अगर मिल रहे हैं ये संकेत, तो समझ जाएं कि कमज़ोर है शुक्र ग्रह !

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ब्रह्माण्ड में मौजूद 9 ग्रह हमारे जीवन में हो रही सभी गतिविधियों के लिए ज़िम्मेवार होते हैं। जैसे यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति अच्छी है, तो निश्चित तौर पर ये अपना सकारात्मक प्रभाव दिखाते हैं, और अगर इसके विपरीत ग्रहों की स्थिति अच्छी नहीं है, तो जाहिर सी बात है कि इनका प्रभाव हमारे जीवन पर प्रतिकूल होगा। कभी-कभी व्यक्ति पूरी ज़िन्दगी परेशानियां झेलता रह जाता है, बहुत मेहनत के बाद भी उसे सफलता नहीं मिल पाती। उसे इस बात का अंदाज़ा नहीं होता कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा? क्यों उसके जीवन में इतनी मेहनत के बाद भी सुधार नजर नहीं आता, क्यों वह हमेशा परेशानियों में घिरा रहता है? 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार समझें, तो इन परेशानियों की असली वजह कुंडली में मौजूद हमारे कमज़ोर ग्रह होते हैं। लेकिन जैसा कि हमने आपको बताया ग्रह तो 9 होते हैं, तो आखिर किस ग्रह के कमज़ोर होने की वजह जीवन में दिक्कतें आ रही हैं, ये समझना बहुत महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में हमें कुछ संकेतों पर गौर करना चाहिए, जो ये जानने में हमारी मदद कर सकते हैं, कि हमारे जीवन में आ रही परेशानियों का वास्तविक कारण कौन सा ग्रह है। तो चलिए इस लेख में आज हम आपको कुंडली में कमज़ोर शुक्र ग्रह के संकेतों के बारे में बताते हैं। लेकिन पहले आपको शुक्र ग्रह से जुड़ी थोड़ी जानकारी दे देते हैं –

कुंडली में मौजूद शुक्र  

ज्योतिष में शुक्र मुख्य रूप से वैभव, ऐश्वर्य और सुख के लिए जिम्मेदार होता है। किसी भी व्यक्ति के जीवन में शुक्र के बिना अच्छा वैवाहिक जीवन और सुख मिल सकता है। दूसरे ग्रह सुविधा और साधन तो दे सकते हैं, पर सुख नहीं दे सकते। हिन्दू ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह को भौतिक और वैवाहिक सुख, भोग-विलास, शौहरत, कला, प्रतिभा, सौन्दर्य, रोमांस, काम-वासना आदि का कारक कहा जाता है। यह एक लाभदाता ग्रह के रूप में जाना जाता है

शुक्र के कमजोर होने के लक्षण 

  • यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र खराब है, तो वह व्यक्ति बिलकुल आकर्षक नहीं होता, न तो रूप रंग से और न ही कपड़ों से।
  • यदि कोई व्यक्ति साफ़ सुथरा और अच्छे तरीके से नहीं रहता, तो समझ जाए कि उसका शुक्र कमज़ोर है। 
  • अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति अच्छी ना हो, तो उसका अंगूठा बिना किसी वजह से खराब हो जाता है, या फिर उसका स्वरूप बिगड़ने लगता है।
  • व्यक्ति चाहे कितनी भी सुविधा जुटा ले, पर अगर शुक्र कमज़ोर है, तो वह उन सुविधाओं का सुख नहीं पा सकता।
  • अगर किसी पुरुष की कुंडली में शुक्र कमजोर है, तो उसे स्त्री का सुख कभी नहीं मिल पाता। 
  • ख़राब शुक्र की वजह से दाम्पत्य जीवन में कभी खुशहाली नहीं रहती है। 
  • जिस व्यक्ति का शुक्र कमज़ोर होता है, वो ज्यादातर काम भाव और प्रदर्शन में ही लिप्त रहता है। 
  • कुंडली में अगर शुक्र खराब है, तो जातक को त्वचा रोग के साथ-साथ स्वप्न दोष जैसे विकार घेर लेते हैं। 

अगर आपको भी ऊपर दिए गए कोई भी संकेत मिल रहे हैं, तो आपको तुरंत ज्योतिषीय उपाय कर लेने चाहिए।

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