कल यानी गुरुवार 25 फरवरी 2021 को साल का दूसरा गुरु पुष्य योग (Guru Pushya Yoga February 2021) बन रहा है। पुष्य नक्षत्र बेहद ही शुभ नक्षत्र माना जाता है। ऐसे में जब यह नक्षत्र गुरुवार के दिन पड़ता है तो इसे गुरु पुष्य नक्षत्र योग कहते हैं। यह पूरा दिन बेहद ही शुभ माना जाता है। ऐसे में कोई भी शुभ काम करने के लिए इस दिन पंचांग देखने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
गुरु पुष्य योग (Guru Pushya Yoga February 2021) के दिन जमीन-जायदाद, घर-प्रॉपर्टी, गाड़ी या महंगे सोने चाँदी के आभूषण इत्यादि खरीदना बेहद ही शुभ फलदाई होता है। इसके अलावा यदि आपको कोई नया व्यवसाय या नया काम शुरू करना चाहते हों तो इसके लिए भी गुरु पुष्य योग (Guru Pushya Yoga Mahatva) बेहद ही शुभ माना जाता है। इस दिन के बारे में ऐसी मान्यता है कि, यदि गुरु पुष्य योग के दिन घर में इस्तेमाल की जाने वाली चीज़ें खरीदी जाए तो इससे व्यक्ति को शुभ परिणाम हासिल होते हैं।
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इस वर्ष पड़ने वाले गुरु पुष्य योग के दिन चंद्रमा अपनी ही राशि कर्क में रहने वाले हैं। जिससे इस दिन की शुभता और महत्व (Guru Pushya Yoga Mahatva) कई गुना बढ़ जाता है। अब जानते हैं गुरु पुष्य योग (Guru Pushya Yoga Upay) के दिन किए जाने वाले कुछ बेहद सरल उपाय जिन्हें अपनाकर आप अपने जीवन में सुख समृद्धि और ऐश्वर्य का वरदान प्राप्त कर सकते हैं।
- धन प्राप्ति और आर्थिक संपन्नता के लिए गुरु पुष्य योग के दिन करें ये उपाय: 25 फरवरी के दिन बन रहे गुरु पुष्य योग (Guru Pushya Yoga February 2021) के शुभ मौके पर मां लक्ष्मी की प्रसन्नता बेहद ही आसानी से हासिल की जा सकती है। मां लक्ष्मी प्रसन्न होने पर व्यक्ति के जीवन से धन संबंधित सभी परेशानियां दूर कर के जीवन में सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करती हैं। ऐसे में आर्थिक संपन्नता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आप इस दिन लक्ष्मी नारायण की पूजा अवश्य करें। इस दिन की पूजा में नीचे दिए गए मंत्र का कमलगट्टे की माला से 108 बार स्पष्ट उच्चारण पूर्वक जाप करें। इसके अलावा इस दिन आप अपने घर में लक्ष्मी मंत्र का जप भी कर सकते हैं। इन उपायों को करने से आपके जीवन में आर्थिक संपन्नता के योग बनने लगते हैं।
मंत्र: ‘ॐ श्रीं ह्रीं दारिद्रय विनाशिन्ये धनधान्य समृद्धि देहि देहि नम:’
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- अटके हुए धन को वापस पाने के लिए गुरु पुष्य योग के दिन करें ये उपाय: कई बार हम लोगों को मदद के तौर पर धन दे देते हैं हालांकि इसके बाद हमें वो धन वापस मिलने में परेशानियां आने लगती हैं या कई बार की अन्य कारणवश भी हमारा धन कहीं अटक जाता है। यदि आपके जीवन में भी ऐसी समस्या है तो गुरु पुष्य योग के दिन (Guru Pushya Yoga Upay) अपने घर के बाहर एक स्वास्तिक बनाएँ। इसके साथ ही इस दिन दक्षिणावर्ती शंख की पूजा करें। मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि, दक्षिणावर्ती शंख को भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। ऐसे में इस बेहद सरल उपाय को करने से आप अपना अटका हुआ धन वापस प्राप्त कर सकते हैं।
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- कारोबार में वृद्धि और नौकरी में तरक्की के लिए गुरु पुष्य योग के दिन अवश्य करें यह उपाय: गुरु पुष्य योग के दिन आप अपने कार्यक्षेत्र या कार्यस्थल पर पारद लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें। ऐसा करने से आपको अपने नौकरी या व्यवसाय में धन और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। इसके अलावा इस बेहद सरल उपाय को करने से कारोबार में तेजी आती है और किसी भी तरह का कोई भी आर्थिक संकट जीवन से दूर होता है। इसके अलावा यदि आप नौकरी ढूंढ रहे हैं या फिर नौकरी में तरक्की हासिल करना चाहते हैं तो इस दिन पारद लक्ष्मी की पूजा अवश्य करें।
- नौकरी और व्यवसाय में आर्थिक संपन्नता के लिए गुरु पुष्य योग के दिन अवश्य करें ये उपाय: गुरु पुष्य योग के दिन पारद लक्ष्मी के साथ एकाक्षी नारियल की पूजा करें। ऐसा करने से व्यापार और नौकरी में संपन्नता बनी रहती है और साथ ही आपके धन-धान्य में वृद्धि होती है। इस दिन की पूजा में इस्तेमाल किया जाने वाला नारियल पूजा करने के बाद आप अपने धन रखने वाली जगह या अपनी तिजोरी में रखें।
- शत्रुओं से मुक्ति पाने के लिए गुरु पुष्य योग के दिन अवश्य करें उपाय: गुरु पुष्य योग के दिन कनकधारा स्त्रोत और लक्ष्मी स्त्रोत का पाठ उच्चारण पूर्वक और श्रद्धा पूर्वक पाठ करें। इस उपाय को करने से आपके जीवन में धन संपन्नता बनी रहेगी और साथ ही जीवन में वैभव और ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी। साथ ही यह उपाय शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने के लिए भी बेहद कारगर माना जाता है।
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गुरुपुष्य योग का शुभ मुहूर्त (Guru Pushya Yoga 2021 Shubh Muhurat)
गुरु पुष्य योग: सुबह 06 बज-कर 50 मिनट से प्रारंभ होकर दोपहर 01 बज-कर17 मिनट तक ।
सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग: सुबह 06 बज-कर 50 मिनट से प्रारंभ होकर दोपहर 01 बज-कर 17 मिनट तक।
रवि योग: दोपहर 01 बज-कर17 मिनट से प्रारंभ होगा और अगली सुबह 06 बज-कर 49 मिनट तक ।
अमृत काल: सुबह 06 बज-कर 53 मिनट से प्रारंभ होगा और 08 बज-कर 29 मिनट तक।
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