शुक्र का कर्क राशि में गोचर, जानें सभी राशियों पर क्या होगा इसका प्रभाव

शुक्र देव 1 सितंबर 2020-मंगलवार को राशि-चक्र की चौथी राशि कर्क में गोचर करेंगे। ऐसे में अगर आपके मन में भी इससे जुड़ा या कोई भी अन्य सवाल है जिसका आप ज्योतिषीय मार्गदर्शन प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप यहां क्लिक कर सकते हैं और हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषियों से परामर्श ले सकते हैं। 

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शुक्र ग्रह को सौंदर्य, कला और रचनात्मकता का कारक माना गया है। शुक्र ग्रह 1 सितंबर-मंगलवार के दिन 02 बजकर 02 मिनट पर मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में गोचर कर जायेगा। इसके बाद 28 सितंबर तक 1 बजकर 1 मिनट तक शुक्र ग्रह इसी राशि में रहेगा और उसके बाद शुक्र सिंह राशि में गोचर कर जाएगा। शुक्र ग्रह को शुभ ग्रह का दर्जा प्राप्त है। ऐसे में जिस भी जातक की कुंडली में शुक्र अच्छी अवस्था में होता है, ऐसे लोग लोगों को अपनी तरफ़ आकर्षित करने वाले होते हैं।

शुक्र ग्रह को भोर का तारा कहा जाता है। जहाँ एक तरफ शनि, बुध और केतु के साथ शुक्र की मित्रता है तो वहीं सूर्य, चंद्रमा व राहू के साथ शुक्र का शत्रुवत संबंध माना जाता है। मंगल और बृहस्पति के साथ शुक्र का संबंध सामान्य है। ज्योतिष शास्त्र की नज़र में शुक्र का राशि परिवर्तन काफी अहम माना गया है। तो आइये जानते हैं कि सभी बारह राशियों पर शुक्र के इस गोचर का क्या प्रभाव पड़ेगा।

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गोचर – मेष राशि फलादेश

मेष राशि के जातकों के चतुर्थ भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा। इस भाव से आपकी माता, परिवार, वाहन, सुख आदि के बारे में विचार किया जाता है। मेष राशि के जातक शुक्र के इस गोचर काल(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

गोचर – वृषभ राशि फलादेश

आपकी राशि से तृतीय भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा। तृतीय भाव से आपके साहस, पराक्रम, छोटे भाई-बहनों, लघु यात्राओं आदि के बारे में विचार किया जाता है। शुक्र का यह गोचर(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

गोचर – मिथुन राशि फलादेश

मिथुन राशि के जातकों के द्वितीय भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा। यह भाव आपके परिवार, सुख आदि का होता है। इस भाव में शुक्र के गोचर से आपको अच्छे फल प्राप्त होंगे। खासकर(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

गोचर – कर्क राशि फलादेश

शुक्र देव का गोचर आपके लग्न भाव में होने से आपके स्वभाव में इस दौरान सकारात्मक बदलाव आएंगे। यह भाव आपकी बुद्धि का भी होता है इसलिए शुक्र के गोचर(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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गोचर – सिंह राशि फलादेश

सिंह राशि के जातकों के द्वादश भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा। यह भाव विदेश, व्यय, हानि आदि का भाव कहलाता है। इस गोचर के दौरान सिंह राशि के उन लोगों को फायदा होगा जो विदेशों से जुड़ा(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

गोचर – कन्या राशि फलादेश

कन्या राशि के जातकों के लाभ भाव यानि एकादश भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा। इस भाव से मित्र, बड़े भाई-बहन आदि के बारे में भी विचार किया जाता है। कन्या राशि के(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

गोचर – तुला राशि फलादेश

तुला राशि के जातकों के दशम भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा। इस भाव से आपके कर्मों पर विचार किया जाता है। आपके दशम भाव में शुक्र का गोचर कार्यक्षेत्र में आपको उन्नति(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

गोचर – वृश्चिक राशि फलादेश

वृश्चिक राशि के जातकों के नवम भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा। यह भाव आपकी धार्मिक प्रवृति, सौभाग्य, लंबी यात्राओं आदि का कारक होता है। नवम भाव में शुक्र के गोचर से आपके चरित्र में(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

गोचर की सम्पूर्ण जानकारी के लिए देखें यह वीडियो 

 गोचर – धनु राशि फलादेश

धनु राशि के अष्टम भाव में शुक्र के गोचर से इस राशि के जातकों को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। अष्टम भाव से आपकी जीवन में आने वाली बाधाओं, आयु, दुर्घटना(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

 गोचर – मकर राशि फलादेश

राशिचक्र की सप्तम राशि मकर के जातकों के सप्तम भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा। इस भाव से साझेदारी और वैवाहिक जीवन के बारे में विचार किया जाता है। शुक्र का यह गोचर(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

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 गोचर – कुंभ राशि फलादेश

सौंदर्य के कारक ग्रह शुक्र का गोचर आपकी राशि से षष्ठम भाव में होगा। इस भाव को अरि भाव भी कहा जाता है और इससे आपके शत्रु, अभाव, विवाद आदि के बारे में विचार किया जाता है। शुक्र का यह गोचर(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

 गोचर – मीन राशि फलादेश

मीन राशि के जातकों के पंचम भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा। इस भाव से संतान, शिक्षा आदि के बारे में विचार किया जाता है। शुक्र का यह गोचर मीन राशि के जातकों के लिए शुभ रहेगा। इस गोचर से(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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