इन पांच चीजों के बिना अधूरी मानी जाती है पिंडदान की विधि !

हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से श्राद्धपक्ष की शुरुआत होती है जो आने वाले पंद्रह