19 फरवरी शुक्रवार के दिन रथ सप्तमी (Ratha Saptami 2021) का पर्व मनाया जाता है। जानकारी के लिए बता दें माघ मास में आने वाले सप्तमी तिथि को ही रथ सप्तमी (Ratha Saptami) या अचला सप्तमी (Achala Saptami) के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा बहुत ही जगहों पर इसे सूर्य सप्तमी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन सूर्य की पूजा का विधान बताया गया है और इस दिन व्रत करने वाले लोगों को नमक नहीं खाना चाहिए।
हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है यह वही दिन था जिस दिन सूर्य देव का जन्म हुआ था इसलिए इसे सूर्य जयंती (Surya Jayanti) के नाम से भी जाना जाता है। व्यक्ति की कुंडली में मौजूद सूर्य सरकारी नौकरी, पिता, सौभाग्य, कीर्ति इत्यादि चीजों का कारक माना गया है। ऐसे में सूर्य की पूजा करने और कुंडली में मजबूत सूर्य होने से व्यक्ति को इन क्षेत्र में सफलता हासिल होती है।
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तो आइए इस विशेष आर्टिकल में जानते हैं रथ सप्तमी (Ratha Saptami Upay) के दिन किए जाने वाले कुछ ऐसे बेहद सरल उपाय जिन्हें अपनाकर आप भी कार्य क्षेत्र में सफलता और व्यवसाय में तरक्की हासिल कर सकते हैं।
- एक अच्छी नौकरी प्राप्त करना और मौजूदा नौकरी में अच्छा प्रदर्शन करना और अपने व्यवसाय में दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की करना हर व्यक्ति की दिली ख़्वाहिश होती है। ऐसे में इस मनोकामना पूर्ति के लिए रथ सप्तमी (Ratha Saptami Upay)के दिन आपको नमक नहीं खाना चाहिए। हालाँकि इस दिन नमक का दान बेहद ही शुभ माना गया है।
- मान्यता के अनुसार रथ सप्तमी के दिन जो कोई भी व्यक्ति अपनी यथाशक्ति अनुसार दान करता है और पूजन आदि करता है उसे जीवन में हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है और साथ ही आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
- दूसरा उपाय यह किया जा सकता है कि, रथ सप्तमी के दिन आप लाल रंग की गाय को गुड़ खिलाएं। ऐसा करने से आप का भाग्योदय होगा और आपके आर्थिक उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। हिंदू धर्म में गाय को मां लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। ऐसे में रथ सप्तमी के दिन गायों को यथाशक्ति अनुसार भोजन कराने से व्यक्ति के जीवन में कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं रहती है।
- यदि आप अपनी मौजूदा नौकरी में प्रोमोशन या इंक्रीमेंट की उम्मीद कर रहे हैं तो आपको रथ सप्तमी के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने की सलाह दी जाती है। हालांकि यदि ऐसा मुमकिन नहीं है तो आप घर में ही स्नान के पानी में थोड़ा सा गंगा जल डालकर उस पानी से स्नान करें और स्नान के बाद आदित्य हृदय स्त्रोत और गजेंद्र मोक्ष का पाठ अवश्य करें। इस बेहद सरल उपाय को करने से नौकरी में प्रोमोशन, तरक्की के साथ-साथ धन लाभ के योग प्रबल होते हैं। इसके अलावा ऐसा करने से व्यक्ति की सेहत में भी सुधार देखने को मिलता है।
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- इसके अलावा जिन व्यक्तियों को व्यापार में वृद्धि, तरक्की और सफलता की मनोकामना प्राप्ति करनी हो उन्हें रथ सप्तमी के दिन सूर्य देव की विधिवत पूजा और सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करने की सलाह दी जाती है। इस दिन सूर्य देव को अर्पित करते समय जल में लाल कनेर का फूल अवश्य डाल लें।
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- आर्थिक संपन्नता के लिए इस रथ सप्तमी के दिन मिट्टी के एक बर्तन में दूध गर्म करें। इसके बाद उस दूध को कुछ देर से सूर्य की रोशनी में रख दें। इसके बाद उस दूध से खीर बनाकर मां लक्ष्मी और सूर्य देव को भोग लगाएं। कहा जाता है इस उपाय को करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और साथ ही साथ कुंडली में सूर्य की स्थिति भी मजबूत होती है। जिससे आपको जीवन में हर एक क्षेत्र में सफलता और आर्थिक संपन्नता का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
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- जैसा कि हमने पहले भी कहा कि, कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होना बेहद आवश्यक होती है। ऐसे में रथ सप्तमी के दिन कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत करने के लिए सूर्य देव की विधिवत पूजा करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा सूर्य देव के नाम से दीप दान भी करना बेहद ही शुभ फलदाई होता है। आप चाहे तो इस दिन सूर्य से संबंधित चीजों जैसे पीले रंग के कपड़े या लाल रंग के कपड़े, लाल चंदन और गुड़ का प्रयोग कर सकते हैं। इसके अलावा इस दिन अपनी यथाशक्ति अनुसार दान अवश्य दें। ऐसा करने से कुंडली में सूर्य देव की स्थिति मजबूत होती है और साथ ही जीवन का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
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