मंगल का वृश्चिक राशि में गोचर

क्रिसमस के दिन मंगल का वृश्चिक राशि में गोचर होगा! वृश्चिक राशि में मंगल का गोचर विशेष रूप से इन राशियों के जीवन पर डालेगा प्रभाव।

मंगल ग्रह को लाल ग्रह के रुप में भी जाना जाता है। यह अचल संपत्ति और संपत्ति के निर्माण का कारक ग्रह है। यह प्रकृति में एक उग्र ग्रह है और इसे भगवान मुरुगा, भगवान वेलुधाम और भगवान सुब्रमण्य से जुड़ा माना जाता है। सभी नवग्रहों में सेनापति का दर्जा प्राप्त मंगल ग्रह वृश्चिक और मेष राशियों का स्वामी है, इसके साथ ही यह मृगशिरा, चित्रा और धनिष्ठा नक्षत्रों का भी प्रतिनिधित्व करता है। यदि कुंडली में मंगल ग्रह मजबूत स्थिति में है तो यह ऐसे व्यक्ति में निडरता और साहस पैदा करता है, जबकि मंगल की कमजोर स्थिति व्यक्ति को आक्रामक और जिद्दी बनाती है।

मंगल के उपाय: मंत्र और उपाय 

कुंडली में मंगल ग्रह

हालांकि मंगल को एक क्रूर ग्रह माना जाता है लेकिन कुंडली में यह अपनी स्थिति के अनुसार अनुकूल परिणाम भी देता है। यह आपके भाई बहनों के बारे में बताता है और कुंडली में यह प्रथम और अष्टम भाव का स्वामी है। मंगल की अनुकूल स्थिति से जातक में साहस और पराक्रम की प्रचुरता होती है, ऐसा जातक विपरीत परिस्थितियों में भी खुद को संभाल लेता है। मंगल की अनुकूल स्थिति से जातक में नेतृत्व करने के गुण होते हैं और वह स्वतंत्रता से जीवन बिताता है। एसे लोगों में रोमांच की भावना बलवती होती है। हालांकि मंगल के प्रभाव वाले लोग किसी की सलाह और सुझाव को पसंद नहीं करते। दूसरी ओर, पीड़ित मंगल जातक को झगड़ालू, क्रोधी और आक्रामक बनाता है। मंगल ग्रह को शांत करने के लिए अनंतमूल की जड़ पहनें और हर मंगलवार हनुमान चालीसा का जाप करें।

मंगल ग्रह को मजबूत बनाने के लिये मंगल यंत्र की स्थापना करें

मंगल का वैवाहिक जीवन पर असर

हिंदू धर्म में विवाह से पूर्व वर और वधु की कुंडली देखी जाती है और कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति और इसके प्रभाव पर भी विचार किया जाता है। जन्म कुंडली में मंगल दोष होने से वैवाहिक जीवन में बाधाएं आ सकती हैं, लग्न से द्वादश, प्रथम, चतुर्थ, सप्तम और अष्टम भाव में मंगल के स्थित होने से मंगल दोष का निर्माण होता है। वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने के लिये और मंगल दोष से छुटकारा पाने के लिये मंगल ग्रह से जुड़े उपाय करने चाहिये। यदि शुक्र और बृहस्पति की दृष्टि मंगल पर पड़ रही है तो इससे मंगल के हानिकारक प्रभावों पर अंकुश लग जाता है।

जानें आपकी कुंडली में मंगल दोष है या नहीं: मंगल दोष रिपोर्ट 

गोचर का समयकाल

25 दिसंबर 2019, बुधवार की रात्रि 20:26 बजे मंगल ग्रह वृश्चिक में गोचर करेगा, यह मंगल ग्रह के स्वामित्व वाली राशि है। 8 फरवरी 2020, शनिवार 02:45 बजे तक मंगल इसी राशि में स्थित रहेगा। मंगल के वृश्चिक राशि में गोचर से सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। तो आइये अब जानते हैं मंगल के इस गोचर से आपको कैसे फल मिलेंगे। मंगल ग्रह के शुभ फलों को प्राप्त करने के लिये नीचे दिये गये बीज मंत्र का जाप करें।

ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः

यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें: चंद्र राशि कैलकुलेटर

मेष

मंगल ग्रह का गोचर आपकी राशि से अष्टम भाव में होगा। इस गोचर के दौरान आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आपको ऐसा भी महसूस होगा कि जो लोग आपको आगे बढ़ते नहीं देखना चाहते वो आपके ..आगे पढ़ें

वृषभ

मंगल ग्रह का गोचर आपकी राशि से सप्तम भाव में होगा। इस भाव से हम जीवन में की जाने वाली साझेदारियों के बारे में विचार करते हैं। वैवाहिक जीवन में सुधार करने के लिए आपको अपने जीवनसाथी के साथ बैठकर बातचीत करने ..आगे पढ़ें

मिथुन

साहस और पराक्रम के कारक ग्रह मंगल का गोचर आपकी राशि से षष्ठम भाव में होगा। मंगल का यह गोचर आपको कई क्षेत्रों में अच्छे फल दिलाएगा। इस समय आपके व्यवहार में अच्छे परिवर्तन आ सकते हैं, अपने गुस्से को काबू कर पाने में आप ..आगे पढ़ें 

कर्क

मंगल के इस गोचरीय काल में आपका पंचम भाव सक्रिय रहेगा। यह गोचर आपको सकारात्मक ऊर्जा से भर देगा और आप अपने कामों को समय पर पूरा कर पाने में सक्षम होंगे। अगर कोई काम अधर में लटका है तो इस दौरान ..आगे पढ़ें

सिंह

मंगल का गोचर आपकी राशि से चतुर्थ भाव में होगा। इस गोचरीय काल में आपको थोड़ा संभलकर चलने की जरुरत है। विपरीत परिस्थितियों का आपको सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आपको यह बात याद रखनी होगी कि जीवन में ..आगे पढ़ें

कन्या

मंगल का आपके तृतीय भाव में गोचर होगा। तृतीय भाव को पराक्रम भाव भी कहा जाता है और इससे आपके साहस और पराक्रम के बारे में विचार किया जाता है। मंगल का यह गोचर आपके लिए शानदार रहने वाला है। वैवाहिक जीवन में इस समय ..आगे पढ़ें

तुला

मंगल देव का गोचर आपकी राशि से द्वितीय भाव में होगा। यह भाव धन भाव भी कहलाता है और इससे हम आपकी वाणी पर भी विचार करते हैं। इस गोचर के दौरान आपको पारिवारिक जीवन में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आप अपने परिवार ..आगे पढ़ें

वृश्चिक

मंगल देव का गोचर आपकी राशि में यानि आपके लग्न भाव में होगा। इस भाव को तनु भाव भी कहा जाता है और इससे हम आपके स्वास्थ्य, शरीर और आत्मज्ञान के बारे में विचार करते हैं। मंगल के इस गोचर के दौरान आपके अंदर की रचनात्मकता ..आगे पढ़ें

धनु

मंगल का यह गोचर आपकी राशि से द्वादश भाव में होने जा रहा है। इस गोचर के दौरान आप मानसिक उलझनों का सामना कर सकते हैं। यह उलझनें आपके कई कामों को अटका सकती हैं। इस अवधि में आपको कोई सही तरीके ..आगे पढ़ें

मकर

मंगल देव आपकी राशि से एकादश भाव में गोचर करने जा रहे हैं। एकादश भाव को लाभ भाव भी कहा जाता है। मंगल का यह गोचर आपके लिए कई मायनों में अच्छा रहेगा। इस समय नई प्रोपर्टी खरीदना आपके लिए अच्छा रहेगा। इससे आने ..आगे पढ़ें

कुंभ

मंगल देव आपकी राशि से दशम भाव में संचरण करेंगे। दशम भाव को कर्म भाव भी कहा जाता है। इस भाव में मंगल के गोचर के दौरान आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और हर क्षेत्र में आप बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे। वर्तमान ..आगे पढ़ें

मीन

मंगल का गोचर आपकी राशि से नवम भाव में होगा। यह भाव धर्म भाव भी कहलाता है। यह समय आपकी बुद्धिमत्ता को चुनौती देने वाला होगा। जीवन को व्यवस्थित करने के लिए और भविष्य को सुरक्षित करने के लिए इस वक्त में आपको ..आगे पढ़ें

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