शुक्र ग्रह को भोर का तारा भी कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह को एक शुभ ग्रह माना जाता है वहीं वैज्ञानिक भी इस बात को मानते हैं कि शुक्र ग्रह का प्रभाव इंसान के शरीर पर पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह को स्त्री, वाहन, कला, सुख आदि का कारक ग्रह माना गया है। यह भरणी, पूर्वाफाल्गुनी और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्रों का स्वामी है और वृषभ और तुला राशियों पर भी इसका स्वामित्व है। शुक्र ग्रह के मित्र बुध और शनि हैं और सूर्य और चंद्रमा इसके शत्रु ग्रह हैं। शुक्र के सकारात्मक प्रभाव पाने के लिये व्यक्ति को हीरा रत्न धारण करना चाहिये। शुक्र की उच्च राशि मीन है जबकि कन्या राशि में यह नीच का होता है। आपके जीवन पर यदि शुक्र ग्रह के सकारात्मक असर पड़ें तो आपको जीवन की हर सुख सुविधा प्राप्त हो सकती है। यदि आप शुक्र देव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो स्त्रियों के साथ उचित व्यवहार करें।
कुंडली में शुक्र की स्थिति का असर
हर जातक की कुंडली में शुक्र की स्थिति का विशेष असर पड़ता है। शुक्र की स्थिति से आपके दांपत्य और प्रेम जीवन में कई तरह के परिवर्तन आ सकते हैं। यदि कुंडली में शुक्र मजबूत स्थिति में है तो दांपत्य जीवन में आपको किसी तरह की भी परेशानी नहीं आएगी। प्रेम के मामले में भी आप भाग्यशाली रहेंगे। इसके साथ ही यदि शुक्र मजबूत है तो कला के क्षेत्रों में व्यक्ति अच्छा प्रदर्शन करता है। यदि कुंडली में शुक्र की स्थिति अच्छी नहीं है तो नपुंसकता, दांपत्य जीवन में परेशानी, समाज में बुरी स्थिति हो सकती है। शुक्र की कुंडली में कमजोर स्थिति भौतिक सुखों से भी आपको वंचित करती है।
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शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिये करें नीचे दिये गये उपाय
शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिये माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिये। यदि आपकी कुंडली में शुक्र अशुभ है तो आपको शुक्रवार के दिन व्रत रखना चाहिये। शुक्रवार के दिन यदि आप खीर, दही, चांदी, चावल आदि दान करते हैं तो शुक्र देव की शुभ दृष्टि से आप कई परेशानियों से बच निकलते हैं। यदि आप पीड़ित शुक्र को मजबूती प्रदान करना चाहते हैं तो शुक्रवार के दिन शुक्र की होरा में दान करें। शुक्र को मजबूत करने के लिये 6 मुखी और 13 मुखी रुद्राक्ष पहनना शुभ माना जाता है। इसके साथ ही नीचे दिये गये मंत्र का जाप करके भी आप शुक्र देव को प्रसन्न कर सकते हैं।
मंत्र- ॐ शुं शुक्राय नमः।
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गोचर काल का समय
लोगों के जीवन में सुख और समृद्धि भरने वाला शुक्र ग्रह 9 जनवरी 2020 को सुबह लगभग 04:14 मिनट पर मकर से कुंभ राशि में गोचर करेगा। शुक्र के इस गोचर का प्रभाव कुंभ राशि वालों पर सबसे ज्यादा होगा लेकिन इसके साथ ही सभी 12 राशियों पर भी इसका असर देखने को मिलेगा। वैदिक ज्योतिष में शुक्र के गोचर की अवधि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है।
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आइये अब जानते हैं कि शुक्र के गोचर का आपके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
मेष राशि
आपके लिए शुक्र देव द्वितीय और सप्तम भाव के स्वामी हैं और इस गोचर की अवधि में आपके एकादश भाव में प्रवेश करेंगे। एकादश भाव हमारी महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति…आगे पढ़ें
वृषभ राशि
शुक्र देव आपकी राशि के स्वामी हैं इसलिए शुक्र देव का गोचर आपके लिए काफी महत्वपूर्ण रहेगा। राशि स्वामी होने के अतिरिक्त आप के…आगे पढ़ें
मिथुन राशि
मिथुन राशि का स्वामी बुध ग्रह शुक्र का परम मित्र है। आपकी राशि के लिए शुक्र देव पंचम और द्वादश भाव के स्वामी हैं तथा गोचर की इस अवधि में…आगे पढ़ें
कर्क राशि
आपकी राशि के लिए शुक्र देव चतुर्थ भाव और एकादश भाव के स्वामी होकर गोचर की इस अवधि में आपके अष्टम भाव में प्रवेश करेंगे। अष्टम भाव को…आगे पढ़ें
सिंह राशि
आपकी राशि के लिए शुक्र देव तृतीय और दशम भाव के स्वामी हैं और कुंभ राशि में अपने इस गोचर के दौरान वे आपके सप्तम भाव में विराजमान होंगे। सप्तम भाव से…आगे पढ़ें
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र देव आपके द्वितीय भाव और नवम भाव के स्वामी हैं और कुंभ राशि में अपने इस गोचर की अवधि में वे आपके…आगे पढ़ें
तुला राशि
शुक्र देव आपकी राशि के ही स्वामी हैं इसलिए आपके लिए शुक्र का गोचर काफी महत्वपूर्ण रहेगा। राशि स्वामी होने के अतिरिक्त शुक्र…आगे पढ़ें
वृश्चिक राशि
आपकी राशि के लिए शुक्र देव सप्तम और द्वादश भाव के स्वामी हैं तथा गोचर की इस अवधि में आप के चतुर्थ भाव में स्थापित होंगे। चतुर्थ भाव हमारी…आगे पढ़ें
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र महाराज छठे भाव के साथ-साथ ग्यारहवें भाव के स्वामी भी होते हैं और गोचर की इस अवधि में वे…आगे पढ़ें
मकर राशि
आपकी राशि के लिए शुक्र देव पंचम भाव और दशम भाव के स्वामी हैं और इस प्रकार आपके लिए एक योगकारक ग्रह की भूमिका निभाते हैं। गोचर की इस अवधि में…आगे पढ़ें
कुंभ राशि
शनि देव के स्वामित्व वाली कुंभ राशि में ही शुक्र देव का गोचर हो रहा है अर्थात आपके प्रथम भाव में शुक्र देव का गोचर होगा और…आगे पढ़ें
मीन राशि
आपकी राशि के लिए शुक्र देव तृतीय और अष्टम भाव के स्वामी होते हैं तथा गोचर की इस अवधि में आपके द्वादश स्थान में…आगे पढ़ें