सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर: जानें सूर्यदेव की किन-किन राशियों पर रहेगी कृपा!

सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर: एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करेंगे। बता दें कि सूर्य 17 नवंबर, 2023 को मंगल ग्रह द्वारा शासित राशि वृश्चिक में गोचर करने जा रहे हैं। आत्मा के कारक ग्रह सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर आपके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव डालेगा। तो आइए जानते हैं सूर्य का गोचर किस राशि के जातकों के लिए शुभ व किस राशि के जातकों के लिए अशुभ साबित होने वाला है। साथ ही, जानेंगे शेयर मार्केट व देश-दुनिया में इसका अनुकूल व प्रतिकूल प्रभाव।

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वैदिक ज्योतिष में, सूर्य आत्मा, माता-पिता, राज्य, कार्यपालिका शाखा और आपके सामान्य पारस्परिक संबंधों का प्रतिनिधित्व करता है। यदि कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत हो तो यह जातक को ऊर्जा, इच्छाशक्ति, प्रतिरक्षा और जीवन के सभी नकारात्मक पहलुओं और बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है। इसके अलावा, मजबूत सूर्य ग्रह तेज दिमाग, धन, सफलता, सौभाग्य, ज्ञान, उच्च आकांक्षाएं जैसे गुण प्रदान करते हैं। सूर्य इस बात को भी दर्शाता है कि कोई इंसान कितना धार्मिक होगा और धार्मिक स्थानों जैसे मंदिर आदि का उसके लिए कितना महत्व होगा।

सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर: तिथि व समय

सूर्य अन्य सभी ग्रहों की तरह, ठीक एक महीने के बाद अपनी राशि में परिवर्तन करते हैं यानी एक राशि से दूसरी राशि में जाते हैं। इस बार यह 17 नवंबर 2023 की दोपहर 01 बजकर 07 मिनट पर वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे। तो आइए सबसे पहले नज़र डालते हैं सूर्य के गोचर का देश-दुनिया पर क्या प्रभाव देखने को मिलेगा लेकिन इससे पहले जान लेते हैं वृश्चिक राशि में सूर्य के गोचर का प्रभाव।

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वृश्चिक राशि में सूर्य के गोचर का प्रभाव

ज्योतिष में सूर्य को उग्र स्‍वभाव और पौरुष प्रवृत्ति वाला ग्रह है। वृश्चिक राशि में सूर्य के गोचर के दौरान जातक को शानदार परिणाम प्राप्त होने की उम्मीद है। हालांकि वृश्चिक एक जल तत्व की राशि है और सूर्य उग्र होने की वजह से अपना आपा खो सकते हैं लेकिन फिर भी यह अच्छा प्रदर्शन करेंगे। वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं और मंगल स्वयं एक उग्र ग्रह है। मंगल और सूर्य मित्र ग्रह है। सूर्य व्यक्तित्व का प्रतिनिधित्व करता है जबकि वृश्चिक अचानक परिवर्तन का संकेत है। वृश्चिक राशि में सूर्य के प्रभाव से जातक का व्यक्तित्व गतिशील होगा, जिसमें लगातार बदलाव देखने को मिलेगा।

जैसा कि वृश्चिक अस्थिरता का प्रतिनिधित्व करता है, सूर्य स्थिरता और निर्भरता का प्रतीक है। इस कारण इस राशि में सूर्य का गोचर उतार-चढ़ाव लेकर भी आ सकता है। हालांकि यदि आप सकारात्मक विचार रखेंगे और अच्छे कर्म करने पर विश्वास रखेंगे तो आप सूर्य के नकारात्मक प्रभाव से लड़ने में सक्षम होंगे। वृश्चिक राशि में सूर्य के प्रभाव से जातक के आत्मविश्वास में कमी देखने को मिल सकती है, जिससे आप निराश हो सकते हैं। आशंका है कि आप इन सभी उतार-चढ़ाव से लड़ने की कोशिश करें और काफी हद तक आप सफलता भी प्राप्त कर सकेंगे लेकिन यदि आपने हार मान ली और पीछे हट गए तो आपको कई और चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। वृश्चिक राशि में सूर्य के प्रभाव से जातक का झुकाव आध्यात्मिक गतिविधि की तरफ अधिक रहता है और ये जातक गूढ़ विद्या, प्राचीन विज्ञान, आध्यात्मिक लेखन और रहस्य ज्ञान जैसे क्षेत्रों की तरफ जल्दी आकर्षित होते हैं और इन क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम होते हैं।

सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर: विश्वव्यापी प्रभाव

राजनीति और सरकार

  • भारत सरकार की कार्यप्रणाली और नीतियों से जनता प्रभावित दिखाई देगी। ऐसे में, सरकार को जनता का पूरा समर्थन प्राप्त होगा।
  • जैसे ही शक्तिशाली सूर्य वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे, राजनीतिक परिदृश्य और घटनाओं में तेजी आएगी।
  • कैबिनेट में कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं। साथ ही, देश की जनता के हित के लिए सरकार को कई महत्वपूर्ण निर्णय लेने पड़ सकते हैं।
  • विचार-विमर्श करने के बाद देश के नेता कुछ आक्रामक कदम उठा सकते हैं।

मेडिकल और रिसर्च

  • भारत समेत दुनियाभर में रिसर्च और तकनीकी क्षेत्र प्रगति प्राप्त करेंगे।
  • मेडिकल और नर्सिंग के सेक्टर में विकास देखने को मिलेगा जिसका फायदा आम जनता को मिलेगा।
  • मेडिसिन या सर्जरी के क्षेत्र में नए अनुसंधानों को सफलता प्राप्त होगी।
  • देश में मेडिकल सेक्टर और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार दिखाई देगा और लोग इससे लाभ प्राप्त करेंगे।

गैर-लाभकारी संगठन और अन्य मानवीय कार्य

  • सूर्य का गोचर मानवीय कार्यों को गति देने के लिए बहुत अच्छा समय साबित हो सकता है।
  • सामाजिक कल्याण से जुड़े लोगों को इस गोचर से अत्यधिक लाभ होगा।

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सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर: शेयर बाजार की भविष्यवाणी

सूर्य उन प्रमुख ग्रहों में से एक है जो शेयर बाजार को काफी हद तक प्रभावित करता है। अब यह वृश्चिक राशि में प्रवेश कर रहे हैं और यह इनकी मित्र राशि है। आइए देखते हैं कि सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर के दौरान शेयर बाजार में किस तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे। शेयर बाजार भविष्यवाणी 2023 के अनुसार,

  • जैसे ही सूर्य वृश्चिक राशि में गोचर करेगा, केमिकल फर्टिलाइजर, चाय उद्योग, कॉफी उद्योग, इस्पात उद्योग, हिंडाल्को, वूलन मिल्स सहित अन्य उद्योगों में शानदार तेज़ी दिखाई देने की संभावना है।
  • रिलायंस इंडस्ट्रीज, परफ्यूम और कॉस्मेटिक इंडस्ट्रीज, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी, सूचना प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में उतार-चढ़ाव की संभावना है।
  • इस दौरान ऑप्टिकल उद्योग और कांच उद्योग का रुख तेज़ी की ओर रहने की संभावना बन रही है।
  • सूर्य के वृश्चिक राशि में गोचर के दौरान सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं।

सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा सकारात्मक प्रभाव

मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य छोटे भाई-बहनों, शौक, संचार, छोटी दूरी की यात्रा के तीसरे भाव के स्वामी हैं। सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर आपके शत्रु, स्वास्थ्य, प्रतिस्पर्धा, मामा के छठे भाव में होने जा रहा है। छठे भाव में सूर्य का गोचर आपके लिए मिले-जुले परिणाम लेकर आ सकता है। यह अवधि उन छात्रों के लिए विशेष रूप से फलदायी साबित होगी जो सरकारी नौकरी या किसी अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें सफलता मिलेगी और वे अपनी परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। यदि आप कोई कोर्ट केस या मुकदमा लड़ रहे हैं तो प्रबल संभावना है कि परिणाम आपके पक्ष में आए और आप अपने शत्रुओं पर हावी होंगे।

सूर्य के गोचर के दौरान आपको अपने मामा का पूरा सहयोग प्राप्त होगा और उनके साथ आपके रिश्ते अधिक मजबूत होंगे। इस गोचर के कारण आपको लोगों को और परिस्थितियों को सही ढंग से परखने का ज्ञान प्राप्त होगा। यदि आप किसी प्रशासनिक या सरकारी सेवाओं की तलाश में हैं तो एक बड़ी सफलता आपके हाथ लग सकती है। हालांकि आपका अपने छोटे भाई-बहनों के साथ विवाद या झगड़ा हो सकता है इसलिए आपको थोड़ा सतर्क रहने की आवश्यकता होगी। सूर्य छठे भाव से आपके बारहवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं इसलिए जो लोग एमएनसी कंपनियों में काम कर रहे हैं, उन्हें विशेष लाभ प्राप्त होगा।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य चौथे भाव में गोचर कर रहे हैं। इस गोचर के परिणामस्वरूप आपका पूरा ध्यान अपनी माता और घरेलू जीवन की तरफ रहेगा और आप अपने परिजनों के लिए अधिक से अधिक समय निकालने की कोशिश करेंगे। सिंह राशि के जातक जो जातक अपने घर या अपनी माता से दूर रहते हैं, वे इस दौरान अपनी माता से मिलने की योजना बना सकते हैं। इस अवधि में आपको भौतिक सुख और ख़ुशियां प्राप्त होगी, जिससे आपका मन प्रसन्न रहेगा।

यदि आप घर या प्रॉपर्टी खरीदने की योजना बना रहे थे तो यह समय आपके लिए शुभ साबित होगा। इस दौरान आप अपनी योजना को अंतिम रूप दे सकते हैं और घर खरीदने का सपना साकार कर सकते हैं क्योंकि इस गोचर के दौरान आपको धन लाभ प्रदान करेगा और आपकी संपत्ति में वृद्धि करेगा।  सूर्य आपके चौथे भाव यानी कि गृहस्थ जीवन के भाव के स्वामी हैं इसलिए इस दौरान अनावश्यक अहंकार के कारण आपके घर का ख़ुशनुमा माहौल प्रभावित हो सकता है और आपक परिजनों से वाद-विवाद या झगड़ा हो सकता है। ऐसे में, आपको सलाह दी जाती है कि ख़ुद को शांत रखें और आपसी सामंजस्य बनाए रखने की कोशिश करें ताकि घर की खुशियां भंग न हो।

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कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य बारहवें भाव के स्वामी हैं, जो हानि, एकांत और विदेशी भूमि का प्रतिनिधित्व करता है और यह आपके तीसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं, जो साहस, भाई-बहन और यात्रा के भाव को दर्शाता है। तीसरे भाव में सूर्य का गोचर आपके आत्मविश्वास में वृद्धि करेगा और  आपके बातचीत करने के तरीके के साथ-साथ आपके राइटिंग स्किल्स भी प्रभावशाली बनी रहेगी। कन्या राशि के जो जातक मीडियाकर्मी, राइटर, फिल्म निर्देशक, सरकारी बैंकर या सरकारी कर्मचारी के रूप में काम करते हैं, उनके लिए यह अवधि बेहद फलदायी साबित होगी और आपके पेशेवर जीवन में वृद्धि देखने को मिलेगी। यदि आप एमएनसी कंपनी में काम कर रहे हैं या इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट इंडस्ट्री से जुड़े हैं तो इस अवधि आपको प्रतिष्ठा प्राप्त करने और अपना नाम बनाने के लिए शानदार अवसर प्राप्त होंगे।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य दसवें भाव के स्वामी हैं और अब ये आपके पहले भाव यानी लग्न भाव में गोचर करने जा रहे हैं।  इस दौरान आपको अपने गुरुओं और सहकर्मियों का भी पूरा सहयोग मिलेगा। आपके अंदर नेतृत्व करने की क्षमता में वृद्धि होगी और निर्णय लेने में भी आप अच्छे होंगे। आपके अंदर ये गुण वरिष्ठों की नज़रों में आपको बेहतर बनाएगी और कार्यक्षेत्र में आपका मान-सम्मान व प्रतिष्ठा बढ़ेगी। वृश्चिक राशि के जो जातक फ्रेशर हैं उन्हें इस अवधि में अपना करियर शुरू करने के कई अवसर प्राप्त हो सकते हैं। सूर्य के गोचर के दौरान आप अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान देने में समय व्यतीत करेंगे, जिसकी वजह से आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी। सूर्य अच्छे स्वास्थ्य और मजबूत इम्यूनिटी के कारक है इसलिए यह गोचर आपको अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करेगा और आप ऊर्जा से भरे रहेंगे।

धनु राशि

धनु राशि वालों के लिए सूर्य नौवें भाव के स्वाम हैं। सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर आपके बारहवें भाव में होने जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप आपको विदेश या अपने जन्मस्थान से कहीं दूर के स्थान पर रोज़गार और लाभ प्राप्त करने के मौके प्राप्त होगा। इसके अलावा एमएनसी कंपनियों, अस्पतालों और आश्रमों में काम करने वाले जातकों के लिए भी समय बेहद अनुकूल साबित होगा।

जिन लोगों का झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ अधिक हैं और किसी गुरु की तलाश में हैं उन्हें विदेश से गुरु या मेंटर मिल सकता है। सूर्य बारहवें भाव से आपके छठे भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके चलते जो छात्र सरकारी नौकरी के लिए किसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे और यह अवधि उनके लिए बेहद अच्छी साबित होगी।

सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों के लिए सूर्य चौथे भाव के स्वामी हैं, जो घर, मां, कार और घरेलू जीवन को दर्शाता है और अब सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर आपके सातवें भाव यानी कि वैवाहिक जीवन और साझेदारी के भाव में होने जा रहा है। सातवें भाव में सूर्य की मौजूदगी वैवाहिक जीवन के लिए अनुकूल प्रतीत नहीं हो रही है। अहंकार के कारण जीवनसाथी के साथ संबंध में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं।  यहां तक कि आपकी उनसे बहस आदि भी हो सकती है। अतः आपको सलाह दी जाती है कि आप अपने विवाद को निजी रखते हुए खुद ही सुलझाने का प्रयास करें। माता या परिवार के अन्य सदस्यों को इस विवाद में शामिल न करें अन्यथा समस्या और अधिक बढ़ सकती है इसलिए आपको अपने वैवाहिक जीवन पर अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है। वहीं वृषभ राशि के जो जातक सिंगल हैं उन्हें इस दौरान शादी-विवाह जैसे महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह अवधि आपके लिए शुभ साबित होती नहीं दिख रही है।

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कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य दूसरे भाव के स्वामी हैं। सूर्य का गोचर आपके पांचवें भाव में होने जा रहा है। पांचवें भाव में सूर्य का गोचर के दौरान आपको बिज़नेस डील करने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और लाभ प्राप्त करने में असफल हो सकते हैं। सूर्य उग्रता और अहंकार का ग्रह है इसलिए आपको अहंकार के कारण जीवनसाथी के साथ संबंध में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं, जिससे आपका प्रेम जीवन प्रभावित हो सकता है। आपको सलाह दी जाती है सावधान रहें क्योंकि साथी के साथ वाद-विवाद होने की आशंका है।

सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर: प्रभावशाली उपाय

  • रविवार को गुड़, गेहूं और तांबे का दान करें।
  • रविवार के दिन को छोड़कर प्रतिदिन तुलसी के पौधे को जल दें।
  • प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
  • यदि संभव हो तो ज्यादा से ज्यादा लाल और नारंगी रंग पहनें।
  • प्रतिदिन तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें लाल गुलाब की पंखुड़ियां डालकर सूर्य को जल दें।

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