ज्योतिष के अनुसार संसार में जन्म लेते ही व्यक्ति का जुड़ाव नवग्रहों से हो जाता है और इन नवग्रहों के सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव से आजीवन प्रभावित रहता है। व्यापार में उतार-चढ़ाव, पारिवारिक समस्याएं, शिक्षा क्षेत्र में असफलता और स्वास्थ्य में खराबी से जुड़ी सभी तरह की परेशानियों का संबंध ग्रह दोषों से होता है।
इन नौ ग्रहों में बात करें चंद्रमा ग्रह कि तो ज्योतिष में चंद्रमा को कर्क राशि का स्वामी माना गया है, जो कि मन और मस्तिष्क का कारक होता है। जिसके शुभ होने पर व्यक्ति कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी बहुत अनुकूल रहता है व बड़ी से बड़ी समस्या आने पर भी अपना आपा नहीं खोता है और उन्हें अपने सूझबूझ से सुलझाने का प्रयास करता है, वहीं चंद्रमा के कमजोर स्थिति में होने पर व्यक्ति हमेशा तनाव में रहता है और मन हमेशा अशांत रहता है। ऐसे में ज्योतिष में चंद्र दोष दूर करने के उपायों के बारे में बताया गया है। आइए एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में जानते हैं चंद्र दोष दूर करने के आसान उपायों के बारे में व चंद्र ग्रह से जुड़ी और भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां।
जीवन से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान पाने के लिए करें सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषियों से कॉल/चैट पर बात
कुंडली में चंद्रमा की मजबूत स्थिति
कुंडली में चंद्रमा जब मजबूत स्थान पर होता है तो जीवन में आनंद, उत्साह और शांत मन होती है। चंद्रमा सबसे बलशाली तब माना जाता है जब वह वृश्चिक लग्न के लिए नौवें भाव में होता है। इसके साथ ही केंद्र में सातवें भाव में वृषभ राशि में उच्च का होता है। यह नौवें भाव का स्वामी होता है,जो भाग्योदय का संकेत देता है। हालांकि जब चंद्रमा सातवें भाव में हो तो व्यक्ति को धन लाभ, मान-सम्मान, प्रसिद्धि मिलती है।
चंद्रमा का अन्य ग्रहों से संबंध
मित्र ग्रह: सूर्य और बुध।
निकट ग्रह: मंगल, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु।
शत्रु ग्रह : कोई नहीं।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
कुंडली में चंद्र दोष का प्रभाव
ज्योतिष के अनुसार कुंडली में अगर चंद्रमा कमजोर स्थिति में हैं तो यह व्यक्ति को तमाम तरह की परेशानियां दे सकता है। चंद्र दोष के चलते अक्सर व्यक्ति के जीवन में कलह बनी रहती है, चूंकि चंद्रमा का संबंध आपके मन और आपकी भावनाओं से होता है। इसलिए इसके दोष के कारण व्यक्ति कई समस्याओं में उलझा रहता है और इस वजह से शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रेम- वैवाहिक संबंध और व्यापार भी प्रभावित होता हैं। कुंडली का चंद्र दोष होने के कारण दिल संबंधी बीमारियां, फेफड़ों से जुड़ी बीमारियां, अवसाद, तनाव, बेचैनी और मिर्गी रोग जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बना रहता है।
जानिए, कुंडली में चंद्र दोष दूर करने के अचूक उपाय
शिव जी की पूजा से दूर करें चंद्र दोष
अगर कुंडली में चंद्र दोष आपके लिए कई समस्या खड़ा कर रहा है तो इसे दूर करने के लिए भगवान शिव की पूजा जरूर करें। ऐसी मान्यता है कि सोमवार के दिन भगवान शिव जिन्होंने चंद्र देव को अपने मस्तक पर धारण कर रखा है उनकी पूजा करने से व्यक्ति चंद्र दोष से मुक्ति पा लेता है।
सोमनाथ ज्योतिर्लिंग का करें पूजन
कुंडली में चंद्र दोष को दूर करने के लिए द्वादश ज्योतिर्लिंग में से एक सोमनाथ का विशेष रूप से पूजन करना चाहिए। संभव हो सके तो दर्शन भी जरूर करें। बता दें कि देश के 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंग में सोमनाथ मंदिर में स्थित शिवलिंग को पहला ज्योतिर्लिंग माना जाता है, जिसे भगवान इंद्रदेव ने खुद स्थापित किया था।
करें सोमवार का व्रत
चंद्र दोष को दूर करने और सुख-शांति और समृद्धि प्राप्त करने के लिए सोमवार के व्रत करना चाहिए। मान्यता है कि सोमवार का व्रत रखने पर कुंडली में मौजूद चंद्र दोष दूर हो जाता है। इसके अलावा अगर सोमवार का व्रत रखना संभव न हो तो उसकी जगह पर हर महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा का व्रत भी कर सकते हैं।
जरूर करें दान
ज्योतिष में किसी भी ग्रहों से जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए दान करना सबसे उत्तम उपाय बताया गया है। ऐसे में कुंडली से जुड़े चंद्र दोष को दूर करने के लिए सोमवार के दिन चंद्रमा से संबंधित चीजें जैसे- चावल, दूध, चांदी, मोती, सफेद वस्त्र आदि का दान करें।
करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट
मोती धारण कर दूर करें चंद्र दोष
ज्योतिष के अनुसार नौ ग्रहों से जुड़े रत्नों को धारण करने पर उससे संबंधित शुभ फलों की प्राप्ति होती है। ऐसे में अगर आपकी कुंडली में चंद्र दोष है तो इसे दूर करने के लिए आप मोती रत्न चांदी की अंगूठी में जड़वाकर कनिष्ठिका अंगुली में धारण कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए आप एस्ट्रोसेज के ज्योतिषियों से राय ले सकते हैं। बता दें कि चांदी की अंगूठी उंगली में धारण करने से पहले चंद्रदेव से जुड़ें मंत्रों का जप करें और विधि विधान से पूजा करके ही पहनें।
चंद्र दोष को दूर करने के लिए करें इन मंत्रों का जाप
कुंडली में चंद्र का मजबूत रहना अनिवार्य है। ऐसे में कुंडली में चंद्र ग्रह की शुभता को पाने और चंद्र ग्रह से संबंधित दोष को दूर करने के लिए मंत्र का जाप करना बेहद फायदेमंद साबित होता है। इस मंत्र को रुद्राक्ष की माला लेकर जप करें। हर सोमवार को एक माला का जप जरूर करें। चंद्र दोष को दूर करने का मंत्र- ‘ॐ सों सोमाय नमः’ अथवा ‘ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्रमसे नमः’।
सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।