भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर में एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम देते हुए मोस्ट वांटेड आतंकी जाकिर मूसा को मार गिराया। भारत की सुरक्षा एजेंसिंयां काफी समय से आतंकी जाकिर मूसा की तलाश में लगी हुई थीं। जाकिर मूसा कुख्यात आतंकी समूह अंसार उल हिंद का मुखिया था। 23 मई को कश्मीर के त्राल सेक्टर में सेना के साथ मुठभेड़ में जाकिर मूसा मारा गया।
इस तरह हुआ जाकिर मूसा का अंत
सूत्रों की मानें तो सेना की 42 राष्ट्रीय राईफल्स, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और सीआरपीएफ की एक टुकड़ी ने ददसारा गांव में एक ऑपरेशन किया जिसमें दो आतंकी ढेर हुए। इन आतंकियों में से एक आतंकी संगठन अंसार उल हिंद का मुखिया जाकिर मूसा था। रिपोर्ट के अनुसार खुफ़िया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने तेजी दिखाई और दोनों आतंकियों को घेर लिया। इसके बाद अधिकारियों ने इनसे हथियार डालने को कहा तो बौखलाए आतंकियों ने ग्रेनेड से सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया जिसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की जिसमें दोनों आतंकी मारे गए।
छानबीन अब भी जारी
सुरक्षा बलों की कार्रवाई के बाद अब सेना के द्वारा आसपास के इलाके में छानबीन चल रही है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि जाकिर मूसा के समूह के और आतंकी भी इस समय आसपास छिपे हो सकते हैं। इसके साथ ही इस ऑपरेशन के बाद पुलवामा सेक्टर में इंटरनेट सेवाओं को फिलहाल के लिए ठप करने की खबरें आ रही हैं।
स्कूल और कॉलेज किये गये बंद
सेना के ऑपरेशन में जाकिर मूसा के मारे जाने की खबरों के बाद कश्मीर प्रशासन ने कश्मीर डिविजन के स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का आदेश भी दे दिया। इलाके के कमीशन ने कहा कि, “स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का फैसला सुरक्षा के लिहाज से लिया गया है।”
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को थी मूसा की लम्बे समय से तलाश
आपको बताते चलें कि आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद जाकिर मूसा आतंक का नया चेहरा बन गया था। जाकिर मूसा को आतंकियों ने आतंक का नया पोस्टर बॉय बना दिया था। भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को मूसा की लंबे समय से तलाश थी जो 23 मई को पूरी हो गयी। यह संयोग की बात है कि बुरहान वानी को भारतीय सेना ने जहां मार गिराया था लगभग वहीं जाकिर मूसा को भी ढेर किया गया। जाकिर मूसा पहले हिज्बुल मुजाहिदीन के साथ जुड़ा था लेकिन बाद में इसने अपना अलग संगठन बना लिया।
मोदी करेंगे आतंकियों का सफाया
23 मई को आतंक के खिलाफ सख्त कदम उठाने वाली बीजेपी को भी बंपर जीत मिली और साथ ही कुख्यात आतंकी जाकिर मूसा का भी अंत हो गया। लोगों को उम्मीद है कि अपने दूसरे कार्यकाल में बीजेपी आतंकियों के खिलाफ और भी कड़े कदम उठाएगी और जाकिर मूसा जैसे बड़े आतंकियों का सफ़ाया करेगी।