वैशाख अमावस्या 2021: जानें इस दिन क्या काम करें और क्या काम भूलकर भी न करें

हिंदू वर्ष का दूसरा महीना वैशाख का महीना होता है। कहा जाता है इसी महीने में त्रेता युग का आरंभ हुआ था। वैशाख माह में पड़ने वाली अमावस्या को वैशाख अमावस्या कहते हैं और यह अमावस्या कुंडली में मौजूद कालसर्प दोष जैसे बड़े दोषों से मुक्ति पाने के लिए बेहद ही शुभ मानी जाती है। साथ ही अन्य सभी अमावस्या की ही तरह यह अमावस्या तिथि शुरू की दान तर्पण इत्यादि के लिए बेहद फलदाई मानी जाती है। तो आइए जानते हैं इस वर्ष वैशाख अमावस्या किस दिन पड़ रही है इसका शुभ मुहूर्त क्या है और इस दिन क्या कुछ नहीं करना चाहिए।

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वैशाख अमावस्या 2021

इस वर्ष वैशाख अमावस्या 11 मई 2021 मंगलवार के दिन पड़ रही है। बात करें अमावस्या तिथि की तो उसकी जानकारी हम आपको नीचे प्रदान कर रहे हैं।

मई 10, 2021 को 21:57:39 से अमावस्या आरम्भ

मई 12, 2021 को 00:31:16 पर अमावस्या समाप्त

वैशाख अमावस्या महत्व 

हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का बेहद महत्व बताया गया है। ऐसे में वैशाख अमावस्या के दिन स्नान दान की परंपरा सालों से चली आ रही है। इसके अलावा पितरों के तर्पण और उनकी शांति के लिए इस दिन यदि कर्मकांड किया जाए तो वह भी काफी शुभ साबित होता है। इसके अलावा अपने जीवन में सुख समृद्धि के लिए आप चाहे तो वैशाख अमावस्या के दिन बहते हुए जल में तिल का प्रवाह कर सकते हैं। 

इसके अलावा सूर्यदेव को अर्घ्य देना बेहद शुभ होता है। स्नान दान और पूजन के बाद फिर अपनी यथा शक्ति के अनुसार दान करना भी बेहद फलदाई माना गया है। वैशाख अमावस्या के दिन कालसर्प दोष से मुक्ति प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा इस दिन जो कोई भी व्यक्ति पूजा पाठ करने के बाद पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाता है उसके जीवन में सुख समृद्धि हमेशा बनी रहती है।

वैशाख अमावस्या के दिन क्या करें और क्या ना करें

सबसे पहले बात करते हैं कि वैशाख अमावस्या के दिन क्या किया जाना चाहिए: 

  • इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व बताया गया है। हालांकि देश में मौजूदा कोरोना वायरस के चलते यदि आप गंगा स्नान नहीं कर सकते हैं तो अपने घर में ही नहाने के पानी में कुछ बूंद गंगाजल डाल लें और उससे स्नान कर लें। 
  • इस दिन दान अवश्य करें। कहा जाता है कि, हिंदू धर्म में कोई भी व्रत या पूजा दान के बाद ही पूरी मानी जाती है ऐसे में वैशाख अमावस्या के दिन भी दान अवश्य दें। जरूरी नहीं कि आप ढेर सारा या किसी निर्धारित चीज का ही दान करें। इस दिन आप अपनी यथाशक्ति के अनुसार जरूरतमंदों को कुछ भी दान में दे सकते हैं। 
  • पितरों की तृप्ति के लिए अवश्य लें संकल्प। वैशाख अमावस्या के दिन पितरों की शांति के लिए किया गया कोई भी कर्मकांड शुभ साबित होता है। ऐसे में वैशाख अमावस्या के दिन स्नान आदि करने के बाद पितरों की शांति के लिए संकल्प अवश्य लें। ऐसा करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। 
  • वैशाख अमावस्या के दिन गायों को खाना भी अवश्य खिलाएं। कहा जाता है जीव जंतुओं में हमारे पितरों की प्रसन्नता छुपी हुई होती है। ऐसे में यदि आप गाय को इस दिन अन्न खिलाते हैं तो इससे आपके पितृ अवश्य प्रसन्न होंगे।

अब जानते हैं कि, वैशाख अमावस्या के दिन हमें क्या कुछ काम भूल से भी नहीं करना चाहिए: 

  • वैशाख अमावस्या के दिन जितना मुमकिन हो ब्रह्मचर्य का पालन करें। ऐसे में इस दिन शारीरिक संबंध बनाने से बचें। 
  • इस दिन मांस मदिरा का सेवन भी ना करें। 
  • वैशाख अमावस्या के दिन किसी से छल कपट ना करें। किसी को कड़वी वाणी में कुछ ना बोले और किसी का बुरा ना चाहे।

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