शुक्र गोचर 2023: शुक्र कर रहे हैं मेष राशि में प्रवेश; जानें वैश्विक स्तर पर प्रभाव!

वैदिक ज्योतिष में शुक्र को प्रेम, धन, सौंदर्य और कला का कारक ग्रह माना जाता है। कोई व्यक्ति अपने जीवन में जिस तरह से अपनी इच्छाओं को महत्व देता है, दूसरों से बातचीत करता है या किसी बात पर अपनी प्रतिक्रिया देता है, ये सब कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति पर निर्भर करता है। जैसे कि हम सभी जानते हैं कि शुक्र को प्रेम का ग्रह कहा जाता है जो कि व्यक्ति को प्रेम, सुख और सुंदरता प्रदान करता है। वहीं, करियर और रचनात्मकता के क्षेत्र में शुक्र का संबंध डिजाइनिंग, मनोरंजन, अभिनय, ड्रेस डिज़ाइन, आभूषण और इत्र आदि से हैं। हालांकि, जिन लोगों की कुंडली में शुक्र बलवान होता है उन्हें खाना बनाने और कई प्रकार की मिठाइयां बनाने का भी बेहद शौक होता है। परिवहन में शुक्र ग्रह बस, रेलवे, हवाई जहाज, लॉरी आदि को नियंत्रित करते हैं और इसके अलावा, ये संगीत, सिनेमा, ड्रामा, चांदी आदि का भी प्रतिनिधित्व करते हैं। 

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शुक्र को वृषभ तथा तुला राशि का स्वामित्व प्राप्त है। हालांकि, मीन राशि में शुक्र उच्च के होते हैं जबकि ये कन्या राशि में नीच अवस्था में होते हैं। नक्षत्रों की बात करें तो सभी 27 नक्षत्रों में शुक्र भरणी और पूर्वाफाल्गुनी पर शासन करते हैं। कुंडली के चौथे भाव में शुक्र देव को दिग्बल यानी कि दिशाओं का बल प्राप्त होता है और यह दक्षिण-पूर्व दिशा के स्वामी हैं।

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शुक्र का मेष राशि में गोचर: तिथि और समय

शुक्र का मेष राशि में गोचर 12 मार्च 2023 की सुबह 08 बजकर 13 मिनट पर होगा। एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको शुक्र के मेष राशि में गोचर का कैसा होगा देश और दुनिया पर प्रभाव आदि के बारे में अवगत कराएंगे जो कि 12 मार्च से 5 अप्रैल 2023 के दौरान नज़र आ सकते हैं। इस ब्लॉग में आपके लिए सामान्य भविष्यवाणी भी प्रदान की जा रही है और यह मेष राशि में शुक्र के प्रवेश को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। आपको बता दें कि मेष मंगल ग्रह की मूलत्रिकोण राशि है और ऐसे में सभी 12 राशियों पर मंगल का प्रभाव भी देखने को मिल सकता है। 

शुक्र का मेष राशि में गोचर: कैसा होगा मेष राशि वालों के लिए?

प्रेम के कारक ग्रह शुक्र जब मेष राशि में प्रवेश करेंगे, तब इस राशि के जातकों को ऊर्जावान, साहसी और जोखिम लेने वाला बना सकते हैं। यह एक स्वतंत्र ग्रह हैं और ऐसे में, जातकों को अपने फैसलों में किसी भी तीसरे व्यक्ति की दखलंदाज़ी पसंद न आने की आशंका है। हालांकि, ये लोग विलासिता और भौतिक सुख की तरफ आकर्षित हो सकते हैं। मेष राशि के जातक बेहद ईमानदार और बुद्धिमान होंगे लेकिन जहाँ तक प्रतिस्पर्धा की बात हैं ये सबसे आगे रहना पसंद करेंगे। इस दौरान ये जातक थोड़े गुस्सैल नज़र आ सकते हैं क्योंकि मंगल इनके स्वामी ग्रह हैं। इस समय इन लोगों का संचार कौशल शानदार होगा और अपने ज्ञान के बल पर ये जातक समाज में मान-सम्मान प्राप्त करने में सक्षम होंगे। 

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शुक्र का मेष राशि में गोचर: वैश्विक प्रभाव 

  • शुक्र का गोचर होटल के व्यापार से जुड़े लोगों के चेहरे पर मुस्कान लेकर आ सकता है क्योंकि इस दौरान होटल व्यवसाय में तेज़ी देखने को मिल सकती है।
  • दुनियाभर में कुक, शेफ या खाने-पीने के व्यापार में बढ़ोतरी आने की संभावना है और लोग खाने से संबंधित व्यवसाय में ज्यादा से ज्यादा जुड़ सकते हैं।
  • खाने-पीने की वस्तुओं जैसे पैक्ड फूड या ड्राई फ्रूट्स आदि के आयात-निर्यात में वृद्धि हो सकती है जो सरकार के लिए लाभ लेकर आ सकती है।  
  • दुनियाभर में फैशन से जुड़े बिज़नेस में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।   
  • शुक्र का मेष राशि में गोचर कॉस्मेटोलॉजिस्ट, प्लास्टिक सर्जन आदि क्षेत्रों से जुड़े लोगों के लिए अनुकूल रहने वाला है।  
  • शुक्र गोचर सुंदरता में निखार लाने वाली तकनीकों और उनसे जुड़े उपकरणों के लिए प्रगति लेकर आ सकता है।   
  • सरकार सिल्क, पश्मीना आदि कपड़ों के आयात-निर्यात को लेकर कुछ नीतियों का निर्माण कर सकती हैं और ये नीतियां लोगों को कपड़ा उद्योग में प्रवेश करने के लिए प्रोत्साहित करेंगी। 
  • भारत सहित दुनियाभर में परिवहन और ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में बढ़ोतरी होगी।  
  • रेलवे, परिवहन और एयरलाइंस के संबंध में सरकार कोई मुक्त व्यापार कानून लेकर आ सकती है या फिर कोई मौजूदा कानून में ही बदलाव कर सकती है।   
  • शुक्र गोचर के दौरान लोग कलात्मक क्षेत्रों जैसे डिजाइनिंग, इंटीरियर डेकोरेशन आदि में करियर बनाना पसंद करेंगे।

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शुक्र का मेष राशि में गोचर: इस दौरान जरूर करें ये अचूक उपाय 

  • शुक्रवार के दिन व्रत करें और सफ़ेद चीज़ों जैसे चावल, चीनी आदि का दान करें। 
  • माता लक्ष्मी या देवी दुर्गा की पूजा शुक्रवार के दिन करें और उन्हें लाल फूल अर्पित करें। 
  • प्रत्येक सुबह महालक्ष्मी अष्टकम का पाठ करें। 
  • सफेद और गुलाबी रंग के कपड़े पहनें और अपनी स्वछता का ध्यान रखें।
  • शुक्र देव के मंत्र “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः” का जाप करें। 

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