगे और वे आपकी बात को अच्छे से समझ पाएंगे। आप इस समय का खुलकर आनंद लेंगे और आपको किसी कार्यक्रम में शामिल होने का मौका भी मिल सकता है। अपने प्रियजनों के साथ आपका रिश्ता मजबूत होगा। आपके और आपके पार्टनर के बीच किसी बात पर विवाद हो सकता है। हालांकि, आप दोनों आपसी तालमेल की मदद से अपने रिश्ते में आई समस्याओं को दूर करने में सक्षम होंगे। कुल मिलाकर यह समय आपके प्रेम जीवन एवं निजी संबंधों के लिए अनुकूल साबित होगा।
कुंभ राशि के लोगों के प्रेम संबंध में इस समय ढेर सारी खुशियां आने वाली हैं। आपके और आपके पार्टनर के बीच खूब प्यार बढ़ेगा और आप दोनों एक-दूसरे को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे। भाई-बहनों और करीबी दोस्तों के साथ भी आपके रिश्ते बेहतर होंंगे। वे आपको पूर्ण रूप से सहयोग करेंगे। आपको अपने जीवनसाथी के साथ क्वालिटी टाइम बिताने का मौका मिलेगा। आप अपने किसी शौक को भी पूरा कर सकते हैं। अगर आप पहले से ही प्रेम संबंध में हैं, तो आपके लिए यह समय बहुत अनुकूल रहने वाला है। आप अपने रिश्ते को एक कदम बढ़ा सकते हैं या आप शादी के बंधन में भी बंधने के बारे में सोच सकते हैं।
धनु राशि के लोगों को शुक्र के गोचर के दौरान अपने प्रेम जीवन में खुशियां प्राप्त होंगी।। आपके और आपके पार्टनर के बीच जो भी परेशानियां चल रही हैं, वे सभी अब खत्म हो जाएंगी। यदि आप अपने परिवार को बढ़ाना चाहते हैं, तो यह समय इस काम के लिए एकदम अनुकूल रहने वाला है। शादीशुदा लोगों की कोई मुराद पूरी हो सकती है। आप आपसी तालमेल की मदद से अपने रिश्ते की समस्याओं और दूरियों को खत्म कर सकते हैं।
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तुला राशि
तुला राशि वाले जातकों के लिए भी यह गोचर अनुकूल रहने वाला है। आपके रिश्ते में स्नेह और प्रेम बढ़ेगा और आप इस समय खुद को पूर्ण महसूस करेंगे। सिंगल जातकों के लिए भी कोई विवाह का प्रस्ताव आ सकता है। आपका अपने पार्टनर के साथ रिश्ता मजबूत होगा और आपको अपने जीवनसाथी का प्यार मिलेगा। इसके साथ ही आपका पार्टनर आपके साथ प्रसन्न महसूस करेंगे और उन्हें ऐसा लगेगा जैसे आपके साथ उनके सारे सपने पूरे हो रहे हैं।
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घर में जरूर रखें वास्तु के ये 5 यंत्र, हर प्रकार की समस्याओं से मिलेगी मुक्ति
वास्तु का हम सबके जीवन पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है। वास्तु शास्त्र के नियमों को अपनाकर जीवन में शुभ अशुभ चीजों का पता लगा सकते हैं। वास्तु से हम हर क्षेत्र में आसानी से सफलता हासिल कर सकते हैं और अपने रिश्तों को भी मधुर बना सकते हैं। यह आपके जीवन में आने वाली तमाम परेशानियों को दूर करने में सहायक होता है और इसका हम सबके जीवन में विशेष महत्व है। इसके जरिए हम अपने घर में एक खुशनुमा माहौल कायम कर सकते हैं तथा नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगा कर सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सकते हैं।
दरअसल हम सब किसी न किसी प्रकार की समस्याओं से जूझ रहे हैं। घर, दुकान या कार्यालय में वास्तु दोष होने से हर किसी का जीवन किसी न किसी तरह से प्रभावित हो रहा है। इस तनाव व समस्या का प्रभाव लोगों के स्वास्थ्य, आर्थिक जीवन, प्रेम जीवन आदि में पड़ रहा है। ऐसे में, वास्तु दोषों को दूर करने के लिए एस्ट्रोसेज के विशेष ब्लॉग में कुछ विशेष प्रकार के यंत्र के बारे में बताया जा रहा है। आप इन यंत्रों को स्थापित करके वास्तु दोषों से काफी हद तक छुटकारा पा सकते हैं। बता दें कि वास्तु के अलग-अलग यंत्रों के प्रयोग से अलग-अलग समस्याओं का निदान होता है और इससे जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
वास्तु के ये 5 यंत्र ला सकता है आपके जीवन में सकारात्मकता
मारुति यंत्र
मारुति यंत्र भगवान हनुमान का यंत्र है, जो बहुत चमत्कारी यंत्र माना जाता है। इस यंत्र के बारे में कहा जाता है कि यदि जमीन से संबंधित किसी भी तरह के विवाद का निपटारा नहीं हो रहा है या जिसकी जमीन बिक नहीं रही है, उसे इस यंत्र का सहारा लेना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, इस तरह की स्थिति से निपटने के लिए जमीन के मालिक को हनुमान जी के दिन यानी मंगलवार के दिन दोपहर 12 बजे इस यंत्र को ले जाकर सम्बंधित भूमि में पूर्व या ईशान दिशा में सवा हाथ गड्ढा खोदकर गाड़ देना चाहिए और ऊपर से दूध या गंगाजल अर्पित करना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से भूमि का विवाद तीन महीने के अंदर सुलझ जाता है। मारुति यंत्र वाहन सुरक्षा के लिए भी फलदायी माना जाता है।
श्री यंत्र
श्रीयंत्र को वैभव, ऐश्वर्य व धन की देवी माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। इस यंत्र का उपयोग व्यापार में लाभ कमाने या अपनी आर्थिक स्थिति को स्थिर बनाए रखने के लिए किया जा सकता है। यह यंत्र ऐश्वर्य और धन लक्ष्मी की वृद्धि के लिए प्रयोग किया जाता है। यदि नौकरी में मन नहीं लगता हो, व्यापार में दिन प्रतिदिन न हानि हो रही हो, रुपया पैसा आता हो पर बचत नहीं हो पा रही हो तो इस यंत्र का इस्तेमाल आपको कई फायदे पहुंचा सकता है। हालांकि इस बात का ध्यान अवश्य देना है कि यह यंत्र घर या दुकान की उत्तर दिशा में लगाएं तभी इसका फल आपको प्राप्त होगा।
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दिक्दोषनाशक यंत्र
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दिक्दोषनाशक यंत्र वास्तु दोष निवारण का महत्वपूर्ण यंत्र है, जिसमें सभी दिशाओं और दिक्पालों का पूजन किया जाता है। यदि आपने घर बनाते समय वास्तु शास्त्र का ध्यान नहीं रखा है या आपके घर में टॉयलेट,रसोई या बाथरूम कोई गलत दिशा में बन गया हो तो इस यंत्र को आप घर पर स्थापित कर सकते हैं। इससे दोष से छुटकारा पाया जा सकता है और आप अपना जीवन सुखमय बना सकते हैं।
वरुण यंत्र
जैसा कि नाम से ही प्रतीत हो रहा है कि वरुण यंत्र बड़ा ही प्रभावी वास्तु यंत्र है। वरुण का अर्थ जल है। ऐसे में इस यंत्र का उपाय जल संबंधी समस्या व दोषों से निवारण पाने के लिए किया जा सकता है। यदि आपके घर में पानी की टंकी, स्विमंग पूल, जल स्थान, नलकूप आदि वास्तु शास्त्र के नियमों के मुताबिक नहीं बने है या अग्नि कोण या गलत दिशा में बन गए हैं तो इस वरुण यंत्र को आप स्थापित कर सकते हैं। इससे आपको जल से संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। इस यंत्र को रखने से पहले विधि-विधान से पूजन जरूर कराएं तभी सभी दोष से मुक्ति मिल सकती है।
सर्वमंगल यंत्र वास्तु संबंधी सभी प्रकार के दोष-निवारण करने के साथ-साथ सब प्रकार की मंगल कामना के लिए उपयुक्त माना गया है। यह यंत्र किसी भी प्रकार के दोष से मुक्ति दिलाता है। इसे लगाने से घर-परिवार, आर्थिक जीवन, स्वास्थ्य आदि सभी पहलुओं में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होता है। सुख-शांति आती है, जहां भी इसे लगाया जाता है वहां दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की होती है। यह यंत्र बहुत ही शक्तिशाली यंत्र है।
दरअसल, वास्तु यंत्र एक छोटा सा यंत्र है, जिसे लोग अपने घर, कार्यक्षेत्र या बिज़नेस करने वाली जगह में रखते हैं। यह एक चौकोर आकार का यंत्र होता है और यह अष्टधातु से बना होता है। ऐसा माना जाता है कि इसे घर में रखने से घर नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है और घर में खुशहाली आती है। तो आइए जानते हैं इसे रखने के क्या नियम है।
धातु का रखें ध्यान
आजकल वास्तु यंत्र कई अलग-अलग धातुओं के बनाकर तैयार किए जा रहे हैं। आप चांदी, सोने, ताम्रपत्र या क्रिस्टल का वास्तु यंत्र इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा, पीतल का वास्तु यंत्र भी घर में रखा जा सकता है। लेकिन ध्यान रहे कि कभी भी लोहे या पत्थर का वास्तु यंत्र घर पर न रखें क्योंकि यह फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है।
क्या वर्ष 2024 में आपके जीवन में होगी प्रेम की दस्तक? प्रेम राशिफल 2024 बताएगा जवाब
मुहूर्त की करें जांच
जब भी आप घर में वास्तु यंत्र की स्थापना करें तो उसे स्थापित करने से पहले शुभ मुहूर्त की जांच जरूर करें। वास्तु शास्त्र के अनुसार, यंत्र कभी भी रविवार या मंगलवार के दिन स्थापित न करें क्योंकि यह अशुभ माना जाता है। यही नहीं, वास्तु यंत्र की स्थापना करने से पहले उसे गंगाजल से साफ जरूर कर लें।
दिशा का रखें ख़ास ख्याल
जब आप अपने घर में वास्तु यंत्र रखते हैं तो आपको दिशा व स्थान का खासतौर पर ध्यान में रखें। वास्तु यंत्र के लिए ईशान कोण अर्थात पूर्व-उत्तर की दिशा ही सबसे सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है। हालांकि, यदि आप चाहें तो वास्तु यंत्र को पूजा स्थान में या फिर भगवान की फोटो के करीब भी रख सकते हैं।
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मीन राशि में मंगल गोचर से देश-दुनिया और सभी राशियों पर कैसा पड़ेगा असर?
मंगल का मीन राशि में गोचर: एस्ट्रोसेज अपने हर नए ब्लॉग के साथ अपने रीडर्स को ज्योतिष की दुनिया में होने वाली हर नई छोटी बड़ी हलचल से अवगत कराने का प्रयत्न करता रहता है और इसी कड़ी में आज हम बात करेंगे जल्द होने वाले मंगल के गोचर की। यहां हम मंगल के जिस गोचर की बात कर रहे हैं वह 23 अप्रैल 2024 को होगा जब मंगल मीन राशि में प्रवेश कर जाएगा। चलिए अपने खास ब्लॉग के माध्यम से जानते हैं मंगल का मीन राशि में गोचर का राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा। साथ ही जानेंगे कि इस गोचर का देश दुनिया पर क्या प्रभाव पड़ने की संभावना है।
वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह को ग्रहों का योद्धा और एक मर्दाना स्वभाव वाला गतिशील और आदेश देने वाला ग्रह माना जाता है। यहां पर हम मंगल के मीन राशि में गोचर के सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही तरह के प्रभावों के बारे में जानने का प्रयत्न करेंगे। बात करें मंगल ग्रह की तो मेष और वृश्चिक राशियों का शासक मंगल ग्रह ही है। मेष मंगल की मूलत्रिकोण राशि भी कही जाती है। मंगल ग्रह बृहस्पति के साथ मित्रता पूर्ण संबंध साझा करता है और बृहस्पति के साथ इनका तालमेल भी अनुकूल माना गया है।
मीन राशि में मंगल: विशेषताएं
मीन राशि पर बृहस्पति ग्रह का शासन होता है जो मंगल के लिए एक अनुकूल स्थान माना गया है। मंगल के इस स्थान पर जन्मे लोग आध्यात्मिक प्रवृत्ति वाले होते हैं, इनके अंदर नैतिकता और अच्छे आचरण देखने को मिलते हैं, यह अपने जीवन में पवित्र मार्ग पर चलते हैं। आप अपनी धार्मिक मान्यताओं के प्रति बेहद समर्पित होते हैं और शुद्धता और पवित्रता की ओर ज्यादा प्रेरित नजर आते हैं। धार्मिक ग्रंथो के बारे में आपका ज्ञान अद्वितीय माना जाता है।
हालांकि इन जातकों के जीवन में भ्रम की भावना अक्सर बनी रहती है और कभी-कभी आप उलझन से भी घिरे नजर आते हैं। इन जातकों को विदेशी स्थानों के बारे में जानने और वहां बसने की तीव्र इच्छा होती है। जीवन के प्रति उनका दृष्टिकोण काफी आशावादी होता है खास करके प्रेम के संबंध में।
ऐसे जातक अपने प्रेम जीवन और रिश्तों के बारे में बेहद आदर्शवादी होते हैं और अंतर निहित समस्याओं को तब तक नहीं देखे जब तक यह असहनीय ना हो जाए। ऐसे जातक स्वभाव में बेहद ही संवेदनशील और भावुक होते हैं। यह दूसरे की भावनाओं और संवेदनाओं के प्रति विशेष ध्यान रखते हैं। इसके अलावा वह अपने मजबूत अंतर्ज्ञान और परिवेश के चलते संवेदनशीलता की भावना भी रखते हैं। मीन राशि के जातकों का झुकाव कलात्मक गतिविधियों की तरफ देखा जाता है। उन्हें संगीत और अन्य कला के रूपों से अनोखा जुड़ाव होता है। यह उनके लिए आत्म अभिव्यक्ति के एक रूप जैसा है।
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मंगल का मीन राशि में गोचर: क्या रहेगा समय?
ग्रहों में योद्धा ग्रह का दर्जा प्राप्त मंगल 23 अप्रैल 2024 को 8:19 पर मीन राशि में गोचर कर जाएगा। वैदिक ज्योतिष में मंगल को ऊर्जा, महत्वाकांक्षा आदि से संबंधित एक उग्र ग्रह माना गया है। मीन राशि के आध्यात्मिक राशि होने पर यह अपना प्रभाव डालता है। यह मीन राशि में इस गोचर के दौरान व्यक्ति के अंदर प्रार्थनाओं, पूजा पाठ और आध्यात्मिक गतिविधियों की ओर बदलाव के लिए संकेत भी दे रहा है।
मंगल का मीन राशि में गोचर- इन राशियों पर डालेगा सकारात्मक प्रभाव
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए मंगल छठे भाव और दशम भाव पर शासन करता है और आप यह आपके दसवें भाव में गोचर करने जा रहा है। करियर के संदर्भ में बात करें तो इस राशि के जो जातक वर्तमान में कार्यरत हैं उन्हें अपने समर्पण और व्यवसायिकता के माध्यम से सफलता प्राप्त करने के अवसर प्राप्त होंगे जिससे आपकी उन्नति होगी। आपकी प्रतिभा उल्लेखनीय उपलब्धियां आपके जीवन में लेकर आएंगी और इससे आपकी नौकरी से संबंधित यात्राएं भी बढ़ने की संभावना है जो आपके लिए फायदेमंद साबित होगी।
इस अवधि के दौरान कड़ी मेहनत के प्रति आपकी प्रतिबद्धता के परिणाम स्वरुप आपकी क्षमताओं में मजबूती आएगी। व्यावसायिक मोर्चे पर बात करें तो इस राशि के जो जातक व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं मुमकिन है कि आप ज्यादातर औसत मुनाफा कमा रहे हो और दूसरी तरफ आपको ज्यादा मुनाफा कमाने की संभावना भी नजर आ रही है। इस गोचर के दौरान आप अपने प्रतिस्पर्धियों को कड़ी प्रतिस्पर्धा देंगे। साथ ही आप कार्य करके अपनी ताकत साबित करने में भी कामयाब रहने वाले हैं।
कर्क राशि
मंगल कर्क राशि के जातकों के लिए पंचम और दशम भाव का स्वामी है और अब अपने इस गोचर के दौरान यह आपके धर्म, आस्था, पिता, लंबी दूरी की यात्रा के नवम भाव में आ जाएगा। कर्क राशि के जातकों को इस अवधि में ज्यादा लाभ उठाने में कामयाबी मिलेगी। जो लोग विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने की चाह रखते हैं उन्हें भी इस संदर्भ में सफलता मिलने की संभावना है। मंगल गोचर की यह अवधि लंबी यात्राओं के योग आपके जीवन में लेकर आएगी।
आपको इस अवधि में भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। इस अवधि के दौरान आपके बच्चे फले फूलेंगे, उन्हें लाभ मिलेगा। इसके अलावा इस अवधि में आपको अपने खर्चों को कम रखने का प्रयास करने की सलाह दी जाती है अन्यथा आपको निकट भविष्य में वित्तीय नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस गोचर काल के दौरान अपनी माता के स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान दें अन्यथा उसमें आपको गिरावट देखने को मिल सकती है। छोटे भाई बहनों के साथ आपके रिश्ते में कुछ परेशानियाँ देखने को मिलने वाली है।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए मंगल पंचम और बारहवें भाव का स्वामी है और अपने इस गोचर के दौरान आपके चतुर्थ भाव में आ जाएगा। मंगल गोचर की ये अवधि आपके व्यावसायिक जीवन में सफलता लेकर आएगी जिससे आपका मनोबल बढ़ेगा। इस सफलता से आपकी आय में वृद्धि के भी संकेत मिल रहे हैं। मंगल गोचर की यह अवधि विदेशी स्रोतों से अप्रत्याशित लाभ की ओर भी संकेत दे रही है।
अगर आप भूमि या आवासीय संपत्ति में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो ऐसा करने के लिए यह समय शानदार रहने वाला है। चतुर्थ भाव में मंगल इस अवधि के दौरान आपको सभी तरह के सुख सुविधा और विलासिता की वस्तुएं प्रदान करेगा क्योंकि मंगल बारहवें भाव का स्वामी भी है इसलिए इस अवधि के दौरान आपको विदेश यात्रा के भी मौके मिल सकते हैं।
कुंभ राशि
चौथी और आखिरी जिस राशि के लिए मंगल का यह गोचर अनुकूल रहने वाला है वह है कुंभ राशि। कुंभ राशि के जातकों के लिए मंगल तीसरे और दसवें घर का स्वामी है और अब यह आपकी कमाई, परिवार और वाणी के दूसरे घर में स्थित होने जा रहा है। कुंभ राशि के जातकों को इस अवधि के दौरान छोटे भाई बहनों से लाभ मिलने की संभावना है।
इस अवधि के दौरान आपकी वित्तीय स्थिति मजबूत बनेगी। इसके अलावा आप अपने करीबियों से आर्थिक सहयोग प्राप्त करने की मजबूत स्थिति में नजर आएंगे। हालांकि इसके लिए आपको ज्यादा घंटे काम और अधिक प्रयास करने की ज़रूरत पड़ सकती है। मंगल के मीन राशि में गोचर से आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने और अपनी आकांक्षाओं को वास्तविकता में बदलने के लिए पूर्ण दृढ़ संकल्प दिखाते भी नजर आने वाले हैं।
मंगल का मीन राशि में गोचर- इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए मंगल पहले और अष्टम भाव का स्वामी है और अब यह आपके हानि के बारहवें घर में गोचर करने जा रहा है। यह गोचर मेष राशि के जातकों के लिए शक्तिशाली विपरीत राजयोग और राशि परिवर्तन योग को जन्म देगा लेकिन इससे अच्छे परिणाम आपको तभी प्राप्त होंगे अगर यह किसी व्यक्ति की कुंडली में अच्छी डिग्री और शक्ति पर स्थित हो अन्यथा यह राजयोग में परिवर्तित नहीं हो पाएंगे।
इस गोचर अवधि के दौरान मेष राशि के जातकों के स्वास्थ्य में गिरावट देखने को मिल सकती है। साथ ही आपके जीवन में रक्त से संबंधित समस्याएं होने की भी संभावना है। इस अवधि के दौरान आपको अपनी इच्छा के विरुद्ध व्यक्तिगत या व्यावसायिक यात्राएं करनी पड़ सकती है जिन्हें आप चाह कर भी टाल नहीं पाएंगे। अनावश्यक परिस्थितियों के चलते मानसिक तनाव लेने से जितना हो सके बचें।
इस राशि के कुछ जातक कानूनी पचड़ों में भी फंस सकते हैं जिससे उबर पाना आपके लिए थोड़ा मुश्किल साबित होगा। इस गोचर काल के दौरान भाई-बहन को विशेष कर इस राशि के जातकों के भाइयों को लाभ मिलने की संभावना है। मंगल के इस गोचर के दौरान विदेशी भूमि के साथ नए बने रिश्तो से लंबे समय में आपको लाभ मिल सकता है।
सिंह राशि
सिंह जातकों के लिए मंगल चतुर्थ भाव और नवम भाव का स्वामी है और सिंह राशि के जातकों के अष्टम भाव में गोचर करने जा रहा है। सिंह राशि वाले जातकों को इस दौरान स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां उठानी पड़ सकती हैं। इस अवधि के दौरान आपके पिता के स्वास्थ्य में भी गिरावट आने वाली है क्योंकि उन्हें रक्त से संबंधित कुछ परेशानियां होने की प्रबल आशंका है। अगर आपको स्वास्थ्य खराब होने के छोटे से छोटा लक्षण भी नजर आए तो इस पर विशेष ध्यान दें और जहां भी संभव हो सावधानी बरतें।
इस हफ्ते के दौरान अप्रत्याशित व्यावसायिक लाभ मिलने की संभावना है। इसके अलावा सिंह राशि के जातकों को इस दौरान चोट लग सकती है। ऐसे में ज्यादा सावधानीपूर्वक वाहन चलाएं। इस दौरान आपके ससुराल वालों के साथ छोटे-मोटे विवाद भी उठाने पड़ सकते हैं। सलाह दी जाती है कि साफ सुथरा भोजन खाएं, नियमित शारीरिक गतिविधियों को अपने दैनिक जीवन में शामिल करें, मानसिक शांति और शारीरिक फिटनेस के लिए योग ध्यान का अभ्यास करें।
अपने घर में किसी शुभ स्थान पर मंगल यंत्र स्थापित करें और उसकी नियमित रूप से पूजा करें।
अगर आपकी कुंडली के अनुसार उपयुक्त है तो आप अपने दाहिने हाथ में लाल मूंगे की अंगूठी धारण करें। आपके लिए उपयुक्त है या नहीं इस बात की जानकारी प्राप्त करने के लिए आप विद्वान ज्योतिषियों से अभी परामर्श ले सकते हैं।
गरीबों को लाल मूंग की दाल, तांबे के बर्तन, सोना, कपड़ा आदि का दान करें।
मंगल का मीन राशि में गोचर– क्या पड़ेगा देश दुनिया पर प्रभाव
सरकार और राजनीति
मंगल बृहस्पति की राशि मीन में गोचर करने जा रहा है और बृहस्पति को अक्सर ग्रहण के कैबिनेट मंत्री के रूप में जाना जाता है इसलिए यह गोचर सरकार और उनके उपक्रमों का समर्थन करते नजर आएगा।
इसके अलावा सरकार अपने अधिकार और तर्कों को कायम रखते हुए थोड़ी आक्रामक भी नजर आने वाली है।
भारत सरकार के प्रवक्ता और महत्वपूर्ण पदों पर बैठे राजनेता सोच समझकर काम करेंगे और व्यावहारिक रूप से योजना बनाएंगे।
सरकारी अधिकारी अपने कार्यों और योजनाओं का विश्लेषण जल्दबाजी में लेकिन बेहद ही समझदारी से करते नजर आएंगे।
सरकार की तरफ से भविष्य के लिए आक्रामक योजनाएं देखने को मिल सकती है। इस अवधि के दौरान भारत सरकार की कार्य प्रणाली और नीतियां ज्यादा से ज्यादा जनता को आकर्षित करने में कामयाब रहेगी।
सरकार अब आक्रामक रूप से उन योजनाओं को लागू करेगी जो विभिन्न क्षेत्रों जैसे चिकित्सा, यांत्रिकी आदि में आबादी के बड़े हिस्से की मदद कर सकते हैं।
देश के बड़े नेता आक्रामक लेकिन सोच समझकर और समझदारी से भरा कदम उठाते नजर आएंगे।
इंजीनियरिंग एवं अनुसंधान
मीन राशि में मंगल इंजीनियरिंग और भारी मशीनरी कार्यों में अनुसंधान का समर्थन कर सकता है। ऐसे में इस गोचर के दौरान बहुराष्ट्रीय कंपनियों के अनुसंधान इंजीनियरों को लाभ मिलने की संभावना है।
मीन राशि में मंगल का यह गोचर अनुसंधान और विकास के क्षेत्र के लिए फायदेमंद साबित होगा क्योंकि यह व्यक्ति मीन राशि के स्वामी बृहस्पति की ही तरह महानता और बुद्धिमत्ता दर्शाते हैं। इस गोचर के दौरान शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों को भी फायदा मिलने की संभावना है।
चिकित्सा और अन्य क्षेत्र
इस गोचर के दौरान चिकित्सा क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को सफलता मिलेगी।
चिकित्सा और नर्सिंग क्षेत्र में विकास भी देखने को मिलेगा जिससे जनता को लाभ होगा।
आईटी इंडस्ट्रीज, सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री को काफी हद तक फायदा प्राप्त हो सकता है।
मीन राशि में मंगल के इस कोचर के दौरान योग प्रशिक्षक, शारीरिक प्रशिक्षक आदि सफलता प्राप्त करेंगे।
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मीन राशि में मंगल गोचर- शेयर बाजार को किस तरह से करेगा प्रभावित?
मंगल अब बृहस्पति द्वारा शासित मीन राशि में गोचर करने जा रहा है। तो चलिए अब स्टॉक मार्केट रिपोर्ट की मदद से जान लेते हैं की मंगल का यह महत्वपूर्ण गोचर शेयर बाजार को किस तरह से और किस हद तक प्रभावित करने वाला है।
जैसे ही मंगल मीन राशि में गोचर करेगा रासायनिक उर्वरक उद्योग, चाय उद्योग, कॉफी उद्योग, इस्पात उद्योग, हिंडाल्को, वूलन मिल्स सहित अन्य उद्योगों में उछाल देखने को मिलेगा।
मंगल के मीन राशि में गोचर के बाद की अवधि में फार्मास्यूटिकल उद्योग अच्छा प्रदर्शन करते नजर आएंगे।
सर्जिकल उपकरण बनाने वाले और व्यापार करने वाले उद्योग भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
रिलायंस इंडस्ट्रीज, परफ्यूम और कॉस्मेटिक इंडस्ट्रीज, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी, सूचना प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में इस गोचर के अंत तक मंदी जारी रहने की संभावना है।
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ग्रहों के राजा सूर्य करेंगे राशि में परिवर्तन, कन्या सहित इन जातकों को हो सकता तगड़ा नुकसान!
ज्योतिष में सूर्य के गोचर को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है, जो सभी ग्रहों के राजा है और आत्मा के कारक ग्रह भी है। सूर्यदेव को सिंह राशि का स्वामित्व प्राप्त है। ये मेष राशि में उच्च के और तुला राशि में नीच के होते हैं। ज्योतिष के अनुसार कुंडली में अगर सूर्य देव उच्च के हों तो करियर में अच्छी सफलता प्रदान करते हैं। समाज में मान-सम्मान बढ़ाते हैं और जातक को लाभ और प्रशासनिक देते हैं। सूर्य लगभग 30 दिनों में अपनी राशि में परिवर्तन करते हुए दूसरी राशि में गोचर करते हैं। इसी क्रम में नवग्रहों के राजा कहे जाने वाले सूर्य मेष राशि में 13 अप्रैल 2024 की रात 08 बजकर 51 मिनट पर गोचर करने जा रहे हैं, जो कि वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है।
ज्योतिषीय दृष्टि से, सूर्य महाराज जब मेष राशि में मौजूद होते हैं, तो यह ऊर्जा, उत्साह और नई शुरुआत का प्रतिनिधित्व करते हैं। बता दें कि मेष एक उग्र राशि है जिसके आधिपत्य देव मंगल हैं। ऐसे में, सूर्य का मेष राशि में गोचर का प्रभाव सभी राशि के जातकों पर देखने को मिलेगा लेकिन चार राशियां ऐसी होंगी, जिन्हें इस दौरान कई प्रकार के उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कौन सी वह चार राशियां हैं, जिन्हें इस अवधि नकारात्मक परिणामों से गुजरना पड़ सकता है।
सूर्य का मेष राशि में गोचर से इन जातकों को रहना होगा सावधान
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर आपके सुख-सुविधाओं और विलासिता में कमी लेकर आ सकता है। इस दौरान आपके कार्यों में बाधाएं उत्पन्न हो सकती है और आप अपने लक्ष्य को हासिल करने में असफल हो सकते हैं। सूर्य का गोचर आपके करियर के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है क्योंकि इस दौरान प्रगति और सराहना पाना आपके लिए मुश्किल हो सकता है। जो जातक खुद का बिज़नेस संभाल रहे हैं, उन्हें सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। इस अवधि आपके खर्चों में वृद्धि हो सकती है। ऐसे में, आपको योजना बनाकर चलने की सलाह दी जाती है। आर्थिक जीवन में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं।
यह गोचर आपके रिश्ते में कुछ समस्याएं लेकर आ सकता है। परिवार वालों की वजह से आपके रिश्ते में टकराव पैदा हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप, आशंका है कि रिश्ते में मधुर संबंध स्थापित करना आपके लिए मुश्किल हो। हालांकि, इन जातकों को अपनी माता का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है, अगर वह किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या का सामना कर रही हैं, तो उनका ध्यान रखें। ऐसा करने से आपसी समझ मजबूत होगी।
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कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों को इस अवधि अधिक खर्चों का सामना करना पड़ सकता है। आपके ऊपर काम का बढ़ता बोझ और लापरवाही की वजह से काम में गलती हो सकती है जिससे आप असंतुष्ट रह सकते हैं। कन्या राशि के कुछ जातक आय में वृद्धि के लिए दूसरी नौकरी के अवसरों की तलाश करते नजर आ सकते हैं क्योंकि उन्हें ऐसा लग सकता है कि वर्तमान नौकरी में उनको प्रगति नहीं मिल पा रही है। सूर्य गोचर आपको विदेश में व्यापार करने के अवसर दे सकता है, लेकिन आशंका है कि वह आपकी उम्मीद के अनुसार न हो। आर्थिक जीवन की बात करें तो आपके खर्चे अचानक से बढ़ सकते हैं। साथ ही, आपको हानि का भी सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, इन जातकों के लिए सावधानीपूर्वक आर्थिक योजना का निर्माण करना बहुत जरूरी होगा क्योंकि तब ही आप इन समस्याओं को दूर और बेकार के खर्चों को रोक सकेंगे। इस अवधि आपके रिश्ते में प्रेम और सौहार्द की कमी देखने को मिल सकती है। बातचीत की कमी और धन से जुड़े मामलों का तनाव आपके रिश्ते में समस्याएं पैदा करने का काम कर सकता है। सेहत को लेकर थोड़ा सतर्क रहें क्योंकि पाचन से जुड़े रोग, शरीर में दर्द आदि का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, यदि आप फिट रहता चाहते हैं तो दिनचर्या में योग व व्यायाम शामिल करें।
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तुला राशि
तुला राशि के जातकों को सूर्य के गोचर के दौरान विलासिता में कमी देखने को मिल सकती है। करियर में भी कुछ चुनौतियां आ सकती है। आगे निकलने की होड़ में आप अपने काम में गलतियां कर सकते हैं। आशंका है कि सहकर्मियों और वरिष्ठों के साथ आपके कम निभे। आपके रिश्ते उनके साथ बिगड़ सकते हैं और साथ ही, काम का बढ़ता दबाव आपको बेकार की यात्राएं करने पर मज़बूर कर सकता है जिससे आपको ज्यादा अच्छे परिणाम न मिलने की आशंका है।
जो जातक व्यापार करते हैं, उन्हें भी निराशा का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, आपको व्यापार से जुड़ा कोई भी निर्णय लेते समय सावधान रहना होगा, अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस अवधि लाभ कमाने की राह में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, इन्हें अचानक से हानि होने की आशंका है। आपका प्रेम जीवन भी तनाव से भरा रह सकता है क्योंकि पार्टनर और आपके बीच बातचीत की कमी और आपसी समझ का अभाव होने की संभावना है। इस अवधि स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान दें क्योंकि आपको मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएं होने की संभावनाएं हैं।
मकर राशि के जातकों को सूर्य के गोचर के दौरान करियर में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आशंका है कि कार्यस्थल में की गई मेहनत में सराहना न मिले। साथ ही, आप पर काम का दबाव बढ़ सकता है जिसके चलते आप निराश महसूस कर सकते हैं। आर्थिक जीवन में मकर राशि वालों पर अत्यधिक बोझ बढ़ सकता है। आपके खर्चों में वृद्धि होगी जो कि घर-परिवार से जुड़े हो सकते हैं। यह खर्चें आपके आर्थिक जीवन को प्रभावित करने का काम करेंगे या फिर हानि होने की भी आशंका है।
मकर राशि वालों को इन समस्याओं से बाहर आने के लिए बहुत सावधानी के साथ योजना बनाकर चलना होगा। आप रिश्ता इस अवधि तनाव और समस्याओं से भरा रह सकता है क्योंकि इस दौरान आपके बीच गलतफ़हमी होने और बातचीत का अभाव होने की आशंका है। सेहत की दृष्टि से, यह गोचर मकर राशि के जातकों के लिए अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहा है क्योंकि आपको सिर दर्द की समस्या परेशान कर सकती है। इसके अलावा, इन जातकों को अपनी माता के स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा। तनाव को नियंत्रित करने के लिए आपको नियमित रूप से व्यायाम करने की सलाह दी जाती है।