कर्ज़ से हैं बेहद परेशान? तुरंत करें ये अचूक वास्तु उपाय।

एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग आपको उन ग़लतियों के बारे में जानकारी प्राप्त होगी, जो किसी जातक की बिगड़ती आर्थिक स्थिति के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं। आज के दौर में पैसा कमाना आसान होता जा रहा है, लेकिन साथ ही इंसान की जरूरतें भी बढ़ती जा रही हैं। हर इंसान एक बेहतर जीवनशैली अपनाना चाहता है, जिसमें घर, कार, फर्नीचर और दूसरी सुख-सुविधाएं आदि शामिल हैं और इन्हीं सब चीजों के लिए व्यक्ति ज़्यादा से ज़्यादा धन कमाने की कोशिश करता है। 

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जीवनशैली में सुधार करना कोई गलत बात नहीं है, लेकिन उसे बनाए रखना कई बार बेहद मुश्किल हो जाता है। ऐसे में घर, कार, एसी जैसी चीज़ों को खरीदने के लिए ईएमआई यानी समान मासिक किस्त एक सुविधाजनक विकल्प है। इसका इस्तेमाल लोग महंगा या कीमती सामान खरीदने के लिए ये सोचकर करते हैं कि वे धीरे-धीरे पैसों का भुगतान कर देंगे। लेकिन बाद में ईएमआई भरना मुश्किल हो जाता है और तब कर्ज़ लेना ही एकमात्र रास्ता दिखाई देता है। 

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कई बार लोग अपनी ख़राब आर्थिक स्थिति के लिए भाग्य को दोष देते हैं, लेकिन इसके पीछे कोई दूसरा कारण भी हो सकता है। शायद ही आपको पता हो कि घर में मौजूद वास्तु दोष भी धन से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं। इसलिए इस विशेष ब्लॉग में हम आपको अवगत कराएंगे कि वास्तु दोष कैसे आर्थिक तंगी का कारण बन सकता है। साथ ही उन अचूक उपायों के बारे में भी बताएंगे जिन्हें करके आप वास्तुदोष से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं कि कौन से वास्तु दोष बढ़ाते हैं कर्ज़।

ये वास्तु दोष बढ़ाते हैं कर्ज़ 

  • यदि आपके घर के ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में वास्तु दोष मौजूद है, तो व्यक्ति के कर्ज़ में डूबने की आशंका होती है। इसके कारण घर का मुखिया शेयर मार्किट, सट्टेबाज़ी, लॉटरी और अन्य गैर क़ानूनी गतिविधियों में शामिल हो सकता है और इन आदतों की वजह से धन हानि हो सकती है। 
  • घर के उत्तर-पश्चिम दिशा में वास्तु दोष का होना व्यक्ति के कर्ज़ में दबे होने की तरफ इशारा करता है। ऐसा में इंसान को अपनी किसी गलती की वजह से भविष्य में आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है। साथ ही, अगर इस दिशा में मुख्य बेडरूम बना हो, तो परिवार के मुखिया को व्यापार में नुकसान हो सकता है।    
  • घर की दक्षिण-पूर्व दिशा में वास्तु दोष के होने से व्यक्ति के खर्चों में बढ़ोतरी होती है और इन खर्चों को पूरा करने के लिए वो कर्ज़ लेना शुरू कर देता है। इससे लोगों को अपमान का सामना भी करना पड़ता है।     
  • यदि परिवार के मुखिया का कमरा पश्चिम दिशा में बना हो, तो इन्हें कभी भी व्यापार में लाभ नहीं होता है जिसके चलते वे कर्ज़ या लोन लेना शुरू कर देते हैं।
  • घर के बाथरूम का दक्षिण-पश्चिम दिशा में बना होना भी कर्ज़ की समस्या को जन्म देता है। ऐसे में, यदि आपका बाथरूम इस दिशा में बना हो तो कांच के कटोरे में समुद्री नमक डालकर रखें और नमक को समय-समय पर बदलते रहें।
  • अगर रात के समय आप अपने घर की रसोई साफ़ नहीं करते हैं या फिर बर्तनों को सिंक में ही छोड़ देते हैं, तो इससे घर में गरीबी आती है और कर्ज़ में भी बढ़ोतरी होती है। 

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कर्ज़ से मुक्ति पाने के वास्तु उपाय

  • घर की उत्तर और दक्षिण दिशा की दीवारों को एकदम सीधा बनवाएं। 
  • आपके घर की उत्तर दिशा में बनी हुई दीवार थोड़ी कम ऊंचाई की होनी चाहिए। साथ ही इसका कोई भी कोना एक तरफ से मोटा या कटा हुआ नहीं होना चाहिए।
  • घर की उत्तर-पूर्व दिशा को साफ़-सुथरा रखना चाहिए क्योंकि इस दिशा में गंदगी होने से इंसान कर्ज़ के जाल में फंसता चला जाता है। ऐसे में शुभ परिणामों की प्राप्ति के लिए आप इस दिशा में पूजा स्थल या ध्यान कक्ष का निर्माण कराएं।  
  • घर की दक्षिण-पूर्व दिशा में आपको पूजा घर बनाने या अपने काम की मेज को रखने से बचना चाहिए। 
  • घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में सोने का कमरा नहीं होना चाहिए और न ही इस दिशा में कार्यस्थल या घर का प्रवेश द्वार बना होना चाहिए अन्यथा आप अपनी रोज़मर्रा की जरूरतों को पूरा के लिए कर्ज़ लेने के लिए मज़बूर हो सकते हैं।    

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