मकर संक्रांति 2022: इन राशियों के लिए बेहद शुभ रहेगी यह मकर संक्रांति

आइए जानते है कि मकर संक्रांति त्योहार क्या है? इस दिन का महत्व क्या होता है? इस दिन से जुड़े विधि विधान क्या हैं एवम इस दिन दान का इतना महत्व क्यों बताया गया है। साथ ही जानते हैं लोहड़ी त्योहार के महत्व को भी। इसके साथ ही इस ब्लॉग में हम आपको मकर संक्रांति के शुभ मुहूर्त की जानकारी भी प्रदान कर रहे हैं।

मकर संक्रांति विशेष यह ब्लॉग हमारे जानकार और विद्वान ज्योतिषी आचार्य अविनाश पांडेय जी ने उचित गणना और तमाम विश्लेष्ण आदि के बाद तैयार किया है। तो आइये सबसे पहले जान लेते हैं मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त इस वर्ष क्या रहने वाला है और यह मकर संक्रांति किन राशियों के जीवन में सुख और समृद्धि लेकर आने वाली है। 

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके

मकर संक्रांति 2022: तिथि और शुभ मुहूर्त 

14 जनवरी, 2022 (शुक्रवार)

मकर संक्रान्ति मुहूर्त

पुण्य काल मुहूर्त: 14:12:26 से 17:45:10 तक

अवधि: 3 घंटे 32 मिनट

महापुण्य काल मुहूर्त: 14:12:26 से 14:36:26 तक

अवधि: 0 घंटे 24 मिनट

संक्रांति पल: 14:12:26

जानकारी: यह मुहूर्त नई दिल्ली के लिए मान्य है। अपने शहर के अनुसार मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त जानने के लिए यहाँ क्लिक करें। 

मकर संक्रांति पर्व आ गया है। यह पर्व हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है। सूर्य देव धनु राशि से प्रस्थान कर जब मकर राशि मे प्रवेश करते हैं तब इसे सूर्य देव का संक्रमण काल कहा जाता है। इसलिए ही इस दिन का नाम मकर संक्रांति पड़ा है। इसी दिन सूर्य दक्षिण से उत्तर की ओर प्रस्थान करते हैं। मान्यता है कि इस दिन सूर्य देव पिता अपने पुत्र शनि देव से मिलने जाते हैं। चूंकि मकर राशि शनि का घर है इसलिए भी इसे मकर संक्रांति कहते हैं।

इसके अलावा इसी दिन महाभारत के समय भीष्म पितामह ने सूर्य उत्तरायण होने पर ही अपने शरीर का त्याग किया था। इसी दिन उनका श्राद्ध कर्म तर्पण किया गया था।

इस दिन के बारे में मान्यता यह भी है कि, जब राजा सगर ने अश्वमेध यज्ञ किया था तब इंद्र देव ने छल से घोड़े को कपिल मुनि के आश्रम में बांध दिया था। जब राजा के पुत्र घोड़े को खोजते हुए आश्रम में आए तो उनको ही चोर समझ लिया गया। यह देखकर कपिल मुनि ने श्राप देकर 60000 पुत्रों को भस्म कर दिया था। तब उनके पुत्र भागीरथ इसी दिन गंगा को पृथ्वी पर ले आए थे। तब से ही इस पर्व को मनाने की परंपरा की शुरुआत हुई। 

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

इस पर्व को कैसे मनाएं एवम इसका महत्व 

  • प्रातः काल स्नान करें। मुमकिन तो तो गंगा नदी या किसी पवित्र नदी में स्नान करें। ऐसा मुमकिन न हो तो स्नान के पानी में ही गंगाजल डालकर उससे स्नान कर लें। 
  • भगवान विष्णु का पूजन करें। स्तोत्र का पाठ करें। 
  • फिर सूर्य भगवान को नमस्कार कर तिल सहित जल अर्पण करें। 
  • फिर शुद्ध घी, कंबल, तिल, गुड़, लड्डू, खिचड़ी, सहित भोजन का ज़रुरतमंदों को दान करें।
  • मकर संक्रांति के दिन गंगा नदी या तीर्थ किनारे किया गया दान सौ गुना फल दायक होता है।

सूर्य की संक्रांति पर आने के 8 घटी या 16 घटी तक पुण्य दान करना चाहिए। इस साल भगवान भास्कर सूर्य देव दिन मे 2:28PM पर आ रहे हैं। अतः इस दिन पुण्य काल दान आदि 2:28 से 5:17 PM तक विशेष शुभ मुहूर्त है।

इसी दिन यानी 14 जनवरी से सूर्य देव उत्तरायण मे प्रवेश करते हैं। अतः इस दिन से मांगलिक कार्यक्रम शादी विवाह या यज्ञोपवीत मुंडन एवम मंदिर निर्माण, प्राण-प्रतिष्ठा, आदि कार्यक्रम प्रारंभ हो जाते हैं। अब जानते है कि, लोहड़ीपर्व क्या है? 

नये साल में करियर की कोई भी दुविधा कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट से करें दूर

लोहड़ी 2022: इस दिन का महत्व 

लोहड़ी का पर्व मुख्यतया पंजाब में सिख समुदाय द्वारा मनाया जाता है। इस दिन को सभी लोग धूमधाम से मनाते हैं। इस दिन सभी लोग एकत्रित होकर लकड़ी को जलाते हैं, उसके इर्दगिर्द घूमकर अग्नि के फेरे लगाते हुए मूंगफली, रेवड़ी, खील, आदि अग्नि में डालते हुए सभी लोग एक दूसरे से मिलकर आशीर्वाद लेते हैं एवम एक दूसरे को शुभकामना देते हुए इस दिन का जश्न मनाते हैं। इसके अलावा बहुत से लोग इस दिन पतंग महोत्सव भी करते हैं।

अब जानते हैं कि मकर संक्रांति का पर्व किस राशि के लिए बेहद शुभ-अशुभ साबित होगा।

इन राशियों के लिए बेहद शुभ रहेगी मकर संक्रांति 

वृषभ राशि: वृष राशि के जातकों के लिए यह पर्व अच्छा रहेगा। संतान सुख, आवास, वाहन, का उत्तम सुख मिलेगा। मान सम्मान में वृद्धि होगी।

तुला राशि: तुला राशि के लिए यह मकर संक्रांति शुभ रहेगी। इस दौरान आपके जीवन में धार्मिक कार्य ज्यादा होंगे। आपको अच्छा भोजन खाने को मिलेगा। इसके साथ ही इस समय अवधि में आपको धन प्राप्ति भी होगी।

धनु राशि: धनु राशि के जातकों के लिए यह अच्छा समय साबित होगा। इस दौरान आपके जीवन में धार्मिक कार्य होंगे। आपको अच्छे और स्वादिष्ट भोजन खाने को मिलेंगे। सलाह दी जाती है कि खुद को इस समय अवधि में आलस्य और व्यसन से मुक्त और दूर रखें।

मीन राशि: मीन राशि के जातकों के लिए मकर संक्रांति का यह समय अच्छा रहेगा। इस दौरान आपको धन का लाभ होगा। इसके साथ ही वाहन, आवास, स्थायी संपत्ति सुख आदि भी प्रापर होने के प्रबल योग बन रहे हैं।

ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्त जन्म कुंडली प्राप्त करें

इन राशियों को मकर संक्रांति पर रहना होगा बेहद सावधान

मेष राशि: मेष राशि के जातकों के लिए यह संक्रांति का प्रभाव सामान्य रहेगा। मानसिक तनाव, वाद विवाद, आदि रहने की आशंका बन रही है।

मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों के लिए यह संक्रांति शुभ नही रहने वाली है। इस दौरान आपका किसी स्वजन से विरोध, किसी बात को लेकर मानसिक तनाव, क्रोध, वाद विवाद एवम चोरी का भय बना रहेगा।

कर्क राशि: कर्क राशि के जातकों के लिए यह संक्रांति सामान्य रहेगी। पत्नी पक्ष को पीड़ा होने की आशंका है, तनाव, क्रोध, विवाद एवम मानसिक परेशानी इस समय अवधि में आपको परेशान कर सकती है।

सिंह राशि: सिंह राशि के जातकों को यह संक्रांति अशुभ प्रभाव देगी। इस दौरान वाहन चलाते समय सावधानी रखें। इसके अलावा इस समय अवधि में आपका स्वास्थ्य खराब रहेगा। लेकिन अकस्मात धन की प्राप्ति होने की संभावना है।

कन्या राशि: कन्या राशि के जातकों के इसका फल शुभ नही है स्वास्थ्य खराब होने की संभावना, नेत्रों मे पीड़ा हो सकती है।

वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के जातकों के लिए इस मकर संक्रांति पर किसी अपने से विश्वास घात की आशंका बनती नज़र आ रही है। सलाह दी जाती है कि इस दौरान जल्दबाजी में कोई भी निर्णय नहीं लें अन्यथा आपको इस दौरान हानि होने की आशंका है। 

मकर राशि: मकर राशि के जातकों के लिए समय शुभ रहेगा। इस दौरान आपके कार्यक्षेत्र मे प्रगति के प्रबल योग हैं। इसके अलावा इस दौरान आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। हालांकि विवाहित पक्ष थोड़ा नाज़ुक बना रहेगा। इस दौरान आपका अपनी पत्नी से विवाद संभव है।

कुम्भ राशि: इस मकर संक्रांति कुम्भ राशि के जातकों के धन का व्यय का योग बनता नज़र आ रहा है। इसके अलावा पारिवारिक जीवन की बात करें तो आपके परिवार में असहयोग बना रहेगा। सलाह दी जाती है कि इस समय किसी भी व्यक्ति को उधार न दें।

हम आशा है कि, आपको इस लेख के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारी एवम हमेशा कि तरह आपको स्नेह मिलता रहेगा। आप सभी को मकर संक्रांति एवम लोहड़ी की हार्दिक शुभकामनाएं।

यदि आप किसी भी विषय की ज्योतिष शास्त्र संबंधी जानकारी चाहते है तो आप आचार्य अविनाश पांडेय जी से व्यक्तिगत परामर्श प्राप्त कर सकते हैं।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.