2 शुभ योगों में शुरू हो रहा है नव वर्ष 2023; शुभ कार्यों के लिए बन रहा है उत्तम संयोग!

हर कोई 2023 का इंतजार कर रहा है।  2022 को अलविदा कहने का वक्त करीब आ गया है। दुनियाभर में नए साल के आगमन के स्वागत की तैयारियां चल रही हैं। ऐसे में हर कोई चाहता है कि नया साल उनके लिए खुशियां लेकर आए। आने वाले साल को बीते वर्ष की तुलना में बेहतर बनाने के लिए लोग कड़ी मेहनत भी करते हैं। इसके अलावा लोग नए साल से अपने जीवन में अच्छी आदतें अपनाने और बुरी आदतें छोड़ने के लिए संकल्प भी लेते हैं। वहीं अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के लिए कई योजनाएं भी बनाते हैं, लेकिन इन सबके बीच हर किसी के मन में ख्याल आ रहा है कि साल 2023 कैसा होगा? 

हिन्दू पंचांग के अनुसार नए साल की पहली सुबह, दो शुभ योग बन रहे हैं। माना जा रहा है कि इन शुभ योगों में नए साल की शुरुआत बेहद खास होने वाली है। आइए एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में जानते हैं कि नए साल के पहले दिन यानी 01 जनवरी 2023 को कौन-कौन से योग बन रहे हैं और ये योग आपके न्यू ईयर को कैसे ‘हैप्पी’ बना सकते हैं। इसके अलावा इसमें हम और भी महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में चर्चा करेंगे।

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नए साल 2023 बन रहे हैं दो बेहद शुभ योग

हिंदू पंचांग के अनुसार, 01 जनवरी, 2023 (रविवार) को दो शुभ योग बन रहे हैं। धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से इन योगों को बहुत ही शुभ माना गया है। इस दिन सुबह 07 बजकर 23 मिनट तक शिव योग बन रहा है और इसके बाद सिद्ध योग का निर्माण होगा, जो 02 जनवरी 2023 (सोमवार) को 06 बजकर 55 मिनट तक रहेगा। आइए अब जानते हैं शिव और सिद्ध योग के बारे में। 

शिव योग

शिव योग को तंत्र या वामयोग भी कहते हैं। शिव का अर्थ है अनंत और योग का मतलब है जुड़ना। अर्थात् अनंत से जुड़ने को ही शिव योग कहते हैं। इस अवधि के दौरान भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा पाठ करना बेहद फलदायी माना जाता है। इस दौरान किया गया किसी भी मंत्र का जाप अवश्य सिद्ध होता है। इसके अलावा किए गए शुभ कार्यों का फल भी कई गुना मिलता है। शुभ और मांगलिक कामों के लिए यह योग काफ़ी अच्छा माना गया है। मान्यता है कि इस योग में मोक्ष की प्राप्ति करने के लिए तीन मार्ग है। वह हैं- जागरण, अभ्यास व ईश्वर के प्रति समर्पण। 

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सिद्ध योग

सिद्धयोग को सहजयोग, महायोग या सिद्ध महायोग भी कहा जाता है। इस योग में भगवान का नाम और उनके मंत्र का जाप करने से हर मनोकामना पूरी होती है। वहीं मान्यता है कि इस योग में जो भी कार्य किए जाते हैं उसका सकारात्मक परिणाम जरूर मिलता है। इसलिए किसी भी तरह का शुभ कार्य करने के लिए सिद्ध योग को पहली प्राथमिकता दी जाती है। इस योग में मकान या दुकान खरीदना, गृह प्रवेश करना, वाहन खरीदना, मकान की रजिस्ट्री करना, सगाई आदि जैसे शुभ कार्य करना उचित माना जाता है। 

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सूर्योदय का समय और पूजा विधि

साल के पहले दिन यानी 01 जनवरी 2023 को सुबह 07 बजकर 13 मिनट पर सूर्योदय होगा और शाम 5 बजकर 35 मिनट पर सूर्यास्त होगा। ऐसे में इस दौरान सुबह उठकर सूर्योदय से पहले स्नान आदि कर साफ कपड़े पहन लें। उसके बाद पूजा स्थल पर बैठ जाएं। सूर्योदय के समय सूर्यदेव को ”ॐ सूर्याय नमः’ या ”ॐ घृणि सूर्याय नम:” मंत्र के साथ जल अर्पित करें और साथ ही लाल फूल जरूर अर्पित करें।

सूर्य के ये मंत्र भी हैं बेहद लाभकारी 

  • ॐ एहि सूर्य सहस्त्रांशो तेजोराशे जगत्पते।
  • अनुकम्पय मां भक्त्या गृहणाध्र्य दिवाकर।।
  • ॐ घृणि सूर्याय नमः।।
  • ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पतेए अनुकंपयेमां भक्त्याए गृहाणार्घय दिवाकररू।।
  • ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ।।

01 जनवरी 2023: अभिजीत मुहूर्त समय

01 जनवरी, 2023 को अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 3 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगी। इस मुहूर्त में कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है।

राहु काल का समय

पंचांग के अनुसार 01 जनवरी, 2023 दिन रविवार को राहुकाल का समय शाम 04 बजकर 17 मिनट से प्रारंभ होगा और 5 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। राहुकाल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। मान्यता है कि इस मुहूर्त में किए गए शुभ कार्य का अशुभ फल मिलता है।

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न्यू ईयर 2023: राशि अनुसार उपाय

मेष

मेष राशि के जातक इस शुभ योग के दौरान गोबर के उपले पर दो कपूर रखकर रात के समय अपने घर के मेन गेट पर जलाएं। इससे शत्रुओं से छुटकारा मिलेगा। साथ ही शत्रु द्वारा आपके खिलाफ रचा षड्यंत्र व्यर्थ हो जाएगा।

वृषभ

अगर आपकी लव लाइफ में समस्या चल रही है तो सफेद रंग का नया रुमाल लेकर उस पर जीवनसाथी या लवमेट की पसंद का कोई अच्छा-सा परफ्यूम लगा दें और उस रुमाल को अपने जीवनसाथी या लवमेट को गिफ्ट कर दें। अगर आपका पार्टनर आपसे दूर है तो आप उस रुमाल को अपने पास रख लें और मिलने पर उसे गिफ्ट कर दें। इससे रिश्तों में बेहतर सामंजस्य स्थापित किया जा सकता है।

मिथुन

इस दौरान स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहन कर शुक्र देव के मंत्र- “ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:” का जाप करें।

कर्क

इस योग के दौरान सफेद कपड़े में एक मुठ्ठी चावल बांधकर अपनी तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।

सिंह

सिंह राशि के जातक इस दिन मां लक्ष्मी को सफेद फूल से बनी माला अर्पित करें। इसके साथ ही खोए से बनी मिठाई भी चढ़ाएं। इससे करियर के क्षेत्र में आ रही समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।

कन्या

घर के मंदिर में ही एक सुगंधित इत्र की शीशी रखें। ऐसा करने से सुंदरता में वृद्धि होगी।

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तुला

देवी लक्ष्मी को सिंदूर का तिलक लगाएं। साथ ही उन्हें फूल अर्पित करें। अगर परिवार में तालमेल सही नहीं है तो इससे बेहतर तालमेल स्थापित होगा।

वृश्चिक

शादीशुदा जीवन को बेहतर बनाने के लिए अपने बेड के नीचे एक गोबर के उपले पर कपूर की दो टिकिया रखें और अगले दिन उस उपले को कपूर सहित घर के बाहर जला दें।

धनु राशि

प्रेम-विवाह में आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए दूध और चावल की खीर बनाकर घर के मंदिर में ही भगवान को भोग लगाएं।

मकर

भगवान गणेश की विधि विधान से पूजा करें। उन्हें मोदक का भोग लगाएं। इससे आपके रुके काम बनने लगेंगे।

कुंभ राशि

इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करें। पूजा करते समय देवी मां के सामने दो पीले रंग की कौड़ियां अवश्य रखें। जब पूजा संपन्न हो जाए तो उन कौड़ियों को वहां से उठाकर एक सफेद रंग के कपड़े में बांधकर अपनी अलमारी या तिजोरी में रख दें।

मीन राशि

घर के मंदिर में ही अपने हाथों से पुष्प की माला भगवान विष्णु को अर्पित करें। इससे सकारात्मक ऊर्जा घर में बनी रहेगी। 

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