मंगल गोचर : इन दस प्रभावी उपायों से दूर होंगे मंगल के नकारात्मक प्रभाव

वैदिक ज्योतिष किसी भी ग्रह के गोचर को बहुत महत्व देता है। ऐसा इसलिए क्योंकि वैदिक ज्योतिष का मानना है कि ग्रहों का गोचर मनुष्यों के साथ-साथ इस दुनिया के तमाम जीव व जंतुओं को समान रूप से प्रभावित करता है। ग्रहों का यह प्रभाव सकारात्मक रूप में भी हो सकता है और नकारात्मक रूप में भी। ऐसे में यदि कोई जातक जिसके जीवन पर गोचर करने वाले ग्रह की वजह से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, उसे उस ग्रह से जुड़े उपाय जरूर करने चाहिए। साथ ही यदि किसी जातक को ग्रह का गोचर शुभ फल प्रदान कर रहा है और वो इस दौरान गोचर करने वाले ग्रह से जुड़े उपाय करता है तो उस जातक को ग्रह गोचर से मिलने वाले शुभ फल कई गुना ज्यादा और जल्दी प्राप्त होते हैं।

जीवन की दुविधा दूर करने के लिए विद्वान ज्योतिषियों से करें फोन पर बात और चैट

अब चूंकि आज मंगल ग्रह का गोचर सूर्य के स्वामित्व वाली राशि सिंह में होने जा रहा है। ऐसे में आज हम आपको मंगल ग्रह की शांति से जुड़े दस उपाय बताने वाले हैं जिन्हें अपनाकर आप इस गोचर की अवधि का लाभ ले सकते हैं लेकिन उससे पहले मंगल गोचर से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी आपके साथ साझा कर देते हैं।

मंगल गोचर

साल 2021 में मंगल ग्रह का गोचर 20 जुलाई को मंगलवार की शाम को 05 बजकर 21 मिनट पर सूर्य के स्वामित्व वाली राशि सिंह में हो जाएगा। आपको बता दें कि मंगल ग्रह 06 सितंबर 2021 को सोमवार की सुबह 03 बजकर 21 मिनट तक सिंह राशि में ही मौजूद रहेगा। इसके बाद ये बुध ग्रह के स्वामित्व वाली राशि कन्या में गोचर का जाएगा। 

आइये अब आपको मंगल ग्रह से जुड़े उपाय बता देते हैं।

मंगल ग्रह शांति उपाय

  • मंगलवार का दिन विशेष रूप से मंगल देवता को समर्पित होता है। ऐसे में मंगल देवता को प्रसन्न करने के लिए आप मंगलवार के दिन व्रत रख सकते हैं। इस दिन नमक व अन्न ग्रहण न करें। फलाहार पर रहें। अगर परेशानी महसूस हो तो सेंधा नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • मंगल देवता लाल रंग का प्रतिनिधित्व करते हैं। ऐसे में मंगल ग्रह की अपने जीवन में स्थिति मजबूत करने के लिए आप मंगलवार को लाल रंग या फिर कॉपर शेड के वस्त्र धारण करें। इससे मंगल देवता आप पर विशेष कृपा करेंगे।
  • हनुमान जी की पूजा करें। खासकर मंगलवार के दिन सुंदरकांड का पाठ जरूर करें। इससे मंगल देवता आप पर अति प्रसन्न होंगे। इसके अलावा प्रतिदिन भगवान नरसिंह की पूजा करने से भी मंगल देवता जातकों को शुभ फल प्रदान करते हैं।
  • वे जातक जिनकी कुंडली में मंगल कमजोर स्थिति में हो वे मूंगा रत्न धारण कर सकते हैं। हालांकि आपको सुझाव दिया जाता है कि कोई भी रत्न धारण करने से पहले एक बार किसी विद्वान ज्योतिषी से अवश्य सलाह ले लें। अन्यथा गलत रत्नों को धारण करने से जातकों के जीवन पर कभी-कभी नकारात्मक असर भी पड़ जाता है।
  • मंगल को मजबूत करने के लिए आप अपने घर में मंगल यंत्र की स्थापना भी कर सकते हैं। आप इसे दीवार पर भी टांग सकते हैं या फिर पूजा स्थल पर इसको स्थापित कर के इसकी पूजा भी कर सकते हैं। ऐसा करने से मांगलिक दोष भी खत्म होते हैं।
  • मंगलवार के दिन न उधार लें और न उधार दें। ऐसा करने से जीवन में मंगल की स्थिति कमजोर होती है और जातकों के जीवन में आर्थिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं।  इसलिए ऐसा करने से बचें।
  • सनातन धर्म में दान का विशेष महत्व है। ऐसे में मंगलवार के दिन लाल मसूर, खांड, सौंफ, लाल कनेर के फूल, तांबे का बर्तन इत्यादि का दान करें। इससे मंगल देवता आप पर बेहद प्रसन्न होंगे।
  • मंगलवार को बंदरों को चना व गुड़ खिलाने से भी मंगल शुभ फल देता है।
  • मंगल शांति के लिए जातक तीन मुखी रुद्राक्ष भी धारण कर सकते हैं। आपको बता दें कि रुद्राक्ष को धारण करने से जीवन पर कोई नकारात्मक प्रभाव तो नहीं पड़ता है लेकिन इसे धारण करने के बाद कुछ नियमों का पालन अवश्य करना होता है अन्यथा नकारात्मक फल प्राप्त होते हैं।
  • मंगल देवता को प्रसन्न करने के लिए प्रतिदिन सुबह में स्नान करने के बाद साफ वस्त्र धारण करें और ॐ भौं भौमाय नमः अथवा ॐ अं अंगराकाय नमः मंत्र का जाप करें। 

ये भी पढ़ें : जुलाई में तीन ग्रहों का कर्क राशि में विशेष संयोग, जानें देश-दुनिया पर इसका प्रभाव

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख जरूर पसंद आया होगा। ऐसे ही और भी लेख के लिए बने रहिए एस्ट्रोसेज के साथ। धन्यवाद !

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.