‘ढिंग एक्सप्रेस’ के नाम से मशहूर हिमा दास का नाम आज किसी परिचय का मोहताज नहीं हैं। उन्होंने खेल जगत में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लगातार पाँच स्वर्ण जीतकर भारत का मान बढ़ाया है। गोल्डन गर्ल ने इस माह 2 जुलाई को पोलैंड में, 7 जुलाई को पोलैंड में ही कुंटो एथलेटिक्स में, 13 जुलाई को क्लाइनो (चेक गणराज्य में) और 17 जुलाई को चेक रिपब्लिक में ही नोव मेस्तो, नाड मेतुजी ग्रां प्री में गोल्ड जीत चुकी हैं। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उनका ये प्रदर्शन वाक़ई में देश के लिए गौरव की बात है। ऐसे में चर्चा ये होने लगी है कि क्या अगले साल 2020 में जापान की राजधानी टोक्यो में होने वाले ओलंपिक गेम में भी हिमा दास स्वर्ण जीतकर भारत का नाम रौशन करेंगी? तो चलिए, ज्योतिषीय शास्त्र की मदद से उनकी कुंडली का अध्ययन कर इस बात की पड़ताल करते हैं।
टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए हिमा दास की कुंडली का ज्योतिषीय विश्लेषण
टोक्यो ओलंपिक 24 जुलाई 2020 से प्रारंभ हो रहा है। हालाँकि अभी हमें हिमा दास की वास्तविक जन्म कुंडली ज्ञात नहीं है और न ही हमें उनके जन्म का सही विवरण मालूम है। इसलिए हमने उनकी नाम राशि को आधार मानकर तथा चंद्र राशि को ध्यान में रखकर टोक्यो ओलंपिक 2020 में उनके प्रदर्शन का विश्लेषण किया है।
हिमा दास के नाम का पहला अक्षर “हि” है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, यह अक्षर पुनर्वसु (चार चरण है) नक्षत्र के अंतर्गत आता है। पुनर्वसु का चौथा चरण कर्क राशि में पड़ता है जिसका स्वामी चंद्र ग्रह है। इसलिए इस भविष्यवाणी के लिए हम कर्क राशि को हिमा दास की लग्न राशि मानेंगे।
हिमा दास का नाम राशि के अनुसार जन्म विवरण :
- जन्म की तारीख – 9 जनवरी 2000
- समय – ज्ञात नहीं है
- स्थान – ढिंग, असम
वैदिक ज्योतिष में जब हम इस तरह से किसी व्यक्ति से जुड़ी घटना की भविष्यवाणी करते हैं तो इसके लिए चलित विंशोत्तरी दशा को देखा जाता है। इसलिए हमें टोक्यो ओलंपिक 2020 के दौरान चलने वाली विंशोत्तरी दशा को देखना होगा।
- 24 जुलाई 2020 से 29 जुलाई 2020 – राहु-शुक्र-मंगल-चंद्र
- 29 जुलाई 2020 से 9 अगस्त 2020 – राहु-शुक्र-राहु-राहु
ज्योतिषीय विश्लेषण यह कहता है कि ओलंपिक 2020 के दौरान हिमा दास के ऊपर राहु ग्रह का प्रभाव देखने को मिलेगा। क्योंकि उस समय उनकी राहु की महादशा चलेगी। इसके अलावा इस अवधि में शुक्र, मंगल और चंद्रमा का प्रभाव भी हिमा दास के ऊपर देखने को मिलेगा है।
ग्रहों का विश्लेषण
आइए अब हम इन चार ग्रहों (राहु, शुक्र, मंगल और चंद्रमा) का विश्लेषण करते हैं जिनका प्रभाव हिमा दास के ऊपर ओलंपिक 2020 में पड़ने वाला है –
- ज्योतिषीय गणना के अनुसार, राहु कुंडली के लग्न भाव में स्थित है। यहां राहु पुष्य नक्षत्र के तीसरे चरण में है। वहीं राहु कर्क राशि में बैठा है जो इस राशि में सकारात्मक फल नहीं देता है। क्योंकि यह राशि चंद्र ग्रह की है और चंद्र और राहु एक दूसरे के विरोधी ग्रह हैं। इसलिए यहाँ राहु की स्थिति कमज़ोर है।
- वहीं शुक्र ग्रह कुंडली के पंचम भाव में स्थित है। यह भाव पहचान दिलाने का कारक है। यह त्रिकोणीय भाव में गिना जाता है जो जातकों के लिए शुभ परिणामकारी होता है। साथ ही शुक्र ग्रह यहाँ वृश्चिक राशि में स्थित है, जो शुक्र ग्रह के लिए भी उत्तम है। यानि की कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत स्थिति में है।
- मंगल ग्रह अष्टम भाव में उपस्थित है, जिसे शुभ भाव नहीं माना जाता है। इस भाव से जीवन में आने वाले अचानक उतार-चढ़ाव को देखा जाता है। इसके अलावा मंगल यहाँ कुंभ राशि में बैठा है जिसका स्वामी शनि है। जबकि मंगल और शनि आपस में बैर रखते हैं। लेकिन यहाँ महत्वपूर्ण बात यह है कि मंगल और शनि दोनों ग्रह परिवर्तन योग में स्थित हैं, जो दर्शाता है कि कुंडली में मंगल ग्रह भी मजबूत अवस्था में है। मंगल यहाँ बली योग कारक है।
नोट – मंगल ग्रह स्पोर्ट्स से जुड़े करियर एवं मजबूत आत्म सम्मान के लिए प्रथम कारक है। इसी वजह से हिमा दास ने स्पोर्टस को अपना करियर बनाया है।
- जहाँ तक चंद्रमा का सवाल है तो यह कुंडली के सप्तम भाव में स्थित है। कुंडली के इस भाव से जीवन में आने वाली ऊँचाइयों, सम्मान एवं सामाजिक स्तर को देखा जाता है। यहाँ चंद्रमा मकर राशि में बैठा है, जो कर्क राशि की ठीक विपरीत राशि है। हालाँकि चंद्रमा यहाँ अच्छे फल देगा। लेकिन चूँकि नीच राशि में बैठा शनि चंद्रमा पर दृष्टि रख रहा है, जो चंद्रमा के लिए ठीक नहीं है। ऐसे में यहाँ चंद्रमा अपने स्वभाविक अवस्था में ही रहेगा।
निष्कर्ष
चारों ग्रहों का निष्कर्ष इस प्रकार है:-
- कुंडली में मंगल और शुक्र ग्रह मजबूत हैं। इसलिए ये लाभकारी रहेंगे।
- राहु अशुभ है।
- चंद्रमा ग्रह अपनी स्वभाविक अवस्था में है।
ग्रहों का विश्लेषण बता रहा है कि हिमा दास की कुंडली में इन चारों ग्रहों में शुभ ग्रहों की बहुलता है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि टोक्यो ओलंपिक में भी हिमा दास अपना कमाल का प्रदर्शन जारी रखते हुए भारत के खाते में स्वर्ण पदक जोड़ती नज़र आएँगी।
नोट – यह भविष्यवाणी पूरी तरह से हिमा दास के नाम राशि पर आधारित है। इसलिए वास्तविक कुंडली की भविष्यवाणी इससे अलग भी हो सकती है।