वास्तु शास्त्र : घर पर इस प्रकार लगाएं ध्वज और रखें इन बातों का ध्यान, दूर होगी हर परेशानी

सनातन धर्म में ध्वज का विशेष महत्व रहा है। अलग-अलग मांगलिक कार्यों में अलग-अलग ध्वज लगाने का रिवाज रहा है। ये अलग-अलग ध्वज फिर जातक को उसके कर्म के अनुसार फल देते हैं। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार ध्वज ईश्वर का एक प्रतीक है। अक्सर देवी-देवताओं के हाथ में भी अस्त्र और शस्त्र के अलावा आपको एक ध्वज भी दिखाई देता होगा, दरअसल ये ध्वज उन देवी-देवताओं की पहचान होते हैं। प्राचीन समय में युद्ध के दौरान भी ध्वजवाहक हुआ करते थे जो विजय के बाद उस स्थान पर राज्य का ध्वज फहराते थे।

जीवन से जुड़ी दुविधा को दूर करने के लिए हमारे विद्वान ज्योतिषियों से करें फोन पर बात और चैट

ध्वज को घर पर लगाना शुभ फल देता है लेकिन अगर ध्वज गलत तरीके से या गलत दिशा में लगे तो यह नुकसान भी करता है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक भी ध्वज का विशेष महत्व है। ऐसे में अगर आप ध्वज लगाने का सोच रहे हैं या फिर आपके घर में कोई ध्वज पहले से ही लगा हुआ है तो यह लेख आपके बेहद काम का साबित हो सकता है क्योंकि आज हम आपको इस लेख में घर में ध्वज लगाने से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बात बताएंगे।

ध्वज का रंग

सनातन धर्म के अनुयायियों को अपने घर की छत पर भगवा रंग का ध्वज लगाना चाहिए। भगवा रंग का ध्वज घर में सुख एवं शांति का संचार करता है। पारिवारिक कलह भी शांत होते हैं व धन-वैभव का भी आगमन होता है।

ध्वज की दिशा

ध्वज को लगाते वक़्त इस बात का ध्यान रहे की ध्वज की दिशा बिल्कुल सही रहे अन्यथा नकारात्मक परिणाम मिलते हैं। वास्तु शास्त्र के मुताबिक ध्वज को हमेशा वायव्य कोण में लगाना चाहिए। आपको बता दें कि वायव्य कोण उत्तर पश्चिम दिशा को कहते हैं। अगर किसी सूरत में आपको आपके घर की दिशा का ज्ञान नहीं है तो किसी ज्योतिषी से सलाह-मशविरा कर के ही ध्वज लगाएं वर्ण बुरे परिणाम मिल सकते हैं।

ध्वज का प्रकार

वास्तु शास्त्र के मुताबिक ध्वज हमेशा केसरिया या फिर कहें तो भगवा रंग का हो और उसके केंद्र में ‘ॐ’ लिखा हो या फिर स्वास्तिक का निशान बना हो तो ऐसा ध्वज जातक को बेहद शुभ फल देने वाला साबित होता है।

ये भी पढ़ें: वास्तु शास्त्र में निषेध है इन पांच जगहों पर चप्पल-जूते पहनकर जाना, मिलते हैं अशुभ फल

ध्वज लगाने के फायदे

ध्वज को घर पर लगाना सनातन मान्यता और वास्तु शास्त्र दोनों के अनुसार बेहद शुभ माना गया। ध्वज विजय का भी सूचक होता है इसलिए इसे लगाने से जातक के दुश्मनों का आत्मविश्वास कमजोर होता है और वे परास्त होते हैं। ध्वज लगाने से पारिवारिक जीवन में सुख शांति आती है और भय, पीड़ा, शोक और कलह से मुक्ति मिलती है।

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख जरूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ जरूर साझा करें। धन्यवाद!

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.