सूर्य को एक उग्र ग्रह माना गया है और वैदिक ज्योतिष में इसे रवि के रूप में भी जाना जाता

सूर्य को एक उग्र ग्रह माना गया है और वैदिक ज्योतिष में इसे रवि के रूप में भी जाना जाता
प्रतिगामी गति दिन-प्रतिदिन के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है क्योंकि यह किसी व्यक्ति की सामान्य गतिविधियों को धीमा
ज्योतिष की दुनिया में मंगल ऊर्जा, भूमि, साहस, शक्ति, पराक्रम आदि को दर्शाता है। यह वृश्चिक और मेष राशियों का
जानें 26 मई, 2021 को सूर्य का वृषभ राशि में गोचर का सभी बारह राशियों के जातकों पर कैसा होगा
इस चैत्र नवरात्रि बन रहा है बुध के गोचर का अद्भुत संयोग। ऐसे में एस्ट्रोसेज लेकर आया है आपके लिए
वैदिक ज्योतिष में मंगल को एक क्रूर ग्रह का माना जाता है। ज्योतिष की दुनिया में प्रत्येक व्यक्ति के जीवन
नवरात्रि के इस सप्ताह में सूर्य ग्रह अपना राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। ऐसे में स्वाभाविक है कि सूर्य
वैदिक ज्योतिष में शुक्र को सौंदर्य, रचनात्मकता, और रोमांस का प्रतीक माना जाता है।शुक्र ग्रह सभी नौ ग्रहों में राजा
वैदिक ज्योतिष के अनुसार सभी नव ग्रहों में बुध ग्रह को राजकुमार का दर्जा मिला है| बुध ग्रह को सौम्य
वैदिक ज्योतिष में शुक्र को सौंदर्य का प्रतीक माना गया है| शुक्र ग्रह को भी नौ ग्रहों में राजा का