आइए जानते हैं महाशिवरात्रि पर इस दिन से जुड़ी व्रत कथा एवम विधान तथा राशि अनुसार पूजा से सभी मनोकामना को पूरा करने के चमत्कारी विधान के विषय में सबकुछ। महाशिवरात्रि के महान पर्व के बारे में बात करें तो इस दिन को लेकर शिव भक्तों में गजब का उत्साह एवम भक्ति का भाव रहता है। फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव का यह पर्व श्रद्धा विश्वास से मनाया जाता है। इस साल यह त्योहार 1 मार्च, 2022 दिन मंगलवार को पड़ रही है।
इस दिन भगवान शिव का पूजन, अभिषेक, व्रत, दान, दर्शन, एवम कीर्तन भजन करने से भगवान शिव अपने भक्तों की सभी मनोकामनाओं को अवश्य ही पूरा करते हैं। महाशिवरात्रि विशेष इस ब्लॉग में आज हम बात करेंगे इस दिन के अनुष्ठान की और साथ ही जानेंगे राशिनुसार अभिषेक की सम्पूर्ण जानकारी।
भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके
महाशिवरात्रि 2022 शुभ मुहूर्त
निशीथ काल पूजा मुहूर्त: 24:08:27 से 24:58:08 तक
अवधि: 0 घंटे 49 मिनट
महाशिवरात्री पारणा मुहूर्त: 06:46:55 के बाद 2, मार्च को
जानकारी: ऊपर दिया गया मुहूर्त नई दिल्ली के लिए मान्य है। अपने शहर के अनुसार इस दिन का शुभ मुहूर्त जानने के लिए यहाँ क्लिक करें।
महाशिवरात्रि पर पंचग्रही-परिघ एवं शिव योग का संयोग
महादेव का यह दिन महाशिवरात्रि अपने आप में ही बेहद शुभ और पवित्र माना गया है लेकिन इस वर्ष इस दिन के महत्व को कई गुना बढ़ाने के लिए इस दिन पंचग्रही-परिघ एवं शिव योग का महासंयोग बन रहा है। मान्यता है कि यदि इन शुभ योगों में महादेव की पूजा की जाये तो वो विशेष कल्याणकारी और फलदायी होती है।
- पंचग्रही योग: 1 मार्च, 2022 मंगलवार के दिन मकर राशि में शुक्र, मंगल, बुध, चन्द्र, शनि मौजूद होकर पंचग्रही योग का निर्माण कर रहे हैं।
- केदार योग: केदार योग भगवान शिव की पूजा करने के लिए बेहद ही शुभ और फलदायी योग माना गया है।
- परिघ योग: महाशिवरात्रि के दिन दोपहर 11 बजकर 18 मिनट तक परिघ योग रहने वाला है।
- शिव योग: 11 बजकर 18 मिनट से सुबह 08 बजकर 21 मिनट (02 मार्च-2022)
इन योगों में महादेव की पूजा, शत्रुओं को हराने की योजना, या किसी भी नए काम की शुरुआत की जाये तो इससे व्यक्ति को सफलता अवश्य मिलती है।
महाशिवरात्रि का यह त्योहार क्यों मनाते हैं?
इस व्रत त्योहार के पौराणिक कथाओं में तीन प्रसंग आते हैं।
पहले प्रसंग के अनुसार कहा जाता है कि, इसी दिन माता पार्वती जी ने शिव जी को पति रूप में पाने की कामना के लिए नारद जी की आज्ञा से शिव जी की तपस्या एवम विशेष पूजा आराधना की थी। इसके बाद आज ही के दिन शिव जी ने प्रसन्न होकर वरदान देकर आज के दिन माता पार्वती से विवाह किया था।
दूसरे प्रसंग के अनुसार कहते हैं, आज के ही दिन भगवान शिव ने शिव लिंग के रूप में दिव्य अवतार लिया था एवम ब्रह्मा जी ने लिंग रूप में शिव जी की पूजा की थी। तभी से यह व्रत त्योहार मनाया जाता है।
तीसरे प्रसंग के अनुसार कहा जाता है कि, आज के दिन ही भगवान शिव ने सृष्टि को बचाने के लिए समुद्र का निकला हुआ हलाहल विष को पी करके सभी जगत के प्राणियों की रक्षा की थी। इसी कारण से यह त्योहार मनाया जाता है।
महाशिवरात्रि के इस व्रत के बारे में ऐसी मान्यता है कि, जिन जातकों का विवाह न हो रहा हो उनको यह व्रत अवश्य ही करने से सभी बाधा शांति कर विवाह का योग बनता है।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
महाशिवरात्रि पूजन विधि
- सर्व प्रथम प्रातः काल स्नान करने के बाद साफ़-सुथरे वस्त्र धारण कर लें।
- फिर शिव मंदिर में जाकर पहले शिव जी को स्नान कराएं।
- इसके बाद रोली, सिन्दूर, चावल, फूल, जनेऊ, वस्त्र, धूपबत्ती, सप्त धान्य (सात तरह के धान), बेलपत्र, आंकड़े के फूल, धतूरे के फूल, आदि सामग्री को एकत्रित कर लें और साथ में गाय का घी, दूध, दही आदि से पंचामृत बनाकर रख लें।
- इसके बाद विधि विधान से पूजा करें।
- शिव जी पर 108 बार ‘ॐ नमः शिवाय’ कहकर सभी सामग्री समर्पित करें।
- ध्यान रहे कि शिव जी का पूजन अभिषेक रात्रि काल में ही करें।
- इस दिन जागरण कर व्यक्ति को अधिक उत्तम फल प्राप्त होता है।
- इस दिन शिव जी का कीर्तन अवश्य करें।
महाशिवरात्रि की पूजा में अवश्य शामिल करें ये चीज़ें
- अक्षत: भगवान शिव की पूजा में अक्षत से स्वयं महादेव भी प्रसन्न होते हैं और चन्द्रमा भी मज़बूत होता है।
- शहद: महादेव की पूजा में शहद शामिल करने से व्यक्ति को बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
- शुद्ध देसी घी: महादेव की पूजा में शुद्ध देसी घी शामिल करने से आरोग्य जीवन की प्राप्ति होती है और वंश वृद्धि में आ रही बाधा भी दूर होती है।
- गन्ने का रस: भगवान शिव की पूजा में गन्ने का रस शामिल करने से दरिद्रता दूर होती है और सुख समृद्धि में वृद्धि होती है।
- भांग और धतूरा: महादेव को भांग और धतूरा बेहद ही प्रिय होता है ऐसे में शिवरात्रि की पूजा में इसे शामिल करके आप भगवान शिव की प्रसन्नता हासिल कर सकते हैं।
राशि अनुसार कैसे करें महादेव का अभिषेक?
अब जानते हैं कि सभी जातक अपनी अपनी राशि के अनुसार किस प्रकार इस दिन महादेव की विशेष अभिषेक पूजा आराधना करके शीघ्र सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
- मेष राशि: मेष राशि के जातकों के लिए सबसे महत्वपूर्ण विधान है कि आप इस दिन गंगा जल में दूध एवम शक्कर मिलाकर शिव जी का अभिषेक करें। घी का दीपक जलाकर रखें। लाल वस्तुओ का दान करें।
- वृषभ राशि: वृषभ राशि के जातक गाय के दूध में दही मिलाकर शिव जी का अभिषेक करें तो उनकी सभी मनोकामना की पूर्ति अवश्य ही होगी। एवम इस दिन सफेद वस्तुओं का दान करें।
- मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातक महाशिवरात्रि के दिन गन्ने के रस में धतूरा मिलाकर भगवान शिव जी का अभिषेक करें एवम गणेश जी पर दुर्वा घास एवम फूल माला अर्पित करें। हरे कपड़े दान करें। ऐसा करने से आपकी सभी परेशानियों का अंत हो जायेगा।
- कर्क राशि: कर्क राशि के जातक भगवान शिव जी पर चावल एवम सफेद फूल अर्पित करें एवम गाय का दूध एवम मिश्री, शकर मिलाकर शिव जी का अभिषेक करें। ऐसा करने से आपकी सभी समस्या का समाधान हो जाएगा। इस दिन सफेद वस्त्र और वस्तओं का दान करें।
- सिंह राशि: सिंह राशि के जातक महाशिवरात्रि के दिन गाय का दूध एवम गंगा जल में लाल चंदन पाउडर मिलाकर शिव जी का अभिषेक करें तो सभी प्रकार की सुख शान्ति मिलती है। आप इस दिन मसूर की दाल का दान करें।
- कन्या राशि: कन्या राशि के जातकों के लिए 108 बेलपत्र ‘ॐ नमः शिवाय’ कहकर अर्पित करें एवम गंगा जल में दुर्वा घास एवम शक्कर मिलाकर महादेव का अभिषेक करें। इस दिन गाय को हरी घास खिलाएं एवम हरे कपड़े दान करें। ऐसा करने से मानसिक तनाव दूर होगा और, परिवार में सुख शांति प्रदान होगी।
- तुला राशि: तुला राशि के जातक गाय के दूध में देशी घी एवम गुलाब जल मिलाकर शिव जी का अभिषेक करें। शिव जी पर मक्खन, मिश्री, एवम सफेद वस्त्र अर्पित करें। महाशिवरात्रि के दिन सफेद वस्तुओ का दान करें तो रोगों से छुटकारा मिलेगा एवम स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
- वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के जातक महाशिवरात्रि के दिन गंगा जल में शहद मिलाकर शिव जी का अभिषेक करें एवम सिंदूर एवम चमेली का तेल मिलाकर अभिषेक करें। इसके अलावा इस दिन मसूर दाल का दान करें तो समस्त सुख जैसे वाहन, आवास, स्थाई संपत्ति, सुख मिलेगा। साथ ही इन उपायों से आपका शरीर भी स्वस्थ रहता है।
- धनु राशि: धनु राशि के जातक महाशिवरात्रि के दिन गाय के दूध में शक्कर मिलाकर शिव जी का अभिषेक करें एवम 108 बिल्व पत्ते, आंकड़े के फूल, एवम पीले फूल माला भगवान शिव को अर्पित करें। इस दिन चना दाल एवम पीला भोजन दान करें तो विद्या भाव उत्तम रहेगा, बुद्धि अच्छी होगी, संतान पक्ष के सन्दर्भ में शुभ परिणाम हासिल होंगे।
- मकर राशि: मकर राशि के जातक महाशिवरात्र के दिन तिल के तेल में लाल चंदन पाउडर मिलाकर शिव जी का अभिषेक करें एवम ताम्र पात्र से जल भरकर महादेव को अर्पण करें। इस दिन आप काले तिल एवम उड़द दाल का दान करें तो समस्त शनि का दोष शान्त होगा और जीवन में वैभव, वाहन, धन प्राप्ति होगी। साथ ही रोगों का नाश भी होगा।
- कुंभ राशि: कुंभ राशि के जातक महाशिवरात्रि के दिन केसर मिश्रित जल एवम गाय का दूध मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें एवम पंचामृत से महादेव को स्नान कराएं। 108 बेल पत्र ‘ॐ नमः शिवाय’ कहकर अर्पण करें तो इससे शनि के द्वारा किया गया अनिष्ट फल शांति होगा और आपका भाग्य भाव उत्तम बनेगा।
- मीन राशि: मीन राशि के जातक महाशिवरात्रि के दिन गंगा जल में केसर हल्दी एवम शक्कर मिलाकर शिव जी का अभिषेक करें। पीले वस्त्र एवम वस्तुओं का दान करें। इस प्रकार से शादी विवाह, मान सम्मान, संतान पक्ष में आ रही किसी भी प्रकार की बाधा खत्म होगी।
नये साल में करियर की कोई भी दुविधा कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट से करें दूर
लेखक (विद्वान ज्योतिषी अविनाश पांडे) की कलम से: मेरा सभी भक्तो से अनुरोध है कि आप 1 मार्च, 2022 को महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर श्रद्धा विश्वास से महादेव का पूजन करें, उनका अभिषेक करें, रात्रि जागरण करें एवम व्रत आदि अवश्य करें। भगवान शिव को सफेद वस्त्र, मिष्ठान, पान, सुपारी, लॉन्ग, इलायची, भांग आदि श्रद्धाभाव से समर्पित करें एवम माता पार्वती को लाल वस्त्र, साड़ी, चुनरी, शृंगार सामग्री, आदि भक्ति भाव से अर्पण करें।
इस प्रकार विशेष अभिषेक पूजा करने से शीघ्र मनोकामना पूर्ण होती है, संतान पक्ष हेतु, शत्रु पक्ष, एवम रोग बाधा, अशांति, तनाव, विवाद से मुक्ति मिलती है, एवम नौकरी, पैसा वैभव सभी कामना को भोले नाथ पूरा अवश्य करते हैं।
यदि ज्योतिष शास्त्र संबंधी कोई प्राब्लम, समस्या, या किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त करनी हो तो आचार्य अविनाश पांडे से व्यक्तिगत परामर्श प्राप्त करने के लिए अभी फोन/चैट के माध्यम से जुड़ सकते हैं।
आशा है कि पिछले लेखों की तरह यह सारगर्भित प्रमाणिक जानकारी से आप लोग लाभ प्राप्त करेंगे। मेरे और एस्ट्रोसेज की तरफ से आप सभी को महाशिवरात्रि की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।