गुरु का मिथुन राशि में उदय: ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति देव को नवग्रहों में प्रमुख माना जाता है जिन्हें सभी

गुरु का मिथुन राशि में उदय: ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति देव को नवग्रहों में प्रमुख माना जाता है जिन्हें सभी
बुध ग्रह 24 जुलाई 2025 को शाम 07 बजकर 42 मिनट पर कर्क राशि में अस्त हो रहा है। 9
ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह को सुख-सुविधाओं और प्रेम का कारक माना गया है। शुक्र ग्रह लगभग हर 23 दिन
वैदिक ज्योतिष में सूर्य ग्रह को अन्य सभी ग्रहों का राजा बताया गया है। कुंडली में सूर्य करियर, मान-सम्मान, आत्मा,
ज्योतिषशास्त्र में बुध ग्रह को बुद्धि का कारक माना गया है। यदि बुध मजबूत हो, तो व्यक्ति अपने व्यवसाय में
ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। बुध की कृपा से व्यक्ति बुद्धिमान बनता है और
जुलाई 2025: मौसम, आध्यात्मिक एवं ज्योतिषीय दृष्टि से जुलाई का महीना बहुत खास और सुहावना होता है। यह ग्रेगोरियन कैलेंडर
09 जुलाई 2025 की रात 10 बजकर 50 मिनट पर बृहस्पति ग्रह मिथुन राशि में उदित हो रहे हैं। गुरु
हर महीना अपने साथ कुछ खास और नया लेकर आता है और हर किसी को नए महीने की शुरुआत से
बृहस्पति ग्रह मिथुन राशि में उदित होने जा रहे हैं और उनके उदित होने से सभी लोगों के जीवन में