नक्षत्र राशिफल से जानें साल 2024 के सबसे खुशकिस्मत जातकों का नाम

नए साल वर्ष 2024 के बारे में अगर आप नक्षत्र के आधार पर जाना चाहते हैं अर्थात नक्षत्र राशिफल 2024 पढ़ना चाहते हैं तो आप एकदम सही जगह पर आए हैं क्योंकि एस्ट्रोसेज के इस खास अंक में हम आपको वर्ष 2024 से संबंधित सभी राशियों के लिए नक्षत्र आधारित राशिफल यहां प्रदान कर रहे हैं।

वैदिक ज्योतिष में नक्षत्र भी ग्रहों की ही तरह महत्वपूर्ण माने गए हैं और जब भी कोई महत्वपूर्ण भविष्यवाणी की जाती है या शुभ मुहूर्त की गणना की जाती है तो ग्रहों के साथ-साथ नक्षत्र की स्थिति और चाल पर भी गौर किया जाता है। यही वजह है कि बहुत से लोग नक्षत्र आधारित राशिफल में भी रुचि रखते हैं। 

तो चलिए अपने इस खास ब्लॉग के माध्यम से जान लेते हैं नक्षत्र राशिफल 2024 आपके लिए क्या नई और अनोखी भविष्यवाणी लेकर आया है। साथ ही जानते हैं नक्षत्रों से जुड़ी कुछ बेहद ही दिलचस्प और रोचक बातों की भी जानकारी।

साल 2024 आपके और आपके परिवार के लिए रहेगा कैसा? विद्वान ज्योतिषियों से जानें जवाब

नक्षत्रों का वैदिक ज्योतिष में महत्व

वैदिक ज्योतिष में 27 नक्षत्र के बारे में बताया गया है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यह 27 नक्षत्र दक्ष प्रजापति की पुत्रियाँ मानी गई हैं। वैदिक ज्योतिष में ज्योतिषीय गणना के लिए 12 राशियां और आकाश को 27 नक्षत्र में विभाजित किया गया है। सभी नौ ग्रहों को इन 27 नक्षत्र में बांटा जाता है और हर एक ग्रह तीन नक्षत्र के स्वामी होते हैं।

यहां यह भी जानना दिलचस्प है कि वैदिक ज्योतिष के अनुसार आकाश में तारा समूह को नक्षत्र कहा जाता है। इन्हीं नक्षत्र की गणना पर ज्योतिषीय भविष्यवाणी की जाती है। ज्योतिष में बताए गए 27 नक्षत्र चंद्रमा के पथ से जुड़े हुए होते हैं। चंद्रमा लगभग 27 दिनों में पृथ्वी की परिक्रमा को पूरे करता है यानी कि एक महीने में चंद्रमा मुख्य सितारों के समूहों के बीच भ्रमण करता है। 

जिस तरह सूर्य मेष से लेकर मीन यानी कि सभी 12 राशियों तक हर एक महीने में भ्रमण करते हैं ठीक इसी तरह से चंद्रमा सभी 27 नक्षत्र में भ्रमण करते हैं। इस समय को नक्षत्र मास कहा जाता है। ऐसे में 27 दोनों का एक नक्षत्र मास होता है।

नक्षत्रों का पौराणिक महत्व जानते हैं आप? 

जैसा की हमने पहले भी बताया कि, पुराणों में इन 27 नक्षत्रों को दक्ष प्रजापति की बेटियों के तौर पर माना जाता है। इन तारों का विवाह सोमदेव अर्थात चंद्रमा के साथ हुआ है। चंद्रमा को यूं तो अपनी सभी रानियां प्यारी थीं लेकिन इन सब में सबसे प्रिय उन्हें रोहिणी नक्षत्र था जिसकी वजह से चंद्रमा को श्राप का सामना भी करना पड़ा था। 

नक्षत्र का वैदिक ज्योतिष में इतना महत्व इसलिए माना गया है क्योंकि नक्षत्र द्वारा किसी व्यक्ति के सोचने समझने की शक्ति, अंतर्दृष्टि और उसकी विशेषताओं का विश्लेषण बेहद ही आसानी से किया जा सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं यह नक्षत्र व्यक्ति की दशा अवधि की गणना करने में भी सहायक साबित होते हैं। भारतीय ज्योतिष में नक्षत्र को चंद्र महल कहा जाता है और यह पंचांग का बेहद ही महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं।

साल 2024 की सबसे सटीक और विस्तृत भविष्यवाणी के लिए पढ़ें राशिफल 2024

कैसे जानें अपना जन्म नक्षत्र 

व्यक्ति के जन्म के समय चंद्रमा जिस भी नक्षत्र में मौजूद होता है वही व्यक्ति का जन्म नक्षत्र माना जाता है। अगर किसी व्यक्ति के वास्तविक जन्म नक्षत्र की जानकारी हो तो ऐसे में उसके बारे में सटीक भविष्यवाणी करना बहुत आसान हो जाता है। हालांकि अगर आपको अपना जन्म नक्षत्र पता नहीं है और आप जानना चाहते हैं कि आपका जन्म नक्षत्र क्या है तो आप हमारे नक्षत्र कैलकुलेटर से इस बात की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 

जन्म नक्षत्र जानने के बाद आप अपनी कुंडली में मौजूद तमाम तरह के दोषों और नकारात्मक प्रभावों को दूर करने के उपायों की जानकारी भी जान सकते हैं जिनसे आपका जीवन और भी ज्यादा सफल और सिद्ध बनता है। इसके अलावा जब भी सनातन धर्म में विवाह की बात आती है तो भी वर और वधू का कुंडली मिलान करते समय नक्षत्रों को विशेष महत्व दिया जाता है।

नक्षत्र और उनके गुण 

वैदिक ज्योतिष में नक्षत्रों की कुल संख्या 27 बताई गई है। इनमें से कुछ नक्षत्र शुभ नक्षत्र माने जाते हैं, कुछ अशुभ नक्षत्र माने जाते हैं, तो कुछ मध्यम नक्षत्र माने गए हैं।

शुभ नक्षत्र की बात करें तो यह वो नक्षत्र होते हैं जिनमें कोई भी काम किया जाए तो व्यक्ति को सिद्धि और सफलता अवश्य मिलती है। 27 में से 15 नक्षत्रों को शुभ माना जाता है इनमें रोहिणी नक्षत्र, अश्विनी नक्षत्र, मृगशिरा नक्षत्र, पुष्य नक्षत्र, हस्त नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र, रेवती नक्षत्र, श्रवण नक्षत्र, स्वाति नक्षत्र, अनुराधा नक्षत्र, उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र, धनिष्ठा नक्षत्र, पुनर्वसु नक्षत्र, आते हैं।

वहीं अशुभ नक्षत्रों की बात करें तो, ये वो नक्षत्र होते हैं जिनमें कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है। अगर इसमें कोई भी काम किया जाए तो व्यक्ति को निराशा या रूकावटों का सामना करना पड़ता है। अशुभ नक्षत्रों की बात करें तो भरणी नक्षत्र, कृतिका नक्षत्र, मघा नक्षत्र और अश्लेषा नक्षत्र को अशुभ ग्रहों की श्रेणी में डाला गया है।

अंत में आते हैं मध्यम नक्षत्र। ये वो नक्षत्र होते हैं जिनमें कोई बड़ा या विशेष काम करना वर्जित होता है हालांकि अगर आप सामान्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इस नक्षत्र से आपको कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। इनमें पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र, पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र, पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र, विशाखा नक्षत्र, ज्येष्ठा नक्षत्र, आर्द्रा नक्षत्र, मूल नक्षत्र और शतभिषा नक्षत्र आते हैं। 

नक्षत्रों की व्यापक जानकारी जानने के बाद चलिए अब आगे बढ़ते हैं और इन्हीं नक्षत्रों पर आधारित राशिफल पर नजर डालते हैं और जानते हैं कि सभी नक्षत्र के जातकों का साल 2024 कैसा रहने वाला है। 

नक्षत्र राशिफल 2024 

अश्विनी नक्षत्र 

नक्षत्र राशिफल 2024 भविष्यवाणी कर रहा है कि 27 नक्षत्रों में….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

भरणी नक्षत्र 

नक्षत्र राशिफल 2024 कहता है कि नक्षत्र सूची में भरणी दूसरा नक्षत्र है जो कि मेष राशि में….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कृतिका नक्षत्र 

नक्षत्र राशिफल 2024 के अनुसार, सभी 27 नक्षत्रों में कृतिका तीसरा नक्षत्र है जो कि….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

रोहिणी नक्षत्र 

नक्षत्रों में रोहिणी नक्षत्र को चौथा स्थान प्राप्त है और यह वृषभ राशि के अंतर्गत 10.1 अंश से 23.2 अंश….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मृगशिरा नक्षत्र 

27 नक्षत्रों में मृगशिरा नक्षत्र पांचवें स्थान पर आता है। यह वृषभ राशि और मिथुन राशि में….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

आद्रा नक्षत्र 

नक्षत्र राशिफल 2024 भविष्यवाणी करता है कि 27 नक्षत्रों की सूची में आर्द्रा नक्षत्र छठा नक्षत्र है और यह ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

पुनर्वसु नक्षत्र 

नक्षत्र राशिफल 2024 के अनुसार, सभी नक्षत्रों में पुनर्वसु नक्षत्र को सातवां स्थान प्राप्त है। यह नक्षत्र….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

पुष्य नक्षत्र 

27 नक्षत्रों में से पुष्य नक्षत्र को आठवां स्थान प्राप्त है जो कि कर्क राशि में 3.21 अंश से ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

अश्लेषा नक्षत्र 

अश्लेषा नक्षत्र को नौवां स्थान प्राप्त है और यह कर्क राशि में ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मघा नक्षत्र 

नक्षत्रों की सूची में मघा नक्षत्र को दसवां स्थान प्राप्त है। यह सिंह राशि में….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र 

नक्षत्र राशिफल 2024 भविष्यवाणी कर रहा है कि पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र को ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र 

27 नक्षत्रों की सूची में उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र को बारहवां स्थान प्राप्त है और सिंह राशि में….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

हस्त नक्षत्र 

हस्त नक्षत्र को 27 नक्षत्रों में तेरहवां स्थान प्राप्त है और यह कन्या राशि में….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

चित्रा नक्षत्र 

27 नक्षत्रों में चित्रा नक्षत्र चौदहवां है जो कि कन्या राशि और तुला राशि ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

स्वाति नक्षत्र 

नक्षत्र सूची में स्वाति नक्षत्र पंद्रहवें स्थान पर आता है और यह नक्षत्र तुला राशि में….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

विशाखा नक्षत्र 

विशाखा नक्षत्र को सभी नक्षत्रों में सोलहवां स्थान प्राप्त है। यह नक्षत्र….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

अनुराधा नक्षत्र 

27 नक्षत्रों की सूची में अनुराधा नक्षत्र को सत्रहवां स्थान प्राप्त है जो कि….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

ज्येष्ठा नक्षत्र 

ज्येष्ठा नक्षत्र को 27 नक्षत्रों में अठारहवां स्थान प्राप्त है और यह नक्षत्र ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मूल नक्षत्र 

मूल नक्षत्र को नक्षत्र सूची में उन्नीसवां स्थान प्राप्त है और यह नक्षत्र….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र 

नक्षत्र राशिफल 2024 के अनुसार, 27 नक्षत्रों में पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र को ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

उत्तरा आषाढ़ नक्षत्र 

27 नक्षत्रों में उत्तरा आषाढ़ इक्कीसवां नक्षत्र है और यह धनु राशि में ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

श्रवण नक्षत्र 

श्रवण नक्षत्र को नक्षत्र सूची में बाईसवां स्थान प्राप्त है। यह मकर राशि के ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

धनिष्ठा नक्षत्र 

नक्षत्र सूची में धनिष्ठा नक्षत्र को तेईसवां स्थान प्राप्त है। मकर और कुंभ राशि में ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

शतभिषा नक्षत्र 

शतभिषा नक्षत्र को नक्षत्र सूची में चौबीसवां स्थान प्राप्त है जो कि ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र 

पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र को पच्चीसवां स्थान प्राप्त है। यह नक्षत्र कुंभ और मीन में….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र 

उत्तराभाद्रपद नक्षत्र को नक्षत्र सूची में छब्बीसवां स्थान प्राप्त है जो कि….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

रेवती नक्षत्र 

27 नक्षत्रों में रेवती नक्षत्र को सत्ताईसवां स्थान प्राप्त है जो कि मीन राशि के ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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हम आशा करते हैं कि वर्ष 2024 आपके लिए शुभ और मंगलमय हो। एस्ट्रोसेज की ओर से नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं!

Dharma

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