मासिक शिवरात्रि : देश भर के शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़, जानें जल चढ़ाने का शुभ मुहूर्त !

आज मासिक शिवरात्रि के दिन देश के प्रमुख शिव मंदिरों में शिव भक्तों की भाड़ी देखी जा सकती है। पौराणिक हिन्दू मान्यताओं के अनुसार हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। इस प्रकार से साल में कुल बारह शिवरात्रि आती है जिसमें से एक महाशिवरात्रि और ग्यारह मासिक शिवरात्रि कहलाती है। इस दिन शिव जी के साथ ही साथ माता पार्वती की पूजा अर्चना भी की जाती है। आज हम आपको मासिक शिवरात्रि के महत्व, पूजा विधि और प्रमुख लाभों के बारे में बताने जा रहे हैं। इसके साथ ही जानें आज शिव पूजा के शुभ मुहूर्त के बारे में। 

शिव पूजा का शुभ मुहूर्त 

आज आप सुबह 6:45 बजे से शाम के 7:38 बजे तक शिव मंदिर जाकर विधि पूर्वक शिव जी की पूजा अर्चना कर सकते हैं।

मासिक शिवरात्रि का महत्व

ऐसी मान्यता है कि आज के दिन ही भगवान् शिव जी शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए थे। आज के दिन ही भगवान् विष्णु और ब्रह्मा जी के द्वारा भी शिवलिंग की पहली बार पूजा की गयी थी। हमारे हिन्दू धर्म में पूजनीय प्रमुख देवियों ने भी इस दिन व्रत रखकर भगवान् शिव की पूजा अर्चना की थी। चूँकि शिव जी कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन ही शिव लिंग के रूप में प्रकट हुए थे इसलिए हर माह के इस तिथि को मासिक शिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। आज के दिन शिव भक्त शिव जी की पूजा आराधना कर व्रत रखकर उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं। हालाँकि आज के दिन पड़ने वाले शिवरात्रि को सावन माह होने की वजह से सावन शिवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है।

सावन के इस पवित्र माह में आने वाले मासिक शिवरात्रि के दिन मुख्य रूप से शिव जी के प्रमुख धार्मिक स्थलों हरिद्वार, काशी विश्वनाथ, बैधनाथ, और देवघर आदि जगहों पर श्रद्धालु शिव पूजा के लिए घंटों इंतज़ार करते हैं। आज के दिन कांवड़िये भी इन शिव धामों में शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं। मासिक शिवरात्रि को भगवान् शिव की पूजा अर्चना के लिए सबसे पवित्र दिन माना जाता है।

मासिक शिवरात्रि के दिन इस प्रकार से करें शिव जी की पूजा

  • आज के दिन विशेष रूप से प्रदोष काल में शिव जी की पूजा अर्चना करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
  • मासिक शिवरात्रि के दिन यदि आप व्रत रख रहे हैं तो अन्न ग्रहण ना करें। आज के दिन फलाहार करके ही व्रत रखा जाता है।
  • सूर्योदय से पूर्व उठकर नए वस्त्र धारण कर व्रत का संकल्प लें।
  • शिव मंदिर जाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करें और धूप-दीप दिखाते हुए लगातार “ॐ नमः शिवाय” का जाप करें।
  • इसके अलावा आज एक दिन शिव पुराण, शिव चालीसा और शिव स्त्रोत का जाप करना भी ख़ासा लाभकारी साबित हो सकता है।
  • आज एक दिन शिवलिंग पर दूध, दही और शहद चढ़ाने के भी विशेष लाभ मिलते हैं।
  • आज के दिन व्रतियों को शिव भक्ति में पूरी तरह से लीन रहना चाहिए।
  • रात एक समय जागरण कर शिव जी को प्रसन्न कर सकते हैं।
  • आज के दिन रखे जाने वाले व्रत को अगले दिन ही खोला जाता है।

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