शुक्र गोचर 2023: समय से पहले और भाग्य से ज्यादा किसी को नहीं मिलता है और यही विधि का विधान है। जहां भाग्य की बात आती है, वहां एस्ट्रोसेज आपके लिए हमेशा ही सटीक जानकारी और उपायों के साथ हाज़िर रहता है। एस्ट्रोसेज हमेशा से ही इस कोशिश में रहता है कि ज्योतिष की दुनिया में होने वाले बदलावों के बारे में आपको जानकारी प्रदान करें जिसकी मदद से आप अपने जीवन पर पड़ने वाले इसके प्रभावों से अवगत हो सकें। साथ ही, सरल एवं अचूक ज्योतिषीय उपायों को अपनाकर अपनी ज़िंदगी को बेहतर बनाने में सफलता प्राप्त करें। शुक्र महाराज मेष राशि में 12 मार्च, 2023 को सुबह 08 बजकर 13 मिनट पर गोचर करने जा रहे हैं। इसका प्रभाव सभी 12 राशियों के जीवन पर अलग-अलग तरह से पड़ेगा, लेकिन शुक्र का मेष राशि में गोचर आपके करियर में अहम बदलाव लेकर आने वाला है।
शुक्र गोचर को लेकर आपके मन में भी हैं सवाल तो विद्वान ज्योतिषियों से फोन/चैट कर पाएं जवाब।
शुक्र महाराज और मंगल देव इन दोनों ग्रहों में शत्रुता हैं। इस गोचर में प्रेम के कारक ग्रह शुक्र पर मंगल देव की ऊर्जा का प्रभाव निश्चित ही देखने को मिलेगा। तो आइए, इस ख़ास ब्लॉग की शुरुआत करते हैं और सबसे पहले यह जानते हैं शुक्र महाराज से जुड़े कुछ अहम पहलुओं के बारे में।
ज्योतिष में शुक्र का महत्व
शुक्र महाराज हमारे जीवन में प्रेम, दौलत, कला, रोमांस आदि का प्रतिनिधित्व करते हैं। आपकी कुंडली में यह जिस दशा में मौजूद होंगे, उसी के मुताबिक आपके जीवन पर इनका प्रभाव होगा। अगर शुक्र महाराज से संबंधित अन्य पहलुओं के बारे में बात करें तो, जितने भी रचनात्मक क्षेत्र हैं जैसे डिजाइनिंग, एंटरटेनमेंट, एक्टिंग इन सभी पर शुक्र देव शासन करते हैं। इसके अलावा ड्रेस मेकिंग, ज्वेलरी, परफ्यूम आदि क्षेत्रों को भी नियंत्रित करते हैं। साथ ही, शुक्र परिवहन के क्षेत्र में बस, लॉरी और हवाई जहाज आदि के अधिपति हैं।
यह भी पढ़ें: राशिफल 2023
शुक्र का मेष राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष
आपकी कुंडली के दूसरे और सातवें भाव पर शुक्र महाराज शासन करते हैं और अब वह आपके लग्न भाव में गोचर करने जा रहे हैं। दूसरे भाव के स्वामी के रूप में शुक्र का मेष राशि में गोचर आपकी पर्सनालिटी में बदलाव लेकर आएगा। इस दौरान आप खुद को बेहतर बनाने और लग्जरी चीजों की खरीदारी में धन खर्च करेंगे। वहीं, अगर आप बिज़नेस कर रहे हैं, तो शुक्र देव का सातवें भाव के स्वामी के रूप में लग्न भाव में आना आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा और इसके परिणामस्वरूप आपको नए अवसर और क्लाइंट मिलने की संभावना है।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
वृषभ
शुक्र महाराज आपकी कुंडली के लग्न और छठे भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके बारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इस दौरान, आपको विदेश जाने का अवसर प्राप्त हो सकता है। इसके अलावा आपको काम के कारण किसी यात्रा पर भी जाना पड़ सकता है। हालांकि, आपको विवादों से दूर रहने की कोशिश करनी चाहिए, ताकि आपके शत्रु आपका नुकसान न कर पाएं। अगर आपके करियर के लिहाज़ से बात करें तो सफल होने के लिए आपको कड़ी मेहनत करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, आपको अपनी पर्सनल लाइफ में भी थोड़ा सावधान रहना चाहिए। जो छात्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें लगातार परिश्रम करने की सलाह दी जाती है। कुल मिलाकर, कहें तो इस गोचर के दौरान आप अपनी मेहनत के बल पर सब हासिल करने में सफल होंगे।
मिथुन
शुक्र देव आपकी कुंडली के पांचवें और बारहवें भाव पर शासन करते हैं और अब यह ग्यारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। शुक्र महाराज पांचवें भाव के स्वामी के रूप में पांचवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं, इसे करियर के लिहाज़ से देखा जाए तो, रचनात्मक क्षेत्रों जैसे डिजाइनिंग, डेकोरेशन, कला, ड्रामा, सिंगिंग आदि में काम करने वाले जातकों के लिए यह गोचर फलदायी साबित होगा। कार्यस्थल पर आपको अपनी रचनात्मक सोच के लिए भरपूर प्रशंसा प्राप्त होगी और साथ ही आपका रुतबा भी बढ़ेगा। अगर आप कपड़ों और परफ्यूम के इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का बिज़नेस करते हैं तो यह समय आपके लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा।
कर्क
शुक्र महाराज आपकी कुंडली के चौथे और ग्यारहवें भाव पर शासन करते हैं और अब यह आपकी कुंडली के दसवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। यह गोचर आपके लिए मिले-जुले नतीजे लेकर आने वाला है। करियर के लिहाज़ से देखा जाए तो आप कड़ी मेहनत करेंगे और इसके परिणामस्वरूप आपको सकारात्मक परिणाम हासिल होंगे। हालांकि, आपको ऑफिस की राजनीति से संभल कर रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसके कारण आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आपके सहयोगी आपके लिए दिक्कतें पैदा कर सकते हैं, इसलिए थोड़ा सावधान रहें और अपना काम पूरा मेहनत और सावधानी से करें।
सिंह
शुक्र देव आपकी कुंडली के तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपकी कुंडली के नौवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। आपके करियर के लिहाज़ से देखा जाए, तो यह गोचर आपके लिए शुभ परिणाम लेकर आएगा। इसके अलावा, आप लंबी दूरी की यात्रा पर भी जा सकते हैं। आपको अपने करियर में आगे बढ़ने के कई सारे अवसर प्राप्त होंगे और आपकी तरक्की होगी। अगर आपका अपना बिज़नेस है तो यह अवधि आपके लिए बड़े धन लाभ लेकर आ सकती है। पत्रकारिता, मीडिया और हैंडीक्राफ्ट जैसे क्षेत्रों में काम करने वाले जातकों के लिए यह गोचर विशेष परिणाम लेकर आएगा। इसके अलावा सरकारी नौकरी करने वाले जातकों के लिए भी यह समय सकारात्मक प्रभाव लेकर आएगा और आपको पदोन्नति मिल सकती है।
पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट
कन्या
शुक्र महाराज आपकी कुंडली के दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आठवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। शुक्र महाराज आपकी कुंडली के आठवें भाव से दूसरे भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप आपका आर्थिक जीवन बेहतर होने की संभावनाएं हैं, लेकिन कुछ उतार-चढ़ाव भी आ सकते हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो, शुक्र का मेष राशि में गोचर आपके लिए आर्थिक रूप से फायदेमंद रहेगा। हालांकि, इस गोचर के दौरान आपके कार्यस्थल पर कुछ अहम बदलाव होने के आसार हैं, जैसे कि आपको कोई नई जिम्मेदारी मिल सकती है। इस दौरान आपको किसी तरह के बड़े निवेश से बचने की सलाह दी जाती है, क्योंकि आठवें भाव में शुक्र महाराज का गोचर आपके लिए कुछ परेशानियां खड़ी कर सकता है।
तुला
शुक्र महाराज आपकी कुंडली के लग्न और आठवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके सातवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। यह गोचर आपके करियर में सकारात्मक बदलाव लेकर आएगा। अगर आपका खुद का व्यवसाय है, तो आप आसानी से बड़े धन लाभ अर्जित करने में सफल हो सकते हैं। आप अपने बिज़नेस का विस्तार करने में भी सफल होंगे। इसके अलावा, आपको अपने बिज़नेस के लिए सरकारी मदद मिलने की भी संभावना है।
वृश्चिक
शुक्र महाराज आपकी कुंडली के सातवें और बारहवें भाव पर शासन करते हैं और अब यह छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। करियर के लिहाज़ से देखा जाए तो यह गोचर आपके लिए ज्यादा लाभकारी साबित न होने की आशंका है। इस गोचर के दौरान आपको करियर में कई सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। आपको करियर में सफल होने के लिए कड़ी से कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होगी। वहीं, अगर आपका पार्टनरशिप में बिज़नेस है तो, आप अपने साथी के साथ विवाद में पड़ सकते हैं, जिसका असर आपके धन लाभ पर पड़ सकता है। इसके अलावा, आपको इस दौरान किसी तरह का निवेश न करने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसके कारण आपको धन हानि होने की आशंका है।
धनु
शुक्र महाराज आपकी कुंडली के छठे और ग्यारहवें भाव पर शासन करते हैं और अब यह आपके पांचवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। पांचवें भाव से शुक्र देव आपकी कुंडली के ग्यारहवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं। यह दर्शाता है कि करियर के लिहाज़ से आपके लिए यह गोचर शुभ साबित होगा। इस दौरान आपको प्रमोशन और आय में वृद्धि मिलने की संभावना है। बिज़नेस करने वाले जातकों को आमदनी के नए स्रोत मिल सकते हैं, जो फायदेमंद साबित होंगे। इस गोचर के प्रभाव से आपकी मुलाकात कुछ नए और प्रभावशाली लोगों से होगी, जिसके परिणामस्वरूप आपके व्यवसाय को एक नई दिशा मिलेगी। इसके अलावा आपको अपने पेशेवर जीवन में भी वरिष्ठ लोगों की मदद मिलती रहेगी।
करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट
मकर
आपकी कुंडली के पांचवे भाव और दसवें भाव पर शुक्र महाराज का शासन है। पांचवा भाव शिक्षा और दसवां भाव करियर का प्रतिनिधित्व करता है। शुक्र का मेष राशि में गोचर, आपकी कुंडली के चौथे भाव में होने जा रहा है और इनकी दृष्टि दसवें भाव पर पड़ रही है। इसका सीधा अर्थ है कि आपको करियर में नए मौके मिलने वाले हैं। इसके अलावा आपका प्रमोशन होना भी संभव है। कड़ी मेहनत के दम पर आपकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएंगे। वहीं, पारिवारिक जीवन की बात करें तो, आप अपने प्रियजनों के साथ आनंदमय समय व्यतीत करेंगे।
कुंभ
शुक्र महाराज आपकी कुंडली के चौथे और नौवें भाव पर शासन करते हैं और अब यह तीसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। चूंकि तीसरा भाव छोटे भाई-बहन, संवाद कौशल और हिम्मत को दर्शाता है। इस गोचर के दौरान आप अपने संवाद की बदौलत सफलता हासिल करेंगे। आप अपनी बातों को शानदार ढंग से और पूरे आत्मविश्वास के साथ लोगों के सामने रखेंगे, जिसके परिणामस्वरूप कार्यस्थल पर सहकर्मियों और दोस्तों के बीच आपका कद बढ़ेगा। इसके अलावा आपके ऑफिस के उच्च अधिकारी भी आपके काम की सराहना करेंगे और आपका करियर तरक्की करेगा। साथ ही आपको अपने प्रोफेशनल जीवन में अपने छोटे भाई-बहनों का भी भरपूर साथ प्राप्त होगा और यह आपके लिए लाभकारी साबित होगा।
मीन
आपकी कुंडली के तीसरे और आठवें भाव पर शुक्र महाराज का शासन है और अब यह आपके दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। तीसरा और आठवां भाव, ज्यादा शुभ नहीं माना जाता है। इसी कारण से शुक्र का मेष राशि में गोचर आपके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। आप अपने करियर को लेकर परेशान रह सकते हैं, जिसके कारण मानसिक तनाव बढ़ने की आशंका है। आप अपने करियर में जिस स्थान या पद पर पहुंचना चाहते हैं, उस रास्ते में मुश्किलें आ सकती हैं। जिसका प्रभाव आपके स्वभाव पर भी पड़ने के आसार हैं। इस अवधि में आप थोड़ा गुस्सैल और अड़ियल रवैया अपना सकते हैं इसलिए आपको अपनी भाषा पर संयम रखने की सलाह दी जाती है। ऐसा न करने से आप विवाद में पड़ सकते हैं। इसके अलावा आधिकारिक दर्जे के लोगों से बात करने में भी सतर्कता बरतें, नहीं तो आप मुश्किल में पड़ सकते हैं।
इन आसान उपायों से पाएं शुक्र महाराज का आशीर्वाद
- कन्याओं को मेकअप का सामान भेंट करें और उनका आशीर्वाद लें।
- रोज़ाना शुक्र यंत्र की पूजा करें।
- माथे पर चंदन का तिलक लगाएं और ज्यादा से ज्यादा सफेद या गुलाबी रंग के वस्त्र पहनें।
- रोज़ाना महालक्ष्मी अष्टकम का पाठ करें।
- शुक्रवार के दिन व्रत रखें।
सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!