वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य के गोचर को संक्रांति कहा जाता है। गोचर का मतलब होता है एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करना। ऐसे में जब 15 दिसंबर को सूर्य धनु राशि में गोचर कर रहा है तो इसे धनु संक्रांति कहा जायेगा। जीवन में कोई भी समस्या है या इन गोचर का अपने जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में कुछ भी जानना हो तो अभी ज्योतिषियों से प्रश्न पूछकर आप सटीक, सरल और विस्तृत जवाब हासिल कर सकते हैं।
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ग्रहों की चाल हमारे जीवन को काफ़ी हद तक प्रभावित करती है। ऐसे में अगर आप भी इन ज्योतिषीय घटनाओं का अपने जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव की संपूर्ण और विस्तृत जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो एस्ट्रोसेज की व्यक्तिगत और विस्तृत बृहत् कुंडली रिपोर्ट इसमें आपकी मदद कर सकती है। इसमें आपको ज्योतिष की दुनिया में महत्व रखने वाली इन सभी घटनाओं को आपके जीवन से जोड़कर जानकारी और साथ ही उपायों की जानकारी प्रदान की जाती है।
आइये अब बात करते हैं सूर्य के धनु राशि में गोचर की तो, सूर्य का धनु राशि में गोचर 15 दिसम्बर, मंगलवार के दिन रात्रि 9 बजकर 19 मिनट (21:19 बजे) पर होगा। इस दौरान सूर्य देवता धनु राशि में प्रवेश करेंगे। धनु राशि को एक अग्नि तत्व की राशि कहा जाता है, और सूर्य खुद भी एक अग्नि तत्व प्रधान ग्रह माना गया है। ऐसे में एक अग्नि तत्त्व प्रधान ग्रह का अग्नि तत्व प्रधान राशि में गोचर होना, व्यक्ति के जीवन में खुशहाली और तरक्की लाने वाला साबित हो सकता है।
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सूर्य, जिसे आत्मा और पिता का कारक माना गया है, हमेशा सीधी चाल में चलता है। कुंडली में सूर्य अच्छा होने पर व्यक्ति के आत्मबल में वृद्धि का कारक बनता है। जहाँ चंद्रमा, मंगल और गुरु के साथ सूर्य के मित्रता वाला संबंध है, वहीं राहु, केतु, शुक्र और शनि के साथ सूर्य के शत्रुवत संबंध होते हैं। इसके अलावा बुध के साथ ये समभाव रखते हैं। कुंडली में सूर्य की शुभ स्थिति से व्यक्ति को मान-सम्मान, सरकारी नौकरी और राजनीतिक जीवन में सफलता प्राप्त होती है, लेकिन सूर्य के अशुभ प्रभाव से कुंडली में पितृ दोष, मान-सम्मान में कमी और नौकरी में असफलता इत्यादि का दुःख भी झेलना पड़ता है।
तो आइये अब जानते हैं कि सूर्य का यह गोचर आपके जीवन में क्या कुछ परिवर्तन लेकर आने वाला है। यहाँ पढ़िए राशिनुसार अपना गोचर भविष्यफल।
यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए यहाँ क्लिक करें
सूर्य गोचर – मेष राशि
आपके लिए सूर्य पंचम भाव का स्वामी है और धनु राशि में गोचर के दौरान आपकी राशि से नवम भाव में प्रवेश करेगा। इस भाव में सूर्य देव आपको मिश्रित परिणाम देंगे। आपके पिताजी का…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
सूर्य गोचर – वृषभ राशि
सूर्य देव आपकी राशि से चतुर्थ भाव के स्वामी हैं और अपने इस गोचर के दौरान वे आपकी राशि से अष्टम भाव में प्रवेश करेंगे। इस भाव में सूर्य का गोचर अनुकूल परिणाम देने वाला…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
सूर्य गोचर – मिथुन राशि
सूर्य देव का गोचर आपकी राशि से सप्तम भाव में होगा। वे आपकी राशि से तीसरे भाव के स्वामी हैं। सप्तम भाव में सूर्य का गोचर अधिक अनुकूल नहीं होता, इसलिए आपको इस समय काल में…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
सूर्य गोचर – कर्क राशि
कर्क राशि के लोगों के लिए सूर्य का गोचर छठे भाव में होगा। सूर्य देव आपकी राशि के द्वितीय भाव के स्वामी हैं। छठे भाव में सूर्य का गोचर अच्छा परिणाम देने वाला माना गया है, इसलिए इस गोचर के …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
सूर्य गोचर – सिंह राशि
सूर्य का गोचर आपके लिए विशेष मायने रखता है क्योंकि सूर्य देव आपकी राशि के स्वामी भी हैं। इसका तातपर्य यह है कि आप के प्रथम भाव के स्वामी सूर्य देव अपने इस गोचर की अवधि में …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
सूर्य गोचर – कन्या राशि
कन्या राशि सूर्य का गोचर आपकी राशि से चौथे भाव में होगा। यह आपके बारहवें भाव का स्वामी ग्रह है। चतुर्थ भाव में होने वाला सूर्य का यह गोचर आपके लिए अधिक अनुकूल नहीं कहा जा सकता और इसके कारण …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
सूर्य गोचर – तुला राशि
तुला राशि सूर्य आपकी राशि से ग्यारहवें भाव का स्वामी है और अपने इस गोचर काल में वह आपके तीसरे भाव में प्रवेश करेगा। तृतीय भाव में सूर्य का गोचर आपके लिए शुभ समाचार …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
सूर्य गोचर – वृश्चिक राशि
आपकी राशि के लिए सूर्य देव दशम स्थान के स्वामी हैं और दशम स्थान सबसे महत्वपूर्ण भाव होता है क्योंकि यह हमारे कर्म का भाव होता है, इसलिए सूर्य का गोचर आपके लिये …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
सूर्य गोचर – धनु राशि
आपकी राशि के लिए सूर्य का यह गोचर अति महत्वपूर्ण साबित होगा क्योंकि सूर्य आपकी ही राशि अर्थात आप के प्रथम भाव में गोचर करेगा। यह आपकी राशि के लिए नवम भाव का स्वामी है और इस प्रकार…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
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सूर्य गोचर – मकर राशि
सूर्य देव आपकी राशि के लिए अष्टम भाव के स्वामी हैं और अपने गोचर की इस अवधि में हुए आपकी राशि से द्वादश भाव में प्रवेश करेंगे। द्वादश भाव में सूर्य का गोचर अधिक …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
सूर्य गोचर – कुंभ राशि
सूर्य का गोचर आपकी राशि से एकादश भाव में होगा। इस भाव में सूर्य का गोचर अक्सर अनुकूल फल देने वाला माना गया है। सूर्य देव आपकी कुंडली के सप्तम भाव के स्वामी हैं, इसलिए…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
सूर्य गोचर – मीन राशि
सूर्य देव आपकी राशि के लिए छठे भाव के स्वामी हैं और धनु राशि में गोचर के दौरान वे आपकी राशि से दशम भाव में प्रवेश करेंगे। दशम भाव में सूर्य को दिगबल प्राप्त होता है और…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
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