12 सालों के बाद सूर्य और गुरु की युति इन 3 राशियों के जीवन में आएगा बड़ा बदलाव!

ग्रहों के राशि परिवर्तन का जितना प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है, उतना ही प्रभाव ग्रहों की युति का भी है। ग्रहों की युति के विभिन्न प्रभाव हमारे जीवन में अहम बदलावों के लिए जिम्मेदार होते हैं।

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इस ब्लॉग में हम 12 सालों के बाद होने वाले गुरु-सूर्य की युति से संबंधित सारी महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल करेंगे। इस युति का प्रभाव सभी 12 राशियों पर देखने को मिलेगा लेकिन 3 राशि वालों को गुरु-सूर्य की युति से बेहद शुभ परिणाम प्राप्त होंगे।

इन 3 राशियों के लिए फायदेमंद है सूर्य और गुरु की युति

कर्क

कर्क राशि के जातकों के लिए गुरु-सूर्य की युति बेहद शुभ साबित होगी। इस दौरान आपको नौकरी और व्यवसाय में कई सारे लाभ प्राप्त होंगे। इस समय में कर्क राशि के जातक करियर में तेज़ी से तरक्की करने में सफल होंगे। वहीं नौकरी पेशे वाले जातकों को पदोन्नति मिलने के प्रबल योग बन रहे हैं। इस दौरान बिज़नेस करने वाले जातकों को भी कई सारे फायदे होंगे और आप अच्छी मात्रा में धन लाभ कमाने में सफल होंगे।

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धनु

आपकी कुंडली के पांचवें भाव में गुरु और सूर्य की युति होने जा रही है। यह आपके लिए कई सारे फायदे लेकर आएगी। इस अवधि में आपको अपनी संतान पक्ष से कोई शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है। इसके अलावा आपका पारिवारिक माहौल शांतिपूर्ण रहेगा। धनु राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार आने की प्रबल संभावना है क्योंकि आपको आकस्मिक धन लाभ हो सकता है।

मकर

मकर राशि के जातकों की कुंडली के चौथे भाव में सूर्य और गुरु की युति होगी। इस दौरान जातकों को जीवन में कई सारे भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी। इसके अलावा आप इस समय में कोई नया वाहन या फिर प्रॉपर्टी भी खरीद सकते हैं। इस समय में आप जितनी भी मेहनत करेंगे आपको उसका भरपूर लाभ भी प्राप्त होगा। इसके अलावा मकर राशि के जातकों को पैतृक संपत्ति के माध्यम से भी धन लाभ प्राप्त होने के संयोग हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न.1 यदि सूर्य और बृहस्पति एक ही घर में हों तो क्या होता है?

उत्तर. बृहस्पति और सूर्य की एक ही भाव में युति वैदिक ज्योतिष के अनुसार बहुत शुभ मानी जाती है

प्रश्न 2 कुंडली में बृहस्पति कमजोर हो तो क्या होता है?

उत्तर. कुंडली में गुरु ग्रह के कमजोर होने पर व्यक्ति को न तो घर में और न ही बाहर सम्मान मिलता है।

प्रश्न 3 बृहस्पति ग्रह के मित्र ग्रह कौन से हैं?

उत्तर. सूर्य, चंद्रमा और मंगल ग्रह बृहस्पति के मित्र ग्रह माने जाते हैं तो वहीं बुध शत्रु कहलाते हैं।    

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