वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनिदेव को कर्म के अनुसार फल देने वाला देवता माना जाता है। कहने का मतलब ये है की जो लोग अच्छे कर्म करते हैं उनके लिए शनि अच्छे परिणाम देता है और जो बुरे या गलत काम करते हैं उनके लिए शनि बुरे परिणाम देता है। शनि के बुरे प्रभाव से बचने के लिए लोग अक्सर शनिवार के दिन शनि दान करते हैं जिससे वो खुद को शनि के दुष्प्रभावों से बचाने का प्रयास करते हैं। आईये जानते हैं किन्हें शनि का दान करना चाहिए और किन्हें इससे बचना चाहिए।
किसे करें शनि वस्तुओं का दान
- शनि दान मुख्य रूप से समाज के निर्धन और निर्बल लोगों को ही करना चाहिए।
- शनि दान खुद से कमजोर को करने से ही अच्छे परिणाम मिलते हैं।
- शनि वार के दिन छायापात्र का दान केवल किसी स्त्री को ही करें।
- शनि दान विशेष रूप से सूर्यास्त के बाद करने से ही अच्छे फल की प्राप्ति होती है।
- शनि दान से पहले दान की जाने वाली चीजों को रखकर पहले शनि मन्त्र का जाप करें।
- शनि देव का ध्यान करते हुए ही शनि दान करें।
इस राशि के लोगों को नहीं करना चाहिए शनि दान
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार मुख्य रूप से वृषभ, कन्या, तुला और मकर राशि के जातकों को शनि दान नहीं करना चाहिए। इसके अलावा वैसे जातक जिनकी कुंडली में शनि की स्थिति लाभकारी हो उन्हें भी शनि दान नहीं करना चाहिए। वैसे लोग जिनका संबंध लोहे, कोयले, पेट्रोल या किसी भी काली चीजों से किसी प्रकार से भी हो, उनके लिए भी शनि दान करना वर्जित है। शनि दान कभी भी किसी दवाब में या बेमन से ना करें, ऐसा करने से शनि के दुष्परिणाम आपको देखने पड़ सकते हैं।
शनि दान करने से मिल सकते हैं ये लाभ
- यदि आप किसी प्रकार के स्वास्थ्य संबंधी समस्या से जूझ रहें हैं तो शनिवार के दिन छाया दान करने से आप उस समस्या से निजात पा सकते हैं।
- यदि आप आर्थिक रूप से परेशान हैं तो शनिवार के दिन गरीबों को काले कपड़े का दान करने से आपको आर्थिक लाभ मिल सकता है।
- जीवन में होने वाली दुर्घटनाओं से बचने के लिए शनिवार के दिन काले चने या उड़द की दाल का दान करने से आपको लाभ मिल सकता है।
- समाज में मान सम्मान पाने के लिए शनिवार के दिन प्रकाश का दान करने से आपको शनिदेव की विशेष कृपा मिल सकती है।
- यदि आप बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहे हैं तो शनिवार के दिन खासतौर से लोहे की वस्तुओं को दान करने से आपकी समस्या का समाधान हो सकता है।