जून में बुध सहित 5 ग्रहों का गोचर; इन राशियों के लोग पाएंगे पदोन्नति और धन लाभ!

जून का महीना ज्योतिष शास्त्र के लिहाज़ से बेहद ही ख़ास रहने वाला है। इस दौरान कई बड़े ग्रह राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। ज़ाहिर है कि इसके परिणामस्वरूप हम सभी के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में बड़े बदलाव होने निश्चित हैं। 

Varta Astrologers

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें कॉल/चैट पर बात और जानें जीवन से संबंधित सारी जानकारी 

इस विशेष ब्लॉग में हम आपको जून के महीने में होने वाले 5 प्रमुख ग्रहों के गोचर से संबंधित अहम जानकारियां प्रदान करेंगे। इसके साथ ही हम यह भी जानेंगे कि कौन सी राशि के जातकों के लिए ग्रहों के बदलते संयोग अत्यंत शुभ साबित होंगे।

जून के महीने में ग्रहों का गोचर: तिथि और समय

बुध का वृषभ राशि में गोचर: 7 जून 2023 की शाम 7 बजकर 40 मिनट पर बुध वृषभ राशि में गोचर करेंगे।

सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: 15 जून 2023 की शाम 6 बजकर 07 मिनट पर सूर्य मिथुन राशि में गोचर करेंगे।

शनि कुंभ राशि में वक्री: 17 जून 2023 की रात 10 बजकर 48 मिनट पर शनि कुंभ राशि में वक्री हो जाएंगे।

बुध वृषभ राशि में अस्त:19 जून 2023 की सुबह 7 बजकर 16 मिनट पर बुध वृषभ राशि में अस्त हो जाएंगे।

बुध का मिथुन राशि में गोचर: 24 जून 2023 की दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर बुध मिथुन राशि में गोचर करेंगे।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

इन राशियों के लिए साबित होगा शुभ!

5 प्रमुख ग्रहों के गोचर से सभी 12 राशियों के जीवन पर अहम प्रभाव देखने को मिलेगी लेकिन 3 राशियों के लिए जून का यह महीना बेहद लाभकारी रहेगा। इस दौरान वृषभ, सिंह और धनु राशि के जातकों को सफलता की प्राप्ति होगी। इन जातकों को करियर के मामले में कई अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे। अगर आप नई नौकरी की तलाश में हैं तो आपको बेहतर अवसर प्राप्त होंगे। वहीं बिज़नेस करने वाले जातकों को भी फायदेमंद डील मिलने के संकेत मिल रहे हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न.1 ज्योतिष में कौन से भाव खराब है ?

उत्तर. ज्योतिष शास्त्र में छठे भाव, आठवें भाव और बारहवें भाव को नकारात्मक भाव माना जाता है।

प्रश्न.2 भाग्य का घर कौन सा होता है?

उत्तर. ज्योतिष शास्त्र में कुंडली के नवम घर को भाग्य स्थान कहा जाता है।

प्रश्न.3 शनि किस उम्र में अच्छे परिणाम देता है?

उत्तर. हमारे विशेषज्ञों के अनुसार शनि का शुभ प्रभाव जन्म के 36वें वर्ष के बाद शुरू होता है।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.