सावन माह में आने वाली कामिका एकादशी को मुख्य रूप से श्रावणी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। सावन के पवित्र माह में आने वाली इस एकादशी का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। आज के दिन वैसे तो खासतौर पर भगवान् विष्णु की पूजा की जाती है, लेकिन सावन माह होने की वजह से आज के दिन भगवान शिव की भी विशेष आराधना की जाती है। आज हम आपको आज के दिन रखे जाने वाले इस व्रत का महत्व और पूजा विधि के बारे में बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं आज के दिन व्रत रखने के प्रमुख लाभ और पूजा विधि के बारे में।
कामिका एकादशी व्रत रखने का महत्व
हिन्दू धर्म के अनुसार आज के दिन खासतौर से भगवान् विष्णु की पूजा अर्चना की जाती है और उनका विशेष आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आज के दिन व्रत रखा जाता है। ऐसी मान्यता है कि आज के दिन व्रत रखने से जीवन के सभी कामों में सफलता मिलने के साथ ही साथ पित्तरों के कष्ट भी दूर होते हैं। इसके साथ ही आज के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से धन धान्य की प्राप्ति होती है और जीवन सुखमय बनता है। बता दें कि आज विधि पूर्वक रखें जाने वाले व्रत से व्यक्ति अपने सभी पापों से भी मुक्त हो जाता है। आज भगवान विष्णु को तुलसी का पत्ता चढ़ाना भी बेहद फलदायक माना जाता है।
कामिका एकादशी व्रत पूजा विधि
- आज के दिन व्रत रखने वाले व्यक्ति को विशेष रूप से भगवान विष्णु के सभी प्रमुख नामों का जाप करना चाहिए। भगवद गीता में आज के दिन के पूजा विधि का जिक्र करते हुए भगवान् श्री कृष्ण ने कहा है कि आज के दिन भगवान् विष्णु के सामने तेल या घी का दीया जलाने से भी विशेष लाभ की प्राप्ति होती है।
- नियम पूर्वक सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि करने के बाद विष्णु जी की प्रतिमा के सामने तेल या घी का दीया जलाना चाहिए। ऐसा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
- इस एकादशी व्रत की शुरुआत वैसे तो दशमी के दिन से ही हो जाती है लेकिन एकादशी तिथि के दिन भी विधि पूर्वक व्रत का पालन किया जा सकता है।
- विष्णु जी को धूप दीप दिखाने के बाद उन्हें फूल अर्पित करें और प्रसाद जरूर चढ़ाएं।
- आज के दिन व्रती को किसी भी प्रकार के कुविचार मन में नहीं लाना चाहिए।
- पूरे दिन व्रत रखने के बाद शाम एक वक़्त किसी ज्ञानी पंडित से कामिका एकादशी की व्रत कथा जरूर सुननी चाहिए। इसके साथ ही साथ भगवान् विष्णु के मंत्र “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का जप अपनी शक्ति अनुसार जरूर करें।
- आज के दिन विष्णु सहस्त्रनाम का भी जाप करना फलदायक माना जाता है।