शुक्र का वृषभ राशि में गोचर: साज, सज्जा, श्रृंगार, भोग-विलास और आनंद के कारक ग्रह शुक्र 06 अप्रैल 2023 की सुबह 10 बजकर 50 मिनट पर राहु-केतु और शनि के प्रभाव से अलग होकर मेष राशि से वृषभ राशि में गोचर करेंगे। सामान्य तौर पर शुक्र का गोचर अधिकांश लोगों के लिए आनंदायी रह सकता है। वहीं, यदि भारतवर्ष की बात की जाए तो शुक्र का गोचर देश की छवि को निखारने का काम कर सकता है। हालांकि, बैंकिंग और टैक्स से जुड़े मामलों में कुछ फेरबदल संभावित है। स्वयं की राशि में विराजमान शुक्र जनता को इन मामलों में कुछ राहत प्रदान कर सकते हैं। आपकी राशि पर शुक्र के इस गोचर का कैसा असर पड़ने वाला है, आइए जानते हैं।
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शुक्र का वृषभ राशि में गोचर: राशि अनुसार राशिफल और उपाय
मेष राशि
मेष राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में दूसरे और सप्तम भाव के स्वामी हैं और अब अपनी ही राशि अर्थात वृषभ राशि के दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। सामान्य तौर पर शुक्र का वृषभ राशि में गोचर आपको अच्छे परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। हालांकि, वैवाहिक जीवन के मामलों में राहु और केतु की उपस्थिति के चलते शुक्र आपकी ज्यादा मदद नहीं कर पाएगा। हालांकि, शुक्र के इस गोचर को नए वस्त्र और आभूषण देने वाला कहा गया है। इस स्थिति को देखते हुए दांपत्य जीवन में सामंजस्य बनाए रखने में यह गोचर मददगार साबित हो सकता है। कला, साहित्य और मनोरंजन के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए भी शुक्र का राशि परिवर्तन फायदेमंद रह सकता है। परिजनों के साथ संबंधों को बेहतर करने में भी यह गोचर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
उपाय: मां दुर्गा के मंदिर में गाय के घी का दान करें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए शुक्र आपके राशि स्वामी होने के साथ-साथ छठे भाव के स्वामी भी हैं। छठे भाव का स्वामी लग्न भाव में हैं और यह स्थिति कमज़ोर मानी जाती है। हालांकि, शुक्र अपनी ही राशि में हैं और इसके फलस्वरूप आपको विभिन्न क्षेत्रों में अपनी मेहनत के दम पर सफलता मिलने के योग बनेंगे। आपके व्यक्तित्व में सम्मोहन का भाव भी देखा जा सकेगा क्योंकि लोग आपकी बातों से और आपकी अदाओं से प्रभावित हो सकते हैं। शुक्र का वृषभ राशि में गोचर के चलते आपको आर्थिक मामलों में भी अनुकूलता देखने को मिल सकती है। यदि आप विद्यार्थी हैं, तो अध्ययन की दृष्टि से भी, यह गोचर अच्छा रहेगा। हालांकि, इस समय मनोरंजन में आपका मन लग सकता है। ऐसे में, थोड़ी सी मेहनत करके पढ़ाई पर फोकस करने की कोशिश करेंगे तो परिणाम अच्छे मिल जाएंगे। विवाह और वैवाहिक जीवन के लिए भी शुक्र गोचर फलदायी रहेगा। वहीं, नौकरी और व्यापार करने वाले लोगों के लिए भी यह अवधि सकारात्मक रहेगी।
उपाय: नियमित रूप से काली गाय की सेवा करें।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली के पंचम भाव के स्वामी होने के साथ-साथ द्वादश भाव के भी स्वामी हैं जो अब द्वादश भाव में ही गोचर कर रहे हैं। हालांकि, शुक्र के द्वादश भाव (बारहवें भाव) में गोचर करने को अच्छा माना जाता है। ऐसी स्थिति में इस समय कुछ खर्चे तो हो सकते हैं लेकिन वह खर्चे सुख-सुविधाओं पर हो सकते हैं यानी कि यह एक तरह का खर्चा होकर भी निवेश जैसा माना जाएगा क्योंकि आप खुद की सुख-सुविधाओं में निवेश कर रहे हैं। भोग-विलास से संबंधित मामलों के लिए शुक्र का गोचर अनुकूल रह सकता है। यदि आप विदेश जाने की कोशिश कर रहे थे तो यह समय मददगार हो सकता है और इस दौरान आपको मनोरंजन के मौके मिल सकते हैं। आप किसी यात्रा पर भी जा सकते हैं जो आपके लिए सुखद साबित होगी। संतान से संबंधित मामलों के लिए भी शुक्र गोचर अनुकूल परिणाम प्रदान कर सकता है। यदि संतान को पढ़ाई-लिखाई के लिए कहीं दूर भेजने की कोशिश आप काफी समय से कर रहे थे या आपका ऐसा कोई इरादा है तो उन मामलों में भी शुक्र का वृषभ राशि में गोचर मददगार रह सकता है। हालांकि, यदि आपकी संतान आपके साथ रहती है, तो संभव है कि आपको भागदौड़ के चलते उनके साथ वक्त बिताने का मौका तुलनात्मक रूप से कम मिलें। कुल मिलाकर, हम शुक्र से अनुकूल फलों की उम्मीद कर सकते हैं।
उपाय: विवाहित लोग अपनी पत्नी को उनके पसंदीदा रंग के वस्त्र दिलाएं जबकि अन्य लोग अपनी भाभी या भाभी समान स्त्री को कपड़े भेंट कर सकते हैं।
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कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली के चतुर्थ भाव के स्वामी होने के साथ-साथ लाभ भाव के भी स्वामी हैं जो अब लाभ भाव में ही गोचर करने वाले हैं। इसके फलस्वरूप, शुक्र का वृषभ राशि में गोचर होने से अनुकूल परिणामों की उम्मीद की जा सकती है। यदि आप इस अवधि में कोई वाहन खरीदने की योजना बना रहे हैं तो शुक्र का यह गोचर उस योजना को सफलता देने में आपकी मदद कर सकता है। भूमि और भवन से संबंधित मामलों के लिए भी समय सकारात्मक रहेगा। हालांकि, केतु का गोचर इन मामलों में कुछ समस्याएं पैदा कर सकता है लेकिन शुक्र गोचर की शुभता आपकी मनोकामनाओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। घर-गृहस्थी और आर्थिक मामलों के लिए भी यह अवधि अच्छी साबित होगी। अधूरे कार्यों के पूर्ण होने के योग बनेंगे और कामों में सफलता मिलने की भी संभावना है। इस अवधि में भाई बंधु और मित्रों का भी अच्छा सहयोग मिलता हुआ नज़र आ रहा है। इस अवधि में आप घर की साज-सज्जा को लेकर कुछ महत्वपूर्ण कदम उठा सकते हैं।
उपाय: शनिवार के दिन सरसों या तिल के तेल का दान करें।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली के तीसरे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ दशम भाव के स्वामी भी हैं जो अब दशम भाव में ही गोचर करेंगे। इसके फलस्वरूप, आपका कॉन्फिडेंस काफ़ी अच्छा रह सकता है और इसकी बदौलत आपको कामों में सफलता मिलती हुई प्रतीत हो रही है। आपके साथी और सहयोगी आपके लिए एक भाई की भूमिका निभा सकते हैं अर्थात आपके सुख-दुख में साथ खड़े रह सकते हैं। भाई-बंधुओं के साथ भी संबंध बेहतर होने की संभावना है। हालांकि, कुछ मामलों को लेकर आप चिंतित नज़र आ सकते हैं लेकिन अपनों के साथ से सभी चिंताएं दूर होंगी। शुक्र का वृषभ राशि में गोचर के दौरान नौकरीपेशा लोगों को काम में कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन इस दौरान प्रमोशन की संभावना मजबूत होगी। हालांकि, कुछ लोगों को कठिनाइयों के बाद काम में सफलता मिलने के योग बनेंगे। इस दौरान आपको वरिष्ठों के साथ तालमेल बैठाने की कोशिश करनी पड़ सकती है, लेकिन आपकी कोशिश कामयाब होने के योग बन रहे हैं। शासन-प्रशासन से जुड़े व्यक्तियों के साथ विनम्रता से पेश आने पर आप उनका दिल जीतने में कामयाब रह सकते हैं।
उपाय: मांस-मदिरा इत्यादि का त्याग करते हुए सात्विक रहना आपके लिए शुभ रहेगा।
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कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली के भाग्य भाव के स्वामी होने के साथ-साथ दूसरे भाव के स्वामी भी हैं और अब शुक्र आपके भाग्य भाव में ही गोचर कर रहे हैं। शुक्र का वृषभ राशि में गोचर सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम देने वाला कहा जाएगा और यह आर्थिक मामलों में आपका सहयोग कर सकता है। यदि पिछले समय में आपको कुछ आर्थिक समस्याएं रही हैं तो शुक्र के इस गोचर के चलते आपको राहत मिलती हुई प्रतीत हो रही है और इस दौरान वरिष्ठों का सहयोग मिलने की संभावना है। जरूरत पड़ने पर शासन-प्रशासन से जुड़े व्यक्तियों का सहयोग भी आपको मिल सकता है। यह अवधि धार्मिक क्रियाकलापों के लिए भी अच्छी साबित हो सकती है। यदि आप कहीं तीर्थाटन पर जाने की योजना काफ़ी समय से बना रहे थे तो उस योजना को अब सफलता मिल सकती है। घर-परिवार या रिश्तेदारी में मांगलिक उत्सव भी संभावित है। प्रयास करने पर भाग्य के सहयोग से सफलता मिलने के योग मजबूत होंगे अर्थात शुक्र के इस गोचर के चलते आप स्वयं को भाग्यशाली महसूस कर सकते हैं।
उपाय: चांदी के लोटे में जल भरकर नीम के पेड़ की जड़ों में देना शुभ रहेगा।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में लग्न या राशि के स्वामी होने के साथ-साथ आठवें भाव के भी स्वामी हैं और गोचर करके यह आठवें भाव में ही जा रहे हैं। विशेष बात यह है कि आठवें भाव में शुक्र अपनी ही राशि में हैं और शुक्र के आठवें भाव में गोचर को प्रतिकूल नहीं कहा गया है। हालांकि, कुछ मामलों में प्रतिकूल परिणाम देखने को मिल सकते हैं, लेकिन ज्योतिष ग्रंथों में सामान्य तौर पर शुक्र का वृषभ राशि में गोचर अनुकूल परिणाम देने वाला कहा गया है। राशि स्वामी का आठवें भाव में जाना स्वास्थ्य इत्यादि के मामले में थोड़ी सी कमज़ोरी देने वाला साबित हो सकता है। अतः यदि आपको पहले से स्वास्थ्य में किसी तरीके की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है, तो इस अवधि में अपनी फिटनेस का ख्याल रखना जरूरी होगा। यदि आप ऐसा करते हैं तो शुक्र का गोचर आपको कष्टों से निजात दिला सकता है क्योंकि ज्योतिष साहित्य में शुक्र के आठवें भाव में गोचर को कष्टों से मुक्ति देने वाला कहा गया है। साथ ही, आठवें भाव में शुक्र का गोचर धन लाभ ही करवाता है। आपका राशि स्वामी शुक्र आठवें भाव में बैठकर धन भाव को देखेगा। स्वाभाविक है कि यह आर्थिक मामलों में आपका सहयोग कर सकता है। इसके अलावा, यदि आप विवाहित हैं तो दांपत्य जीवन में अनुकूलता देने का काम भी शुक्र कर सकता है। वहीं अविवाहित लोग यदि किसी प्रेम संबंध में हैं तो उन्हें कोई भी गलत कदम उठाने से बचना होगा। अर्थात कुछ सावधानियों को रखने की स्थिति में शुक्र का यह गोचर आपको अच्छे परिणाम दे सकता है।
उपाय: नियमित रूप से मां दुर्गा के मंदिर में जाएं और उन्हें दंडवत प्रणाम करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में सातवें भाव के स्वामी होने के साथ-साथ बारहवें भाव के भी स्वामी हैं और यह गोचर सातवें भाव में ही होने वाला है। हालांकि, सातवें भाव में शुक्र का गोचर कुछ हद तक कमज़ोर परिणाम प्रदान कर सकता है। ज्योतिष ग्रंथ में शुक्र के सातवें भाव के गोचर को जननेंद्रिय (गुप्त अंग) से संबंधित रोग देने वाला बताया गया है। शुक्र का वृषभ राशि में गोचर लंबी दूरी की यात्राओं में कुछ कष्ट दे सकता है। साथ ही, इस दौरान जीवन साथी के साथ मनमुटाव तथा दैनिक रोज़गार में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। लेकिन आपकी कुंडली के सातवें भाव का स्वामी शुक्र ही है और इसके फलस्वरूप यह अपने भाव को नुकसान नहीं करेगा। ज्योतिष साहित्य में कही गई ये बातें जातकों के जीवन को मामूली रूप से प्रभावित कर सकती हैं। ऐसे में, हम उम्मीद करते हैं कि शुक्र का गोचर जीवनसाथी के साथ संबंधों में और प्रगाढ़ता देगा। यदि उम्र विवाह की है और विवाह के लिए आप कोशिश भी कर रहे हैं तो विवाह संबंधी बातें आगे बढ़ने की उम्मीद है। दैनिक रोजगार में भी स्थिरता प्राप्त होने के योग बनेंगे। विशेषकर यदि आपका काम ब्यूटी प्रोडक्ट्स या डिजाइनर वस्त्रों का है तो आपको शुक्र का गोचर काफ़ी अच्छे परिणाम दे सकता है।
उपाय: नियमित रूप से भूरी गाय की सेवा करना आपके लिए शुभ रहेगा।
आपकी कुंडली में भी है राजयोग? जानिए अपनी राजयोग रिपोर्ट
धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में लाभ भाव के स्वामी होने के साथ-साथ छठे भाव के स्वामी भी हैं और अब शुक्र छठे भाव में ही गोचर करने जा रहे हैं। सामान्य तौर पर शुक्र के गोचर को छठे भाव में अच्छा नहीं माना गया है क्योंकि यह आपके प्रतिस्पर्धियों की ताकत को बढ़ा सकता है। स्वाभाविक है कि जब आपके प्रतिद्वंदी आपसे ज्यादा मजबूत होंगे तो आपके जीवन में संघर्ष का लेवल बढ़ सकता है। यदि आपका स्वास्थ्य पहले से खराब है तो इस अवधि में अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना भी जरूरी होगा। हालांकि, इन दोनों ही मामलों में अपनी राशि में विराजमान शुक्र आपको ज्यादा परेशान नहीं करेगा। हो सकता है कि प्रतिस्पर्धी आपको परेशान करने की कोशिश शुरू में करें भी लेकिन अंत में सब कुछ जल्द ही ठीक हो जाएगा। ऐसे ही कुछ स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी देखने को मिल सकता है जहाँ कुछ समस्याएं होने के बाद आप जल्दी ही उनसे रिकवर हो जाएंगे। यदि वाहन इत्यादि स्वयं चलाते हैं तो इस अवधि में वाहन को सामान्य गति से चलाना उचित होगा। हालांकि, आपको इस बात का ख्याल रखना होगा कि शुक्र का वृषभ राशि में गोचर के दौरान किसी स्त्री से विवाद न होने पाएं, अन्यथा आपकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। यदि आप विवाहित हैं और पुरुष है तो पत्नी के स्वास्थ्य का ख्याल रखना बहुत जरूरी होगा। इस अवधि में आप स्त्री हो या पुरुष जीवनसाथी या जीवनसंगिनी के साथ आपके संबंध बेहतर बने रहें; इस बात की कोशिश लगातार करनी होगी।
उपाय: कन्या पूजन करने के बाद उनका आशीर्वाद लेना आपके लिए फलदायी साबित होगा।
मकर राशि
मकर राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में योगकारी ग्रह माना गया है क्योंकि यह आपके कर्म स्थान के स्वामी होने के साथ-साथ पांचवें भाव के भी स्वामी हैं। विशेष बात यह कि इस गोचर में शुक्र आपके पांचवें भाव में ही रहने वाला है जो कि आपको अनेक माध्यमों से लाभ दिलाने की कोशिश कर सकता है। यदि आप संतान वाले हैं तो संतान से संबंधित मामलों में अनुकूलता देखने को मिल सकती है। शुक्र के वृषभ राशि में गोचर होने से आपको संतान के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करने के मौके मिल सकते हैं। वहीं, यदि आप एक प्रेमी अथवा एक प्रेमिका है तो अपने प्रियजन के साथ अच्छा वक्त बिताने का अवसर मिल सकता है। जो लोग काफ़ी दिनों के प्रयास के बाद भी मिलने में सफल नहीं हो पा रहे थे, तो अब शुक्र का वृषभ राशि में गोचर उन्हें इस मामले में सफलता प्रदान कर सकता है। इस दौरान विद्यार्थियों को शिक्षा के मामले में अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। साथ ही,आपको मनोरंजन के भी अच्छे मौके मिल सकते हैं। शुक्र के इस गोचर के चलते कम मेहनत से भी धन कमाने के मौके मिलने की संभावना है। यह समय बौद्धिक कार्यों के माध्यम से भी सफलता देने और दिलाने का काम करेगा। मित्रों और स्वजनों के सहयोग से काम बनेंगे, ऐसा संकेत भी शुक्र का वृषभ राशि में गोचर के माध्यम से मिल रहा है।
उपाय: माता और माता तुल्य स्त्रियों की सेवा कर उनका आशीर्वाद लें।
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कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए भी शुक्र आपकी कुंडली में योगकारी ग्रह माना गया है क्योंकि यह आपके भाग्य स्थान का स्वामी होने के साथ-साथ चतुर्थ भाव का भी स्वामी है। शुक्र का वृषभ राशि में गोचर की विशेष बात यह है कि आपके चतुर्थ भाव का स्वामी आपके चतुर्थ भाव में ही गोचर करने वाला है। ऐसे में, शुक्र के इस राशि परिवर्तन को मनोकामना की पूर्ति करने वाला कहां गया है यानी कि ऐसी इच्छाएं जो बहुत दिनों से पूरी नहीं हो पा रही थी, वह अब शुक्र गोचर के चलते थोड़े से प्रयास से पूरी हो सकती हैं। आर्थिक मामलों में भी इस दौरान आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होते हुए प्रतीत हो रहे हैं। घर की साज-सज्जा या लग्जरी आइटम्स की खरीदारी के लिए भी ये समय आपकी अच्छी खासी मदद कर सकता है। यदि आप भूमि, भवन या वाहन खरीदने की कोशिश में हैं तो उस कोशिश में आपको सफलता मिल सकती है अथवा अन्य माध्यमों से भी वाहन सुख की प्राप्ति संभावित है। इस अवधि में स्वजनों से मुलाकात होगी और उनके साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करने का मौका मिलेगा। इस समय बहुत सारे लोगों से आपके संपर्क बढ़ सकते हैं। मानसिक रूप से सक्रिय व्यक्ति अर्थात जिन लोगों का काम शारीरिक से ज्यादा मानसिक बल से संपन्न होता है; उन लोगों को शुक्र का वृषभ राशि में गोचर बहुत अच्छे परिणाम दे सकता है।
उपाय: बहते हुए जल में चावल बहाना आपके लिए लाभदायक रहेगा।
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में आठवें भाव के स्वामी होने के साथ-साथ तीसरे भाव के स्वामी भी हैं और शुक्र का यह गोचर तीसरे भाव में ही होने वाला है। शुक्र का वृषभ राशि में गोचर आपके लिए अनुकूल परिणाम देने वाला कहा जाएगा क्योंकि शुक्र के प्रभाव के चलते आपको भाई बंधु और मित्रों के माध्यम से लाभ मिल सकता है। साथ ही, कम दूरी की यात्राएं आपके लिए सुखद साबित होने की संभावना है। प्रतिस्पर्धात्मक कार्यों में आपको सफलता मिलने के मजबूत योग बनेंगे। आपका कॉन्फिडेंस काफ़ी अच्छा रह सकता है। ज्योतिष साहित्य में शुक्र के वृषभ राशि में गोचर को शुभ समाचार की प्राप्ति करवाने वाला कहा गया है। अतः इस अवधि में किसी स्वजन को लेकर कोई अच्छा समाचार भी सुनने को मिल सकता है। शुक्र गोचर के दौरान आप स्वयं को भाग्यशाली महसूस कर सकते हैं। भाई-बहन से संबंधित मामलों में भी अनुकूल परिणाम मिलने और सुख की प्राप्ति होने के योग निर्मित होंगे। शासन-प्रशासन से जुड़े माध्यमों या व्यक्तियों के माध्यम से भी आपको लाभ हो सकता है। अष्टमेश यानी कि आठवें भाव के स्वामी होने के कारण कामों में कभी-कभार कुछ व्यवधान आ सकता है लेकिन अचानक से कुछ लाभ भी आपको मिल सकता है।
उपाय: महिलाओं का सम्मान करें और उनका आशीर्वाद लें।
हम उम्मीद करते हैं कि शुक्र के वृषभ राशि में गोचर से मिलने वाले परिणामों को जानकर आप आने वाले समय को बेहतर ढंग से प्लान कर सकेंगे और बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। भगवती आप सबका कल्याण करें।
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