शुक्र का मेष राशि में गोचर: जानें शुभ-अशुभ, कैसा होगा आपके जीवन पर असर?

शुक्र का मेष राशि में गोचर:12 मार्च 2023 की सुबह 08 बजकर 13 मिनट पर भोग विलास और आनंद के कारक ग्रह शुक्र उच्च अवस्था को छोड़कर क्रोध, आवेश, विवाद, ताकत और जोश के कारक मंगल ग्रह की मूल त्रिकोण राशि मेष में प्रवेश कर चुके हैं। यानी कि देखा जाए तो कुछ हद तक शुक्र अपनी मिजाज के विरुद्ध प्रकृति वाले ग्रह की राशि में गोचर करने वाले हैं। लेकिन संस्कृत में एक सूक्ति है कि “अवर्णे सप्रीति” अर्थात विरुद्ध प्रकृति में भी प्रेम होता है। शुक्र का गोचर कई लोगों के प्रेम में ताजगी भरने का काम कर सकता है। तो वहीं कुछ लोग फ्लर्ट करने की स्थिति में अपनी प्रतिष्ठा भी दांव पर लगा सकते हैं। एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग के माध्यम से जानते हैं कि शुक्र का गोचर किस राशि के लिए क्या परिणाम लेकर आने वाला है। 

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साथ ही जानेंगे, 12 मार्च से 6 अप्रैल के बीच शुक्र का मेष राशि में गोचर के दौरान 12 राशियों के जीवन में क्या कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं। तो आइये बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की। 

शुक्र का मेष राशि में गोचर: राशि अनुसार राशिफल और उपाय

मेष राशि 

मेष राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर आपके रूप और सौंदर्य में निखार लाने का काम कर सकता है। साथ ही, शुक्र के इस गोचर के प्रभाव के चलते आप धन संपत्ति प्राप्त करने के लिए पूरे जोश के साथ काम कर सकते हैं। हालांकि शुक्र पर राहु का प्रभाव रहेगा। ऐसी स्थिति में आपको बहुत अधिक दिखावा करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे धन का खर्च तो बढ़ेगा ही बढ़ेगा, साथ में लोग आपके बारे में गलत धारणा भी स्थापित कर सकते हैं। शिक्षा संबंधी मामलों में शुक्र का गोचर आपको बेहतर परिणाम दे सकता है। इस गोचर के कारण घर-परिवार के साथ रिश्ते बेहतर हो सकते हैं। दैनिक रोजगार और दांपत्य संबंधी मामलों में भी अनुकूल परिणाम मिलने की संभावनाएं मजबूत होगी। 

उपाय: काली गाय की सेवा करें।

आइए अब जानते हैं कि शुक्र का गोचर वृषभ राशि वालों को कैसे परिणाम देने वाला रह सकता है?

वृषभ राशि 

वृषभ राशि वालों के लिए आपका राशि स्वामी शुक्र आपके द्वादश भाव में गोचर कर रहा है। यहां पर शुक्र राहु, केतु और शनि के प्रभाव में रहने वाला है। ऐसी स्थिति में आपको अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए। किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए। ऑनलाइन खरीदारी करते समय विशेष रूप से सावधान रहें और विश्वसनीय जगहों से ही खरीदारी करना उचित रहेगा। विदेश जाने की कोशिश कर रहे लोगों के लिए शुक्र का यह गोचर काफी मददगार हो सकता है। साथ ही, मनोरंजन इत्यादि के लिए भी शुक्र के इस गोचर से अनुकूल परिणाम मिलने की उम्मीद की जा सकती है। 

उपाय: किसी सौभाग्यवती स्त्री को सौभाग्य सामग्री भेंट करना शुभ रहेगा।

आइए अब जानते हैं कि शुक्र का यह गोचर मिथुन राशि वाले लोगों को कैसे परिणाम देने वाला रह सकता है?

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मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए आपके पंचम भाव और द्वादश भाव के स्वामी शुक्र आपके लाभ भाव में गोचर करेंगे। यहां पर आपके लाभ भाव में शुक्र के प्रभाव के साथ-साथ राहु, केतु और शनि का भी प्रभाव है। इसके फलस्वरूप आमदनी में बढ़ोतरी के योग तो बनेंगे, लेकिन फिर भी आमदनी की गति थोड़ी धीमी रह सकती है। ऐसे में आप कभी-कभार व्याकुलता का अनुभव कर सकते हैं कि जैसे परिणाम आपको मिलने की उम्मीद थी वैसे क्यों नहीं मिल रहे हैं। हालांकि, तटस्थ होकर देखा जाए तो आप कहीं न कहीं प्रॉफिट में ही रहने वाले हैं। अर्थात शुक्र का यह गोचर आपको फायदा पहुंचाएगा जैसे कि धन और ऐश्वर्य में वृद्धि प्रदान करने का काम कर सकता है, कामों में सफलता भी देगा। साथ में आपके मित्र भी आपके सहयोग में खड़े रहते हुए देखे जा सकेंगे। इन सब के बावजूद भी आप अपनी उपलब्धियों को लेकर बस थोड़े से असंतुष्ट रह सकते हैं। हम आपको पहले भी बता चुके हैं कि अगर किसी तीसरे व्यक्ति के नजरिए से या तटस्थ होकर देखा जाए तो शुक्र का गोचर उपलब्धि दिलाने वाला कहा जाएगा। 

उपाय: गाय को चारा खिलाना शुभ रहेगा।

आइए अब जानते हैं कि शुक्र का मेष राशि में गोचर कर्क राशि वाले लोगों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा?

कर्क राशि 

कर्क राशि वालों के लिए आपके लाभ भाव का स्वामी कर्म स्थान पर गोचर कर रहा है। साथ ही, आपके चतुर्थ भाव का स्वामी होकर कर्म भाव में गोचर करते हुए चतुर्थ भाव को भी देखेगा। यह दोनों ही स्थितियां सकारात्मक परिणाम देने वाली कहीं जाएंगी। हालांकि, ज्योतिष ग्रंथों के अनुसार दशम भाव में शुक्र का गोचर मानसिक चिंता देने वाला कहा गया है। लेकिन आप के मामले में यह चिंताएं अधिक नहीं होगी क्योंकि चतुर्थ भाव का स्वामी चतुर्थ भाव को देख रहा है। हालांकि राहु और शुक्र की कर्म स्थान पर युति साथ में शनि की दृष्टि के प्रभाव के चलते कामों में कुछ व्यवधान देखने को मिल सकते हैं। ऐसे में आपको फुलप्रूफ योजना बनाकर काम करना चाहिए, जिससे कामों में असफलता की उम्मीद न रहे अर्थात आप सफलता प्राप्त कर सकें। इस बीच में आपको शासन-प्रशासन से जुड़े किसी भी व्यक्ति से विवाद करने से बचने की सलाह भी हम आपको देना चाहेंगे अर्थात इस बीच में सामाजिक प्रतिष्ठा और सरकारी तंत्र का ख्याल रखते हुए अपने कार्य पूरे करेंगे तो आपको संतोषप्रद परिणाम मिल सकते हैं। हालांकि, स्वामित्व के आधार पर शुक्र का गोचर अच्छे परिणाम देने वाला कहा जाएगा, तो वहीं ज्योतिष के नियमों के अनुसार यह एक कमजोर गोचर है। दोनों ही स्थितियों को मिलाकर देखा जाए तो शुक्र का गोचर कर्क राशि वाले लोगों के लिए मिलेजुले परिणाम देने वाला सकता है। 

उपाय: मांस-मदिरा का त्याग करें और शुद्ध सात्विक रहकर नियमित रूप से दुर्गा चालीसा का पाठ करें।

आइए अब जानते हैं कि मेष राशि में शुक्र का गोचर सिंह राशि के लोगों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा?

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सिंह राशि 

सिंह राशि वालों के लिए आपकी कुंडली के कर्म भाव के स्वामी और तीसरे भाव के स्वामी भाग्य स्थान पर गोचर करने जा रहे हैं। यह गोचर आपके आत्मविश्वास में वृद्धि करने का काम करेगा। हालांकि, राहु-केतु की उपस्थिति के चलते आपको अति आत्मविश्वास से बचने की सलाह भी हम देना चाहेंगे। अर्थात कॉंफिडेंट होना अच्छी बात है लेकिन ओवरकॉन्फिडेंट होना अच्छी बात नहीं है। ऐसे में अपने आत्मविश्वास को संतुलित रखना ही उचित कदम होगा। शुक्र के इस गोचर के चलते आपको राज्य या सरकार की ओर से लाभ मिल सकता है। धर्म-कर्म की ओर आपकी रुचि बढ़ सकती है। घर-परिवार या रिश्तेदारी में कोई मांगलिक कार्य भी संभावित होगा। साथ ही, भाग्य का अच्छा सपोर्ट भी मिल सकता है। अर्थात राहु, केतु और शनि के प्रभाव के चलते कुछ व्यवधान तो रहेंगे लेकिन सामान्य तौर पर शुक्र का यह गोचर आप को लाभ पहुंचाने की कोशिश में रह सकता है। 

उपाय: नियमित रूप से नीम की जड़ में पानी देना शुभ रहेगा।

आइए अब जानते हैं कि शुक्र का मेष राशि में गोचर कन्या राशि वाले लोगों के लिए कैसे परिणाम देने वाला साबित होगा?

कन्या राशि

कन्या राशि वालों को शुक्र का मेष राशि में गोचर मिले-जुले परिणाम दे सकता है। आपके भाग्य स्थान के स्वामी का अष्टम भाव में गोचर करना अच्छा नहीं है। साथ ही, धन भाव के स्वामी का भी अष्टम भाव में जाना अच्छा नहीं कहा गया है लेकिन यहां स्थित शुक्र धन भाव को देखेगा। जो अप्रत्याशित रूप से आपको लाभ करवा सकता है। आठवें भाव में शुक्र के गोचर को कष्टों को दूर करने वाला कहा गया है। इसके अलावा, धन लाभ और सुख में वृद्धि करवाने वाला कहा गया है, तो इन दोनों स्थितियों को मिलाकर देखा जाए तो हम कह सकते हैं कि आपको शुक्र का गोचर लाभ तो देगा लेकिन कुछ व्यवधान रह सकते हैं। कई बार भाग्य के सहयोग से नहीं बल्कि जरूरत से ज्यादा मेहनत करने के बाद कार्य संपन्न होंगे। अर्थात कठिनाई के बाद आपको परिणाम मिल सकते हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो शुक्र का गोचर कन्या राशि वाले लोगों को मिले-जुले परिणाम दे सकता है। 

उपाय: नियमित रूप से मंदिर जाएं और सुगंधित फूल भगवान को अर्पित करें।

आइए अब जानते हैं कि शुक्र का मेष राशि में गोचर तुला राशि वालों को कैसे परिणाम प्रदान करेगा?

तुला राशि 

तुला राशि वालों के लिए शुक्र का सप्तम भाव में गोचर कमजोर परिणाम देने वाला कहा गया है। इस गोचर के लिए ज्योतिष से संबंधित शास्त्रों में कहा गया है कि सप्तम भाव में शुक्र का गोचर जननेंद्रिय संबंधी रोग देता है। यात्राओं में कुछ कष्ट दे सकता है। जीवनसाथी को भी कुछ तकलीफ रह सकती है अथवा जीवनसाथी से विवाद होने के योग बन सकते हैं। साथ ही, दैनिक कामों में भी कुछ व्यवधान रह सकते हैं क्योंकि शुक्र आपका राशि या लग्न स्वामी है। अतः यह आपको कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा। अलबत्ता यह पूरी तरह से आपका सपोर्ट भी करता हुआ नजर नहीं आ रहा है। ऐसी स्थिति में कामों के पूरे होने में अधिक समय लग सकता है। ऐसे में आपको चाहिए कि किसी भी काम को करने में जितना समय लगता है उससे एक्स्ट्रा टाइम लेकर चलें। मानसिक रूप से खुद को छोटी-मोटी समस्याओं से जूझने के लिए तैयार रखें। यदि आप इन सावधानियों के साथ अपने काम में लगेंगे तो आपको परिणाम अच्छे मिल सकते हैं। संदेहास्पद सौदों से इस समय बचने की सलाह हम आपको देना चाहेंगे। हालांकि अप्रत्याशित रूप से कुछ फायदे हाथ में लगेंगे लेकिन फिर भी प्रत्येक कार्य की निरंतरता कुछ हद तक बाधित रह सकती है। 

उपाय: भूरे रंग की गाय की सेवा करना शुभ रहेगा।

आइए अब जानते हैं कि शुक्र का मेष राशि में गोचर वृश्चिक राशि वालों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा?

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वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र का मेष राशि में गोचर कुछ कमजोर परिणाम दे सकता है। आपके सातवें भाव के स्वामी शुक्र छठे भाव में गोचर करेंगे। यह गोचर निजी संबंधों के लिए कमजोर परिणाम देने वाला रह सकता है। दैनिक कामों के साथ-साथ व्यापार और व्यवसाय से जुड़े मामलों के लिए भी शुक्र का यह गोचर कमजोर कहा गया है। नौकरीपेशा लोगों को इस अवधि में किसी महिला सहकर्मी से नाराजगी देखने को मिल सकती है। ऐसी स्थिति में महिलाओं का पूरा सम्मान जरूर करें। इस अवधि में किसी से भी बहस आदि करने से बचने की सलाह हम आपको देना चाहेंगे। अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें। वाहन इत्यादि सावधानी से चलाएं और बात चाहे लाइफ पार्टनर की हो या फिर व्यावसायिक पार्टनर की, दोनों के साथ आपको अपने संबंध अच्छे बनाए रखने की कोशिश करते रहना है। उम्मीद है इन सावधानियों को ध्यान में रखकर आप शुक्र के इस गोचर की नकारात्मकता को शांत करने में कामयाब रहेंगे। 

उपाय: नियमित रूप से गुलाब का इत्र लगाएं।

आइए अब जानते हैं कि शुक्र का गोचर धनु राशि वालों को कैसे परिणाम देगा?

धनु राशि 

धनु राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में छठे भाव तथा लाभ भाव का स्वामी है और यह पंचम भाव में मेष राशि में गोचर करने जा रहा है। ज्योतिष के ग्रंथों में पंचम भाव में शुक्र के गोचर को संतान सुख देने वाला कहा गया है। हालांकि पंचम भाव में शनि, राहु-केतु का प्रभाव भी है, तो ऐसी स्थिति में हम यह कहेंगे कि पिछले समय यदि आप संतान से संबंधित मामलों को लेकर परेशान या चिंतित रहे हैं तो शुक्र का यह गोचर आपको उनसे राहत दिलाएगा। वहीं, यदि पिछले दिनों में भी सब कुछ ठीक रहा है तो शुक्र का गोचर संतान संबंधी मामलों में और अच्छे परिणाम दिलवा सकता है। पढ़ाई-लिखाई के लिए भी शुक्र के इस गोचर को हम अच्छा कहेंगे। मनोरंजन के लिए भी शुक्र का मेष राशि में गोचर धनु राशि वाले लोगों को अच्छे परिणाम दे सकता है। प्रेम संबंध के लिए भी यह गोचर अच्छा कहा गया है। यदि काफी दिनों से एक-दूसरे से मिलना नहीं हो पाया था तो शुक्र का गोचर मिलने के मौके प्रदान कर सकता है। कम मेहनत से अधिक कमाई होने के भी योग बन रहे हैं। 

उपाय: माता को अपनी कमाई से कोई आभूषण भेंट करें।

आइए अब जानते हैं कि शुक्र का मेष राशि में गोचर मकर राशि वाले जातकों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा?

मकर राशि 

मकर राशि वालों की कुंडली में शुक्र पंचम और दशम भाव के स्वामी हैं अर्थात इस कुंडली का योगकारक ग्रह है। चतुर्थ भाव में शुक्र के गोचर को ज्योतिषीय ग्रंथ भी अच्छा मानते हैं। ऐसी स्थिति में पिछले दिनों से चली आ रही समस्याओं को शुक्र का यह गोचर कम करने का काम कर सकता है क्योंकि आपके चतुर्थ भाव में राहु, केतु और शनि का प्रभाव रहा है। इसके फलस्वरूप आपके मन-मस्तिष्क में एक अजीब सा दबाव बना रहेगा। शुक्र के इस गोचर के चलते आपको उस दबाव से मुक्ति मिल सकती है। बड़े दिनों से लंबित कार्य पूरे होने के योग बनेंगे और आपकी इच्छाओं की पूर्ति होने की भी संभावना है। भूमि-भवन या वाहन से संबंधित मामलों में अनुकूलता देखने को मिलेगी। स्वजनों और रिश्तेदारों से भेंटवार्ता भी हो सकती है अर्थात अन्य पापी ग्रहों के प्रभाव के बावजूद भी शुक्र के इस गोचर के चलते आपको तुलनात्मक रूप से बेहतर परिणाम मिलते हुए प्रतीत हो रहे हैं। 

उपाय:  बहते हुए शुद्ध जल में चने की दाल प्रवाहित करें।

आइए अब जानते हैं कि शुक्र का मेष राशि में गोचर कुंभ राशि वाले लोगों के लिए कैसे परिणाम देने वाला रह सकता है?

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कुंभ राशि 

कुंभ राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में भाग्य स्थान का स्वामी है। साथ ही, चतुर्थ भाव का स्वामी है अर्थात आपकी कुंडली के लिए योगकारी ग्रह माना गया है और ऐसे हितकारी ग्रह का तीसरे भाव में गोचर आपके लिए काफी फायदा देने वाला कहा जाएगा। यह गोचर नए मित्र बनाने में आपकी मदद कर सकता है अथवा मित्रों के माध्यम से आपको लाभ मिल सकता है। यदि आपका किसी तरीके का कोई कंपटीशन है या कोई शत्रु आपको परेशान कर रहा है तो यह अवधि आपको उन मामलों में विजय दिला सकती है अर्थात आपके शत्रु की पराजय होने के योग शुक्र निर्मित करेगा। आपके कॉन्फिडेंस और साहस में वृद्धि देखने को मिल सकती है। अच्छा समाचार भी सुनने को मिल सकता है। भाई बंधु और बहनों का सुंदर सहयोग मिलता हुआ प्रतीत हो रहा है अर्थात कुंभ राशि वाले लोगों के लिए शुक्र का मेष राशि में गोचर सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम देने वाला कहा जाएगा। 

उपाय: कन्या पूजन करने के बाद कन्याओं का आशीर्वाद लें।

आइए अब जानते हैं कि शुक्र का मेष राशि में गोचर मीन राशि वालों के लिए कैसे परिणाम लेकर आ सकता है?

मीन राशि 

मीन राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में पराक्रम और अष्टम भाव का स्वामी है। हालांकि यह आपकी कुंडली के लिए अधिक अनुकूल ग्रह नहीं है। अतः हम इससे बहुत अधिक सपोर्ट की उम्मीद नहीं रखते हैं लेकिन ज्योतिष के ग्रंथों में दूसरे भाव में शुक्र के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला कहा गया है। अतः हम उम्मीद करते हैं कि शुक्र आपको काफी हद तक अच्छे परिणाम देना चाहेगा। दूसरे भाव में शुक्र के गोचर को नवीन वस्त्र और आभूषण देने वाला कहा गया है अर्थात इस समय आप कुछ उपयोगी और पसंद की चीजें खरीद सकते हैं। मनोरंजन और गीत-संगीत जैसे कार्यक्रमों में रुचि है तो इन विद्याओं का सानिध्य और लाभ आपको देखने को मिल सकता है। घर-परिवार के लोगों के साथ अच्छा समय बिताने का मौका मिल सकता है और आर्थिक मामलों में भी अनुकूलता बनी रहेगी। शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों में भी आपको लाभ मिल सकता है यानी कि मीन राशि वाले लोगों के लिए शुक्र का मेष राशि में गोचर काफी हद तक अनुकूल परिणाम दे सकता है।

उपाय: गाय का शुद्ध घी मंदिर में दान करें।

उम्मीद है कि शुक्र के इस गोचर फल को जानने के बाद आप शुक्र से संबंधित मामलों में बेहतरीन योजना बनाकर शुक्र से मिलने वाले अनुकूल फलों को और मजबूत बना सकते हैं। वहीं प्रतिकूलता को शांत करने का प्रयास करके नकारात्मक परिणामों से बच भी सकेंगे। उम्मीद है यह राशिफल आपके जीवन में बेहतरी लाने का काम करेगा। भगवती सबका कल्याण करें। 

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