मंत्र जप का हिंदू धर्म में बड़ा महत्व है। ऐसा माना जाता है कि मंत्रों के जप से व्यक्ति को आलौकिक शक्तियां प्राप्त होती हैं और साथ ही जीवन की परेशानियां भी दूर होती हैं। यही वजह है कि साधु-संत के अलावा आम लोग भी मंत्र जप करते हैं। आज हम अपने इस लेख में आपको बताएंगे कि मंत्र जप का क्या महत्व है और यदि आप मंदिर में मंत्र जप करते हैं तो आपको किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।
मंदिर में मंत्र जाप के दौरान बरतें यह सावधानियां
हिंदू धर्म में मंदिर न केवल भगवान को पूजने की जगह होते हैं बल्कि मंदिरों में भक्त ध्यान, मंत्र जाप करके अपनी आत्मशुद्धि भी करते हैं। इसलिए जब मंदिर में मंत्र जाप किया जाता है तो कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। इन बातों के बारे में नीचे बताया गया है।
- मंदिर में मंत्र जाप से पूर्व स्नान-ध्यान अवश्य करें।
- मंत्र जाप से पूर्व जमीन पर ऊनी आसन बिछाएं।
- यदि माला पर मंत्र जाप कर रहे हैं तो माला को हमेशा दाहिने हाथ में रखें।
- ख्याल रखें कि माला फेरते समय उसपर आपके नाखून न लगें।
- माला को सीन से कुछ दूरी पर रखें।
- नाक से ऊपर माला न हो और ना ही नाभी से नीचे।
- माला जाप करते समय आखें बंद हों।
- मंत्रों के जाप के समय अपने शरीर को स्थिल रखने की कोशिश करें।
- यदि बिना माला की सहायता के मंत्र जाप कर रहे हैं तो पद्मासन या सुखआसन में बैठकर हाथों को अपनी गोद में या घुटनों पर रखें।
यदि मंत्र जप करते वक्त आप इन बातों का ख्याल रखते हैं तो आपको लाभ अवश्य मिलेगा।
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मंत्र जाप का महत्व
मंत्र वह नाद है जो व्यक्ति को शक्ति प्रदान करता है। भारतीय मनीषियों ने पुरातन काल में ही मंत्रों की शक्ति को जान लिया था। माना जाता है कि मंत्रों की शक्ति से व्यक्ति अपने भविष्य को भी बदल सकता है। आज के दौर में भी गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र आदि ऐसे मंत्र हैं जिनका उच्चारण हिंदू धर्म में आस्था रखने वालों के द्वारा किया जाता है। मंत्र केवल शक्ति के लिए ही नहीं बल्कि मानसिक शांति के लिए भी किये जाते हैं। आज भी हिंदू धर्म में कोई भी शुभ कार्य बिना मंत्रों के नहीं किया जाता। ऐसा माना जाता है कि मंत्रों के जाप से आसपास का वातावरण भी शुद्ध हो जाता है। आज भी लोग मंत्र सिद्धि के द्वारा विशेष शक्तियां पाते हैं। मुख्य रूप से हमारे मनीषियों द्वारा मंत्रों का निर्माण इसलिए किया गया था ताकि मानव जाति सशक्त हो सके।
कुछ शक्तिशाली मंत्र
आज के दौर में भी मंत्रों की अहमियत कम नहीं हुई है और लोग मन की शांति और सिद्धियों की प्राप्ति के लिए मंत्रों का जाप करते हैं। नीचे कुछ शक्तिशाली मंत्रों के बारे में बताया गया है इनके जाप से व्यक्ति को कई परेशानियों से मुक्ति मिलती है, साथ ही इनके जाप से सिद्धियां भी मिलती हैं।
- शिव जी का मंत्र-ॐ नम: शिवाय।
- महामृत्युंजय मंत्र-ॐ भूर्भुवः स्वः तत् सवितुर्वरेण्यं। भर्गोदेवस्य धीमहि। धियो यो न: प्रचोदयात्।
- गायत्री मंत्र- ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्।।
जो भी व्यक्ति अपने जीवन को सार्थक बनाना चाहता है उसे इन मंत्रों का जाप अवश्य करना चाहिए।